विकिहाउ के इस लेख में आपको सिखाया गया है कि किस प्रकार अपने लैपटॉप कंप्यूटर की पुरानी बैटरी में कुछ जीवन रेस्टोर (restore) करें। हालांकि आप अपनी बैटरी का लाइफ़स्पैन (lifespan) बढ़ाने के लिए कुछ काम कर सकते हैं, मगर सबसे बढ़िया परफ़ोर्मेंस (performance) पाने के लिए, कंप्यूटर्स की बैटरी को हर दो से तीन साल पर बदल दिया जाना चाहिए। इसके अलावा यह भी ध्यान रखिए कि अगर आपके लैपटॉप में लीथियम बैटरी है तब उसको फ़्रीज़ करने से या बार-बार पूरी तरह से डिस्चार्ज करने से उसको और भी अधिक नुकसान पहुंचेगा।
चरण
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सुनिश्चित कर लीजिये कि आपके पास लीथियम बैटरी न हो: यह तरीका तभी काम करेगा जब आपकी बैटरी को या तो निकल मेटल हाइब्रिड (NiMH) होना चाहिए या निकल कैडमियम (NiCD) होना चाहिए। अगर आप इस तरकीब को ग़लत बैटरी पर इस्तेमाल करेंगे, तब आपकी बैटरी संभवतः नष्ट हो जाएगी।
- सभी मैक्स (Macs) में, और अधिकांश आधुनिक विंडो कंप्यूटर्स में लीथियम बैटरी इस्तेमाल होती है। [१] X रिसर्च सोर्स
- आपको यह प्रोसेस उस कंप्यूटर में नहीं करना चाहिए जिसमें नॉन-रिमूवेबल (non-removable) बैटरी लगी हो, चूंकि इसके लिए या तो आपको बैटरी को निकालना होगा (जिससे आपके कंप्यूटर की वारंटी समाप्त हो जाएगी) या पूरे कंप्यूटर को फ़्रीज़ करना पड़ेगा (जिससे कंप्यूटर नष्ट हो जाएगा)।
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कंप्यूटर को बंद करके उसका प्लग निकाल लीजिये: आप बैटरी निकालने का प्रयास करें, उसके पहले कंप्यूटर को बिलकुल बंद होना चाहिए और उसका प्लग निकला हुआ होना चाहिए, वरना आपको बिजली का शॉक लग सकता है।
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बैटरी को निकालिए: अधिकांश मामलों में, आप लैपटॉप का बॉटम हटा कर बैटरी को वहाँ से अनक्लिप करेंगे, हालांकि आपके लैपटॉप में उसकी जगह बॉटम में बैटरी रिलीज़ करने का बटन भी हो सकता है।
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बैटरी को एक मुलायम कपड़े के बैग में रखिए: आप ऐसा इसलिए करना चाहेंगे, क्योंकि आप बैटरी और इस्तेमाल किए जाने वाले दूसरे बैग के बीच में बफ़र (buffer) डालना चाहते होंगे। [२] X रिसर्च सोर्स
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बैग में रखी हुई बैटरी को एक ज़िपलॉक बैग में रखिए: इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपकी बैटरी फ़्रीज़ करने के दौरान डैम्प (damp) नहीं हो जाएगी।
- इसके लिए साधारण प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल करने से बचिएगा, क्योंकि ऐसे बैग में, बैटरी में नमी इकट्ठी हो सकती है।
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बैटरी को फ़्रीज़र में कम से कम 10 घंटों के लिए छोड़ दीजिए: ऐसा करने से बैटरी को अपनी जीवन अवधि के कुछ भाग को रेस्टोर करने का अवसर तो मिल ही जाएगा। [३] X रिसर्च सोर्स
- आप बैटरी को 12 घंटों तक के लिए वहीं छोड़ सकते हैं, मगर उससे अधिक समय के लिए छोड़ देना, बैटरी के लीक कर जाने का कारण हो सकता है।
