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हर कोई कभी-न-कभी सबसे पहले खुद के बारे में सोचने के लिए मजबूर रहता है। हालांकि हमारी सोसाइटी में कई लोगों के द्वारा इसे सराहा जाता है, लेकिन अपने बारे में पहले सोचना या सेल्फ़िश (स्वार्थी) होना, कुछ लोगों को ठेस पहुंचा देता है, कभी-कभी ये बहुत थोड़े से लेकर बहुत ज्यादा तक हो जाता है। [१] एक सेल्फ़िश इंसान अक्सर आखिर में अपने सारे फ्रेंड्स को या अपने करीबी लोगों को खो बैठता है, क्योंकि एक सेल्फ़िश इंसान चाहे कितना भी चार्मिंग या इंट्रेस्टिंग इंसान क्यों न हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, सेल्फ़िश इंसान के साथ में एक रिश्ता रख पाना बहुत मुश्किल होता है। एक बहुत सेल्फ़िश इंसान कभी खुद के एक सेल्फ़िश इंसान की संभावना के बारे में सोचता ही नहीं है। कई लोग सोचते हैं कि खुद के बारे में सबसे पहले सोचना और गर्व होना अच्छी बात है और दूसरों की जरूरतों को खुद से पहले पूरा करने वाले इंसान बेदिमाग होते हैं। अगर आपको भी आपके एक सेल्फ़िश इंसान बनने की चिंता सता रही है और आप एक आभारी और इंसानियत के रास्ते पर चलना चाहते हैं, तो फिर ऐसी बहुत सी चीजें हैं, जो आप आपके लिए कर सकते हैं।

विधि 1
विधि 1 का 3:

अपने नजरिए को बदलना

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  1. अगर आप एक स्वार्थी इंसान हैं, तो उम्मीद है कि आप हमेशा खुद के लिए सब-कुछ #1, सबसे पहले करने की उम्मीद रखते होंगे। एक बार जैसे ही आप अपनी लाइफ को खुशियों से और जरा भी सेल्फ़िश हुए बिना जीना सीख जाएंगे, आप खुद को बदलना सीख जाएंगे। [२] अब अगली बार जब भी आप कुछ करें, फिर चाहे आप किसी शॉप की लाइन में हों या फिर बस में सीट मिलने का इंतज़ार कर रहे हों, थोड़ा रुक जाएँ और दूसरे पहले, दूसरे लोग जो चाहते हैं, उन्हें वो देने की कोशिश करें, फिर चाहे ये फूड हो, आराम या फिर और दूसरी चीज। ऐसे इंसान मत बनकर रह जाएँ, जो हमेशा केवल मैं, मैं और मैं ही सोचता है और उसे हर चीज सबसे पहले चाहिए होती है; याद रखें कि दूसरे लोग भी उतने ही स्पेशल होते हैं, जितने कि आप और दूसरे लोग भी जो चाहते हैं, उसे पाना डिजर्व करते हैं।
    • इस हफ्ते में आने कम से कम तीन स्थितियों में खुद को सबसे आखिरी में रखने का लक्ष्य रखें। देखें, जब आप किसी समय पर लगातार केवल अपने फायदे के बारे में नहीं सोच रहे होते हैं, तब आपको कितना बेहतर महसूस हो रहा होता है।
    • बेशक, जैसे ही आप इस लेवल को पार कर लेते हैं, फिर आपको हमेशा खुद को आखिर में रखने की जरूरत नहीं होगी या न ही आपको खुद को ऐसी किसी स्थिति में डालना है, जहां पर लोग आपका फायदा उठाना शुरू कर दें। लेकिन अगर आप अभी हमेशा केवल खुद को सबसे ऊपर रखा करते हैं, तो ऐसे में ये करना आपके लिए एक अच्छी प्रैक्टिस बन जाता है।
    • अगर आप खुद को एक बार भी आखिरी में नहीं रख पा रहे हैं, तो आपको शायद एक ऐसी प्रॉब्लम हो सकती है, जिसे शायद आपने अभी तक स्वीकारा नहीं है।
  2. खुद को दूसरे इंसान की जगह पर रखकर देखने से आपकी ज़िंदगी में काफी हद तक बदलाव आ सकता है। बेशक, आप असल में शायद ऐसा नहीं कर पाएंगे, लेकिन इससे आपके अंदर दूसरे लोगों के बारे में मौजूद सोच को बदलने में और किसी स्थिति में उनके मन में चलने वाली भावनाओं को महसूस करने में मदद मिल सकती है। [३] आपके कुछ करने से पहले सोचकर देखें कि आपकी माँ, आपके फ्रेंड, आपके बॉस या फिर किसी भी रैनडम इंसान को कैसा महसूस होगा, और आपको भी पता चल जाएगा कि दुनिया वैसी नहीं है, जैसा कि आप उसके बारे में सोचते हैं। किसी के साथ में सहानुभूति जताने की और लोग किस स्थिति से गुजर रहे हैं, को समझने में आप जितना ज्यादा प्रैक्टिस करते हैं, उतनी ही जल्दी आप अपनी सेल्फ़िशनेस को छोड़ने लग जाएंगे।
    • उदाहरण के लिए, इसके पहले कि आप वेटर के ऊपर आपको गलत ऑर्डर देने के लिए चिल्लाएँ, एक बार सोचकर देखें कि वो कैसा फील कर रहा है। हो सकता है कि लगातार 10 घंटे से अपने पैरों पर खड़े रहने की वजह से वो थका हो, इतनी सारी टेबल्स पर सर्व करके कंफ्यूज हो गया हो या फिर शायद वो किसी और चीज के बारे में सोच रहा हो; क्या जरूरी है कि आप उसे आपके लिए आपकी पसंद की चीज नहीं लेकर आने को लेकर उस पर इतना चिल्लाएँ?
