आप ताज़ा लहसुन को किसी भी तरह से रखें, पर कुछ समय बाद वह या तो सूख जायेगा या फिर सड़ जायेगा | लहसुन का अचार डालने से आप उसे लम्बे समय तक सुरक्षित रख कर इस्तेमाल कर सकते हैं | लहसुन के अचार का एक अपना अलग ही जायका होता है, जो ताज़ा लहसुन से थोड़ा सा अलग होता है, पर मूल जायकें, दोनों के एक ही होते हैं | चाहे आप लहसुन खाने के बेहद शौकीन हैं, या फिर बस लहसुन को लम्बे समय तक सुरक्षित रखना चाहते हैं, आप इस लेख को पढ़ कर आसानी से लहसुन का अचार डाल सकते हैं |
सामग्री
मूल खाद्य सामग्री
- 450 सूखा लहसुन
- 1 1/4 कप वाइट वाइन सिरका या एप्पल सिदर सिरका (आप सामान्य सिरका भी ले सकते हैं)
- 3/4 कप पानी
- 1 बड़ी चम्मच मोटे दानों वाला नमक (कोशर नमक) या अचार के लिए इस्तेमाल होने वाला नमक (सामान्य नमक से आचार का मिश्रण धुंधला हो जायेगा)
- 4 तीखी मिर्च, जैसे की एलेपिनो या हबनेरो(वैकल्पिक, अगर मिर्च का अचार हो तो और ज्यादा बेहतर है))
- 1/2 नींबू
- 4 मर्तबान या डब्बें ढक्कन सहित (500 मिलीलीटर)
अचार डालने के लिए मसालें
- 2 बड़ी चम्मच राई
- 1 बड़ी चम्मच काली मिर्च के दानें
- 1 बड़ी चम्मच साबुत लौंग
- 1 बड़ी चम्मच कुटा धनिया
- 4 डंडी ताज़ा थाइम के पत्तों की
- 4 तेज़ पत्तें
चरण
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मर्तबानों को आचार डालने के लिए तैयार करें: अचार डालने से पहले आपको यह निश्चित करना होगा कि आपके मर्तबानों में बैक्टीरिया आदि कीटाणु न हों | थोड़े से कीटाणुओं के संपर्क में आने से भी लहसुन का बढ़िया अचार खराब हो सकता है, इसलिए अचार डालने से पहले मर्तबानों को अच्छी तरह से धो कर कीटाणुरहित कर लें | कीटाणुरहित करने के बाद, डब्बों को शेल्फ के ऊपर, रसोई के एक साफ़ कपड़े पर सूखने के लिए छोड़ दें |
- डब्बों और उनके ढक्कनों को साफ़ करने का सबसे आसान तरीका है, उन्हें एक डिशवाशर में डाल कर "स्टर्लायिज़" सेटिंग पर धोने के लिए छोड़ देना | अगर आप के पास एक डिशवाशर नहीं है या फिर उसमे "स्टर्लायिज़" की सेटिंग नहीं है, तो आप मर्तबानों और उनके ढक्कनों को 10 मिनट के लिए उबलते हुए पानी में छोड़ दें, जिससे कि वे कीटाणुरहित हो जायें |
- मर्तबानों को धो कर साफ़ और कीटाणुरहित करने के बाद, उन्हें इस्तेमाल करने के लिए, आप एक साफ तोंग (एक तरह का चिमटा) या मर्तबानों को पकड़ने के लिए एक ख़ास कैनिंग तोंग का इस्तेमाल करें | मर्तबान या उनके ढक्कन हमारी त्वचा के संपर्क में नहीं आने चाहियें, नहीं तो उनमे बैक्टीरिया जा सकते हैं |
- लहसुन का अचार डालने के लिए, जैम या जैली के पुराने डब्बों को इस्तेमाल न करें, क्योंकि ये अचार को लम्बे समय के लिए सुरक्षित रखने के लिए उपयुक्त नहीं हैं | इनकी जगह मर्तबानों का इस्तेमाल करें । अगर आप जैम आदि के पुराने डब्बों का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो लहसुन के अचार को हमेशा फ्रिज में ही रखें और अचार को 3 महीनों के अन्दर खत्म कर लें |
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एक साफ़ केन्नर (मर्तबान को सील करने के लिए) या गहरे बर्तन को कम आंच पर चूल्हे पर रख दें: जब तक यह गर्म हो रहा है, आप लहसुन और अचारी मिश्रण को तैयार कर सकते हैं |
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लहसुन को छीलें: जब आप भारी मात्रा में लहसुन का अचार डाल रहे हों, तो करीब आधा किलो लहसुन को छीलना एक बेहद थका देने वाला काम होता है | आप चाहेंगे कि लहसुन आसानी से छिल जाये, तो ढेर सारे लहसुन को जल्दी से छीलने के दो आसान तरीकें हैं:
- लहसुन को हिलायें | लहसुन की गांठों को तोड़ कर उनकी कलियों को एक धातु की कटोरी में डाल दें | इस कटोरी के ऊपर एक और इसी तरह की कटोरी उलटी रख दें | फिर इन दोनों कटोरियों को एक साथ अपने दोनों हाथों से अच्छी तरह से पकड़ें और इन्हें करीब 30 सेकंड तक तेज़ी से हिलायें | अब लहसुन की कलियाँ पूरी तरह से छिल गयी होंगी !
