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एक चुटकुला या मज़ेदार कहानी सुनाकर आप लोगों को हँसा सकते हैं। हँसी मज़ाक करने से तनाव कम होता है। [१] इससे नाजुक परिस्थितियों में हिल मिल जानें में सहायता मिलती है। लोगों को हँसाने के लिए अच्छे चुटकुले होने चाहिए। यहाँ दी गई टिप्स से अच्छे चुटकुले लिखकर आप लोगों को हँसाएं !

विधि 1
विधि 1 का 3:

चुटकुलों के लिए मटीरियल तैयार करना

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  1. रोचक चुटकुलों के मटीरियल के बारे में विचार करें: अपने चुटकुलों में लोगों की दिलचस्पी बनाये रखने के लिए यह ज़रुरी है कि आप ऐसे विषय चुनें जो सिर्फ आपको ही नहीं, आपके सुनने वालों को भी अच्छे लगते हों।
    • उन चुटकुलों या कॉमेडियन्स के बारे में सोचे जो आपको, आपके दोस्तों और साथ काम करने वालों को हँसाते हैं। इससे आपको पता चलेगा कि किस तरह के चुटकुले लोगों को अच्छे लगते हैं।
    • हर परिस्थिति और सुनने वालों के लिए अलग मटीरियल के बारे में सोचे ताकि आप उनकी पसंद के अनुसार चुटकुले को अलग मोड़ दे सकें। जैसे एक नौकरी के इंटरव्यू में तनाव कम करने के लिए किया गया मज़ाक ("चीफ गेस्ट बनने में सबसे बड़ी दिक्कत पता है क्या है ? सबसे आगे वाली लाइन में बैठकर गर्दन अकड़ जाती है !") किसी घर की पार्टी के मज़ाक ("केक ने चाकू से क्या कहा ? तुम मेरा टुकड़ा चाहते हो?) के समान नहीं होगा। [२]
  2. अलग अलग परिस्थितियों और सुनने वालों के लिए विषयों का चुनाव करें: इससे आप हर जगह और लोगों के अनुसार अपने चुटकुले को अलग मोड़ दे सकेंगे। लोग आपके मज़ाक को ज़्यादा अच्छे से समझेंगे और हँसेंगे और किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचने की कम सम्भावना होगी। जैसे मेडिकल प्रोफेशनल्स को सुनाया गया चुटकुला हिस्टौरियन्स और पोलिटिकल साइंटिस्ट्स के ग्रुप के सामने नहीं जँचेगा।
    • ताज़ा खबरें, सेलिब्रिटीस और अपने बारे में (सेल्फ डिप्रीकेटिंग ह्यूमर) मज़ाक अच्छे माने जाते हैं। करीब हर परिस्थिति में आपको मज़ाक करने के लिए मटीरियल मिल सकता है। [३] जैसे पब्लिक फिगर्स के बारे में मज़ाक करना। सलमान खान ने जब पूछा कि उनकी शादी कब होगी, कॉमेडियन कपिल शर्मा ने जवाब दिया, "कभी नहीं। क्योंकि तुम्हारी ज़िन्दगी में सिर्फ खुशियाँ लिखी हैं !" [४]
    • अखबारों, मैगज़ीन्स, या अपने जीवन की परिस्थितियों पर करे गए मज़ाक भी अच्छे लगते हैं। जैसे पेड़ों के साथ अपने "ब्लैक थम्ब" के बारे में मज़ाक करते हुए आप कह सकते हैं : "मैंने एक कैक्टस खरीदा। एक हफ्ते बाद वह मर गया। मैं डिप्रेस हो गया क्योंकि मैंने सोचा, डैम, मैं पेड़ उगाने में मरुभूमि से भी बेकार हूँ"। [५]
    • प्रसिद्ध कॉमेडियन्स को चुटकुले सुनाते हुए देखने से मज़ाक के लिए मटीरियल मिल सकता है। उन्हें देखकर आपको सही ढंग से चुटकुला सुनाना भी आ जायेगा।
  3. विवाद संबंधी विषयों से दूर रहें, उनसे किसी की भावनाओं को ठेस पहुँच सकती है: कई विषय अमान्य होते हैं और किसी भी परिस्थिति में अच्छे नहीं लगते हैं।
    • जाति और मत के बारे में करे गए मज़ाक भावनाओं को ठेस पहुँचाते हैं। रंग के बारे में मज़ाक घर के सदस्यों के साथ चल सकता हैं पर ऐसे विवाद संबंधी विषय से दूर रहना अच्छा है।
    • किसी प्रकार की दुविधा में कॉशन के तौर पर मज़ाक न करना अच्छा है।
विधि 2
विधि 2 का 3:

अपने चुटकुले लिखना

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  1. चुटकुले लिखने और सुनाने के कई तरीके हैं। ट्रेडिशनल सेट अप व पंचलाइन, वन-लाइनर्स, या छोटी कहानियाँ। [६]
    • वन लाइनर्स काफी प्रभावशाली हो सकते हैं। कॉमेडियन कपिल शर्मा ने एक सरल, प्रभावशाली, वन लाइनर बनाया : "मेरी बीवी मुझे साउंड एडवाइस देती है --- 99% साउंड और 1% एडवाइस !" [७] इस चुटकुले में दो तत्व हैं : आश्चर्य और शब्दों के अर्थ को मोड़ देना। यह एक ट्रेडिशनल सेट अप और पंचलाइन का चुटकुला है।
    • छोटी कहानी में चुटकुला सुनाना एक और प्रभावशाली तरीका है। लेकिन उसे छोटा रखें ! उदाहरण के लिए : एक बार एक युवक था जो एक "ग्रेट" लेखक बनना चाहता था। जब उससे "ग्रेट" के माने पूछे गये, उसने कहा "मैं चाहता हूँ कि जो मैं लिखूँ उसे सारी दुनिया पढ़े, उसे पढ़कर लोग उत्तेजित हों और चिल्लाएं, रोयें, विलाप करें, दर्द, निराशा व गुस्से की वजह से चीखें !" अब वह माइक्रोसॉफ्ट के लिए एरर मेसेजिस लिखता है।
  2. आप कोई भी बनावट इस्तेमाल करें, हर चुटकुले में एक सेट अप और पंचलाइन होती है। इनमें कभी-कभी अनुमानों पर आधारित आश्चर्य, शब्दों को मोड़ देना, या व्यंग्य के तत्व होंगे।
    • याद रखें "लेस इस मोर" (कम ज़्यादा होता है)। सेट अप और पंचलाइन तैयार करते समय याद रखें कि आपको कम से कम शब्दों में अपना चुटकुला सुनाना है। अनावश्यक विवरण व वाक्यांश न इस्तेमाल करें। [8] कपिल शर्मा के मज़ाक "मेरी बीवी मुझे साउंड एडवाइस देती है --- 99% साउंड और 1% एडवाइस !" और "केक ने चाकू से क्या कहा ? तुम मेरा टुकड़ा चाहते हो ?" में "लेस इस मोर" की युक्ति इस्तेमाल करी गयी है। इनमें और कोई विवरण जोड़ने से चुटकुला फ्लैट हो जायेगा। [9] [10]
    • कहानी के लिए एक दो लाइन्स, या कुछ लाइन्स का सेट अप होना चाहिए। वह आपके सुनने वालों में जानने की उत्सुकता जगाता है और पंचलाइन समझने के लिए डिटेल्स देता है। कैक्टस के पेड़ वाला चुटकुला इसका अच्छा उदाहरण है। इसमें कॉमेडियन, "मैंने एक कैक्टस खरीदा। एक हफ्ते बाद वह मर गया" इन लाइन्स से अपना चुटकुला सेट अप करता है। [11]
    • चुटकुले का "मज़ेदार" हिस्सा जिसे सुनकर लोग हँसते हैं उसे पंचलाइन कहते हैं। यह सेट अप पर बनती है और सिर्फ एक शब्द या वाक्य की होती है। इसमें अक्सर आश्चर्य, व्यंग्य या शब्दों का खेल होता है। [12] कैक्टस का चुटकुला छोटी और मज़ेदार पंचलाइन का भी उदाहरण है। अपने कैक्टस के पेड़ के डिटेल्स बताकर सुनने वालों को सेट अप करके, कॉमेडियन कहता है कि : "मैं डिप्रेस हो गया क्योंकि मैंने सोचा, डैम, मैं पेड़ उगाने में मरुभूमि से भी बेकार हूँ"। [13]
  3. मेल जोल, अतिशयोक्ति और व्यंग्य के तत्वों से चुटकुले को और मज़ेदार बनायें।
    • ऊँचे अरमानों वाले युवक की कहानी अतिशयोक्ति और व्यंग्य का अच्छा उदाहरण है। सुनने वाले लोग सोचेगे कि नॉवेल्स और छोटी कहानियाँ लिखकर, उसकी इच्छा कि लोग उन्हें पढ़कर उत्तेजित हों और चिल्लाएं, रोयें, विलाप करें, दर्द, निराशा व गुस्से की वजह से चीखें !" पूरी होगई होगी। उसकी जगह यह आश्चर्य की बात है कि "अब वह माइक्रोसॉफ्ट के लिए एरर मेसेजिस लिखने का काम करता है"। [14]
  4. टैग्स व टोप्पर्स कुछ और पंचलाइन्स हैं जो पहली पंचलाइन पर बनती हैं।
    • आप टैग्स और टोप्पर्स इस्तेमाल करके बिना नया चुटकुला लिखे या सेट अप मटीरियल जोड़े लोगों को और हँसा सकते हैं। [15] उदाहरण के लिए, आप छोटी कहानी में टोप्पर जोड़कर कह सकते हैं कि "वास्तव में, अब उसे सबसे ज़्यादा चिल्लाना, रोना, विलाप करना और दर्द की वजह से चीखना पड़ रहा है"।
  5. दोस्तों या अन्य सुनने वालों को अपना लिखा हुआ चुटकुला सुनाने से पहले उसे सही ढंग से सुनाने का अभ्यास करें।
    • सुनने वालों को मज़ेदार लगने से पहले आपको चुटकुले में मज़ा आना चाहिए ! मान लीजिये आपको चुटकुला मज़ेदार न लगे उसे सुधारें।
विधि 3
विधि 3 का 3:

अपना चुटकुला सुनाना

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  1. अपना लिखा हुआ चुटकुला सुनाने से पहले ये सोच कर देखें कि आपके सुनने वाले कौन हैं। क्या वे आपका चुटकुला समझेंगे और हँसेगे। बुज़ुर्ग लोगों के समूह को हो सकता है सलमान खान के बारे में मज़ाक अच्छा न लगे क्योंकि वह एक यंग फिल्म स्टार है और ज़्यादातर युवक ही उसके फैन्स होंगे।
    • अपने सुनने वालों को जानने से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने की कम सम्भावना है। उदाहरण के लिए, "मेरी बीवी मुझे साउंड एडवाइस देती है" का मज़ाक किसी महिलाओं के समूह को सुनाना अच्छा नहीं रहेगा।
  2. चेहरे के एक्सप्रेशंस और जेस्चर्स के बारे में सोचे जिनसे आप सेट अप और पंचलाइन को और अच्छा बना सकते हैं। तस्वीरें ड्रौ करके लोगों को चुटकुला समझा सकते हैं।
  3. आपको देखकर आपके सुनने वाले भी रिलैक्स हो जायेंगे और उनके हँसने की ज़्यादा सम्भावना होगी।
    • मान लीजिये लोग नहीं हँसते हैं, आप उस पर भी मज़ाक करें नहीं तो दूसरे मटीरियल पर आगे चलें। उस चुटकुले को आगे के लिए सुधार लें।
    • याद रखें कि सबसे अच्छी कॉमिक्स के भी कई चुटकुले फ्लैट होते हैं। कपिल शर्मा, जसपाल भट्टी, शेखर सुमन, चिट्टी बाबु आदि हमेशा मज़ेदार नहीं होते हैं।

सलाह

  • सबका अपना सेंस ऑफ ह्यूमर होता है। आप हमेशा सबको नहीं हँसा सकते हैं। कुछ लोगों को हँसाकर अपने को सफल समझें !

विकीहाउ के बारे में

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