  3. याद रखें कि आप अकेले बाकी के लोगों से ज्यादा इंपोर्टेंट नहीं हैं: सेल्फ़िश लोग लगातार ऐसा सोचते रहते हैं कि वो ही सारी दुनिया का केंद्र हैं और पूरी दुनिया को उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमना चाहिए। आपको आपकी इस सोच को भी एक बुरी आदत की तरह यहीं छोड़ना होगा। फिर चाहे आप कितने ही बड़े ऑफिसर क्यों न हों, आपको खुद को भी बाकी के दूसरे लोगों की तरह ही समझना चाहिए, न कि इसलिए क्योंकि आपको थोड़े से ज्यादा पैसे मिलते हैं, आप अच्छे दिखते हैं या फिर आप, आपके पास मौजूद दूसरे इंसान से ज्यादा टैलेंटेड हैं।
    • विनम्र और शांत होने की कोशिश करें। दुनिया बहुत बड़ी है और निश्चित रूप से एक बहुत खूबसूरत जगह भी है और आप बस उसका एक छोटा सा हिस्सा हैं। बस इसलिए, क्योंकि आप "आप" हैं, इसलिए ये मत सोच लें कि आप दूसरों से ज्यादा कुछ डिजर्व करते हैं।
  4. ठीक है, तो शायद आपके फ्रेंड, कोवर्कर्स और आपके पड़ोसी आपको पूरी दुनिया का एक सबसे स्वार्थी इंसान समझते हैं। हो सकता है किस आपके लिए शायद लोगों के मन में आपके लिए मौजूद उन सोच या पैटर्न को बदल पाना मुश्किल महसूस हो सकता है। आप इस तरह से सोचना बंद कर दें और साथ में आगे बढ़ना और एक नया इंसान बनना सीखें। बेशक, दूसरे लोग, जो आपको जानते हैं, वो ये जानकर सरप्राइज़ हो जाएंगे कि आप सेल्फ़िश बनना छोड़ते जा रहे हैं या आपने केवल खुद के ही बारे में सोचना बंद कर दिया है; इससे आपको एक अनसेल्फ़िश इंसान बने रहकर आगे बढ़ने का एक और तरीका मिल जाता है।
    • हो सकता है कि आप जब कोई अस्वार्थी चीज करने की कोशिश में हों, तब दूसरे लोग शायद आपके मकसद के लिए सवाल उठा सकते हैं। ऐसा करना आपको थोड़ा कम सेल्फ़िश बनने के लिए एंकरेज करेगा। हार न मानें और ऐसा न सोचें कि आप सेल्फ़िश ही जन्मे हैं और कि आप कभी बदल ही नहीं सकते हैं।
  5. आप क्या चाहते हैं और आपको किसी जरूरत है, के बारे में खुद से पूछकर देखें: सेल्फ़िश लोग लगातार बस लगातार "मुझे चाहिए, मुझे चाहिए" की ही रट लगाए रहते हैं, सोचते हैं कि दुनिया में मौजूद हर एक चीज बस उन्हीं की होनी चाहिए और ये कि वो हर एक उस चीज को पाने के हकदार हैं, जिसके बारे में उन्होने सपना देखा। थोड़ा रुक जाएँ और खुद से पूछें कि क्या आपको सच में उन पांचों स्वेटर्स की जरूरत है या फिर अपने पार्टनर के साथ में मिलते समय, क्या आपको सच में उसी मूवी या रेस्तरां को चुनने की जरूरत है। अगर आप थोड़ा और सोचेंगे, तो आपको पता चलेगा कि जो चीजें, आपको लगती थी कि आपके लिए बेहद जरूरी हैं, असल में उनके बिना भी जीना बहुत आसान है।
    • अपनी ज़िंदगी को आसान बना लेना और उन चीजों को छोड़ देना, जो आपको आपके लिए जरूरी लग रही थीं, आपको बहुत अच्छा महसूस कराएगा। अगर आपको पाँच में से एक नई स्वेटर मिल जाए, तो आपको केवल अपनी उसी अकेली स्वेटर के खोने के बारे में चिंता करना रहेगी।
    • आप जब समझौता करना सीख रहे होते हैं, तब ये स्किल आपके बहुत काम आती है। अगर आपको महसूस होगा कि वो चीज जिसे आप सच में पाना चाहते थे, वो ठीक उस एक चीज की तरह है, जिसे आप एक न एक दिन हासिल करना चाहेंगे, तो आप लोगों को ज्यादा अच्छी तरह से स्वीकार करना सीख जाएंगे।
    • एक बात का ध्यान रखें कि अपना टाइम किसी और को नहीं देने की इच्छा भी सेल्फ़िशनेस में आ सकती है। कुछ लोग उनकी चीजों को लेकर बहुत उदार होते हैं, लेकिन अपने टाइम को देने के लिए नहीं।
