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कटाई-छँटाई से अापके पेड़ मजबूत बने रहते हैं तथा साफ और सुंदर भी दिखाई देते हैं। एक काट-छाँट से पेड़ की क्षतिग्रस्त या फिर खराब शाखायें हट जाती हैं और इससे पेड़ का नया विकास होता है। इससे पेड़ को एक विशिष्ट आकार प्राप्त होता है और इसकी आकर्षता भी बनी रहती है। परंतु यह ध्यान रखना जरुरी है कि काट-छाँट करते समय विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है अन्यथा आपके प्यारे को नुकसान भी पहुँच सकता है। इस लेख से आप कटाई-छँटाई की सभी आवश्यक जानकारी हासिल कर सकते हैं।
चरण
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पेड़ का आकलन करें: सबसे पहले जिस पेड़ की काट-छाँट करनी है उसका आकलन करें। पेड़ को अच्छी तरह ऊपर से नीचे तक देखें। उसके आकार को समझें और अंदाजा लगायें कि छँटाई करने के बाद यह कैसा दिखाई देगा।
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पेड़ की मुख्य शाखायें पहचानें जिससे इसकी आकृति बनी हुई है, अर्थात् जिस ढांचे पर यह खड़ा है: ऐसी शाखाओं को बिल्कुल न काटें।
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सबसे पहले उन शाखाओं को नष्ट करें जो खराब दिखाई दे रही हैं: ऐसी शाखायें जो आंधी-तूफान या फिर अन्य कारणों से नष्ट हो चुकी हैं या फिर आधी टूट चुकी हैं उन्हें सबसे पहले हटायें क्योंकि यह अभी भी पानी तथा अन्य पोषक तत्व ले रही होती हैं जो कि अन्य तंदरुस्त शाखाओं को मिलने चाहिए।
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पेड़ के उन भागों को काटें जो शाखाओं के साथ जुड़कर मोटे हैं: सबसे पहले उन शाखाओं की काट-छाँट करें जो आपस में उलझी हुई हैं। इनको हटाने से पेड़ के सभी भागों तक हवा और प्रकाश पर्याप्त मात्रा में पहुँचेगा। एक पेड़ के तंदरुस्त रहने के लिए यह अति आवश्यक है कि सभी शाखाओं तक हवा का प्रवाह बना रहे। जो शाखायें आपस में उलझी हुई होती हैं वो फंगस आदि को बढ़ावा देती हैं और इससे छोटे कीड़े-मकोड़े आकर्षित होते हैं। ये कीड़े पेड़ को नुकसान भी पहुँचाते हैं।
- पेड़ के मध्य भाग की तरफ पनप रही अवांछित शाखाओं का पता लगायें। ये झुंड बनाती हैं और अापके पेड़ के विकास को रोकती हैं।
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उन शाखाओं की छँटाई करें जो बाधा उत्पन्न करती हों: वह सभी शाखायें जो आपके लिए बाधा उत्पन्न कर रही हों उन्हें काटना आवश्यक है। ये शाखायें नीचे भी हो सकती हैं जो आपके आने-जाने का रास्ता रोकती हों या फिर ऊपर की वो शाखायें जो आपके टेलिफोन या बिजली की तारों में अटकती हों या फिर आपकी दीवारों को छू रही हों या फिर आपके घर के ऊपर लटक रही हों। उन सभी शाखाओं की छँटाई आवश्यक है जो किसी भी प्रकार की रुकावट या परेशानी पैदा करती हों।
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अपने पेड़ को सुंदर आकार देने के लिए शाखाओं की छँटाई करें: अगर आप चाहते हैं कि आपका पेड़ साफ, सुंदर और गोल दिखाई दे तो कुछ शाखाओं की काट-छाँट करें जो विपरीत कोण पर स्थित हों। हल्की-फुल्की छँटाई आपके पेड़ को एक आकर्षक रूप प्रदान करने में सहायक होगी।
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जितनी आवश्यक हो उतनी ही काट-छाँट करें: पेड़ पर लगा प्रत्येक कट उसकी सुरक्षा और सुदंरता को प्रभावित कर सकता है। कटे हुए भाग पर फंगस उत्पन्न हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप छोटे कीड़े-मकोड़े पेड़ पर अपना घर बना सकते हैं। ये बाद में आपके पेड़ को नुकसान भी पहुँचा सकते हैं। इसलिए केवल उतनी ही काट-छाँट करें जितनी आवश्यक हो। 25 प्रतिशत से अधिक शाखाओं को एक बार में कभी भी न काटें।
