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सिस्ट वाले मुहाँसे काफी परेशान करने वाले और दर्दभरे होते हैं, लेकिन उनका इलाज किया जा सकता है। ज़्यादातर सिस्ट वाले मुहाँसे रातों-रात नहीं खत्म हो जाते, लेकिन आप इन्हें हफ्ते भर के अंदर खत्म करने के लिए कुछ कदम जरूर उठा सकते हैं। आपके डर्मेटालॉजिस्ट आपको कुछ ऐसी क्रीम्स, पिल्स (गोलियां) और प्रोसीजर रिकमेंड कर सकते हैं, जिनसे एकदम फौरन असर हो सकता है। एक अच्छा डेली स्किनकेयर रूटीन और हैल्दी प्रैक्टिस भी शायद आपकी मदद कर सकता है। सिस्ट वाले मुहाँसे के बाद में दाग भी रह जा सकते हैं, लेकिन प्रोपर इलाज के जरिए इन्हें भी हटाया जा सकता है। एक बात का ख्याल रखें, हो सकता है, कि इससे कुछ लोगों को एकदम फौरन असर नजर आ जाए, वहीं कुछ लोगों को इनसे राहत पाने में कुछ वक़्त लगे।

विधि 1
विधि 1 का 4:

मुहाँसे का मेडिकल इलाज लेना (Treating the Acne Medically)