  6. दूसरे लोगों को स्पॉटलाइट देना या केंद्र का विषय बनाना एंजॉय करें: सेल्फ़िश लोग तब परेशान हो जाते हैं, जब स्पॉटलाइट किसी और को मिल जाती है, क्योंकि यही वो चीज है, जिसे वो हमेशा से अपने लिए चाहते हैं। हालांकि, अगर आप सेल्फ़िश होना बंद करना चाहते हैं, तो आपको केवल स्पॉटलाइट अकेली देने की जरूरत नहीं है, बल्कि आपको इसे दूसरे लोगों को लेता देखकर खुश भी होना होगा। हर एक शादी में खुद ही दुल्हन बनना और हर एक महौल में सबका ध्यान अपने पर खींचना छोड़ और दुल्हन को अपनी स्पॉटलाइट के टाइम को एंजॉय करने दें। हर एक चीज को अपने लिए सोचने की बजाय, दूसरे लोगों के द्वारा चीजों को हासिल किए जाने को लेकर प्राउड रहें।
    • जैलसी या कड़वेपन की भावना को खुद से जाने दें और दूसरों की सफलता को लेकर खुश रहें। अगर आप हमेशा से एक सबसे सक्सेसफुल इंसान बनना चाहते थे, तो खुद से पूछें, कि क्या आप अपनी ज़िंदगी में किसी ऐसी चीज की याद कर रहे हैं, जिसे आप अभी आपके द्वारा हासिल किए जाने वाली चीज की वजह से नही कर पा रहे हैं।
  7. ऐसे लोग, जो सेल्फ़िश होते हैं वो हमेशा ऐसा सोचते हैं कि वो सबसे अच्छी ज़िंदगी जी रहे हैं और ऐसा कोई भी इंसान जो उन्हें फीडबैक देने की कोशिश करता है, उन्हें लगता है कि वो उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। बेशक, आप आपके सामने आने वाली सारी आलोचनाओं के ऊपर तो भरोसा नहीं कर सकते हैं, लेकिन अगर आप थोड़े-बहुत के ऊपर भी फोकस करते हैं, तो आप देखेंगे कि ज़्यादातर लोग भी ठीक इसी तरह की बातें आपको बता रहे हैं। आपको ये समझना होगा कि आप किस तरह से एक इंसान की तरह बेहतर बन सकते हैं और अपने तरीकों को बदल सकते हैं, है न? अगर आपको लगता है कि आप परफेक्ट हैं और आपके पास में बेहतर बनने के लायक कुछ भी नहीं है, तो फिर आप शायद इस पेज पर नहीं आए होते, क्या आप आते?
    • आप चाहें तो आपके सामने वाली चीज के साथ में स्ट्रगल को स्वीकार करने की बजाय भी फीडबैक के लिए पूछ सकते हैं। ऐसा करने के लिए बहुत हिम्मत, ताकत की जरूरत होती है।
  8. हफ्ते में एक बार हर संडे को या फिर हफ्ते में किसी भी एक दिन, आपकी ज़िंदगी में मौजूद उन सभी चीजों की एक लिस्ट बनाने की एक आदत बना लें। अपनी ज़िंदगी की उन सभी चीजों के बारे में सोचने में समय बिताएँ, जिन्हें लेकर आप सच में आभारी हैं और साथ ही अपने पूरे समय को ऐसी चीज के ऊपर फोकस करने में न बिताएँ, जो आपके पास है ही नहीं, या फिर ऐसी चीजें, जो आप पाना चाहते थे या उन सभी "क्या होता, अगर" के जप को करना आपके पूरे दिन को और आपकी ज़िंदगी को बर्बाद कर सकता है। उन चीजों के बारे में सोचें, जो आपके लिए सही जा रही हैं, जिसमें आपकी हैल्थ से लेजर आपके फ्रेंड्स का ग्रुप तक शामिल है और आप, आपके पास में मौजूद जिन भी चीज को लेकर खुश महसूस कर रहे हैं। [४]
    • सेल्फ़िश लोग कभी भी संतुष्ट नहीं होते हैं और ये हमेशा ज्यादा, ज्यादा और ज्यादा मिलने की उम्मीद लगाए रहते हैं। अगर आप सेल्फ़िश बनना छोड़ना चाहते हैं, तो आप देखने लगेंगे कि आपकी ज़िंदगी में पहले से ही सारी अच्छी चीजें मौजूद हैं। आपको मिलने वाले और कोई एक्सट्रा खुशी या गिफ्ट, एक बोनस की तरह काम करेंगे।
    • टाइम भी एक एक फेक्टर होता है। सुनिश्चित करें कि आप आपके लिए मिलने वाले टाइम के ऊपर भी ध्यान दे रहे हैं और ये आप आपके पास में मौजूद एक्सट्रा टाइम में दूसरे लोगों की मदद करने की इच्छा रखते हैं। अगर आप किसी को भी अपने थोड़े से टाइम को नहीं लगाने की इच्छा को बनाकर चलते रहेंगे, तो आखिर में आपकी ज़िंदगी से आपके सारे फ्रेंड्स को निकाल बाहर कर देगी।
विधि 2
विधि 2 का 3:

दूसरे लोगों की परवाह करना