- अधिक पतझड़ वाले पेड़ों की छँटाई करते समय यह ध्यान रखना जरुरी है कि कम-से-कम पेड़ की 2/3 जीवित शाखायें पेड़ पर अवश्य रहें। हालांकि यह पेड़ की प्रजाति के अनुरुप भिन्न-भिन्न हो सकती हैं। यहाँ पर यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि पेड़ के तने का होना ही काफी नहीं है। पेड़ के विकास में तने की अपनी भूमिका है और शाखाओं की अपनी। इसलिए कटाई-छँटाई करते समय इन सभी बातों पर ध्यान देना अति आवश्यक है। [१] X रिसर्च सोर्स पेड़ की सभी शाखाओं को हटाना कभी भी आपके प्यारे की सेहत के लिए अच्छा नहीं होगा।
- प्रत्येक मौसम में एक से अधिक बार बहुत ज्यादा काट-छाँट न करें। तूफान या फिर तेज आंधी आपके पेड़ की शाखाओं को तोड़ सकती है, परंतु आप खुद से पेड़ की शाखाओं को न काटें क्योंकि पेड़ों को इस नुकसान से उबरने में समय लग सकता है।
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शांत अथवा निष्क्रिय (dormant) मौसम में अपने औजारों को बाहर निकालें: पतझड़ के अंत में या फिर सर्दियों की शुरुआत में अपने पेड़ों की छँटाई करने से आपके पेड़ों पर कम दबाब पड़ता है क्योंकि इससे इनके सैप (पौधों का रस) का कम नुकसान होता है। साल के इस समय कटाई-छँटाई करने से एक फायदा यह भी होता है कि आपके पेड़ के कटे हुए भाग फंगस आदि से प्रभावित नहीं होते हैं।
- आपके पेड़ों की कब छँटाई करनी है यह जानने के लिए बेहतर समय है जब पतझड़ के दौरान पेड़ों के पत्ते गिर जायें। यह संकेत है कि अगले वसंत के आगमन तक पेड़ निष्क्रिय है और आप आवश्यकतानुसार काट-छाँट कर सकते हैं।
- वर्ष के दूसरे भाग में यदि तूफान या अांधी से आपके पेड़ों की शाखायें टूट जाती हैं तो बेहतर है कि आप उसी समय ध्यान दें और जरुरत के अनुसार कटाई-छँटाई करें। सर्दियों का इंतजार करना आपके पेड़ की सेहत के लिए अच्छा नहीं होगा।
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शाखा के नीचे एक छोटा कट लगायें: यह शुरुआती कट छोटा ही होना चाहिए और पूरी शाखा तक नहीं बढ़ना चाहिए। यह आपकी शाखा को तने से टूटने से बचाने के लिए है क्योेंकि जब आपकी शाखा का वजन बढ़ जायेगा तो इसके तने से टूटने की संभावना बनी रहेगी।
- यह कट शाखा की उस ओर लगाया जाना चाहिए जिसे हम स्टेम कॉलर भी कहते हैं। यह छाल का वो छोटा सा उभरा भाग होता है जिससे यह शाखा निकलती है। शाखा के कॉलर को सुरक्षित रखने के लिए ध्यान रखें कि तने के साथ लगी कपोल न कटे।
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तने से काफी दूर से शाखा को काटें: आपके द्वारा लगाया जाने वाला दूसरा कट पहले कट से बाहर की तरफ होना चाहिए। अब इस हिस्से को तोड़ दें या फिर हटा दें। इसके उपरान्त एक डंठल जिसे हम ठूंठ (stub) भी कहते हैं बचेगा। [२] X रिसर्च सोर्स
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इस ठूंठ को हटाने के लिए सफाई से एक कट लगायें: अब आप स्टेम कॉलर के ठीक दायीं ओर एक कट लगायें। यह आपके पेड़ को बहुत तेजी से और स्वस्थ तरीके से उबरने का मौका देगा।
- ध्यान रखें कि आप मुख्य अर्थात् ब्रांच कॉलर को नहीं काट रहे हैं। यह सुरक्षित बने रहना चाहिए।
