शायद अपने क्रश (crush) का नंबर पाना ही अपने आप में एक चुनौती थी मगर यह सोचने की कोशिश कर पाना भी उतनी ही बड़ी चुनौती होती है कि उसे क्या टेक्स्ट भेजा जाए। जब किसी ऐसे को टेक्स्ट भेजना हो, जिसे आप पसंद करते हैं, तब ऐसा एक दोस्ताना सवाल पूछ कर उनको ग्रीट (greet) करने से शुरुआत करें, "तुम्हारा क्या हाल है?" वहाँ से, उनको ही ध्यान में रख कर आगे बातें करते रहिए, पर यदि आपके क्रश की कोशिश बातें ख़त्म करने की या उन्हें संक्षिप्त रखने की हो, तब ऐसा दिखाने की कोशिश करिए कि आप आगे बढ़ कर बातें करने के लिए, बहुत बेचैन न दिखें।
चरण
-
सम्मान से उनको ग्रीट करिए: सभी को पूछना अच्छा लगता है "क्या चल रहा है", मगर सच कहिए तो इसे छोड़ना होगा। क्योंकि आपमें से जो लोग यह पूछते हैं, उन्हें हमेशा क्या जवाब मिलता है? "कुछ ख़ास नहीं, और तुम्हारा?" या "ऐसे ही, तुम्हारा?" तो कुछ नया सोचिए, और ऐसा कुछ कह कर देखिये "क्या करना है, अब?" "क्या करोगे?" कुछ ऐसा मज़ाकिया जिस पर उनका ध्यान जाए। वे कह सकते हैं, "दोस्तों के साथ घूमना फिरना", जो कि बिलकुल बढ़िया है, क्योंकि वे लोगों के साथ हैं और "कुछ ख़ास नहीं"-पन के अंधेरे में नहीं डूबे हैं।
-
उतावले मत हो जाइए: अगर आप टेक्स्ट भेजते हैं और उनका जवाब नहीं आता है, तब धीरज रखिए। न तो उन्हें फिर से टेक्स्ट भेजिये और न ही उनसे पूछिये कि क्या उन्हें आपका टेक्स्ट मिला। शांत बने रहिए; वरना लगेगा कि आप ज़रूरतमंद हैं।
-
यह समझ लीजिये कि अधिकांश लोग टेक्स्ट मेसेज में ज़रूरत से अधिक नहीं लिखेंगे, ख़ास तौर से जबकि या तो उन्हें पता ही न हो कि आप उन्हें पसंद करते हैं, या उनमें आपके लिए कोई भावनाएँ ही न हों: अभी के लिए यही मान लीजिये, क्योंकि ऐसा भी हो सकता है कि उनकी आपमें दिलचस्पी तो हो मगर वे शर्मीले हों, या उन्हें फ़ोन पर टाइप करना उतनी अच्छी तरह से न आता हो।
-
टेक्स्ट का समापन अच्छी तरह से करिए: "lol" जैसे एक लाइन वाले टेक्स्ट मेसेज को छोड़ ही दीजिये। अगर बात इस पर बंद होती है, तब वहीं रुक जाइए। अगर आप उसके बाद भी ऐसा कुछ लिखते हैं "तो... पिछले हफ़्ते वाला पेपर जो हमने लिखा वह बहुत कठिन था," तब आप थोड़े उतावले लगेंगे, इसलिए अच्छा होगा कि यहीं रुक जाइए। अगर आप दोनों, दोस्तों की तरह निकट हों, तब आप पहले गुडबाय कहना चाहेंगे, जैसे "अब मैं संगीत सुनूंगा। ttyl?" अगर अभी उतने करीब नहीं हैं, तब बस बंद कर दीजिये। सच पूछिये तो तब बहुत चिढ़ होती है जबकि आप तो बातचीत बंद करना चाहते हैं, मगर दूसरा आपको छोड़ता ही नहीं।
-