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बैटरी को रिचार्ज करिए: जब आपकी बैटरी ने फ्रीज़र में पर्याप्त समय बिता लिया हो, तब आप उसे निकाल सकते हैं, अगर ज़रूरत हो तब सुखा सकते हैं, और उसे वापस सामान्य कमरे के तापमान तक आने देने की प्रतीक्षा कर सकते हैं, और फिर उस वापस लैपटॉप में प्लग कर दीजिये। आप वहाँ से बैटरी को चार्ज कर सकेंगे।एक्सपर्ट टिपनेटवर्क इंजीनियर और डेस्कटॉप सपोर्टस्पाइक बैरन, Spike's Computer Repair के मालिक हैं। टेक में 25 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, उनका बिज़नेस पीसी और मैक कंप्यूटर रिपेयर, यूज्ड कंप्यूटर सेल्स, वायरस रिमूवल, डेटा रिकवरी, और हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अपग्रेड में माहिर है। उसके पास अपना CompTIA A+ सर्टिफिकेशन है और वह Microsoft सर्टिफाइड सॉलूशन एक्सपर्ट हैं।
आप आसानी से पुरानी लैपटॉप बैटरी को रिप्लेस कर सकते हैं। अगर आप पुरानी बैटरी को रिवाइव नहीं कर पाते हैं, तब आप 1,500 रुपये तक में एक नई बैटरी ख़रीद सकते हैं।
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जान लीजिए कि इस विधि का इस्तेमाल कब करना है: अगर आपके कंप्यूटर का बैटरी इंडिकेटर चार्ज की सही मात्रा नहीं दिखा रहा होगा, तब आप अपने लैपटॉप की बैटरी को रीकैलिब्रेट करना चाहेंगे।
- जैसे कि, अगर आपका बैटरी इंडिकेटर दिखाता है कि आपके पास 50 प्रतिशत चार्ज बाकी है, मगर आपका कंप्यूटर थोड़ी देर बाद बंद हो जाता है, तब इसका मतलब यह है कि आपको अपनी बैटरी को फिर से कैलिब्रेट करना चाहिए।
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बैटरी को 100 प्रतिशत तक चार्ज करिए: अपने कंप्यूटर का प्लग तब तक लगा रहने दीजिये जब तक कि आपकी बैटरी "पूरी तरह चार्ज्ड " पॉइंट तक न पहुँच जाये।
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अपने लैपटॉप का प्लग निकाल लीजिये: ऐसा करने के लिए चार्जर केबल को चार्जर साइड से अपने कंप्यूटर से निकाल लीजिये।
- कभी भी चार्जर को वाल सॉकेट की ओर से पहले मत निकालिए, चूंकि चार्जर के लैपटॉप में लगे रहते हुये, उसको वाल सॉकेट को वापस प्लग में लगाने से आपके लैपटॉप को नुकसान पहुँच सकता है।
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अपने लैपटॉप को तब तक चलाइए जब तक बैटरी पूरी तरह से समाप्त न हो जाये: आप अपने कंप्यूटर को तब तक ऑन रखिए जब तक बैटरी पूरी तरह से समाप्त न हो जाये, मगर वीडियोज़ को स्ट्रीम करने से या किसी अन्य बैटरी खर्च करने वाली प्रक्रिया का इस्तेमाल करने से बैटरी जल्दी ही समाप्त हो जाएगी।
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अगले 3 से 5 घंटे तक अपने लैपटॉप का प्लग निकला ही रहने दीजिये: इससे यह सुनिश्चित होगा कि बैटरी का फैन्टम (phantom) चार्ज अगली गतिविधि से पहले पूरी तरह निकल जाएगा।
- लीथियम बैटरी के लिए इस कदम को छोड़ दीजिये।
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बैटरी चार्ज करना शुरू करिए: ऐसा करने के लिए कंप्यूटर के चार्जर को वापस प्लग इन करिए। जब बैटरी का चार्ज वापस 100 प्रतिशत पर पहुँच जाये तब उसे कैलिब्रेट किया जाना चाहिए।
