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पेरोनिसिया (Paronychia) उंगली के नाखून या पैर के नाखून के आसपास की स्किन में होने वाला एक इन्फेक्शन है। पेरोनिसिया के लक्षणों में नाखून के आसपास लालिमा, दर्द और सूजन शामिल हैं। पेरोनिसिया के तीव्र या एक्यूट (acute) और पुराना या क्रोनिक (chronic) दो रूप होते हैं और दोनों का इलाज लगभग हमेशा आसानी से किया जाता है। तीव्र पेरोनिसिया के लिए, उस हिस्से को दिन में कुछ बार गर्म पानी में भिगोने से आमतौर पर फायदा होता है। यदि यह एक सप्ताह के अंदर ठीक नहीं होता है, तो आपका डॉक्टर एंटीबायोटिक्स की सलाह दे सकता है। क्रोनिक पेरोनिसिया आमतौर पर फंगी के कारण होता है और अक्सर कई हिस्सों को प्रभावित करता है। शायद आपका डॉक्टर एक ऐंटिफंगल ऑइंटमेंट लिखेगा और इन्फेक्शन को ठीक होने में कुछ सप्ताह लग सकते हैं। [१]

विधि 1
विधि 1 का 3:

इन्फेक्शन वाली जगह को गर्म पानी में भिगोना (Soaking the Area in Warm Water)

