आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

हालांकि नए मॉडेल की कारों में वायरिंग को छुपा कर और स्टीयरिंग कॉलम में सुरक्षा फ़ीचर्स को डाल कर, हॉट-वायर करने की संभावनाओं को कम करने का बहुत प्रयास किया गया है, मगर 1995 तक के पुराने मॉडेल्स में हॉट-वायर करना काफ़ी आसान था। यह जानना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि अगर कभी आपकी चाभी खो जाये, तब भी आप अपनी कार को स्टार्ट कर सकें। जब भी आप तारों के साथ छेड़छाड़ करें, तब अधिकतम सावधानी बरतिएगा। हमेशा कलर कोडिंग तथा अपने मॉडेल से संबन्धित वायर्स की जानकारी के लिए, ओनर्स मैनुअल का संदर्भ लीजिये। इस लेख को पढ़ने से आप यह जान सकेंगे कि स्टीयरिंग कॉलम में हॉट-वायर करने की शुरुआत कहाँ से की जाये और उसके अलावा हॉट-वायर करने के अन्य क्या तरीके हो सकते हैं।

विधि 1
विधि 1 का 3:

स्टीयरिंग कॉलम को हॉट-वायर करना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. जब तक कि कार आपकी न हो और ये साबित करने के लिए आपके पास उचित दस्तावेज़ न हों, कार में ताला तोड़ कर मत घुसिए। यह ध्यान रखिएगा कि अगर कार में अलार्म होगा, तो ज़बरदस्ती घुसने पर उसमें अलार्म बजना शुरू हो जाएगा।
    • ये तरीका, और सच पूछिये तो अधिकांश तरीके केवल उन्हीं कारों में काम करेंगे जो 90 के दशक के मध्य से पहले की होंगी। नए मॉडेल्स में अनेक तरह के लॉकिंग मेकेनिज़्म होते हैं, ताकि आप उसे तब तक हॉट वायर न कर सकें, जब तक कि आप उस विशेष मॉडेल की सभी बारीकियों से बख़ूबी परिचित न हों। अगर आप इस तरीके से 2002 की होंडा सिविक में कोशिश करेंगे, तब संभव है कि अलार्म बजने लगे और स्टार्टर लॉक हो जाये, जिसके कारण उसे कोई भी न चला सके।
    • अगर आप ओनर्स मैनुअल तक पहुँच सकें, तब यह सुनिश्चित करने के लिए उसे देखिये कि स्टीयरिंग कॉलम तथा गियर सेलक्टर को ओवरराइड किया जा सकता है अथवा नहीं। इस तरीके से शिफ्टिंग मेकेनिज़्म और स्टीयरिंग कॉलम को गंभीर क्षति पहुँच सकती है।
  2. इसको आम तौर पर छुपे हुए क्लिप्स से, या #2 फ़िलिप्स-टाइप स्क्रूज़ से अपनी जगह पर रखा जाता है। इनको हटाइए और एक्सेस (access) पैनल को खींच कर निकाल दीजिये। [१]
    • इसकी जगह पर, कुछ काफ़ी पुराने मॉडेल्स में आप, की-होल (keyhole) में फ़्लैटहेड स्क्रूड्राइवर डाल कर और उसे ठोंक कर और फिर उसे घुमा कर भी, इग्नीशन के लॉकिंग पिन्स को तोड़ सकते हैं। इसको हाथ से कर पाना – असंभव नहीं – तो कम से कम बहुत कठिन तो है ही, परंतु अगर आपको लगता है कि मॉडेल इतना पुराना है कि इसको किया जा सकता है, तब कर के देख सकते हैं।
  3. जब आप स्टीयरिंग कॉलम के पैनल को हटाएँगे, तब आपको इलेक्ट्रिकल तारों के कई समूह दिखाई पड़ेंगे। उससे परेशान मत हो जाइएगा, बस तारों के सही समूह को पहचान लीजिये। आम तौर पर तारों के तीन समूह वहाँ पर दिखाई पड़ेंगे:
    • एक ओर वे वायर होंगे जो कॉलम पर माउंट हुये एक साइड के कंट्रोल्स के लिए होंगे जैसे कि लाइट्स, क्रूज कंट्रोल, या अन्य इंडिकेटर;
    • वे वायर्स जो कॉलम के दूसरी ओर के कंट्रोल्स के लिए होंगे जैसे कि वाइपर्स या सीट वार्मर्स (warmers);
    • वे वायर्स जो बैटरी, इग्नीशन, स्टार्टर से सीधे स्टीयरिंग कॉलम के ऊपर तक जाएँगे।