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  1. अपने फ्रेंड्स की बस इसलिए मदद करना, ताकि वो आपकी मदद कर सकें, सेल्फ़िश होता है। अपने फ्रेंड की बस इसलिए मदद करना, क्योंकि उसे मदद की जरूरत है या फिर क्योंकि किसी दूसरे की मदद करने से अच्छा महसूस होता है, उसे करने का सही तरीका है। अगर आप सेल्फ़िश रहना बंद करना चाहते हैं, तो फिर केवल इसलिए अपने फ्रेंड्स की मदद करने के मौकों की तलाश करें, क्योंकि उन्हें मदद की जरूरत है, न कि इसलिए क्योंकि इसके पीछे आपका खुद का एक दूसरा मकसद है। आपको वो एक इंसान बनकर नहीं रहना है, जो केवल खुद को मदद की जरूरत पड़ने पर ही किसी की मदद करता है; ये व्यवहार कहीं से भी मददगार व्यवहार नहीं लगता है।
    • आराम से अपने फ्रेंड्स की बातें सुनें और उनके किए के ऊपर भी नजर रखें। हो सकता है कि उन्हें आप से मदद की जरूरत तो हो, लेकिन वो आप से मदद की मांग करने में झिझक रहा हो।
  2. सेल्फ़िश लोग बहुत ज्यादा बुरे श्रोता होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वो पूरा समय उनके अपने स्ट्रगल के बारे में, उनकी अपनी परेशानियों और उनकी असफलताओं के बारे में बात करते रहते हैं, जिसके बाद उन्हें उनके फ्रेंड्स के द्वारा बोली जाने वाली बातों को सुनने का समय ही नहीं मिल पाता। अगर आप भी उसी तरह के इंसान हैं, जो फोन उठाता है, किसी से किसी के बारे में आधे घंटे तक बात करता है और फिर उसे बाय बोल देता है, तो फिर आप दूसरे लोगों के द्वारा कही जाने वाली बातों को सुनने का समय नहीं ले रहे हैं। [५]
    • किसी भी कन्वर्जेशन के बीच में दोनों ही तरफ से 50/50 बातें होने की उम्मीद रहना चाहिए और अगर आप आपके सारे कन्वर्जेशन में केवल अपनी ही बातें करते रहते हैं, तो फिर अगली बार आपको किसी से बात करते समय आपकी सुनने की स्किल्स को सुधारने के ऊपर काम करने की जरूरत है।
    • सेल्फ़िश लोग दूसरे लोगों की बजाय केवल अपने ऊपर ही ज्यादा ध्यान दिया करते हैं, जिसकी वजह से वो लोग किसी दूसरे इंसान के बारे में सुनने का समय ही नहीं लेते हैं।
  3. लोगों की बात को सुनना उनमें इंट्रेस्ट दिखाने का एक अच्छा तरीका होता है। अगर आप कुछ और कर सकते हैं, तो वो ये कि आप लोगों से उनके बारे में, लोकल न्यूज़ के ऊपर उनके विचारों से लेकर उनके बच्चों तक के बारे में सवाल करें। आपको एक अच्छा इंसान होने का दिखावा करने के लिए उनसे बहुत ज्यादा पूछताछ करने की जरूरत नहीं है और वो जो सोचते हैं या फिर वो जिस चीज को लेकर स्ट्रगल कर रहे हैं, के बारे में अपनी ओर से परवाह दिखाना है। जब लोग बात करें, तब केवल सिर हिलाकर और बात करने के लिए अपनी चांस आने का इंतज़ार न करते रहें, बल्कि धीमे हो जाएँ और अगर आपको लगता है कि वो जैसा बारे में बात कर रहे हैं, आप उसे लेकर जुनूनी हैं, तो उनसे उसके बारे में सवाल पूछ लें।
    • आप लोगों को परेशान किए बिना भी उनमें अपने इंट्रेस्ट को दिखा सकते हैं। अब अगली बार जब भी आप किसी से बात करें, अपनी बातों को 20% पर सेट करें और फिर आपके द्वारा नॉर्मली पूछे जाने से ज्यादा सवाल करें और देखें इससे आपको कैसा फील होता है।
  4. वॉलंटियर करना अपनी दुनिया को और खोलने और खुद को ये दिखाने का एक अच्छा तरीका है कि दुनिया में कई सारे लोग हैं, जो आप से कम किस्मत वाले हैं। हो सकता है कि किचन में समय बिताए बिना या किसी एडल्ट को पढ़ने का तरीका सिखाए आप शायद ऐसा सोच सकते हैं कि आपके पास में वो सारी चीजें नहीं हैं, जो आपके लिए जरूरी हैं। हालांकि, आपको केवल अच्छा महसूस करने के लिए वॉलंटियर करने की जरूरत नहीं है, आपको अपना टाइम देख दूसरे लोगों के साथ में एक कनैक्शन बनाने की कोशिश करना चाहिए और अपने से अलग एक दुनिया को देखने की कोशिश करना चाहिए।
    • आप पाएंगे कि आप असल में दूसरों को खुश देखने की भावना के आदी हो गए हैं। जल्दी आप उन चीजों के बारे में सोचना छोड़ देंगे, जो आपके पास में हैं ही नहीं, क्योंकि अब आप दूसरे लोगों की मदद करने के बारे में सोचेंगे।