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  1. एक्यूट पेरोनिसिया के अधिकांश मामलों का इलाज, इन्फेक्शन वाले हिस्से को दिन में कुछ बार गर्म पानी में भिगोकर किया जा सकता है। अगर आपको अपनी उंगली को भिगोना है, तो बस एक कटोरी की जरूरत होगी और यदि अपने पैरों को भिगोना है तो एक बेसिन का इस्तेमाल करें। पानी अच्छा गर्म होना चाहिए, लेकिन इतना गर्म नहीं कि इससे आपको दर्द या परेशानी हो। [२]
    • एक्यूट पेरोनिसिया थोड़े समय का होता है और अचानक विकसित होता है। यह आमतौर पर एक उंगली या अँगूठे को प्रभावित करता है और अक्सर एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होता है। इसके लक्षणों में आपके नाखून के आसपास लालिमा, सूजन, मवाद और धड़कने वाला दर्द शामिल हैं।
  2. यदि आपकी स्किन कटी हुई है, तो पानी में नमक या सेलाइन सॉल्यूशन (saline solution) को मिलाएँ: यदि आपकी स्किन सिर्फ लाल और सूजी हुई है, तो केवल गर्म पानी ही काम करेगा। यदि आपकी स्किन पर घाव है, तो आप अपने गर्म पानी में कुछ बड़े चम्मच टेबल सॉल्ट, एप्सम सॉल्ट (Epsom salt) या सेलाइन सॉल्यूशन को मिला सकते हैं। [३]
    • अगर आपकी स्किन पर घाव नहीं है, तो भी आप नमक को मिला सकते हैं। कुछ लोगों को अपने पैरों को गर्म पानी और एप्सम सॉल्ट में भिगोना पसंद होता है।
    • प्रभावित जगह को साफ करने के लिए एल्कोहल या हाइड्रोजन परॉक्साइड (hydrogen peroxide) का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि ये ट्रीटमेंट को धीमा कर सकते हैं। [४]
  3. अपने हाथों या पैरों को दिन में 3 से 4 बार 20 मिनट के लिए भिगोएँ: यदि पानी 20 मिनट से पहले ठंडा हो जाता है, तो इसमें और गर्म पानी को मिला लें या फिर गर्म पानी से भरे हुए दूसरे कटोरे का इस्तेमाल करें। आमतौर पर, पैरों को कुछ दिनों तक हर-रोज गर्म पानी में भिगोने पर एक्यूट पेरोनिसिया दूर हो जाता है। [५]
    • गर्म पानी प्रभावित जगह में ब्लड के प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे आपके शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।
  4. जगह को सुखाएं और यदि जरूरत हो, तो पेट्रोलियम जेली और एक पट्टी को लगाएं: जगह को भिगोने के बाद साफ टॉवल से सुखाएं। बिना घाव वाली स्किन वाले हल्के मामलों के लिए, आपको बैंडेज या पट्टी को लगाने की जरूरत नहीं होती है। यदि आपकी स्किन पर घाव हो गया है, तो आप पेट्रोलियम जेली या एंटीबैक्टीरियल ऑइंटमेंट की एक पतली परत लगा सकते हैं, और फिर इसे एक बैंडेज से ढक दें। [६]
    • पेरोनिसिया से प्रभावित जगह पर पट्टी बांधना वैकल्पिक है, लेकिन यदि आप अपने हाथों से काम कर रहे हैं या उनका सामना जर्म्स से हो रहा है, तो आपको घाव वाली स्किन की रक्षा करना चाहिए।
    • गर्म पानी में भिगोने से पहले पट्टी को निकाल दें और यदि यह आपके हाथों को धोते समय या नहाते समय यह गीली हो जाए, तो इसे बदल दें।
    • ऑइंटमेंट या पेट्रोलियम जेली को लगाने के लिए एक कॉटन स्वैब का इस्तेमाल करें। इसका इस्तेमाल करने के बाद स्वैब को फेंक दें और अगर यह आपकी त्वचा के संपर्क में आया है, तो इसे वापस कंटेनर में न डुबोएं।
  5. अपने हाथों को साफ रखें और अपनी उंगलियों को दांतों से कुतरने या चूसने से बचें: अपने हाथों को साबुन और गर्म पानी (इतना गर्म नहीं कि इससे आपके हाथ जल जाएँ) से नियमित रूप से धोएं। हालांकि, आमतौर पर आपको अपने हाथों को अपने चेहरे से दूर रखना चाहिए, लेकिन जब आप पेरोनिसिया का इलाज कर रहे हों तब यह खासतौर से जरूरी है कि अपनी उंगलियों को कुतरें या चूसें नहीं। [७]
    • यदि आप अपने बच्चे के इन्फेक्शन का इलाज कर रहे हैं और वे आपके निर्देशों को मानने लायक बड़े हैं, तो उन्हें बताएं कि वे अपने हाथों को अपने मुंह में न डालें, वरना उनकी चोट ठीक नहीं होगी।
    • यदि आपका बच्चा इतना छोटा है, वह आपकी बात को नहीं समझता है, तो उसे अपनी उंगलियों को कुतरने या चूसने से रोकने की पूरी कोशिश करें। बच्चे का डॉक्टर उसके मुंह में बैक्टीरिया के कारण होने वाली परेशानी को रोकने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की सलाह दे सकता है।
विधि 2
विधि 2 का 3:

एक्यूट पेरोनिसिया के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट लें (Seeking Medical Treatment for Acute Paronychia)