  4. बैटरी, इग्नीशन, स्टार्टर वाले तारों के समूह को एक ओर निकाल लीजिये: इनमें से एक इग्नीशन स्विच के लिए प्राइमरी पावर सप्लाई के लिए होगा, दूसरा इग्नीशन वायर्स होंगे, और इसके अलावा एक स्टार्टर के लिए होगा। इनके रंग, हर निर्माता अपने अनुसार तय करता है। सभी संभावनाओं के बारे में भली भांति जानने के लिए ओनर्स मैनुअल पढ़िया या ऑनलाइन इनके बारे में जानकारी इकट्ठा कर लीजिये। [२]
    • कभी-कभी इग्नीशन वायर्स भूरे होते हैं, और स्टार्टर वायर पीले होते हैं, मगर बैटरी वायर अक्सर लाल ही होते हैं। मगर इसके बारे में यकीन से जानकारी पाने के लिए आपको ओनर्स मैनुअल पढ़ ही लेनी चाहिए। आप शक्तिमान तो हैं नहीं, इसलिए अगर आपने ग़लत तारों से छेड़छाड़ की तो आप बिजली का झटका भी पा सकते हैं।
  5. बैटरी वायर्स से लगभग 1 inch (2.5 cm) इंसुलेशन हटा दीजिये और उनको एक साथ उमेठ दीजिये: अगर उपलब्ध हो, तब उनके ऊपर इलेक्ट्रीशियन टेप लगा दीजिये, और उनको गाड़ी के धातु वाले किसी भी भाग से शॉर्ट मत होने दीजिये। इनको कनेक्ट करने से इग्नीशन कम्पोनेंट के लिए इलेक्ट्रीसिटी मिलेगी, ताकि स्टार्टर को घुमाने से इंजन चल पड़ेगा।
  6. इस पॉइंट पर आपको डैशलाइट्स और दूसरे इलेक्ट्रिकल कम्पोनेंट्स चालू होते हुये दिखने चाहिए। अगर आप सिर्फ रेडियो सुनना चाहते हैं, तब आपका काम हो गया है, और आप रेडियो सुन सकते हैं। अगर आप कार को स्टार्ट करना चाहते हैं, तब आपको स्टार्टर वायर को स्पार्क करना होगा, जो कि ख़तरनाक हो सकता है। [३]
  7. बहुत सावधानीपूर्वक, स्टार्टर वायर को लगभग 1 2 inch (1.3 cm) स्ट्रिप कर दीजिये: यह लाइव होगा, इसलिए आपको बहुत सावधान रहना होगा और खुले हुये तारों पर मज़बूत पकड़ बनाए रखनी होगी। इसके सिरे को कनेक्ट किए हुये बैटरी के वायर्स से छुआ दीजिये। इसको उमेठने की कोशिश मत करिए, कार को स्टार्ट करने के लिए, इससे केवल बैटरी वायर्स को स्पार्क करिए।
  8. अगर आपकी कार स्टार्ट हो जाये, तब उसे कई बार रेव करिए ताकि वह स्टॉल न हो जाये और आपको ये सब प्रक्रिया फिर से दोहरानी न पड़े।
    • जब एक बार इंजन स्टार्ट हो जाये, तब आप स्टार्टर वायर अलग हटा सकते हैं और आगे बढ़ना ज़ारी रख सकते हैं। जब आप इंजन बंद करना चाहें, तब बैटरी वायर्स को इग्नीशन वायर्स से अलग कर दीजिये और कार का इंजन बंद हो जाएगा। [४]
  9. आपकी कार स्टार्ट हो गई है, और आप अपने इंजन को पंप करके कार को चला कर आगे ले जाने के लिए तैयार हैं, सही? ग़लत। हालांकि आपकी कार का इंजन चल पड़ा है, मगर इस पॉइंट पर भी स्टीयरिंग कॉलम लॉक्ड है, जिसका मतलब यह हुआ कि अगर आप कार को स्टीयर (steer) करना चाहते हैं, तब आप नहीं कर सकते हैं, बशर्ते कि आप सीधे चोटी से छलांग वगैरह न लगाना चाहते हों। [५]
    • कुछ मॉडेल्स में आपको कुछ खास नहीं करना होगा, केवल धातु के की होल को बाहर निकाल लेना होगा और इससे उसके पीछे वाली स्प्रिंग ढीली हो जाएगी और ताला खुल जाएगा। चूंकि आपकी गाड़ी 70 या 80 के दशक के मध्य के बीच की है और आपने पहले ही उसमें स्क्रूड्राइवर घुसा कर जैम करने की कोशिश की है, तब आप शायद उस ताले को पहले ही तोड़ चुके हैं।
    • कुछ मॉडेल्स में ग्रीज़ लगाने से भी काम चल सकता है। स्टीयरिंग व्हील को किसी भी एक तरफ़ ऐसे घुमाइए जैसे कि आप गाड़ी को मोड़ने की कोशिश कर रहे हों। व्हील को फ़िक्स करने के लिए लीवरेज पाने हेतु, आप हथौड़े का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको उसके टूटने की आवाज़ सुनाई पड़ेगी और आपकी व्हील फ़्री हो जाएगी, ताकि आप सामान्य रूप से गाड़ी चला सकें।
विधि 2
विधि 2 का 3:

लॉक पिन्स को ड्रिल करना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. इस तरीके में आपका उद्देश्य लॉक पिन्स को तोड़ना है जिससे कि आप चाभी का इस्तेमाल किए बिना स्क्रूड्राइवर का इस्तेमाल करके कार को मोड़ सकेंगे। ऐसा आम तौर पर उन कारों के लिए किया जाता है, जिनकी चाभियाँ खो गई होती हैं। [६]
  2. प्रत्येक लॉक पिन में दो सेक्शन्स होते हैं जिसके बाद एक स्प्रिंग होती है, इसलिए उसे एक से अधिक बार ड्रिल करिए। प्रत्येक बार ड्रिल करने के बाद ड्रिल निकाल लीजिये ताकि लॉक के हिस्सों को अपनी-अपनी जगह पर बैठने का समय मिल सके। [७]
  3. स्क्रूड्राइवर को उसी तरह से लगाइए जैसे आप अपनी चाभी लगाते: उसे बहुत अंदर तक ले जाने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि पिन्स तो पहले ही टूट चुके हैं। इसका इस्तेमाल वैसे ही करिए, जैसे आप अपनी चाभी का इस्तेमाल करते, और इंजन को चालू करने के लिए, इसे क्लॉकवाइज़ डाइरेक्शन में लगभग चौथाई घुमाइए। [८]
    • चेतावनी: इस तरीके से आपका की-स्विच नष्ट हो जाएगा और कोई भी, स्क्रूड्राइवर से या अपने मज़बूत नाखूनों से आपकी कार चुरा सकता है।
विधि 3
विधि 3 का 3:

डैश को पावर करना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. प्लग तथा कॉइल वायर्स, दोनों ही, लगभग प्रत्येक वी8 इंजन में पीछे की ओर स्थित होते हैं। चार-सिलिन्डर इंजन्स में ये इंजन के बीच में दाईं ओर स्थित होते हैं। छह सिलिन्डर इंजनों में इसके विपरीत: इंजन के बीच में बाईं ओर स्थित होते हैं।
  2. जंप केबल के एक सिरे को पॉज़िटिव बैटरी टर्मिनल से जोड़िए और दूसरे सिरे को या तो कॉइल के पॉज़िटिव साइड से जोड़िए या कॉइल की ओर जाने वाले लाल वायर से जोड़िए। इससे डैशबोर्ड को पावर मिलेगी, जो कि इंजन स्टार्ट करने के लिए आपको अवश्य ही चाहिए होगी।
  3. फ़ोर्ड कारों में यह फेंडर वेल (fender well) के दाईं ओर बैटरी के निकट होता है। जीएम कारों में यह स्टीयरिंग व्हील के नीचे स्टार्टर पर होता है।
  4. स्टीयरिंग कॉलम के टॉप सेंटर में एक फ़्लैट-बेड स्क्रूड्राइवर को रखिए, और व्हील तथा कॉलम की बीच में दबाइये। आप चाहते हैं कि लॉकिंग पिन को व्हील से दूर हटा दें।चिंता मत करिए, यहाँ पर आप थोड़ी ज़बर्दस्ती भी कर सकते हैं।
    • न तो लॉकिंग पिन टूटेगा और न ही कोई अलार्म बजेगा तथा आपको उसके नीचे सोलेनोइड मिल जाना चाहिए।
  5. सोलेनोइड को बैटरी के पॉज़िटिव टर्मिनल से कनेक्ट करिए: आपको सोलेनोइड के टॉप पर एक छोटा वायर और नीचे एक पॉज़िटिव बैटरी केबल दिखेगा। सोलेनोइड से इग्नीशन स्विच वायर को निकाल दीजिये और इन्सुलेट किए हुये स्क्रूड्राइवर का इस्तेमाल करके, सोलेनोइड के पॉज़िटिव पोस्ट को जिस जगह पर इग्नीशन स्विच कनेक्ट होता है, वहाँ पर टर्मिनल से शॉर्ट करिए।
    • ऐसा करने से बैटरी से सीधे 12 वोल्ट्स अप्लाई होंगे। इससे सोलेनोइड को एक्टिवेट हो जाना चाहिए, और स्टार्टर को कार को चालू कर देना चाहिए।

सलाह

  • अगर आप कार को हॉट-वायर करेंगे, तब आप उसको काफ़ी नुकसान पहुंचाने का जोखिम उठाएंगे।
  • जिन गाड़ियों में इग्नीशन स्विच में कंप्यूटर चिप होता है, उनको हॉट-वायर नहीं किया जा सकता, क्योंकि चिप ही इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल मॉड्यूल को काम करने के लिए सक्षम करता है, और उसके बिना कार नहीं ही चलेगी।
  • अधिकांश कारों में ग़लत तरीके से हॉट-वायर करने के फलस्वरूप अलार्म बजने लगता है।
  • इस जानकारी का इस्तेमाल पूरी ज़िम्मेदारी से करिए।
  • जब आप इंजन चलाने का काम पूरा कर चुकें, तब कभी भी इग्नीशन वायर्स को उमेठा हुआ मत छोड़िएगा। इससे गाड़ी का इग्नीशन सिस्टम जल सकता है, और अगर कम से कम नुकसान भी हुआ तब वो यह होगा, कि आपकी बैटरी पूरी डिस्चार्ज हो जाएगी।

चेतावनी

  • इंसुलेशन वाले दस्ताने पहनिए।
  • अगर ड्राइव करते समय इग्नीशन वायर्स अलग हों जाएँगे, तब कार तुरंत बंद हों जाएगी, और आप अपने आपको बिना पावर, स्टीयरिंग या ब्रेक्स के पाएंगे।
  • इसको कार की चोरी करने जैसी, अवैध गतिविधियों के लिए मत इस्तेमाल करिए।

संबंधित लेखों

चेसिस तथा इंजन नंबर खोजें
मोटरसाइकल चलाएं (नौसिखिये)
चेक इंजन लाइट को रीसेट करें (Check Engine Light ko reset karne ka tarika)
अपनी कार के एयर कंडीशन के नहीं काम करने की वजह पता करें
कार की ख़त्म हुई बैटरी को चार्ज करें (Car Ki Dead Battery Ko Kaise Charge Kare)
कार से स्क्रैच निकालें (Remove scratches from car)
गियर रेशियो (ratio) पता करें
हेडलाइट क्लीनर से धुंधली पड़ चुकी हेडलाइट साफ़ करें
कार चलाएं (Drive a Car)
रेडिएटर (radiator) को फ्लश करें
कार का टायर बदलें (Change a Tire)
लीक (leak) करने वाले रेडिएटर को सील (seal) करें
स्प्रे पेंट से कार पेंट करें (Paint a Car with a Spray Can)
कार पर लगे स्प्रे पेंट के दाग को निकालें (Get Spray Paint off a Car)

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १,८११ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?