  5. मानते हैं कि अगर आप से आपकी पिछली 10 गोल्डफिश की मौत हो गई हो, तो ऐसे में आपको एक पालतू जानवर रखने के बारे में नही सोचना चाहिए, एक पालतू जानवर का होना आपको ऐसा महसूस करा सकता है कि ऐसा कोई है, जो जीने के लिए आप पर निर्भर करता है और आपके पास में दूसरे जानवर की मदद करने की ताकत भी है। किसी शेल्टर जाएँ और वहाँ से एक क्यूट सी बिल्ली या पपी ले आएँ और उसे अपना बेस्ट फ्रेंड बना लें। आप देखेंगे कि जब आप आपके डॉग के पास चलकर जाएंगे, अपने पालतू जानवर को खाना देंगे या फिर बस अपने घर में आए इस नए साथ को प्यार करने में थोड़ा सामी बिताएँगे, तब आपके पास में उन सेल्फ़िश विचारों के लिए समय ही नहीं रह जाएगा।
    • कुत्ते को पालने के लिए काफी सारी जिम्मेदारियों को निभाने की जरूरत होती है। उन जिम्मेदारियों को पूरा करना -- खासकर किसी दूसरी की देखभाल के नाम पर -- निश्चित रूप से आपको सेल्फ़िश होने से रोक लेगा।
  6. जब आपके फ्रेंड, फैमिली या यहाँ तक कि आपका पड़ोसी भी मुश्किल में हो, तब आपको उनके साथ खड़े होना चाहिए। हो सकता है कि आपके कोवर्कर के परिवार में किसी की मौत हुई हो या फिर आपका पड़ोसी कई महीनों से बीमार चल रहा हो; थोड़ा समय लेकर उनके लिए घर पर बना लें, उन्हें कॉल करें या फिर उन्हें एक कार्ड ही दे दें और उनसे पूछें अगर उन्हें किसी की मदद जरूरत हो, तो।
    • लोग शायद किसी से मदद की मांग करने में हिचकिचा सकते हैं, फिर चाहे उन्हें निश्चित ही किसी से मदद की जरूरत हो। ये पीटीए लगाना पूरी तरह से आपके ऊपर है कि आप किस तरह से दखल दिए बिना, उनकी मदद करने का तरीका खोज सकते हैं।
  7. सेल्फ़िश लोग अपने साथ में हुए किसी अच्छे पल को किसी के भी साथ में शेयर करने से नफरत करते हैं। इसलिए, ये समय है अपने सिस्टम से उन स्वार्थ के कीड़ों को बाहर निकाल फेंकने का। अपनी चीजों को बांटना सीखें, फिर चाहे आप आपके फ्रेंड को आपका आधा सैंडविच बाँट रहे हैं या फिर अपने फ्रेंड को उसकी फर्स्ट डेट पर पहनने के लिए आपके वार्डरोब से एक ड्रेस लेने का मौका दे रहे हैं। ऐसा कुछ चुनें, जो आपको सबसे ज्यादा पसंद है, जिसे आप किसी के साथ में बांटने के बारे में सोच भी नहीं सकते और फिर वही चीज अपने फ्रेंड को ऑफर कर दें। अपनी चीजों को किसी को देना पहली बार में आपको बहुत मुश्किल सा लगेगा, लेकिन ये सेल्फ़िश होना छोड़ने के रास्ते में खुद ही आप से होते जाएगा।
    • खाना सबसे बड़ी चीज है। सेल्फ़िश लोग अपना खाना शेयर करना पसंद नहीं करते हैं। हालांकि, आपको आपके लिए तो भरपूर रखना ही चाहिए, खुद से पूछें कि क्या आपको सच में वो एक एक्सट्रा कुकी की जरूरत है या फिर अच्छा रहेगा, अगर आप आपके रूममेट्स या फ्रेंड्स को ऑफर कर दें।
  8. टीम का एक हिस्सा होना, कम सेल्फ़िश बनने का एक अच्छा तरीका होता है, फिर चाहे ये आपके ऑफिस का एक प्रोजेक्ट हो, आपके स्कूल डिबेट टीम का एक हिस्सा या फिर आपकी कम्यूनिटी की एक बोलिंग लीग हो। बस एक ग्रुप का हिस्सा बनना और पूरे ग्रुप की जरूरतों के साथ में हर एक मेम्बर की जरूरतों को बैलेंस करना सीखना, आपको ये महसूस करने में मदद कर सकता है कि अपनी सेल्फ़िशनेस को छोड़ना कितना जरूरी होता है।
    • टीम का एक लीडर होना आपको कम सेल्फ़िश बनने में मदद कर सकता है। आप देखेंगे कि ग्रुप की जरूरतें किसी अकेले इंसान की जरूरत से ज्यादा जरूरी होती हैं और ये भी कि लोगों को खुश करने के लिए कुछ समझौते करने में कोई खराबी नहीं।
