आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

एक नई पियर्सिंग करवाने का अपना ही एक अलग अनुभव होता है | लेकिन इस बात का ख्याल रखना कि आपकी नेवल पियर्सिंग करवाने का अनुभव हमेशा अच्छा रहें, आपको अपनी पियर्सिंग को साफ़ और स्वच्छ रखना होगा | अपनी पियर्सिंग को हमेशा स्वस्थ रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप नियमित रूप से इसकी अच्छे से देखभाल करें और इसकी साफ़-सफाई पर पूरा ध्यान दें | यह सब आपको तब तक करना होगा जब तक पियर्सिंग की वजह से हुआ घाव पूरी तरह भर नहीं जाता | और आपको इस बात पर भी विशेष ध्यान देना होगा कि इस पर किसी भी प्रकार के इर्रिटेन्ट (तकलीफ देने वाली कोई भी चीज़) का इस्तेमाल न हो |

विधि 1
विधि 1 का 3:

अपनी नई पियर्सिंग की देखभाल करना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. सबसे पहला और जरूरी स्टेप है कि अपनी नेवल पियर्सिंग किसी प्रोफेशनल से करवाएं: इसके लिए आपको उस पियर्सिंग शॉप या जगह को ढूंढ़ना होगा जहाँ प्रोफेशनल पियर्सिंग करते हो | आप अपने दोस्तों या फैमिली से सलाह ले सकते है | उनसे पूछें कि उन्होने कहाँ से पियर्सिंग करवाई है और क्या वे उस जगह को रेकमेंड (सिफारिश) करते हैं | [१] ये बात तो तय है कि आप क्वालिटी को लेकर कोई कोम्प्रोमाईज़ नहीं करना चाहते क्योंकि याद रहे जितनी प्रोफेशनल जगह और उसमे काम करने वाले लोग होंगे उतनी ही कम प्रॉब्लम का सामना आपको आने वाले समय में होगा और इन्फेक्शन का खतरा भी कम से कम रहेगा | एक बात और है कि जब पियर्सिंग करने वाला अनुभवी होता है तो उससे आप आपके दिमाग में आने वाले पियर्सिंग से जुड़े सभी सवाल जैसे साइज़िंग, जेवेल्लरी या उसकी देखभाल इत्यादि पूछ सकते हैं |
    • एक जानी-मानी पियर्सिंग शॉप पर जाने से मतलब है कि पियर्सिंग के लिए जिस जेव्ल्लेरी का यूज़ होगा वह क्वालिटी की होगी | क्वालिटी पियर्सिंग ज्वेलरी का मतलब है वह जेव्ल्लेरी जो इम्प्लांट ग्रेड स्टेनलेस स्टील, टाइटेनियम, निकल-फ्री 14-कैरेट (या उससे ज्यादा) सॉलिड वाइट या येल्लो गोल्ड, नाइओबीअम इत्यादि से बनी हो | [२]
    • एक प्रोफेशनल पीअर्सर पियर्सिंग करने के लिए नीडल गन (Needle gun) की बजाय एक होलो नीडल (Hollow needle) का यूज़ करेगा | यदि कोई पियर्सिंग शॉप केवल नीडल गन का यूज़ करती है तो आपको किसी और जगह जाना चाहिए क्योंकि नीडल गन स्किन को क्षति पहुँचाती है और इसमें इन्फेक्शन का खतरा भी ज्यादा होता है |
  2. अपनी पियर्सिंग को हमेशा साफ़-स्वच्छ हाथों से ही छुएं: अपनी पियर्सिंग को छूने से पहले, पानी और किसी एंटीबैक्टीरियल साबुन से अपने हाथ अच्छे से धोएं | [३] जब आप गंदे हाथों से पियर्सिंग को छूते हैं तो आपके हाथ की मैल या ऑइल आपकी उँगलियों से पियर्सिंग में पहुंच जाता है और ये इन्फेक्शन का रूप ले लेता है |
    • इस बात का भी ख़ास ख्याल रखें कि आपके नाखून के अंदर भी किसी तरह की मैल न हो क्योंकि ये भी आपकी पियर्सिंग में जाकर इन्फेक्शन कर सकती है |
  3. गुनगुने पानी में Q-tip भिगो कर अच्छे से पोछें ताकि पियर्सिंग वाले प्रभावित क्षेत्र पर किसी भी तरह की गंदगी या मैल न हो | पर ध्यान रहे ये सब आपको बहुत ही कोमलता से करना होगा और ज्वेलरी को भी कम से कम हाथ लगाएं/हिलाएं | उसके बाद एंटीबैक्टीरियल साबुन का यूज़ करके शावर से पियर्सिंग को अच्छे से साफ़ करें | थोड़ा सा साबुन अपने हाथ में लें और पियर्सिंग पर कोमल हाथों से 20 सेकंड तक मसाज करें और झाग बनाएं | [४] अब शावर से अच्छे से इसकी सफाई करें और पियर्सिंग क्षेत्र पर लगे साबुन को धोएं | इसके बाद पियर्सिंग क्षेत्र को तोलिये की बजाय टिशू पेपर का यूज़ करके सुखाएं |
    • अपनी पियर्सिंग को दिन में 2 बार साबुन से धोएं | हालांकि Q-Tip को पानी में या नमक के पानी में भिगो कर यूज़ करने से जमी हुई पपड़ी को हटाया जा सकता है | ध्यान रहे कि सफाई करने के लिए Q-Tip का इस्तेमाल दिन में 3 बार से ज्यादा न हो |
    • कोशिश करें कि हमेशा शावर का इस्तेमाल करके ही नहाएं | क्योंकि ऐसे में साफ़ और स्वच्छ पानी लगातार आपके ऊपर आता है | जबकि बाथ टब में नहाने से, पानी के एक जगह रुके रहने से उसमे पूरे शरीर का पसीना, धूल-मिट्टी सब मिल जाता है |
    • बेहतर है कि पियर्सिंग को सुखाने के लिए पेपर टॉवल का इस्तेमाल करें क्योंकि वे साफ़ होते हैं और यूज़ करके उन्हें फेंका भी जा सकता है: [५] दूसरी तरफ बाथ टॉवल में नमी और बैक्टीरिया हो सकते हैं |
    • जब आप पियर्सिंग एरिया को साफ़ कर रहे हो तो कोशिश करें कि अपनी पियर्सिंग को कम से कम हिलाएं या मोड़ें | जरुरत से ज्यादा हिलाने-डुलाने से इर्रिटेशन या ब्लीडिंग हो सकती है |
  4. 8 oz गरम पानी में ¼ चम्मच नमक मिलाएं | पानी के थोड़ा ठंडा होने का इंतज़ार करें | पानी इतना गुनगुना हो कि उसे आराम से छू सके | अब इस साल्ट-वाटर मिक्सचर को एक गिलास में डालें |अब थोड़ा झुक जाएँ और गिलास के ऊपरी हिस्से को पियर्सिंग साइट पर आराम से रख लें और पीठ के बल लेट जाएँ | अब इस गिलास से बने वैक्यूम की सहायता से पियर्सिंग को इस साल्ट वाटर में दिन में एक बार 10-15 मिनट रहने दें | [६] नमक के पानी में बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता होती है | इसके साथ-साथ यह पानी पियर्सिंग साइट के आस-पास जमी पपड़ी को भी आसानी से निकाल देता है |
    • आप नमक के पानी और पेपर टॉवल से गर्म सिकाई भी कर सकते हैं या फिर केमिस्ट से स्टेराइल सी -साल्ट स्प्रे भी खरीद सकते हैं |
  5. कुछ प्रोफेशनल पियर्सर का मानना है कि विटामिन जैसे विटामिन C, जिंक या मल्टीविटामिन को अपनी डाइट में शामिल करने से पियर्सिंग का घाव जल्दी भरता है | [७] धूप से मिलने वाले विटामिन D से भी नेवल पियर्सिंग जल्दी ठीक होती है |
विधि 2
विधि 2 का 3:

पियर्सिंग को किसी भी तरह की इर्रिटेशन होने से बचाना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. ये बात बिल्कुल सही है कि धुले हुए साफ़ हाथों से पियर्सिंग को छुआ जा सकता है लेकिन इसको मोड़ने, इसके साथ खेलने या हिलाने की गलती न करें | [८]
    • जरुरत से ज्यादा छूने से पियर्सिंग की वजह से हुआ घाव खुल सकता है और उसमे ब्लीडिंग या इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है |
  2. पियर्सिंग करवाने के बाद जो ज्वेलरी पहनी होती है उसे कुछ समय (4 से 10 हफ्तों) के लिए बिल्कुल नहीं बदलना चाहिए | [९] जब आप पियर्सिंग का घाव भरने से पहले जेवेल्लरी बदलने की कोशिश करते हैं तो छेद बंद हो सकता है जिससे दोबारा से जेवेल्लरी डालना बहुत ही मुश्किल और दर्दनाक होता है |
    • इस तरह की इर्रिटेशन और घाव बना सकती है और आपके शरीर के नेचुरल हीलिंग प्रोसेस को धीरे कर सकती है |
  3. क्रीम और ऑइंटमेंट पियर्सिंग को हवा लगने से रोकती है | ये सिर्फ हवा को ही नहीं रोकती बल्कि नमी भी पैदा करती है जिसे बैक्टीरिया उत्पन्न होता है | [१०] इस तरह की क्रीम एंटीबैक्टीरियल होने के बावजूद जख्म को भरने में रुकावट पैदा करती है और इन्फेक्शन भी कर सकती हैं |
    • कठोर क्लीन्ज़र्स जैसे हाइड्रोजन पेरोक्साइड या रब्बिंग अल्कोहल का यूज़ करने से भी बचें: इस तरह के डिसइंफेक्टेंट उन कोशिकाओं को खत्म कर देते हैं जो पियर्सिंग की वजह से हुए घाव को भरने की क्षमता रखती है |
    • क्लीनिंग सलूशन जिसमे Benzalkonium Chloride (or BZK) मौजूद हो, उन सबका भी यूज़ करने से बचें क्योंकि ये सभी घाव को भरने में रुकावट पैदा करते हैं | [११]
    • इस तरह के क्लीन्ज़र के साथ साथ पियर्सिंग साइट पर किसी भी तरह के ऑइल, लोशन्स, सनस्क्रीन या मेकअप का यूज़ करने से भी बचें | ये सभी प्रोडक्ट्स पियर्सिंग में इन्फेक्शन जैसी समस्या पैदा कर सकते हैं |
  4. तंग कपड़ों के बार-बार पियर्सिंग साइट पर रगड़ खाने से और कम हवा लगने से इर्रिटेशन हो सकती है | जितना हो सके ढीलें और हवादार कपड़ें पहनें | कॉटन और सिंथेटिक मेटेरियल से दूर ही रहें | [१२]
    • कपड़ें उतारते और बदलते समय ख़ास ख्याल रखें: जल्दबाजी में कपड़ें बदलने से हो सकता है कि पियर्सिंग पर कोई खिंचाव पड़े जिसके चलते कोई जख्म हो जाए | इसीलिए ऐसा करते हुए सावधानी बरतें |
    एक्सपर्ट टिप

    Jef Saunders

    प्रोफेशनल पियर्सिंग एक्सपर्ट
    जेफ सॉन्डर्स पिछले 20 से अधिक वर्षों से प्रोफेशनली पियर्सिंग कर रहे हैं। वे एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल पियर्सर्स (APP) के लिए पब्लिक रिलेशन कोऑर्डिनेटर हैं, जो कि महत्वपूर्ण स्वास्थ्य और बॉडी पियर्सिंग सेफ्टी पर जनता को शिक्षित करने के लिए समर्पित एक इंटरनेशनल नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइज़ेशन है, और वह Fakir Intensives में पियर्सिंग भी सिखाते हैं। 2014 में, जेफ को एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल पियर्सर के निदेशक मंडल के लिए चुना गया था। 2015 में, जेफ को Brian Skellie से APP President’s Award मिला।
    Jef Saunders
    प्रोफेशनल पियर्सिंग एक्सपर्ट

