आर्टिकल डाउनलोड करें
आर्टिकल डाउनलोड करें
ये विकीहाउ लेख आपको आपके लैपटॉप/डेस्कटॉप/कंप्यूटर पर इस्तेमाल किये जाने वाले माउस (Mouse) के पॉइंटर की स्पीड को, विंडोज (Windows) या मैक (Mac) कंप्यूटर पर बदलना सिखाएगा।
चरण
-
स्टार्ट (Start) खोलें: स्क्रीन के निचले-बाँये कोने में मौजूद विंडोज लोगो (Windows logo) को क्लिक करें।
-
Control panel लिखें: ऐसा करते ही आपके कंप्यूटर में कंट्रोल पैनल (Control Panel) की तलाश शुरू हो जाएगी।
-
Control Panel क्लिक करें: नीले रंग का, ये चौकोर आइकॉन, आपकी स्टार्ट विंडो में सबसे ऊपर मौजूद होगा। इसे क्लिक करते ही कंट्रोल पैनल विंडो खुल जाएगी।
-
Mouse क्लिक करें: माउस की तरह दिखने वाला ये आइकॉन, कंट्रोल पैनल विंडो के दाँये तरफ मौजूद होगा। अब माउस विंडो खुल जाएगी।
- यदि आपको ये विकल्प नजर नहीं आता है, तो पहले कंट्रोल पैनल व्यू को "Icon" व्यू पर बदलें, ऐसा करने के लिए, पेज के ऊपरी-दाँये तरफ मौजूद Category टैब को क्लिक करें और फिर सामने आने वाले ड्रॉप-डाउन मेन्यू से Large icons चुनें।
-
Pointer Options क्लिक करें: ये टैब माउस विंडो में सबसे ऊपर मौजूद होता है।
-
आपके माउस पॉइंटर की स्पीड एडजस्ट करें: विंडो में सबसे ऊपर ही "Motion" भाग में, स्लाइडर को क्लिक करें और ड्रैग करके, माउस की स्पीड कम करने के लिए, बाँये तरफ करें, या फिर माउस की स्पीड बढ़ाने के लिए दाँये तरफ कर दें।
-
माउस की स्पीड कम करने के लिए पॉइंटर प्रिसिजन (precision) को डिसेबल करें: आपका माउस यदि आपके हिसाब से काफी तेज़ी से मूव होता है, तो फिर "Motion" स्लाइडर के नीचे मौजूद "Enhance pointer precision" बॉक्स को अनचेक कर दें। पॉइंटर प्रिसिजन (Pointer precision), आपके माउस पॉइंटर को अलग-अलग लम्बाई पर मूव करने का काम करता है, ये लम्बाई आपके द्वारा कितनी तेज़ी से माउस या ट्रैकपैड को मूव किया जाता है, पर निर्भर करती है, तो इसे डिसेबल करने से आपका माउस का तेज़ी से मूव होना रुक जाएगा, फिर भले ही आप माउस को कितना ही तेज़ी से क्यों ना मूव कर रहे हों।
-
आपके पॉइंटर की स्पीड को जाँचें: माउस को हिलाएँ और आपके पॉइंटर की स्पीड को जाँचें। यदि माउस पॉइंटर काफी तेज़ी से मूव होता है, तो फिर "Motion" स्लाइडर को कम कर दें; यदि ये काफी धीमी गति से मूव होता है, तो फिर "Motion" स्लाइडर को बढ़ा दें।
- आपके द्वारा चाही हुई माउस स्पीड को कम करने में कुछ समय लग सकता है।
-
Apply क्लिक करें, फिर OK क्लिक करें: ये दोनों ही विकल्प, विंडो में सबसे नीचे मौजूद होंगे। ऐसा करने पर आपके द्वारा की गई सेटिंग सेव हो जाएगी और आप माउस (Mouse) विंडो से बाहर आ जाएँगे। आपका माउस पॉइंटर, अब आपके द्वारा तय की हुई स्पीड से हिलेगा।
-
एप्पल मेन्यू (Apple menu) खोलें: स्क्रीन के ऊपरी-बाँये कोने से एप्पल लोगो (Apple logo) को क्लिक करें। एक ड्रॉप-डाउन मेन्यू सामने आएगा।
-
System Preferences… क्लिक करें: ये ड्रॉप-डाउन मेन्यू में सबसे ऊपर ही नजर आएगा।
-
Trackpad या Mouse क्लिक करें: आप यदि मैकबुक (MacBook) लैपटॉप इस्तेमाल करते हैं, तो फिर आप Trackpad क्लिक करेंगे, और आईमैक (iMac) डेस्कटॉप यूजर्स Mouse क्लिक करें। [१] X रिसर्च सोर्स
-
Point & Click टैब क्लिक करें: ये विंडो में सबसे ऊपर होगा।
- आपने यदि Mouse को क्लिक किया है, तो फिर इस स्टेप को छोड़ दें।
-
"Tracking speed" स्लाइडर को एडजस्ट करें: स्लाइडर को क्लिक करें और ड्रैग करके, माउस पॉइंटर की स्पीड कम करने के लिए, बाँये तरफ करें, या फिर माउस पॉइंटर की स्पीड बढ़ाने के लिए दाँये तरफ कर दें।
-
आपके माउस को जाँचें: माउस को स्क्रीन पर घुमाएँ। ये यदि बहुत तेज़ी से मूव होता है, तो "Tracking speed" स्लाइडर को बाँये तरफ ड्रैग कर दें; ये यदि काफी धीमा है, तो स्लाइडर को दाँये तरफ कर दें।
- आपको आपकी इच्छानुसार पॉइंटर स्पीड पाने के लिए, स्लाइडर को कुछ मिनट तक एडजस्ट करके देखना होगा।
-
System Preferences विंडो से बाहर आएँ: विंडो में सबसे ऊपरी-बाँये कोने में दिखने वाले लाल रंग के "Exit" सर्कल को क्लिक करें। ऐसा करते ही आपके द्वारा किये हुए बदलाव सेव हो जाएँगे।
सलाह
- आप यदि आपके गेमिंग माउस में डॉट्स पर इंच/DPI (dots per inch) सेटिंग एडजस्ट करना चाहते हैं, तो आप इसे आपके माउस की विशेष सेटिंग्स के द्वारा कर सकेंगे, तो फिर इसे जाँचने के लिए आपके माउस के साथ आये हुए मैन्युअल को देखें। कुछ गेमिंग माउस में DPI को घटाने या बढ़ाने के लिए ऊपर ही एक बटन दिया गया होता है।
- माउस की सारी सेटिंग को एडजस्ट करने के बाद भी, यदि आपको कोई परेशानी हो रही है, तो फिर हो सकता है कि आपके माउस में नीचे धूल-मिट्टी जम गई हो। माउस को अच्छी तरह से साफ़ करके, आप इस समस्या से निपट सकते हैं।
चेतावनी
- माउस को काँच पर, आईने जैसी सतह पर या फिर किसी ऊंची-नीची जगह पर इस्तेमाल करने से इसके द्वारा सही ढ़ंग से ट्रैक नहीं कर पाने की समस्या सामने आती है।