- लहसुन को ब्लांच करें | ब्लांच करने का मतलब है कि खाद्य पदार्थ को कम समय के लिए उबाल कर तुरंत ठंडा कर देना | तो लहसुन की गांठों को तोड़ कर उन्हें उबलते हुए पानी में करीब 30 सेकंड के लिए डाल दें | फिर उन्हें गर्म पानी में से निकाल कर ठन्डे पानी में डाल दें, ताकि वे पकना बंद हो जायें | लहसुन की कलियों को पानी में ही छील लें | ब्लांच करने के बाद छिलकें आसानी से उतर जायेंगे |
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अचार के लिए ब्रायिन तैयार करें: पानी, सिरके और नमक को एक पतीले में अच्छी तरह से मिलायें और उसमे एक हल्का सा उबाल आने दें | यह निश्चित कर लें इस तरल मिश्रण में नमक अच्छी तरह से घुल जाये |
- ब्रायिन तैयार करने के लिए आप स्टेनलेस स्टील, टेफ़लोन (नॉन-स्टिक), चीनी मिट्टी या कांच का पतीला या बर्तन ले सकते हैं | तांबे का बर्तन न इस्तेमाल करें; अगर ब्रायिन में ज्यादा तांबा मिल जायेगा, तो लहसुन का रंग हरा या नीला हो जायेगा |
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हर मर्तबान या डब्बे में मसालें और जड़ी-बूटियाँ डालें: चार 500 मिलीलीटर के मर्तबानों में करीब 500 ग्राम लहसुन आराम से आ जायेगा | इन चार मर्तबानों में से हर मर्तबान में, 1/4 मसालें, एक थायम की डंडी और एक तेज़ पत्ता डालें |
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मर्तबानों में समान मात्रा में लहसुन की कलियाँ डालें: इस बात का ख्याल रखें कि आप मर्तबानों में बहुत ज्यादा लहसुन न भर दें-लहसुन की सभी कलियाँ अचार के मिश्रण में अच्छी तरह से डूब जानी चाहियें |
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हर मर्तबान में इतना अचारी मिश्रण डालें कि वह लहसुन की कलियों को पूरी तरह से ढक दे, फिर हर मर्तबान में नींबू का एक टुकड़ा डालें, ताकि लहसुन अचारी मिश्रण के अन्दर ही रहे: [१] X रिसर्च सोर्स मर्तबानों को ऊपर से अच्छी तरह से साफ़ कर दें, ताकि उन पर लगे अचार के निशान या धब्बें हट जायें | ढक्कन को अच्छी तरह से बंद कर दें, पर बहुत ज्यादा कस के भी नहीं | मर्तबानों को गर्म कर के ठंडा करने की प्रक्रिया से वे एयरटाइट (जिसमे हवा आ-जा न सके ) सील हो जायेंगे |
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केन्नर को गर्म होने दें: आंच को तेज़ कर दें, ताकि उसमे मौजूद पानी में एक हल्का सा उबाल आ जाये | कैनिंग तोंग का इस्तेमाल कर के मर्तबानों को केन्नर में डालें |
- ज़रुरत हो तो केन्नर में और पानी डालें, ताकि पानी का स्तर मर्तबानों से कम से कम 1 इंच (2.5 सेंटीमीटर) ऊपर हो |
- केन्नर के तल पर एक धातु की ट्रे रखें और उस पर मर्तबानों को रखें | अगर मर्तबानों को सीधे केन्नर में डाल दिया जायेगा, तो वे तेज़ ताप की वज़ह से टूट जायेंगे |
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मर्तबानों को केन्नर में, धीरे-धीरे उबलते हुए पानी में करीब 15 मिनटों के लिए छोड़ दें: इस तरह अचार गर्म करने की प्रक्रिया और फिर ठंडा करने की प्रक्रिया से मर्तबान के ऊपरी सिरे में वेक्क्युम सील बन जायेगी, जिससे कि लहसुन का अचार लम्बे समय तक सुरक्षित रहेगा |
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मर्तबानों को गर्म पानी में से निकाल कर पूरी तरह से ठंडा होने के लिए छोड़ दें: ध्यान रखें कि मर्तबानों को निकालने के दौरान आप उन्हें टेढ़ा न करें | नीचे दिए गये सरल तरीके से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके मर्तबान अच्छी तरह से सील हुए या नहीं:
- पूरी तरह से ठंडा होने के बाद, मर्तबान के ढक्कन के बीच में दबायें, और देखें अगर वह नीचे-ऊपर होता है | अगर वह नीचे-ऊपर होता है, तो इसका मतलब कि वह मर्तबान अच्छी तरह से सील नहीं हुआ है |
- अगर आप के पास काफी सारा अचार है, तो जो मर्तबान अच्छी तरह से सील नहीं हुए हैं, उन्हें सील करने की प्रक्रिया को दोबारा दोहरायें | दोबारा सील करने के लिए नयें ढक्कनों का प्रयोग करें और मर्तबानों को फिर से 15 मिनटों के लिए केन्नर में डाल दें |
सलाह
- अगर अचार में इस्तेमाल होने वाला लहसुन कच्चा हो, या फिर पूरी तरह से सूखा हुआ न हो, तो उससे भी आपका अचार नीले या हरे रंग का हो सकता है | लाल छिलके वाले लहसुन भी अचार डालने के बाद हरे या नीले रंग के हो सकते हैं | तो लहसुन में इस रंग के बदलाव का यह मतलब नहीं है की वह खराब हो गया है, आप उसे तब भी खा सकते हैं |
चेतावनी
- अगर आपने अचार के मर्तबान को सील किया है पर खोलने के दौरान उसमे 'हिस्स' की आवाज़ नहीं आती, तो आप उसमे मौजूद अचार का "इस्तेमाल न करें" | हो सकता है कि आपका मर्तबान अच्छी तरह से सील न हुआ हो, जिसकी वज़ह से, उसमे मौजूद अचार खाने से आप को बैक्टीरिया आदि का संक्रमण भी हो सकता है |