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  1. अपने डर्मेटालॉजिस्ट के साथ में एक अपोइंटमेंट लें: डर्मेटालॉजिस्ट से मेडिकल ट्रीटमेंट लेना, सिस्ट वाले मुहाँसों का सामना करने का सबसे तेज और सबसे असरदार तरीका होता है। आपका डर्मेटालॉजिस्ट आपको कोई दवाई प्रिस्क्राइब कर सकता है या फिर नॉन-इन्वेसिव (non-invasive) प्रोसीजर परफ़ोर्म कर सकता है। [१]
    • अगर आपका कोई डर्मेटालॉजिस्ट नहीं है, तो फिर अपने प्राइमरी फिजीशियन से रेफरल की माँग करें। आप चाहें तो ऑनलाइन भी डर्मेटालॉजिस्ट की तलाश कर सकते हैं।
    • अगर आप प्रेग्नेंट हैं या फिर ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो इसके बारे में अपने डर्मेटालॉजिस्ट को बता दें।
  2. अपने डर्मेटालॉजिस्ट से सिस्ट को ड्रेन (खाली) और एक्सट्रेक्ट करने का पूछें: इस प्रोसीजर में, आपका डर्मेटालॉजिस्ट एक तेज धार की सुई से आपके सिस्ट को ड्रेन करेगा। ये सिस्ट निकालने का सबसे तेज तरीका होता है। सही ढंग से किए जाने पर, ये दर्द, सूजन और निशान का रह जाना कम कर सकता है। [२]
    • इसे कभी भी घर में या किसी लाइसेन्स प्राप्त प्रोफेशनल की निगरानी के बिना मत करें। गलत तरीके से सुई के इस्तेमाल से बाद में दाग या इन्फेक्शन हो सकता है।
    • कुछ मामलों में, आपका डर्मेटालॉजिस्ट शायद दवाई के साथ में सिस्ट इंजेक्ट कर सकता है।
  3. एंटीबायोटिक्स मुहाँसे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करके काम करते हैं। आपके डर्मेटालॉजिस्ट शायद आपको डेली निगलने के लिए एक पिल या फिर सीधे मुहाँसे पर लगाने के लिए क्रीम प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इनमें प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत होती है। [३]
    • एंटीबायोटिक्स के साइड-इफ़ेक्ट्स में धूप के लिए बढ़ी हुई सेंसिटिविटी, लीवर डैमेज और प्रेग्नेंसी में कोम्प्लिकेशन होना शामिल है।
    • एंटीबायोटिक्स के डोज़ और इस्तेमाल के लिए अपने डर्मेटालॉजिस्ट के इन्सट्रक्शन्स फॉलो करें।
  4. अपनी त्वचा पर लगाने के लिए एक टोपिकल रेटिनोइड पाएँ: टोपिकल रेटिनोइड्स क्लोग हुए पोर्स को खोलते हैं, जो दूसरी दवाइयों को अंदर जाने और एक्ने पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। दिन में एक बार अपने चेहरे पर एक बार रेटिनोइड लगाएँ। [४]
    • ज़्यादातर रेटिनोइड्स के लिए एक प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत होती है। कुछ वीक डोज़ सीधे मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध होते हैं, लेकिन ये बहुत ज्यादा प्रभावी भी नहीं होते हैं।
    • रेटिनोइड्स अक्सर जब कोई भी दूसरा इलाज काम नहीं करता, तब मोडरेट से गंभीर मुहाँसों के लिए रिजर्व होते हैं।
    • टोपिकल रेटिनोइड्स में एडापेलेन (adapalene), टेज़रोटेन (tazarotene) और ट्रेटिनोइन (tretinoin) शामिल हैं।
    • टोपिकल रेटिनोइड्स मुहाँसों के बेहतर होने से पहले, शायद शुरुआत में आपके मुहाँसों को और भी बदतर बना सकते हैं। परिणाम देखने में कुछ हफ्तों तक का वक़्त लग सकता है।
    • अपने डॉक्टर से इसके संभावित साइड-इफ़ेक्ट्स के बारे में बात करें। साइड इफ़ेक्ट्स में धूप के लिए बढ़ी हुई सेंसिटिविटी, रूखापन, रेडनेस और त्वचा का छिलना शामिल है।
  5. गंभीर सिस्ट वाले मुहाँसों के लिए सिस्टेमिक (ओरल) रेटिनोइड्स लें: अगर किसी दूसरे ट्रीटमेंट ने काम नहीं किया है, एक रेटिनोइड पिल जैसे कि आइसोट्रेटिनोइन (isotretinoin) (जिसे accutane भी कहते हैं), शायद आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। रेटिनोइड को मुँह से अपने डर्मेटालॉजिस्ट के इन्सट्रक्शन के मुताबिक लें। [५]
    • आइसोट्रेटिनोइन की वजह से शायद कुछ सीरियस साइड इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं। इनमें कुछ दूसरी बीमारियों के साथ डिप्रेशन, बर्थ डिफ़ेक्ट्स, मिसकैरेज (गर्भपात), बहरापन और बोवेल डिसीज शामिल हैं।
    • सिस्ट वाले मुहाँसों के केवल कुछ ही मामलों में इस स्ट्रॉंग दवाई के प्रिस्क्रिप्शन से असर पड़ता है।
  6. मुहाँसे हमारे शरीर के हॉर्मोन्स के द्वारा प्रभावित होते हैं। एक बर्थ कंट्रोल पिल या एंटी-एंड्रोजेन दवाइयाँ शायद आउटब्रेक्स को रोक सकती हैं। अपने डॉक्टर से ऐसी दवाइयों के बारे में बात करें, जो आपके सिस्ट वाले मुहाँसों की गंभीरता को कम कर सकें। [६]
    • संभावित साइड-इफ़ेक्ट्स को समझें। साइड-इफ़ेक्ट्स में अनियमित मेन्स्ट्रूअल साइकिल, थकान, सिर चकराना और ब्रेस्ट में नरमी आना शामिल है।
    • ब्लड प्रैशर, स्ट्रोक्स, दिल की बीमारी, ब्लड क्लोट्स या ब्रेस्ट कैंसर के हाइ रिस्क या पिछली हिस्ट्री वाली महिलाओं को हॉर्मोनल मेडिकेशंस नहीं लेना चाहिए।
  7. ट्रेडीशनली स्कार्स निकालने के लिए इस्तेमाल होने वाली, लेजर थेरेपी को अब मुहाँसे हटाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लेजर थेरेपी सिबेसियस ग्लैंड (sebaceous gland, जो ऑइल प्रोड्यूस करती है) को बर्न करके या फिर बैक्टीरिया को ऑक्सीजनेट (oxygenate) करके और उसके बाद उन्हें मारकर फोलिकल सैक (follical sac) को बर्न करके अलग कर देती है। [७]
    • सिस्ट वाले मुहाँसे के मोडरेट से सीरियस मामले में शायद 4 वीक स्पा के कई सेशन की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन पहले ही ट्रीटमेंट के बाद आपको रिजल्ट्स नजर आ सकते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 4:

एक डेली स्किनकेयर रूटीन बनाना (Developing a Daily Skincare Routine)

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  1. अपने चेहरे को दिन में दो बार बेंजोईल पेरोक्साइड (benzoyl peroxide) क्लींजर से धोएँ: बेंजोईल पेरोक्साइड ऑइल और बैक्टीरिया को कम करके मुहाँसों से लड़ने में मदद करता है। अपने चेहरे को सुबह और शाम को हल्का सा नम करके और फिर क्लींजर लगाकर धोएँ। अच्छी तरह से धो लें और फिर एक सूखी टॉवल से थपथपाकर अपने चेहरे को सुखा लें। [८]
    • अगर आप मेकअप करती हैं, तो अपने चेहरे को धोने से पहले उसे पूरी तरह से निकालने की पुष्टि कर लें। अपने पूरे मेकअप को निकालने के लिए मेकअप रिमूविंग वाइप्स या सोल्युशन का इस्तेमाल करें।
    • आप किसी ग्रोसरी स्टोर, ब्यूटी स्टोर और मेडिकल स्टोर पर से बेंजोईल पेरोक्साइड क्लींजर खरीद सकते हैं।
  2. चेहरा धोने के बस सैलिसिलिक एसिड वाला टोनर लगाएँ: आपका टोनर मुहाँसों से लड़ते वक़्त, आपके चेहरे पर जमा धूल-मिट्टी के आखिरी हिस्से को भी निकालने में मदद करेगा। एक कॉटन पैड को टोनर से गीला कर लें और फिर टोनर लगाने के लिए उसे अपने चेहरे के चारों तरफ आराम से वाइप करें। [९]
    • सैलिसिलिक एसिड पोर्स को खोलने में मदद कर सकता है और शायद हेयर फोलिकल्स को क्लोग होने से भी रोक सकता है।
    • अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो फिर आपको इसकी जगह पर एजेलिक एसिड (azelaic acid) वाले प्रॉडक्ट्स को इस्तेमाल करना चाहिए। ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ज्यादा सेफ हो सकते हैं, हालांकि सैलिसिलिक एसिड से किसी तरह का रिस्क नहीं होता है। [१०]
  3. बेंजोईल पेरोक्साइड के साथ स्पॉट ट्रीटमेंट अप्लाई करें: अपना चेहरे के साफ होने के बाद, अपने मुहाँसे पर थोड़ी सी बेंजोईल पेरोक्साइड क्रीम या जेल लगा लें। ये मुहाँसे को फौरन कम करने में मदद कर सकता है। आप आपके डर्मेटालॉजिस्ट से या फिर सीधे मेडिकल स्टोर या ग्रोसरी स्टोर्स से स्पॉट ट्रीटमेंट पा सकते हैं। [११]
  4. हर बार धोने के बाद एक नॉन-कोमेडोजेनिक से मॉइस्चराइज़र करें: ऑइल और पानी खींच लेने के बाद, आपकी त्वचा को मॉइस्चर की जरूरत पड़ती है। एक ऐसे नॉन-कोमेडोजेनिक मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें, जो आपके पोर्स को ब्लॉक न करता हो। इन्हें लेबल पर “नॉन-कोमेडोजेनिक (non-comedogenic)” की तरह मार्क किया होना चाहिए। [१२]
    • नॉन-कोमेडोजेनिक मॉइस्चराइज़र में इस्तेमाल होने वाले कॉमन इंग्रेडिएंट्स में हायलूरोनिक एसिड (hyaluronic acid), ग्लिसरीन और एलोवेरा शामिल हैं।
  5. ये भले ही कितना ही मुश्किल क्यों न हो, अपने चेहरे को टच नहीं करने और पिंपलस को फील करने की बिलकुल कोशिश मत करें। सिस्ट वाले को मुहाँसे छूने पर जलन हो सकती है, जिससे और ज्यादा रेडनेस और इरिटेशन होने लग जाती है। ये स्कार होने की संभावना को भी बढ़ा सकता है। [१३]
    • अगर आपको अपने चेहरे को छूने का बहुत मन हो, तो अपने हाथ को एक-तरफ रखने की कोशिश करें। च्युइंग गम चबाकर, वॉक पर जाकर या फिर स्ट्रेस बॉल को दबाकर खुद को डिसट्रेक्ट करने की कोशिश करें।
    • सिस्ट वाले मुहाँसे को निकालना, नॉर्मल मुहाँसे को निकालने के मुक़ाबले ज्यादा मुश्किल होता है और ऐसा करना उसे और भी बदतर बना सकता है। सिस्ट वाले मुहाँसे को फोड़ने की कोशिश से बहुत दर्द भी होगा और इसकी वजह से दाग छूटने की संभावना भी ज्यादा होगी। [१४]
विधि 3
विधि 3 का 4:

अपनी लाइफ़स्टाइल को एडजस्ट करना (Adjusting Your Lifestyle)

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  1. आप जो भी खाते हैं, आपके मुहाँसे में उसका भी योगदान रहता है। एक लो-ग्लायसेमिक डाइट आपके मुहाँसों की गंभीरता को कम करने में मदद कर सकती है। भरपूर हॉल ग्रेन्स, बीन्स और वेजी खाएं। प्रोसेस्ड कार्ब्स, व्हाइट ब्रेड, पास्ता, डेयरी और रिफाइंड शुगर लेना कम कर दें। [१५]
    • प्यास लगने पर सोडा या जूस पीने की बजाय, पानी या हर्बल टी पियेँ।
    • खासतौर से डेयरी प्रॉडक्ट्स के ऊपर निगरानी रखें। डेयरी कुछ लोगों के मुहाँसों को और भी बदतर बना सकती है।
  2. स्मोकिंग मुहाँसों को और भी बदतर बना देती है या एडल्ट्स को मुहाँसे दे सकती है। अपने डॉक्टर से स्मोकिंग छोड़ने के बारे में बात करें। वो आपके लिए इस प्रोसेस को आसान बनाने में मदद करने के लिए, कुछ पिल्स या पैचेस प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। [१६]
  3. अगर आप सिस्ट वाले मुहाँसों के साथ में नियमित तौर पर ड्रिंक करते हैं, तो फिर अपने ड्रिंक की मात्रा में कमी लाएँ। अमतुयर पर, पुरुषों को एक दिन में 2 अल्कोहोलिक ड्रिंक्स से ज्यादा ड्रिंक्स नहीं लेना चाहिए। महिलाओं को खुद को दिन में सिर्फ एक ही ड्रिंक तक सीमित करना चाहिए। [१७]
  4. अपना स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस, खासतौर से पुरुषों के लिए मुहाँसों को और बदतर बना सकता है। भले ही स्ट्रेस को कंट्रोल कर पाना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन आप अपने स्ट्रेस को और ज्यादा मैनेज करने लायक बनाने के लिए कुछ रिलैक्सेशन टेकनिक्स अपना सकते हैं। [१८]
    • एक्सरसाइज स्ट्रेस कम कर सकती है। अगर और कुछ नहीं, तो फिर एक वॉक पर निकल जाएँ या स्ट्रेच कर लें।
    • मेडिटेशन आपके जीवन में शांति की भावना लाने में मदद कर सकता है। अगर आप बहुत बिजी हैं, तो फिर ऑफिस, कॉलेज या फिर लंच ब्रेक के दौरान एक 5 मिनट का मेडिटेशन सेशन कर लें।
    • अगर आप खुद को बहुत ज्यादा परेशान होता हुए पाएँ, तो रुक जाएँ और 10 सेकंड के लिए गहरी सांसें लें।
    • हर रात करीब 7 से 9 घंटे के बीच की नींद लेने की पुष्टि कर लें। नींद की कमी आपको और ज्यादा स्ट्रेस महसूस करा सकती है, जिससे आपको और ज्यादा मुहाँसे हो सकते हैं।
विधि 4
विधि 4 का 4:

मुहाँसे के दाग कम करना (Reducing Acne Scars)

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  1. मुहाँसे की वजह से बाद में बचे किसी भी दाग की पहचान करें: सिस्ट वाले मुहाँसे में डीप टिशू की वजह से होने वाले कोलेजन-डैमेजिंग इन्फेक्शन की वजह से, इनमें दाग रह जाना बहुत कॉमन है। दाग के लिए बेस्ट ट्रीटमेंट, दाग के ऊपर ही निर्भर करता है। इनके प्रकार में ये शामिल हैं: [१९]
    • हाइपरट्रॉफिक निशान (Hypertrophic scars) त्वचा से ऊपर उभरे होते हैं। इन्हें क्रीम्स से ठीक किया जा सकता है।
    • एट्रोफिक निशान (Atrophic scars) धँसे, लेकिन ज्यादातर उथले होते हैं। इन्हें पील्स, डर्माब्रेशन (dermabrasion) या लेजर ट्रीटमेंट से ट्रीट किया जा सकता है।
    • बॉक्सकार के आकार के निशान (Boxcar-shaped scars) खुरदुरी किनारों के साथ में उथले होते हैं। इन्हें लेजर्स, डर्माब्रेशन या सर्जरी (excision) के जरिए ठीक किया जा सकता है।
    • आइस-पिक्ड शेप के निशान (Ice pick-shaped scars) सँकरे और गहरे होते हैं। लेजर्स, डर्माब्रेशन और सर्जरी असरदार ट्रीटमेंट होते हैं।
  2. हाइपरट्रॉफिक निशान में आई सूजन को कम करने के लिए कोर्टिसोन (cortisone) क्रीम लगाएँ: दिन में एक बार, लाल और सूजे हुए निशान पर क्रीम लगाएँ। क्रीम निशान के अपीयरेंस में कमी ले आएगी। ये लाल, सूजे हुए और उभरे हुए निशानों के ऊपर ज्यादा अच्छी तरह से काम करते हैं। [२०]
  3. निशानों के अपीयरेंस को कम करने के लिए, उन पर फेडिंग क्रीम (fading creams) रगड़ें: ऐसी कई सारी क्रीम्स हैं, जो मुहाँसे के बाद के निशान के अपीयरेंस को कम करने में मदद कर सकती हैं। इनमें आमतौर पर हाइड्रोक्विनोन (hydroquinone), कोजिक एसिड (kojic acid), आर्बुटिन (arbutin) या लिकोरिस एक्सट्रेक्ट (licorice extract) जैसे इंग्रेडिएंट्स शामिल होते हैं। [२१]
    • इन क्रीम्स को मेडिकल स्टोर्स, ब्यूटी स्टोर्स और ग्रोसरी स्टोर्स से खरीदा जा सकता है।
    • इन क्रीम्स को दिन में एक या दो बार अपने मुहाँसे के दागों पर लगाएँ। ये उभरे हुए या रेड निशानों के लिए बहुत असरदार होती हैं।
  4. डर्मेटालॉजिस्ट के ऑफिस में केमिकल पील या स्पा लें: केमिकल पील्स में शक्तिशाली एसिड फॉर्मूला इस्तेमाल होता है, जिससे स्किन की ऊपरी परत हट जाती है और इसके कारण स्कार्स दिखना कम हो जाते हैं। इनसे कम समय में काफी ज्यादा असर देखने को मिलता है। डॉक्टर आपके चेहरे पर एक एसिडिक सोल्युशन अप्लाई करेंगे। [२२]
    • पील्स के टाइप में ग्लाइकोलिक एसिड (glycolic acid), सैलिसिलिक एसिड और ट्राइक्लोरोएसेटिक एसिड (TCA) शामिल हैं।
    • पील करने के बाद, हमेशा सन-स्क्रीन जरूर लगाएँ, क्योंकि पील के बाद आपकी त्वचा धूप के लिए ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है।