कोशिश करिए कि पहले गुडबाय आप ही कहें: इससे होता यह है कि दूसरा व्यक्ति के मन में कुछ और कहने की इच्छा रह ही जाती है। समझने की कोशिश करिए कि कहाँ पर बातचीत ढीली पड़ रही है, ताकि आप ही पहले उसे समाप्त कर सकें। बाद में उन्हें आपकी यह बात पसंद आएगी, क्योंकि ढीली-ढाली बातों में बीच-बीच में नीरस ख़ामोशी आ जाती है और कोई दिलचस्प बात भी नहीं हो पाती है।
-
दूसरे व्यक्ति को परेशान मत करिए: बशर्ते कि दिन इतना शानदार हो कि आप दोनों एक दूसरे से फ़्लर्ट कर रहे हों और एक दूसरे को टेक्स्ट भेजने में मज़ा आ रहा हो, कभी भी दिन में दो बार से अधिक बातें शुरू मत करिए।
- और, कभी भी, उनके द्वारा बातचीत बंद करने के बाद, बातें मत करते रहिए। इससे बहुत चिढ़ होती है और सभी सभ्यताओं में इसे नापसंद किया जाता है। [१] X रिसर्च सोर्स
-
कभी कभार, उनसे यह पूछ लेना ठीक ही होगा कि कहीं आप उन्हें परेशान तो नहीं कर रहे हैं, जैसे कि जब आपको लगे कि जब आप टेक्स्ट भेज रहे हैं तब या तो वे कुछ काम कर रहे होंगे या कुछ लिख पढ़ रहे होंगे: मगर यह भी तभी पूछिये जबकि वे ऐसा कुछ कहें जिससे आपको लगे कि या तो वे व्यस्त हैं या उन्हें ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है।
- जैसे कि, अगर वे कहें कि वे अंग्रेज़ी का निबंध लिख रहे हैं, तब आप कह सकते है "मुझे बता देना अगर मेरे कारण ध्यान बंट रहा हो, मुझे तुमको परेशान नहीं करना नहीं है।" इसका वे विनम्रता से जवाब दे सकते हैं। परंतु, अगर इसके जवाब में वे कहते हैं कि बाद में जवाब देंगे, तब उनके जवाब की आशा मत करिए। अगर एक दो घंटे बाद भी जवाब न आए, तो बेचैन मत हो जाइएगा। जब उनका मन हो तब उन्हें जवाब देने दीजिये।
-
इन्टरनेट स्लेंग (Internet slang) का बहुत अधिक इस्तेमाल मत करिए: चैटस्पीक (chatspeak) शायद ही कभी अच्छी लगेगी। आम बातचीत में इसका इस्तेमाल ठीक है, मगर चैटस्पीक से ही पूरा टेक्स्ट कभी मत बनाइएगा।
- उनकी तरह बात करना याद रखिए। जैसे कि अगर वे अक्सर "idk" का इस्तेमाल करते हों, मगर उन्हें पूरे शब्द बोलना ही पसंद हो, तब वही करके देखिये। शायद वे इसलिए ऐसे बोलते हों, क्योंकि उन्हें चैटस्पीक पसंद ही नहीं हो, और अगर आप उनकी तरह से बोलेंगे तब आपके लिए उनसे बात करना आसान हो जाएगा। यही बात उन लोगों के लिए भी सही होगी जो हमेशा चैटस्पीक में ही बातें करते हैं, तो, अगर आपने अभी तक नहीं किया हो, उनकी साथ उन्हीं की बोली में बात करिए। [२] X रिसर्च सोर्स
-