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  1. यदि आपको डायबिटीज़ है तो अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आप डायबिटीज़ के मरीज हैं, तो आपको अपने नाखून के इन्फेक्शन को खुद से ट्रीट करने कि कोशिश करने से पहले, अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डायबिटीज़ आपके शरीर की इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, इसलिए आपका डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक या एंटिफंगल दवा की सलाह दे सकता है। [८]
  2. यदि एक सप्ताह के बाद भी आपके लक्षणों में कोई सुधार नहीं होता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आपने प्रभावित जगह को एक सप्ताह तक भिगोया है, लेकिन फिर भी लक्षण बने रहते हैं या ज्यादा बदतर हो जाते हैं, तो आपका डॉक्टर एंटीबायोटिक्स या एंटीफंगल दवा की सलाह दे सकता है। अपने डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लें और उनसे इन्फेक्शन को चैक करवाएं। वे बेहतर ट्रीटमेंट का निर्धारण करने के लिए, आपको कुछ टेस्ट करवाने का सुझाव दे सकते हैं। [९]
  3. यदि आपको एक फोड़ा हो जाता है, तो अपॉइंटमेंट शेड्यूल करें: अगर आपको फोड़ा या दर्दनाक, मवाद से भरा हुआ घाव दिखाई देता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें। वे उस हिस्से को सुन्न कर देंगे, फोड़े को निकालने के लिए एक छोटा चीरा लगाएंगे, फिर घाव पर कॉटन और एक बैंडेज को लगा देंगे। जगह पर 2 दिनों के लिए बैंडेज को बांधकर रखें और पट्टी को दिन में 2 से 3 बार बदलें। [१०]
    • एक फोड़ा सूजी हुई गांठ की तरह दिखाई देता है और छूने पर यह कोमल या दर्दनाक होता है। फोड़े के बिना, आपकी उंगली केवल सूजी हुई होती है और इसमें धड़कने वाला दर्द महसूस हो सकता है। यदि आपकी स्किन पर फोड़ा है, तो सूजन बदतर और अधिक दर्दनाक होगी और ऐसा महसूस होगा कि इसमें कुछ भरा हुआ है। जैसे-जैसे फोड़ा बड़ा होता है, इस पर पिंपल की तरह एक सिर आ सकता है और इससे मवाद रिसना शुरू हो सकती है।
    • कभी भी फोड़े को अपने आप से निकालने की कोशिश न करें। आप उस जगह को अधिक कीटाणुओं के संपर्क में ला सकते हैं या इन्फेक्शन को फैलाने की वजह बन सकते हैं। [११]
  4. फोड़े को निकालने के 2 दिन बाद, उसे गर्म पानी से भिगोना शुरू करें: अगर आपका फोड़ा निकल चुका है, तो 2 दिनों तक उस पर पट्टी को लगाकर रखें और नियमित रूप से पट्टी को बदलें। 2 दिनों के बाद, बैंडेज को हटा दें और उस जगह को दिन में 3 से 4 बार 15 से 20 मिनट के लिए गर्म पानी में तब तक भिगोएँ, जब तक कि आपके लक्षणों में सुधार न हो जाए। [१२]
    • 2 दिनों के बाद आपके घाव को ठीक हो जाना चाहिए और फिर, शायद आपको पट्टी बांधने की जरूरत न हो। लेकिन, अगर आपकी स्किन पर अभी भी घाव है और आप इसे बचाकर रखना चाहते हैं, तो इसे भिगोने के बाद पट्टी बाँधें। आप चाहें, तो घाव के ठीक होने तक इस पर पट्टी बांधना जारी रखें।
  5. अपने डॉक्टर से पूछें, कि क्या आपको एंटीबायोटिक्स लेने की जरूरत है: आपके लक्षणों की गंभीरता और ट्रीटमेंट के रिजल्ट के आधार पर, आपका डॉक्टर एक फोड़े को निकालने के बाद या इसके लगातार होने वाले लक्षणों का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक्स लिख सकता है। उनके निर्देशों के अनुसार किसी भी दवा को लें। यदि आप बेहतर महसूस करने लगते हैं, तब भी डॉक्टर के बताए गए समय तक अपनी दवा को लेना जारी रखें। [१३]
    • एंटीबायोटिक दवाओं को जल्दी बंद करने से इन्फेक्शन वापस आ सकता है।
विधि 3
विधि 3 का 3:

क्रोनिक पेरोनिसिया का इलाज (Treating Chronic Paronychia)