    • पील के दौरान आपको जलन या इरिटेशन का अहसास हो सकता है। अगर इसे हैंडल कर पाना मुश्किल हो रहा है, तो अपने डर्मेटालॉजिस्ट को बता दें। ज्यादा स्ट्रॉंग पील्स की वजह से प्रोसीजर के बाद में पीलिंग, रेडनेस या सूजन हो सकती है। आपके डर्मेटालॉजिस्ट इस डिस्कंफ़र्ट को कम करने में मदद देने के लिए आपको लोशन दे सकते हैं। [२३]
    • कुछ वीक पील्स को घर पर ही लगाया जा सकता है, लेकिन सावधानी बरतें। होम पील इस्तेमाल करने से पहले डर्मेटालॉजिस्ट से पूछ लें।
  5. डर्माब्रेशन (dermabrasion) के लिए स्पा या अपने डर्मेटालॉजिस्ट के पास जाएँ: डर्माब्रेशन में एक ब्रश की मदद से आपकी त्वचा की ऊपरी परत को निकाला जाता है। आमतौर पर त्वचा की सतह पर पड़े धब्बे हटाए जा सकते हैं और गहरे निशान कम हो जाते हैं। [२४]
    • डर्माब्रेशन से डार्क स्किन वाले पेशेंट्स की स्किन पिग्मेंटेशन बदल सकता है।
    • कम इंटेन्स प्रोसीजर के लिए, माइक्रोडर्माब्रेशन इस्तेमाल करके देखें। आपके डर्मेटालॉजिस्ट आपकी त्वचा की ऊपरी परत पर छोटे क्रिस्टल्स लगाएंगे और डैड स्किन सेल्स के साथ उन्हें वैक्यूम करेंगे। इसके परिणाम डर्माब्रेशन के मुक़ाबले कम नजर आते हैं।
  6. लेजर त्वचा की बाहरी परत (एपिडर्मिस) को तोड़ देता है और उसके ठीक नीचे की त्वचा की परत को गर्म कर देता है। त्वचा के ठीक होने पर निशान दिखना भी कम हो जाता है। कभी-कभी, निशानों का दिखना कम करने के लिए कई लेजर ट्रीटमेंट्स की जरूरत पड़ सकती है। [२५]
  7. बड़े और गहरे स्कार्स के लिए अपने डॉक्टर से स्किन की सर्जरी के बारे में पूछें: ये सर्जरी आमतौर पर नॉन-इन्वेसिव होती हैं। हो सकता है, कि आपके डॉक्टर निशान को काट दें और फिर उसकी जगह पर स्किन ग्राफ्ट स्टिच कर दें (टाँका लगा दें)। वैकल्पिक रूप से, वो त्वचा के अंदर के मसल फाइबर्स को रिलैक्स करने के लिए नीडल का इस्तेमाल कर सकते हैं। [२६]

सलाह

  • अपने नजरिए को आशावादी बनाए रखने की कोशिश करें। सिस्ट वाले मुहाँसे स्ट्रॉंग मेडिकल ट्रीटमेंट्स के ऊपर अच्छी तरह से रिस्पोंड करते हैं, जो आपके अच्छे के लिए आपके मुहाँसों को आप से काफी दूर रखने का एक अच्छा मौका देते हैं।
  • यहाँ तक कि फास्ट एक्ने ट्रीटमेंट्स को भी अपना पूरा असर दिखाने में कुछ हफ्तों का समय लग सकता है। हो सकता है, कुछ लोगों को एकदम फौरन ही परिणाम मिलना शुरू हो जाएँ, वहीं कुछ लोगों को थोड़ा और वक़्त की जरूरत पड़े।

चेतावनी

  • सिस्ट वाले मुहाँसों को नोचें, दबाएँ नहीं या उनमें कुछ भी मत चुभोएँ। ऐसा करने से मुहाँसे के ठीक होने की प्रोसेस में देरी हो सकती है और साथ ही निशान भी बन सकते हैं।

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