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किसी निबंध को एक धमाके के साथ समाप्त करना, कदाचित कमाल के ग्रेड लाने की कुंजी है। यही वह कारण है कि आपका समापन इतना महत्वपूर्ण है। आपने निबंध में जो कुछ भी कहा है, समापन में उसका सार-संक्षेप होना चाहिए। और तब, इसका अंत उत्तेजनात्मक होना चाहिए,या शाब्दिक अलंकरण के साथ होना चाहिए। यह शिक्षण आपको उत्तरोत्तर निर्देशों से परिचित करेगा कि कैसे एक उत्तम समापन आपके निबंध को असाधारण बना देता है।

विधि 1
विधि 1 का 2:

करणीय

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    एक छोटे से बदलाव या अवस्थांतर के साथ आरंभ कीजिए (ऐच्छिक): यह आपके पाठक के लिए एक संकेत हो सकता है कि आप निबंध समाप्त करने जा रहे हैं, और उन्हें ध्यान देने की आवश्यकता है। यद्यपि बहुत से निबंध अपने अंतिम पैराग्राफ का आरंभ अवस्थांतर से करते हैं, परंतु आपके लिए यह जरूरी नहीं है यदि आपको लगता है कि यह स्पष्ट है कि आपका निबंध समाप्त होने जा रहा है। अवस्थांतर बहुत सहज हो सकता है।
  2. मध्य निबंध के प्रत्येक पैरा से पहला वाक्य लेने का प्रयास कीजिए (आपके विषय वाक्य) और उनके मुख्य तथ्यों को दो या तीन वाक्यों में लिख लीजिए। यह आपके निबंध के तर्क की पुष्टि करेगा, और आपके पाठक को याद दिलाएगा कि आप किसके संबंध में बातें कर रहे थे, या तर्क दे रहे थे।
    • आपने जैसा लिखा था, हूबहू उसी के समान सार संक्षेप देने से बचें। आपके निबंध ने जिस ओर इंगित किया था, आपका समापन मोटे तौर पर उसी उत्तर का सार संक्षेप करेगा और आपको केवल कुछ और लाइनें लिखनी पड़ेंगी।
  3. आपका समापन 5 से 7 वाक्यों के बीच होना चाहिए। यदि इससे कम है तो शायद आपने अपने तथ्यों का सार संक्षेप अच्छी तरह नहीं किया है; और यदि अधिक है, तो शायद आप कुछ अधिक ही बोल रहे हैं। संक्षिप्तता विवेक की आत्मा है।
  4. यदि आपका कोई शोध-प्रबंध है तो उसके कथन को किसी प्रकार से भी अपने समापन में अवश्य रखिए: अपने निबंध के अंत में इसका उल्लेख अवश्य करें भले ही यह चलते-चलते क्यों न किया गया हो। याद रखिए, आपका शोध-प्रबंध आपके निबंध का मुख्य तथ्य है, एक ऐसी चीज जिसके लिए आप दलीलें दे रहे हैं। यदि आपके समापन को पढ़ने वाला अभी भी नहीं समझ पाया है कि आपका शोध-प्रबंध क्या है, तो आपने उससे ठीक से कहा नहीं है।
    • इसके साथ-साथ, बार-बार अपने शोध-प्रबंध के कथन से बचें। रुचिकर ढंग से, या अन्य शब्दों का उपयोग करते हुए अपने शोध-प्रबंध पर फिर कहने का रास्ता निकालें। उन्हीं शब्दों में फिर से अपने शोध-प्रबंध की बातें कहने पर आप आपने पाठकों को आलसी लगेंगे।
  5. अधिकारपूर्ण लगने का अर्थ है सही शब्दों का प्रयोग करना (केवल पुराने शब्द नहीं), अन्य स्रोतों के प्रमाणों पर निर्भरता, और अपने लिखने की क्षमता पर विश्वास।
    • उदाहरण के लिए, यह कहने के बदले "इसीलिए मैं सोचता हूँ कि अब्राहम लिंकन 19वीँ शताब्दी के सर्वोत्तम अमरीकी राष्ट्रपति थे," कहिए कि "इसीलिए अब्राहम लिंकन 19वीँ शताब्दी के सर्वोत्तम अमरीकी राष्ट्रपति थे।" पाठक पहले से ही जानता है कि यदि आप अब्राहम लिंकन के सर्वोत्तम राष्ट्रपति होने के संबंध में लिखते हैं, तो आप इस पर विश्वास भी करते हैं। यह कहते हुए कि "मैं सोचता हूँ" आप बचाव करते सुनाई देते हैं और आप कम अधिकारपूर्ण प्रतीत होते हैं।
    • दूसरा उदाहरण: अपने विचारों के लिए क्षमायाचना नहीँ करें। यह आपके विचार हैं, इनका स्वामित्व कीजिए। इस तरह की बात कभी नहीँ कहें कि "मैं विशेषज्ञ तो नहीँ हो सकता" या "कम से कम मेरी राय यही है," [१] क्योंकि यह आपकी विश्वसनीयता को दुर्बल करता है।
  6. आपका अंतिम वाक्य अच्छी तरह से लिखा जाना चाहिए (अधिकांश वाक्यों से अच्छा लिखा जाना चाहिए), प्रासंगिक, और उत्तेजक। यह कहना आसान है परंतु करना कठिन। परंतु यह सब आपके निबंध के तथ्य के दृष्टांत से आरंभ हुआ है। अपने आप से पूछिए यह निबंध किसके बारे में है, और मैं क्या कह रहा हूँ? और तब वहाँ से आगे बढ़िए।
    • थोड़ी विडंबना के साथ अंत कीजिए। अपने अंतिम वाक्य के साथ रसिकता का प्रयोग कीजिएऔर जो कुछ आप कह रहे थे उसका एक विडंबनात्मक स्वरूप प्रस्तुत कीजिए। तब, आपके निबंध का समापन विशेष रूप से उत्तेजक हो जाता है।
    • भावनाओं को गुहार लगाएँ। अधिकतर, निबंध बहुत विवेकशील होते हैं, भावनाओं को भूल जाते हैं। इसीलिए लोगों की भावनाओं की गुहार लगाना निबंध के समापन का वास्तव में एक सशक्त उपाय हो सकता है। यदि इसे ठीक से किया जाए, तो लेख को मर्मश्पर्शी बनाने में सहायक होगा।
    • क्रियाशीलता की पुकार को सम्मिलित करें (इसका मितव्ययिता से प्रयोग करें)। यदि आपका निबंध लोगों में परिवर्तन लाने वाला है, तो अपने आधार को जगाने के लिए क्रियाशीलता की पुकार सम्मिलित करना एक उपयोगी उपकरण है। परंतु इसका प्रयोग मितव्ययिता से करें। गलत संदर्भ में (वर्णनात्मक निबंध, या तार्किक निबंध) यह अत्यंत विनाशकारी हो सकता है।
विधि 2
विधि 2 का 2:

निषेध

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  1. उद्धरणों और विश्लेषणों से अपने निबंध के समापन को अवरुद्ध करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है — यह आपको तब करना चाहिए था जब आप अपने मुख्य पैराग्राफों को लिख रहे थे।यदि आवश्यक हो, तो जितनी सफाई से संभव हो सके जो कुछ आपने उद्धरणों से सुना है, संक्षेप में लिख दें और इसे मूल प्रश्न से संबद्ध कर दें।
  2. अपने समापन में बहुत से महत्वाकांक्षी, घिसे-पिटे शब्दों का प्रयोग नहीँ करें। आप इसे पढ़ने-योग्य और कहने-योग्य बनाना चाहते हैं, कर्कश और उबाऊ नहीं। अपने तथ्यों को चिन्हित करने के लिए "पहले," "दूसरे," "तीसरे," इत्यादि का उपयोग भी नहीँ करें। स्पष्ट करें कि आप क्या कह रहे हैं और कितने तथ्य स्थापित कर रहे हैं।
  3. अब नए विचारों और विषयों को आरंभ करने का समय नहीँ रह गया है। यह उन्हें केवल भ्रमित करेगा। चीजों को अस्त-व्यस्त नहीं करें — जहाँ आपका निबंध लाया है, केवल उसी को प्रसारित करें और वही कहें जो आपने आवश्यक विश्लेषण करने के बाद सोचा है।
  4. निबंध के किसी गौण तथ्य या मुद्दे पर ध्यान केंद्रित नहीं करें: समापन आपके निबंध की किसी छोटी विषय-वस्तु को लेकर उधेड़-बुन करने का समय नहीं है। यथार्थ में, यह पीछे हट कर बड़े चित्र पर ध्यान केंद्रित करने का समय है। सुनिश्चित करें कि आपका निबंध निबंध के हृदय पर ध्यान केंद्रित करता है, उसके बालों पर नहीं।
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    अपने समापन को इनमें से किसी भी अवस्थांतर से आरंभ नहीं करें, जैसे:
    • "निष्कर्ष में,..."
    • "अंत में,..."
    • "समाप्ति पर,..." यह सभी अवस्थांतर आरंभ करने के आधुनिक उपाय नहीं हैं।

सलाह

  • अपने शोध-प्रबंध का उपयोग को अपने समापन के अंश के रूप में करें। यह दर्शाता है कि आप विषय पर स्थिर थे और इसे आप पूरा कर रहे हैं।
  • पूरा होने पर सदा अपने निबंध को अवश्य दोहराएँ। जाँच करें कि आपने उचित व्याकरण, अक्षर विन्यास, विराम-चिन्हन किया है।
  • निबंध में शब्दों में विविधता लाएँ। आपके शिक्षक उन विद्यार्थियों को पसंद करते हैं जो समापन में विस्तृत शब्दावली का प्रयोग करते हैं।
  • सदा सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि आपने समापन में संबंधित सूचना को रखा है। अपने पाठकों को दर्शाने के लिए कि आप जानते हैं कि आपकी युक्ति कैसे निबंध के विषय के अनुकूल है, अपने शोध प्रबंध के कथन को भी जोड़ने का प्रयास करें।
  • औपचारिक निबंध में उत्तम-पुरुष में कुछ कहने से बचें, सुनने में यह अव्यवसायिक लगता है। किसी भी बिंदु पर यह नहीं कहें "मुझे विश्वास है" , क्योंकि यह आपके तथ्यों को दुर्बल प्रकट करता है।
  • अच्छा ग्रेड पाने के लिए अपने निबंध का सार प्रस्तुत करें।
  • एक ही चीज को बार-बार दोहराने का प्रयास नहीं करें। पाठक ऊब जाएँगे और निबंध सच नहीं रहेगा।
  • यदि आपके पास रुब्रिक है, तो अपने रुब्रिक को पढ़ें जिससे आपको अच्छा ग्रेड मिले।
  • निबंध में मैं या तुम/आप का प्रयोग नहीं करें। सदा अन्य-पुरुष का उपयोग करें (वह, उसकी, वह, उसका, उसे, यह, वे, उनके...)

चेतावनी

  • औपचारिक लेखन में संक्षिप्तिकरण का प्रयोग नहीं करें, जब तक आपके शिक्षक ने नहीं कहा हो कि आप ऐसा कर सकते हैं। "समाप्त करने के लिए' और "संक्षेप में" जैसे शब्दों के उपयोग से भी बचें।"

विकीहाउ के बारे में

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