  9. सेल्फ़िश लोग अक्सर केवल खुद ही की जरूरतों, खुद के स्ट्रगल्स और अपनी इच्छाओं के ही बारे में बातें करते रहते हैं। अब अगली बार जब भी आप अपने फ्रेंड के साथ में बात करें, बाद में एक बार उसे फिर से दोहराएं और देखें आपने आपके बारे में कितनी देर तक बातें की। अगर आपको लगता है कि आपके द्वारा बोली हुई सारी बातें आपके आसपास की दुनिया की बजाय केवल आप ही के बारे में थी और आपके फ्रेंड को बोलने के लिए मुश्किल से ही मौका मिला हो, फिर अपने व्यवहार को बदल लें।
    • सलाह मांगना, अपने दिन के बारे में बात करना और पहुँच के अंदर अपनी जरूरतों को दर्शाना ठीक होता है, लेकिन अगर आप एक ऐसे इंसान की तरह जाने जाते हैं, जो किसी सामाजिक परिस्थिति में उसके अलावा कुछ और देख ही नहीं सकता, तो आपके लिए अच्छी बात नहीं है। अगर आपकी पहचान केवल अपने ही बारे में बात करते रहने वाले एक इंसान की है, लोगों को ये पता चल ही जाएगी और फिर लोग आप से बात नहीं करेंगे।
  10. अपने फ्रेंड्स, करीबी इंसान, फैमिली मेम्बर या पड़ोसी को अपने प्यार की निशानी की तरह और उन्हें अपने लिए एक जरूरी इंसान की तरह दिखाने के लिए एक गिफ्ट दें। सेल्फ़िश लोग दूसरों पर पैसे खर्च करना पसंद नहीं करते हैं या न ही नॉर्मली भी लोगों के बारे में सोचते हैं और आपको अपनी इस सोच को बदलना होगा कि अगर आपके लिए कुछ नहीं करेंगे, तो आप शायद कुछ भी नहीं कर पाएंगे। यहाँ तक कि ये चाहे आपके फ्रेंड का बर्थडे न भी आने वाला हो और आपके आसपास कोई स्पेशल मौका भी न हो, एक छोटा सा गिफ्ट देना आपके फ्रेंड के चेहरे पर एक मुस्कान ला सकता है -- असल में, एक अनचाहा गिफ्ट किसी इंसान को किसी सोचे हुए गिफ्ट से कहीं ज्यादा खुशी दे सकता है।
    • लोगों को ये दिखाने के लिए कि वो आपके लिए मायने रखते हैं, उन्हें महीने में एक बार एक छोटा गिफ्ट देने का लक्ष्य बना लें। ये असल में आपको भी बेहतर महसूस करा सकता है!
    • अगर आपका बजट टाइट है, तो आप किसी की मदद के लिए अपना थोड़ा सा टाइम भी दे सकते हैं।
विधि 3
विधि 3 का 3:

समझदार बनें (Being Considerate)

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  1. अगर आप खुद को सेल्फ़िश होने से बचाना चाहते हैं, तो आपको समझौता करना सीखना होगा। इसका मतलब कि किसी चीज को मिलने के बाद खुद को खुश होता देखने की बजाय, सोचें कि दूसरे लोगों को भी उसकी जरूरत हो सकती है और आप हमेशा आपकी पसंद की चीज को नहीं हासिल कर सकते हैं। आपको एक ऐसे जिद्दी इंसान की तरह अपनी पहचान बनाने की जरूरत नहीं है, मुश्किल घड़ी में जिस तक लोग जाने और बात करने के बारे में सोचने से भी कतराते हों। लोगों की बात को सुनना, किसी भी स्थिति के सही और गलत को पहचानना और स्थिति को दूसरे इंसान के नजरिए से देखना सीख लें। [६]
    • अपना रास्ता निकालने के लिए बस आँख बंद करके फोकस मत कर लें। परिस्थिति को दोनों ही साइड से समझने के ऊपर ध्यान दें।
    • खुद से पूछें, "किसे इसकी ज्यादा जरूरत है?" क्या आप सच में इस चीज को बहुत ज्यादा मन से पाना चाहते हैं या फिर आप बस उसे हासिल करने की जिद किए हैं? हर एक चीज आपके लिए प्रायोरिटी तो नहीं हो सकती।
    • सुनिश्चित कर लें कि आपने सामने वाले इंसान को भी सुन लिया है और आगे बढ़ने से पहले उनके नजरिए के बारे में भी सोच लें।
  2. सेल्फ़िश लोगों को लगता है कि केवल वो ही बेस्ट ट्रीटमेंट के हकदार होते हैं और वो कुछ भी कर सकते हैं और केवल ये अकेला मामला नहीं है। अगर कोई इंसान कुछ अच्छा करता है, फिर चाहे वो आपके लिए दिया कोई एक कॉम्प्लिमेंट हो या फिर क्लास तक आपको दी हुई एक राइड हो, आपको उनके द्वारा आपके लिए किए इस फ़ेवर को लेकर न्यूट्रल दिखने की बजाय, हमेशा उसका आभार जताना चाहिए और उन्हें उनके एक्शन के लिए थैंक्स भी बोलना चाहिए। ऐसे में ये न सोच लें कि लोग समझ जाएंगे और जब भी आपके साथ में ऐसा हो, तब अपनी ओर से आभार जताएँ।