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अपने कटाई करने वाले औजार को साफ करें: यदि आप अपने पेड़ के अस्वस्थ या रोग प्रभावित भाग को नहीं काट रहें है तो यह बिल्कुल भी आवश्यक नहीं है कि आप प्रत्येक काट-छाँट के बाद अपने औजार को कीटाणुरहित करें [३] X रिसर्च सोर्स , परंतु फिर भी बेहतर होगा कि अपने औजार को सुरक्षित बनाये रखने के लिए इसे अल्कोहल या फिर किसी अन्य सफाई करने वाले क्लीनर से [४] X रिसर्च सोर्स प्रत्येक काट-छाँट के बाद साफ करें। जब आप अपने पेड़ की काट-छाँट पूरी कर लें तथा किसी अन्य पेड़ की काट-छाँट शुरु करने वाले हों तो अपने औजार के ब्लेड को किसी अच्छे कीटाणुनाशक में डुबोयें या फिर इस केमिकल में डूबे हुये कपड़े से साफ करें। कभी-कभी कीटाणु या फिर बीमारियाँ इन्हीं औजारों के द्वारा एक पेड़ से दूसरे स्वस्थ पेड़ को लग जाती हैं।
सलाह
- मृत या फिर खराब लकड़ी को किसी भी समय हटाया जा सकता है।
- अपने आस-पास की परिस्तिथियों तथा भौगोलिक जानकारी के अनुसार ही अपने पेड़ों की काट-छाँट करें। बेहतर होगा कि अपने क्षेत्र में स्थित कृषि वैज्ञानिक या फिर कृषि केंद्र से सलाह लें। वे आपको बेहतर बता पायेंगे कि आपके पेड़ों की काट-छाँट के लिए कौन-सा समय उपर्युक्त होगा।
- छोटी शाखाओं के लिए कैंची का उपयोग करें। मध्यम अाकार वाली शाखाओं (1"+ व्यास) के लिए छाल निकालने वाली कैंची (निहाई या फिर बाईपास) का प्रयोग करें। इससे बड़ी शाखाओं के लिए पेड़ काटने वाली आरी का इस्तेमाल करें। कभी भी झाड़ियां काटने वाली कैंची का प्रयोग न करें।
- एक बड़े बर्तन में, जिसमें आसानी से आपके औजार को डुबोया जा सके, कुछ मात्रा आइसोप्रोपाइल अल्कोहल (isopropyl alcohol) या फिर किसी अच्छे कीटाणुनाशक लिक्विड की लें। [४] X रिसर्च सोर्स काट-छाँट के दौरान आसानी से एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर बीमारी लग सकती है इसलिए अपने औजार को कीटाणुरहित बनाना आपको इन परेशानियों से बचा सकता है। एेसा करना खासकर उन जगहों पर महत्वपूर्ण हो सकता है जहाँ पेड़ों की संख्या बहुत अधिक अर्थात् घनी आबादी हो।
चेतावनी
- हमेशा सुरक्षित तरीके से काट-छाँट करें। बेहतर होगा कि आप पूरी बाजू की कमीज पहनें तथा हाथों में दस्ताने पहनें। अपनी आँखों को नुकसान से बचाने के लिए चश्मे का प्रयोग करें।
- छाया देने वाले पेड़ों के ऊपरी भाग की कटाई करने से बचें। पेड़ के ऊपरी भाग को काटने का अर्थ है कि आप इसे इसकी ऊंचाई के लिए काट रहे हैं जबकि छाया देने वाले अधिकांश पेड़ ऊंचे तथा लंबे ही होते हैं। ऊपरी भाग के काटने का इसकी शाखाओं, इसकी बनावट तथा इसकी पूरी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कभी भी एक लंबे पेड़ की ऊंचाई को नियंत्रित करने के लिए इसके ऊपरी भाग को न काटें। बल्कि इसके लिए एक दूसरा पेड़ उगाना बेहतर होगा।
- शंकुधारी (conifers) आकृति वाले पेड़ों की ध्यानपूर्वक काट-छाँट करें वो भी तब जब ये हेजिंग (hedging) पौधों की तरह उपयोग किये जा रहे हों। यदि आप इन पेड़ों की कटाई करेंगे तो हरे तने से आपको कांटे निकलते हुए ही प्रतीत होंगे। अतः यदि ये शंकुधारी हेजिंग की तरह प्रयोग हो रहे हैं और आप इनकी छँटाई तब तक कर रहे हैं जब तक कि आपको हरा तना दिखाई न दे, ये इसी तरह प्रतीत होंगे।
चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- हाथ से प्रयोग होने वाले औजार (छोटी एवं पतली शाखाओं के लिए)
- करतनी (Loppers)
- हाथ की छोटी आरी (Hand saw)
- पोल सॉ (मजबूती से शाखाओं तक पहुँचने के लिए)
- सीढ़ी