मान जाइए कि बात हमेशा ही उनके बारे में है: सच तो यही है कि बात हमेशा दूसरे व्यक्ति के बारे में ही होती है। याद रखिए कि लोगों को अपने बारे में बात करना बहुत पसंद होता है, और इससे आपको भी फ़ायदा होता है, क्योंकि आप उनके बारे में और भी जान सकते हैं। [३] X रिसर्च सोर्स उनसे ऐसे सवाल पूछिये, जैसे "आपको क्या करना पसंद है? " या "क्या आप कोई खेल खेलते हैं?" मगर, इन सवालों को पूछने से पहले थोड़ी घनिष्ठता बढ़ा लीजिये।
- शायद अच्छा यह होगा कि तीसरी बार जब आप उनसे टेक्स्ट पर बातचीत कर रहे हों, तब उनके व्यक्तित्व और रुचियों के बारे में सवाल पूछना शुरू कीजिये। कुछ सवालों के बाद, दिखाइये कि चूंकि आप कुछ बोर (bore) हो चुके हैं और बस यूँ ही जानना चाहते हैं कि वे क्या कर रहे हैं, इसलिए आप इतने सारे सवाल पूछ रहे हैं।
- किसी भी बातचीत में महत्वपूर्ण यह है कि आप दूसरे को चिढ़ा न दें, इसलिए किसी सवाल के बाद बातचीत का रुख़ मोड़ने की कोशिश करिए। जैसे कि, "आप क्या खेल खेलते हैं?" –"मैं फेंसिंग (fencing) करता हूँ।" -"ओह, यह तो बढ़िया है! मेरी भी हमेशा से यही करने की इच्छा थी, मगर कभी कर नहीं पाया।" -"इसमें बहुत मज़ा आता है, कभी करके देखना।" -"इसमें होता क्या है? " आदि। चाहे आपकी इसमें दिलचस्पी न भी हो, कोशिश करके ऐसा दिखाइए कि आपको दिलचस्पी है। [४] X रिसर्च सोर्स
-
स्टीरियोटाइप्स (Stereotypes): कभी-कभी ऐसा लग सकता है कि बातचीत हमेशा लड़के को ही शुरू करनी चाहिए। परंतु अगर दिलचस्पी उसकी नहीं है, तब यह सच नहीं होगा। मान लिया, कि आपको उसे प्रतिदिन टेक्स्ट नहीं भेजना चाहिए; मगर एक दिन छोड़ कर या थोड़े दिनों बाद ताकि उसे भी शुरू करने का मौका मिल सके। पता नहीं, मगर हो सकता है कि वह भी आपसे बातें करना चाहता हो। [५] X रिसर्च सोर्स
- इसके अलावा, कभी भी दीवानगी मत दिखाइए। टेक्स्ट भेजते ही फ़्लर्ट करना मत शुरू कर दीजिये, मान लीजिये कि वह भी कोई लड़की जिससे आपकी अभी मुलाक़ात हुई है और जिससे आप दोस्ती करना चाहती हैं। कुछ समय बाद थोड़ा फ़्लर्ट करिए और जब बात कुछ आगे बढ़ जाये तब, थोड़ा और फ़्लर्ट कर लीजिये।
-
प्लेयर (player) किसी को पसंद नहीं आते, इसलिए उन्हें सचमुच चाहने से पहले उनको अच्छी तरह से जान लीजिये: वे आकर्षक भी हो सकते हैं और बहुत ही भयानक व्यक्तित्व वाले भी, इसलिए उनकी असलियत जानने के लिए, टेक्स्ट भेजने के अलावा उनसे मिल कर बातें करने की कोशिश करिए। जब आप सचमुच में तय कर लें कि आप उन्हें पसंद करती हैं, तभी फ़्लर्ट करिए।
-
दिलचस्प बनिए!: "हेलो।" "हाय।" "क्या चल रहा है?" "कुछ खास नहीं। तुम?" "वही।" "हाँ।" "कल वाला हॉकी मैच हम जीत गए।" "बधाई।" "धन्यवाद।" ... नहीं। अपनी बातों में रंग भरिए! ऐसा दिखाइए कि आपको उससे बातें करना अच्छा लग रहा है, बात करके ख़ुशी मिल रही है!