    हमारे एक्सपर्ट मानते हैं: किसी भी तरह के तंग कपड़ें पहनने से बचें I जब आप तंग कपड़ें पहनते हैं तो कई बार रगड़ खाने या पियर्सिंग के खिचने का डर रहता है I जिससे नयी पियर्सिंग में इर्रिटेशन हो जाती है I रोज के रेगुलर कपड़ें पहनने में कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन बहुत सी यूनिफार्म परेशान कर सकती हैं I एक बात का और ध्यान रखें कि झुक कर न बैठें क्योंकि इससे जेवेल्लरी स्किन से रगड़ खा सकती है या फिर फैब्रिक में अड़ सकती है I

  5. जैसे आपको बाथ टब में नहाने की बजाय शावर में नहाना चाहिए उसी तरह पूल या किसी भी रुके पानी से बचना चाहिए | पियर्सिंग करवाने के पहले साल में पानी की जगह जैसे स्विमिंग पूल, हॉट टब, नदी, झील इत्यादि में जाने से बचना चाहिए | [१३]
    • ऐसा इसीलिए क्योंकि पानी के सभी स्त्रोत आपकी नई पियर्सिंग पर बहुत बुरा असर डालते हैं और ये दूषित पदार्थों का घर बन जाते हैं |
  6. कोशिश करें कि पियर्सिंग करवाने के कुछ हफ़्तों तक पीठ या साइड करवट लेकर ही सोएं | पेट के बल सोने से आपकी नयी और नाजुक पियर्सिंग में दर्द या असहजता हो सकती है | ऐसा करने से ये सुनिश्चित होता है कि आप किसी भी हाल में अपनी पियर्सिंग में दबाव नहीं डाल रहे | [१४]
विधि 3
विधि 3 का 3:

कॉम्प्लीकेशन्स से निजात पाएं

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. यदि आपको अपनी नयी पियर्सिंग को लेकर किसी भी तरह की कम्प्लीकेशन हो रही है तो सबसे पहले लक्षणों पर गौर करके पता लगाएं कि प्रॉब्लम क्या है | देखें कि आपकी पियर्सिंग से किसी तरह का डिस्चार्ज (रिसाव) तो नहीं आ रहा है, कितना दर्द है, किसी तरह की सूजन या लालपन या फिर पियर्सिंग साइट पर कुछ अलग बदलाव (बम्प बन जाना, जेवेल्लरी की पोज़िशन में बदलाव, मेटल के चारो ओर की स्किन का साधारण रूप से ज्यादा खुल जाना) जैसा कुछ है | इन लक्षणों के अनुसार, आपकी पियर्सिंग में बस इर्रिटेशन हो सकती है, इन्फेक्शन वजह हो सकती है या फिर मेटल की वजह से आपको एलर्जिक रिएक्शन हुआ है | [१५]
    • जितने कम गंभीर लक्षण होंगे उतनी ही ज्यादा संभावना है कि ये सिर्फ पियर्सिंग की वजह से एक इर्रिटेशन है | और गंभीर लक्षणों का मतलब है इन्फेक्शन या फिर एलर्जिक रिएक्शन है |
  2. यदि आपकी पियर्सिंग आराम से ठीक हो रही थी लेकिन आपने गलती से उसे खींच दिया, कहीं अटक गयी, आप पेट के बल सो गए, या फिर पूल में नहाने या किसी प्रकार के कॉस्मेटिक का यूज़ करने की वजह से उसमे असहजता हो रही है तो इसका मतलब है इर्रिटेशन | यदि आपकी ज्वेलरी बहुत ढीली या तंग होने के कारण या तो बहुत ही ज्यादा मूव कर रही है या फिर स्किन को चुभ रही है ऐसे में आपकी पियर्सिंग साइट इर्रिटेटेड हो सकती है | इर्रिटेटेड पियर्सिंग का पता हल्की असहजता होने और बाकी के इर्रिटेशन वाले लक्षणों के सामने आने से चलता है | हल्की-फुल्की सूजन, थोड़ा सा लालपन या फिर असहजता (बिना किसी डिस्चार्ज या गंभीर दर्द) इर्रिटेशन के लक्षण होते हैं | इसीलिए सेलाइन सलूशन से इसकी साफ़-सफाई करें | और ऐसे सोचें जैसे आपकी पियर्सिंग बिल्कुल नयी और ताज़ा है और इसका आपको खूब ख्याल रखना है |
    • अपनी पियर्सिंग पर ठंडी सिकाई (ठन्डे पानी और एक साफ़ कपड़े/तोलिये के साथ) करने के बारे में सोचें: ऐसा करने से आराम मिलेगा |
    • ज्वेलरी से छेड़-छाड़ न करें | ज्वेलरी को उतारने से पियर्सिंग साइट में और इर्रिटेशन हो सकती है |
    • यदि आपका कोई सवाल है या आपको किसी भी तरह की सलाह की जरुरत है तो अपने पियर्सर से बात करें या फिर मिलकर उन्हें अपनी पियर्सिंग दिखाएं |
  3. नेवल पियर्सिंग होने पर थोड़ी बहुत असहजता, ब्लीडिंग या खरोंच होना आम बात है लेकिन आपको इन्फेक्शन के लक्षणों पर गौर करना होगा | जब एक नेवल पियर्सिंग इन्फेक्टेड होती है तो पियर्सिंग साइट के आस-पास बहुत ज्यादा गंभीर रूप से सूजन और लालपन जैसी समस्या होती है | [१६] पियर्सिंग साइट में गर्म महसूस होता है और गन्दी बदबू के साथ हरा,पीला या फिर ग्रे रंग का डिस्चार्ज भी हो सकता है | इन्फेक्टेड पियर्सिंग से बुखार आने की भी अशांका होती है |
    • यदि आपको लगता है कि आपकी नेवल पियर्सिंग में इन्फेक्शन हो गया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलें | यदि आपको अपनी पियर्सिंग के इन्फेक्शन को लेकर आशंका है तो अपने पियर्सर से बात करें और पूछें कि ये सभी लक्षण नार्मल है या फिर इन्फेक्शन का इशारा है |