    • सेल्फ़िश लोग सोचते हैं कि वो हमेशा सभी तरफ से अच्छे ट्रीटमेंट या व्यवहार पाने के "हकदार" होते हैं। ये समय है रुकने का और अपने आसपास मौजूद उन लोगों के बारे में सोचने का, जिन्होंने आपकी लाइफ को बेहतर बनाने में भाग लिया है।
  3. सेल्फ़िश लोगों को लगता है कि केवल उन्हें ही मूवी को चुनने का, हर एक छुट्टी के लिए प्लान करना का और हर एक कॉलेज या ऑफिस से जुड़े प्रोजेक्ट के ऊपर फैसला लेने का हक है। असल में, अब थोड़ा पीछे हटने का समय है और दूसरे लोगों को भी फैसले लेने देने का मौका देने का समय है। बेशक, आपके लिए आपके फेवरिट रेस्तरां की बजाय किसी दूसरे की पसंद के रेस्तरां जाना शायद थोड़ा अजीब लगेगा और बेशक आपको किसी दूसरे इंसान को आपकी रिपोर्ट के ऊपर काबू देने में भी अजीब महसूस होगा; लेकिन आपको दूसरे लोगों के द्वारा किए जाने वाले काम के ऊपर भरोसा मिल जाएगा और साथ में आप उन्हें उनके फैसले लेने की छूट भी दे देंगे।
    • अपने कंट्रोल को छोड़ना आपको अपने स्ट्रेस को कम करने का मौका दे देगा और आप ज्यादा खुश भी रहने लग जाएंगे। सोचकर देखें कि अगर आप हमेशा बस हर चीज को आपके हिसाब से चलाने के लिए, छोटी-छोटी चीजों के लिए प्लानिंग करने में अपने समय को नहीं बिता रहे होंगे, तब आपके लिए आपकी लाइफ कितनी आसान बन जाएगी।
    • कभी-कभी दूसरे इंसान के शेड्यूल से चलना भी आपके लिए चीजों को आसान बनाने में मदद कर सकता है और आपके स्ट्रेस को भी कम कर सकता है।
  4. ऐसे लोगों के साथ में समय बिताएँ, जो सेल्फ़िश नहीं हैं: ऐसे लोगों से जुड़ जाएँ, जो नरम दिन वाले या दयालु हैं और जो बदले में भी दया दिखाते हैं। दूसरे सेल्फ़िश लोगों के साथ रहना आपको एक बेहतर इंसान बनने में मदद नहीं करेगा। हम सभी लोग अपने आसपास मौजूद लोगों से प्रभावित होते हैं। अगर आप आपका सारा टाइम ऐसे लोगों के साथ में बिताएँगे, जो बस अपने ही बारे में सोचते हैं, तो बेशक, आप भी कोई उनसे ज्यादा अलग नहीं बन पाएंगे। लेकिन, अगर आप आप इंस्पायरिंग, दानी टाइप के नेचर वाले लोगों के साथ समय बिताएँगे, तो आप भी कम सेल्फ़िश बनने के रास्ते पर निकल जाएंगे।
  5. उन्हें उनकी बात को पूरा कहने दें। याद रखें कि आपकी बातें हमेशा इंतज़ार कर सकती हैं। अगर कुछ अर्जेंट है (जैसे अगर आपको कहीं जाना है), तो "एक्स्क्यूज़ मी" कहें। सेल्फ़िश लोग अक्सर सोचते हैं कि वो जो कहना चाहते हैं, केवल वही जरूरी है और दूसरे लोग जो कहना चाहते हैं, वो इतना कोई मायने नहीं रखता है, जिसके लिए वो कभी भी अपनी राय दे सकते हैं। असल में, ऐसा नहीं होता है। बल्कि, अगर आप आपकी चांस आने का इंतज़ार कारेंगे, तो आपकी राय और भी बेहतर होकर सामने आ सकेगी। इसके भी अलावा, अगर आप लोगों की बातों को सुन लेंगे, तो आप आपकी राय को बदल भी सकते हैं।
  6. अगर आप किसी के स्पेशल सीन को भूल जाते हैं, तो इसकी वजह से उसकी भावना को ठेस पहुँच सकती है। अच्छी बात ये है कि अगर आप भूल भी जाते हैं, तो आप हमेशा इसे उन्हीं के ऊपर छोड़ सकते हैं। फिर भी, हालांकि, किसी के बर्थडे को याद रखना, किसी के स्पेशल डे को याद रखने से कहीं ज्यादा मायने रखता है। ये लोगों को स्पेशल होने का अहसास दिलाने से जुड़ा होता है और साथ में उन्हें ये भी जताना कि वो आपके लिए कितने मायने रखते हैं, से जुड़ा होता है।
    • वहीं दूसरी ओर, अगर कोई आपके बर्थडे पर विश करना भूल जाए, तो इसे लेकर बहुत ज्यादा उदास बनने वाले एक इंसान न बन जाएँ। ये सभी चीजें होती रहती हैं और आपकी इस तरह की सोच का कोई मतलब नहीं कि हर किसी को आपके हर एक चीज के बारे में याद रखना चाहिए।
