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आप सिर से हल्का महसूस करना चाहते हैं। शायद आप बेहोश होने का नाटक करना चाहते हैं, या फिर आप कुछ अच्छा समय चाहते हैं। सिर को हल्का महसूस करना, ब्लड प्रैशर में छणिक कमी और सिर में खून जाने की मात्रा में कमी होने का सेंसरी (sensory या संवेदनशील) उत्तर है – अक्सर तब, जब आप, बैठने या लेटने के बाद, बहुत जल्दी में उठते हैं। आप ऐसा महसूस करना कई तरीकों से शुरू कर सकते हैं, लेकिन सावधान रहें: हल्के सिर की वजह से चक्कर, उल्टी या बहुत गंभीर केस में, मृत्यु भी हो सकती है।

विधि 1
विधि 1 का 2:

जल्दी में खड़े होना

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  1. अपने घुटनों को मोड़ें और ज़मीन पर नीचे की तरफ जाएँ। अपना सिर नीचे रखें। जब आप दुबकने, बैठने, या कुछ समय लेटने के बाद, जल्दी में खड़े होते हैं, तो खून आपके सिर से तेजी से निकलता है, और आपका मस्तिष्क कुछ छण के लिए, अपने आम एकूईलिब्रिउम (equilibrium) से, हट जाता है। [१] अगर आप लंबे समय से बैठे या लेटे नहीं हैं, तो इस प्रक्रिया के अनुकरण (simulation) के लिए, नीचे दुबकने की और जल्दी जल्दी सांस लेने की कोशिश करें।
    • बाहरी तत्वों (factors) के बारे में सजग रहें। सिर का हल्का होना ज्यादा प्रभावी होगा अगर आप भूखे या डीहायड्रेटेड (dehydrated) हों, या फिर हवा गरम और शुष्क (humid) हो। अगर आप सिर में ज्यादा हल्के हो जाते हैं, तो आप बेहोश हो सकते हैं या उल्टी कर सकते हैं।
    • अपने सिर पर खड़े होने या शीर्षाशन करने पर विचार करें। अपने को उल्टा घूमाना एक बहुत जल्दी काम करने वाला तरीका है, अपने सिर में खून को लाने का। प्रोसैस मूल रूप में वही है: एक या दो मिनट तक उल्टे रहिए जब तक आपका सिर भारी ना हो जाए – फिर सीधे खड़े हो जाएँ। सुनिश्चित करें की आपके गले को समुचित सपोर्ट मिल रहा है।
  2. अपने दुबकने की पोजीशन में जल्दी जल्दी और गहरी सांस लें: थ्योरी में, इससे आपका रक्त का बहाव बढ़ जाएगा और अस्थायी रूप से आपका ब्लड प्रैशर बढ़ जाएगा – विशेषकर आपके हृदय और फेफड़ों को। सांस लेते हुए कम से कम तीस सेकंड तक, और अधिकतम कुछ मिनट तक, दुबके रहें। ध्यान रखें की जितनी ज्यादा देर आप नीचे दुबके रहेंगे, उतनी ही अधिक संभावना है खड़े होने पर सिर के हल्के महसूस होने की।
    • आप जितनी गहरी और तेज सांस लेंगे, आपके दिल की गति उतनी ज्यादा बढ़ेगी। इससे आपके रक्त के बहाव में तेजी आएगी।
  3. अपने सिर को ऊंचा रखें, और ज्यादा ना हिलें। आपके सिर से ब्लड प्रैशर को अचानक कम हो जाना चाहिए। आपको सिर से हल्का तकरीबन तुरंत महसूस करना चाहिए।
    • आपकी आँखों के आगे अंधेरा छा सकता है। आपको धब्बे, "तारे", या लाइट के चमकदार पॉइंट, आंखों के सामने नाचते नज़र आ सकते हैं। आपको बहुत प्रभावशाली तरीके सिर में खून जाता हुआ महसूस करना चाहिए।
  4. सबसे बेहतर है कुछ छण खड़े रहकर संवेदना का आनंद लेना। अपनी दृष्टि को वापस आने दें, और अपने मस्तिष्क को वापस अपने को बैलेन्स करने दें। अगर आप चलने की कोशिश तब करते हैं जब आप सिर से बहुत हल्का महसूस कर रहे हों, तब आप लड़खड़ा सकते हैं, गिर सकते हैं, या किसी चीज़ से टकरा सकते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 2:

अपनी सांस को रोकना

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  1. अपनी सांस को रोकने से, मस्तिष्क में ऑक्सिजन की कमी होती है। आपका शरीर ऑक्सिजन के नियमित प्रवाह का आदी होता है; वास्तव में, आपको जिंदा रहने के लिए लगातार ऑक्सिजन युक्त सांस लेने की जरूरत होती है। अगर आप अपनी सांस रोकते हैं, तो आप अपने में ऑक्सिजन की कमी पैदा करते हैं, और आपका मस्तिष्क जल्दी ही "संकट मोड (crisis mode)" में उतर जाता है। अगर आप अपनी सांस तब तक रोकते हैं जब आप असहज महसूस करने लग जाएँ —चाहे कुछ सेकंड के लिए ही सही —तो आप सिर से हल्का महसूस कर सकते हैं।
  2. अपनी सांस को ज्यादा समय तक ना रोकें, अन्यथा आप बेहोश हो सकते हैं। आप जो भी करें, आप अपने में ऑक्सिजन की इतनी कमी ना आने दें जिसे आप मैन्युली ठीक ना कर सकें। यहाँ आप अपने जीवन से खेल रहे हैं। अपनी सांस तभी रोकें जब आप एक छण की सूचना पर वापस सांस लेना प्रारम्भ कर सकें। इसका मतलब है:
    • अपने सिर को किसी एयरटाइट कंटेनर, जैसे कोई बैग, या प्लास्टिक रैप, के अंदर सील ना करें। अपनी नाक और मुंह को, एक ही समय पर, कभी भी एकसाथ अवश्य बंद ना करें। आपको घुटन होने की बहुत संभावना होती है।
    • पानी की सतह के नीचे अपने सिर को हल्का करने की कोशिश ना करें। अगर आप पानी के अंदर बेहोश हो जाते हैं, तो आप अपने को सतह तक नहीं ला पाएंगे; और आप डूब सकते हैं।
    • अपने सिर को हल्का करने की कोशिश तब कभी ना करें, जब आप कोई ऐसा कार्य कर रहे हों, जिसमे आपके पूरे ध्यान की आवश्यकता है। ऐसा बाइक या कार चलाते समय मत करें। ऐसा किसी ऊंचे स्थान पर किनारे खड़े हुए ना करें। आप टकरा सकते हैं, आप गिर सकते हैं।
  3. तारों को देखना और चक्कर आना, महसूस करने की तैयारी करें: आपकी आँखों के आगे अंधेरा छा सकता है, और आपका मस्तिष्क कुछ समय के लिए खाली महसूस कर सकता है। संवेदना बहुत प्रभावी हो सकती है और आप बेहोश भी हो सकते हैं। जब तक आपका सिर ठीक महसूस ना करे, तब तक ना चलें। सुनिश्चित करें की आप सांस लेने या ना लेने के प्रति हमेशा नियंत्रण में हों – अन्यथा आप मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं या मर भी सकते हैं।

टिप्स

  • आप जितनी जल्दी और गहरी सांस लेंगे, उतने ही आपको चक्कर (dizzier) महसूस होंगे।
  • एक अन्य तरीका है गोलाई में जल्दी जल्दी घूमना जबतक आपको चक्कर ना आने लग जाएँ। ध्यान रखें की यदि आप ज्यादा घूमते हैं, तो आपको उल्टी हो सकती है।
  • सुनिश्चित करें की आप किसी कोमल सतह, जैसे बिस्तर, काउच, या कार्पेट के निकट हों। अगर आप बेहोश होते हैं, तो आप किसी ठोस सतह पर गिरकर, अपने को चोट नहीं लगने देना चाहेंगे।

चेतावनी

  • अपने मस्तिष्क में ऑक्सिजन की कमी से आप अपने मस्तिष्क की कोशिकाओं को खत्म कर सकते हैं। अगर आपका मस्तिष्क कुछ मिनट से अधिक तक बिना ऑक्सिजन के रहता है, तो आप मर सकते हैं। इन जोखिमों के बारे में सचेत रहें, और अपने शरीर को कुछ सस्ते आनंद के लिए, खतरे में ना डालें। [२]

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