    • यदि आपको लगता है कि आपकी पियर्सिंग में इन्फेक्शन हो गया है तो पियर्सिंग ज्वेलरी निकालने की गलती न करें | क्योंकि ज्वेलरी को उतारने से इन्फेक्शन में और इर्रिटेशन हो सकती है और आपका पियर्सिंग छेद भी बंद हो सकता है जिसकी वजह से आपकी पियर्सिंग में होने वाला पस (मवाद) बाहर नहीं निकल पाता |
  4. अक्सर एलर्जिक रिएक्शन पियर्सिंग करवाने के कुछ घण्टों या दिनों बाद होता है | साधारण तौर पर एलर्जिक रिएक्शन तब होता है जब आपकी बॉडी ज्वेलरी के मेटल से एलर्जिक होती है | निकल एक कॉमन मेटल होता है जो पियर्सिंग के साथ एलर्जिक रिएक्शन करता है | पियर्सिंग साइट के आस-पास इतनी खुजली होना कि रैश तक हो जाना, पियर्सिंग साइट से हीटिंग निकलना, पियर्सिंग छेद का बड़ा हो जाना या फिर गंभीर सूजन या जलन होना - ये सभी एलर्जिक रिएक्शन के लक्षण होते हैं | [१७] एलर्जिक रिएक्शन होने पर, ज्वेलरी के आस-पास की स्किन टाइट या लूज़ हो सकती है |
    • एलर्जिक रिएक्शन तब होता है जब कोई ज्वेलरी स्किन को सूट नहीं करती | स्किन ज्वेलरी से कांटेक्ट करना बंद कर देती है जिससे पियर्सिंग छेद बड़ा हो जाता है |
    • इस केस में अपने पियर्सर को तुरंत कांटेक्ट करें ताकि वह आपकी ज्वेलरी बदल सके | और साथ ही साथ अपने डॉक्टर के पास जाएँ और पियर्सिंग साइट का ट्रीटमेंट स्टार्ट कर दें | हो सकता है आपको एंटीबायोटिक्स लेने की जरुरत पड़े |
  5. यदि लक्षण गंभीर नहीं है और आपको लगता है कि यह इन्फेक्शन का शुरूआती पड़ाव है तो डॉक्टर को संपर्क करने से पहले घरेलु उपचार ट्राई करने में कोई बुराई नहीं है | नीचे लिखें घरेलु उपचार असरदार हो सकते हैं:
    • सेक करना | जैसे कि पहले भी कहा गया है कि ठंडा और गर्म दोनों ही सेक इर्रिटेटेड पियर्सिंग को आराम पंहुचा सकते हैं | एक पट्टी जिसे गर्म सेलाइन वाटर में भिगोकर अच्छे से निचोड़ा गया हो, वह प्रभावित क्षेत्र को साफ़ करने और खून का प्रवाह बनाये रखने में बहुत असरदार होती है | [१८] ठंडा सेक करने से पियर्सिंग साइट से निकलने वाली गर्मी को राहत मिलती है |
    • कैमोमाइल टी सोक्स | एक कप उबलते हुए पानी में कैमोमाइल टी बैग को डालें | टी के ठन्डे होने (लगभग 20 मिनट) का इंतज़ार करें | अब टी में एक कॉटन बॉल डालें | अब उस कॉटन बॉल को पियर्सिंग प्रभावित क्षेत्र पर 5 मिनट तक अच्छे से रखें | यदि आपको आराम मिलता है तो आप इसे दिन में एक से ज्यादा बार भी कर सकते हैं |
      • आप टी को आइस क्यूब के रूप में भी फ्रीज़ कर सकते हैं और इन आइस क्यूब का इस्तेमाल आप दर्द, सूजन या इर्रिटेशन दूर करने के लिए कर सकते हैं |
    • दर्द कम करने वाली दवाईयाँ | यदि प्रभावित क्षेत्र में गंभीर दर्द है तो आप इस असहजता को दूर करने के लिए केमिस्ट से दवाई भी ले सकते हैं | कोशिश करें कि आप नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाईयाँ ही लें | [१९]
  6. जब भी आपको किसी भी तरह की आशंका हो तो डॉक्टर से संपर्क करें | यदि आपको अपने क्लीनिंग रूटीन या घरेलु नुस्खों से आराम नहीं मिल रहा है तो भलाई इसी में है कि आप प्रोफेशनल मेडिकल हेल्प लें | गंभीर दर्द, सूजन, ब्लीडिंग, डिस्चार्ज होने की स्थिति में डॉक्टर को दिखाना ही समझदारी है | [२०]
    • यदि आपको एलर्जिक रिएक्शन या इन्फेक्शन की समस्या है तो डॉक्टर आपको एंटीबॉयटिक्स लेने की सलाह दे सकता है ताकि आपका शरीर इन्फेक्शन से लड़ सके और आप जल्दी अच्छे हो जाएँ |