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  1. आमतौर पर, क्रोनिक पेरोनिसिया एक फंगल इन्फेक्शन की वजह से होता है और अक्सर कई उंगलियों या पैर की उंगलियों को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में लालिमा, सूजन, दर्द, और गीली या नम त्वचा शामिल है। आपका डॉक्टर क्रोनिक पेरोनिसिया का सही निदान करने के लिए एक ट्रीटमेंट और दूसरे टेस्ट करवाने का सुझाव देगा। फिर, वह अपने रिजल्ट के आधार पर इन्फेक्शन से निपटने के लिए एक दवा लिखेगा। [१४]
    • आमतौर पर, डॉक्टर एक टॉपिकल एंटिफंगल ऑइंटमेंट लिखते हैं, जिसे आपको प्रभावित जगहों पर दिन में 2 से 3 बार लगाना होगा। हमेशा अपने डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार ही किसी भी दवा को लें। एक फंगल इन्फेक्शन को ठीक होने के लिए कुछ सप्ताह लग सकते हैं।
    • फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन एक साथ भी हो सकते हैं, इसलिए आपका डॉक्टर कई दवाएं लिख सकता है।
  2. अपने हाथों को नियमित रूप से धोने के अलावा, उन्हें ऐंटिफंगल ऑइंटमेंट को लगाने से पहले भी धोएँ। अपने हाथों को धोने के बाद या जब भी वे पानी के संपर्क में आते हैं, उन्हें अच्छी तरह से सुखा लें। अपने हर-रोज के कामों के दौरान उन्हें नमी से दूर रखने की कोशिश करें। [१५]
    • अपने हाथों को अपने चेहरे और मुंह से दूर रखना सुनिश्चित करें।
  3. यदि आपको जलन वाली चीजों के साथ काम करना है, तो ग्लव्ज पहनें: बारटेंडिंग (bartending), बर्तन धोने और घर की सफाई जैसे कामों में पानी और जलन वाले सफाई एजेंटों के संपर्क में आने से बचना मुश्किल होता है। यदि आपके हाथ लगातार गीले होते हैं या केमिकल्स के संपर्क में आते हैं, तो आपको अपने हाथों की सुरक्षा करने की जरूरत होगी। यदि संभव हो, तो तो 2 जोड़ी ग्लव्ज को पहनें: नमी को सोखने के लिए कॉटन के ग्लव्ज और पानी और केमिकल्स को दूर रखने के लिए उनके ऊपर विनाइल या रबर के ग्लव्ज पहनें। [१६]
    • पेरोनिसिया के लक्षणों का अनुभव होने पर आपको ग्लव्ज पहनना चाहिए। जब भी आपके हाथ लंबे समय तक नमी या जलन पैदा करने वाले केमिकल्स के संपर्क में हों, तो उन्हें पहनना जारी रखना बेहतर होता है। इससे आपको भविष्य में क्रॉनिक पेरोनिसिया होने की संभावनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
  4. यदि इन्फेक्शन आपके नाखूनों के नीचे तक फैल चुका है या यह नॉनसर्जिकल ट्रीटमेंट से ठीक नहीं हो रहा है, तो आपको मामूली सर्जरी की जरूरत हो सकती है। हो सकता है, कि आपके डॉक्टर को नाखून का एक हिस्सा या पूरा नाखून ही निकालना पड़े और खुले हुए नेलबेड (nail bed) पर ऐंटिफंगल ऑइंटमेंट लगाना पड़े। [१७]
    • नाखून हटाने के बाद आपको 2 दिनों तक आराम करने और प्रभावित उंगली या पैर के अंगूठे को इस्तेमाल करने से बचने की जरूरत होगी। ब्लीडिंग और दर्द को रोकने के लिए इसे अपने हार्ट के लेवल से ऊपर रखने की कोशिश करें। अपने डॉक्टर के द्वारा लिखी गई या ओवर द काउंटर पेन-रिलीवर लें। [१८]
    • सावधान रहें कि ड्रेसिंग गीली न हो और 1 से 7 दिनों के बाद इसे बदल दें। आपका डॉक्टर आपको बताएगा कि पट्टी को कितने समय तक रखना है और आपको इसे किस तरह से बदलना है। [१९]

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