- अगर आपके पास सीमित टेक्स्ट भेजने की क्षमता है, तब एक बार में "हेलो! क्या चल रहा है?" कहने से आपका एक टेक्स्ट बच जाएगा। बातें शुरू करने के लिए हमेशा कोई बैकअप विषय तैयार रखिए, जैसे "तो, हैप्पी दिवाली! कुछ बढ़िया गिफ़्ट मिली?" या "विश्वास नहीं होता कि नया साल आ भी गया।"
- या "पता है कि शब्द 'zyzzyva' का क्या मतलब होता है? मुझे अभी पता लगा और मैं जानना चाहता था कि क्या तुम्हें पता है ;)" ऐसे बनिए जिससे बातें करने में मज़ा आए! कुल मिला कर, ऐसे बनिए जिस पर विश्वास किया जा सके, ताकि जब किसी की ज़रूरत हो, तब "क्या आप मेरी मदद कर सकते हैं...?" कहते समय उनको हिचकिचाहट न हो। किसी भी संबंध में विश्वास ही कुंजी होता है।
-
मज़ाकिया, खिलंदड़े और थोड़े से बड़बोले बनिए: ऐसे टेक्स्ट भेजिये “ए! मेरे बारे में सोचना बंद करो! :P” या “मैंने अभी तुमको अकारण अपना फ़ोन चेक करते हुये देखा… लगता है कि मैंने तुमको जकड़ लिया है =]”
-
ऐसे मेसेज मत भेजिये: “ए!”, “क्या हाल है?”, “क्या हो रहा है?”, “छुट्टी में क्या किया?”, “क्या चल रहा है?”, “आशा है दिन बढ़िया गुज़र रहा होगा!”, या इसी तरह के कोई भी अन्य।
- थोड़े और क्रिएटिव (creative) बनिए, क्योंकि ये तो आम मेसेज हैं जो सभी को हमेशा मिलते ही हैं। इनसे बहुत जल्दी मन ऊब जाता है, इसलिए अपने को अलग दिखाने के लिए कुछ अधिक दिलचस्प चीज़ भेजिये।
सलाह
- अगर आप ऊपर दी गई किसी सलाह से असहमत हों, तब उसका इस्तेमाल मत करिए। अपनी इन्स्टिंक्ट्स (instincts) पर भी विश्वास करिए, उनसे शायद बेहतर नतीजा मिलेगा।
- खुश रहिए। यह सुनिश्चित करिए कि अपने मेसेज में आप आशावादी लगें।
- बहुत अधिक बार टेक्स्ट मत भेजिएगा वरना उनको चिढ़ हो जाएगी।
- जो बातें उन्होंने आपको बताई हों, उनका ज़िक्र करिए और वहीं से बात आगे बढ़ाइए।
- बातें संक्षिप्त रखिए।
- अगर उन्हें हंसी मज़ाक पसंद हो तब उन्हें मज़ाकिया चित्र भेजिये और कुछ निजी बातों पर मज़ाक करिए।
- हर समय एक ही विषय में बातें मत करते रहिए। उन्हें लग सकता है कि आप बोरिंग हैं!
- लगातार तीन से अधिक मेसेज मत भेजिये।
- अभद्र भाषा का बहुत इस्तेमाल मत करिए। उन्हें लग सकता है कि आपको उनसे शिकायत है।
- हमेशा मज़ाक का इस्तेमाल करिए।
चेतावनी
- आप जो टेक्स्ट भेजते हैं, उसके बारे में सावधान रहिए। अगर आप गंदे टेक्स्ट भेजेंगे, तब उन्हें शायद पसंद नहीं किया जाएगा। जब आप एक दूसरे को कुछ बेहतर जान लें उसके बाद थोड़े चीकी (cheeky) और खिलंदड़े टेक्स्ट भेजने की सोचिए, गंदे और अशिष्ट नहीं।
- उनसे यह कभी मत कहिए कि वे हॉट (hot) हैं। अगर कभी ऐसी परिस्थिति आ ही जाए जब आप ऐसा कुछ कहना चाहें, तब लड़की से कहिए कि वह "प्यारी", "सुंदर", या "क्यूट" है। लड़के से कहना हो तो उसे "क्यूट" या "आकर्षक" कहिए। मतलब ऐसा कुछ जिससे यह न लगे कि आप उससे शारीरिक संपर्क बनाना चाहेंगे।
- कभी भी उन लोगों की बात मत करिए जिन्हें आपने कभी चाहा हो, या जिनमें आपकी दिलचस्पी हो। इससे वे आपसे दूर हो जाएँगे, और अगर उन्हें दिलचस्पी होगी भी, तब वे निराश हो जाएँगे।
रेफरेन्स
- ↑ https://www.datingmetrics.com/texting-girls/
- ↑ https://www.datingmetrics.com/texting-girls/
- ↑ https://www.scientificamerican.com/article/the-neuroscience-of-everybody-favorite-topic-themselves/
- ↑ https://www.girlschase.com/content/how-not-be-creepy-guy
- ↑ https://www.huffingtonpost.com/2014/04/25/texting-crush-flirt_n_5185988.html