सलाह

  • केवल उन्ही स्प्रे या क्लीनर्स का इस्तेमाल करें जिन्हे यूज़ करने के लिए आपके पियर्सर ने सलाह दी है |
  • यदि आपकी पियर्सिंग पूरी तरह से ठीक नहीं हुई तो जेनिटल डिस्चार्ज से डायरेक्ट कांटेक्ट करने से बचें |
  • पेपर टॉवल का इस्तेमाल करके आप पियर्सिंग को अच्छे से पोंछ सकते हैं | इसके बाद आप हेयर ड्रायर की हेल्प से पियर्सिंग एरिया को सुखा सकते हैं | ड्रायर की कूल सैटिंग का यूज़ करें ताकि पियर्सिंग गर्म न हो जाएँ और स्किन जल न जाएँ |
  • "बम्प से बचने के लिए": केवल इंटरनली थ्रेडेड टाइटेनियम ज्वेलरी ही पहनें | कभी भी बेवजह अपनी पियर्सिंग छूने या उससे खेलने की कोशिश न करें | और डेंगल ज्वेलरी पहनने के लिए कम से कम 6 महीने रुकें |

चेतावनी

  • पियर्सिंग तभी करवाएं जब आपको लगे कि आप इसकी अच्छी देखभाल कर सकते हैं |
  • ध्यान रहे यदि आपको नकली जेवेल्लेरी, क्रीम्स या स्प्रे या फिर लैटेक्स (मेडिकल ग्लव्स) से एलर्जी है तो आप पियर्सर को पहले से ही बता दें |

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १,५१७ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?