  7. अपने फ्रेंड्स, फैमिली और रिलेटिव्स के साथ टच में रहें: सेल्फ़िश लोग अक्सर इसलिए आसानी से लोगों के साथ में अपने रिश्ते को छोड़ दिया करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वो अक्सर उनके पास आने वाले हैं। ऐसा मत सोचें कि आपका समय बहुत मायने रखता है, इसलिए आप आपकी दादीमाँ को कॉल नहीं कर सकते या फिर फ्रेंड के साथ लंच नहीं कर सकते और फिर चाहते हैं कि दूसरे लोग ही आपका ख्याल रखें और जरूरत पड़ने पर ही उन्हें कॉल करें। लोगों से बस उनके हालचाल को पूछते रहकर ही उनकी आपकी ज़िंदगी में अहमियत को दर्शाएँ।
  8. केवल आप कैसे हैं, ग्रीटिंग तक ही सीमित मत रहें। अपने समय का इस्तेमाल करके लोगों को दिखाएँ कि आप कितने अच्छे हैं, फिर चाहे आप उनसे उनके फैशन सेंस के बारे में बात कर रहे हैं, उनकी पर्सनेलिटी के बारे में या फिर उनके द्वारा किए किसी अच्छे फैसले के बारे में बात कर रहे हों। या अगर आप कहीं लाइन में इंतज़ार कर रहे हैं और आपको किसी अजनबी इंसान का कोट अच्छा लगा, तो केवल किसी भी अजनबी इंसान को कॉम्प्लिमेंट कर दें। हालांकि अजीब-अजबी तरह के कॉम्प्लिमेंट न दे बैठें; बल्कि क्योंकि वो इसके हकदार हैं, उन्हें इसलिए कॉम्प्लिमेंट करें। [७]
  9. किसी लाइन में लोगों से जल्दी पहुँचने की कोशिश न करें: साथ में, अगर आप किसी को वॉकर या व्हीलचेयर पर देखते हैं, तो आप धीमे हो जाएँ, उनके सामने से गुजरने की बजाय उनकी मदद करें। अगर आप सोच लें कि आपको इसे पहले करना है, तो फिर उसके सामने और कुछ मायने नहीं रखता है। आपकी चांस आने का इंतज़ार करें और ऐसा दिखाए बिना कि आप जो करने वाले हैं, वो इतना जरूरी है कि आप लाइन में खड़े रहकर 5 मिनट का भी इंतज़ार नहीं कर सकते, दूसरे लोगों को उनका काम करने दें।
  10. अगर मुमकिन हो, तो लेट होने ओर कॉल करके बता दें। सेल्फ़िश लोग लोगों को इंतज़ार कराते रहने के लिए और अपना टाइम किसी के लिए भी बर्बाद नहीं करने के लिए पहचाने जाते हैं; उन्हें ऐसा लगता है कि उनका टाइम सबसे ज्यादा कीमती है, कि कोई भी उन्हें इंतज़ार नहीं करा सकता है। इसलिए थोड़े नरम बन जाएँ और जब भी आप उनसे मिलने का कहें, तब उनके सामने मौजूद होकर दूसरे लोगों को भी वो सम्मान दें, जिसके वो हकदार हैं।

सलाह

  • अपने अंदर बदलाव लाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन अपने व्यवहार में किसी तरह की प्रॉब्लम होने की पहचान करना एक बहुत बड़ा कदम है।
  • जिन लोगों को जरूरत हो, उन्हें गले लगाएँ। अपने ईगो की वजह से अपने आँसू या भावनाओं को मत छिपाएँ।
  • दूसरे लोगों को जज करना बंद करना सीखें और बल्कि उन्हें समझना सीखें।
  • लोगों को एंकरेज करें, क्योंकि हर किसी को एंकरेजमेंट की जरूरत होती है।
  • बस इसलिए क्योंकि आपको लगता है कि आप बदल नहीं सकते, इसके लिए अपने आप से नफरत न करें। आप ऐसा जरूर कर सकेंगे।
  • रातोंरात एक महात्मा बनने की उम्मीद न लगा लें।
  • "मैं" या "मेरे" जैसे शब्दों को कम यूज करें।
  • अगर पार्टी में केवल एक ही कुकी रह गई है और वहाँ ऐसा और कोई भी है, जो उसे लेना चाहता है, तो उन्हें ले लेने दें या फिर उसको तोड़कर बाँट लें।
  • किसी भी खास मौके पर उन लोगों के लिए दान करें, जो सुविधाओं से वंचित रह गए हैं।
  • जब तक आप से आपकी राय की मांग न की गई हो, तब तक अपनी "राय" मत दें, बशर्ते एक पूरा ग्रुप मिलकर किसी चीज के ऊपर अपने-अपने विचार पेश न कर रहा हो या फिर समीक्षा की मांग न की गई हो।

चेतावनी

  • बस इसलिए क्योंकि आप स्ट्रेस में हैं, दूसरे लोगों के साथ गलत बर्ताव न करें।
  • अपने किए अच्छे काम का दिखावा लोगों के सामने मत करें। वॉलंटियर करने और लोगों के बारे में सोचने का मकसद सही काम करने से है, न कि उसके लिए वाहवाही बटोरने से।

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