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इस विधि का इस्तेमाल तब करिए जबकि आपकी बैटरी बहुत जल्दी ड्रेन (drain) हो जा रही हो: अगर आपके लैपटॉप की बैटरी पहले की तुलना में बहुत जल्दी ड्रेन हो जा रही हो, तब इस विधि का एक बार प्रयोग करने से इस समस्या का समाधान हो सकता है।
- आप इस विधि का प्रयोग अक्सर नहीं करना चाहेंगे; बार-बार बैटरी को पूरी तरह से ड्रेन करके उसको फिर से पूरा रीचार्ज करने से आप बैटरी का कुल लाइफ़स्पैन 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
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अपने लैपटॉप का प्लग निकाल दीजिए: ऐसा करने के लिए चार्जर को लैपटॉप के चार्ज करने वाले पोर्ट से निकाल दीजिये।
- कभी भी वाल सॉकेट की ओर से चार्जर को पहले मत निकालिए, क्योंकि चार्जर के लैपटॉप में लगे-लगे, उसके प्लग को वापस लगाने से आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुँच सकता है।
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लैपटॉप को तब तक चलाइए जब तक कि उसकी बैटरी पूरी तरह से ड्रेन न हो जाये: आप केवल अपने कंप्यूटर को ऑन भी छोड़ सकते हैं ताकि उसकी बैटरी का जीवन समाप्त हो जाये, मगर वीडियो स्ट्रीम करने से या कोई दूसरी बैटरी ख़र्च करने वाली प्रक्रियाओं को करने से आपकी बैटरी के ड्रेन होने की प्रक्रिया तेज़ हो जाएगी।
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लैपटॉप को लगभग 3 घंटों के लिए छोड़ दीजिये: इससे यह सुनिश्चित हो जाएगा कि अगली कार्यवाही करने से पहले, आपकी बैटरी पूरी तरह से खाली हो गई है।
- लीथियम बैटरी के लिए यह चरण छोड़ दीजिये।
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बैटरी चार्ज करना शुरू करिए: ऐसा करने के लिए चार्जर का प्लग वापस लगा दीजिये।
- यह प्रक्रिया तब और अधिक कारगर होगी जबकि आप लैपटॉप को अधिक से अधिक समय तक ऑफ छोड़ देंगे।
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बैटरी को 48 घंटे तक चार्ज होने दीजिये: आप इस दौरान अपने कंप्यूटर का इस्तेमाल कर सकते हैं, मगर यह सुनिश्चित करिए कि दो दिनों तक लगातार उसका प्लग लगा रहे। ऐसा करने से यह सुनिश्चित होगा कि आपकी बैटरी पूरी तरह से रीचार्ज हो गई है, जिसके कारण आपकी बैटरी का कुल जीवन बढ़ सकता है।
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अपनी बैटरी को 50 प्रतिशत से अधिक डिस्चार्ज मत होने दीजिये: बैटरी को पूरी तरह डिस्चार्ज होने देने से, 300 से 500 डिस्चार्जेज़ के अंदर आपकी बैटरी का जीवन 30 प्रतिशत कम हो सकता है, जबकि 50 प्रतिशत तक डिस्चार्ज होने देने से बैटरी के लाइफ़स्पैन में उतनी ही कमी करीब 1,000 डिस्चार्ज के बाद आती है।
- आदर्श रूप से अगर आप कभी भी अपनी बैटरी को केवल 20 प्रतिशत तक डिस्चार्ज करते हैं, तब बैटरी लाइफ़ के 70 प्रतिशत मार्क तक पहुँचने में 2000 डिस्चार्ज लगेंगे।
- अगर आपके कंप्यूटर में NiCD बैटरी हो, तब आप उसको लगभग तीन महीने में एक बार पूरी तरह से डिस्चार्ज कर सकते हैं।
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सुनिश्चित करिए कि आपका कंप्यूटर बहुत गरम न हो जाये: गर्मी, आपकी बैटरी के एफ़िशिएंटली (efficiently) काम करने में बाधा डाल सकती है और बैटरी के जीवन को नुकसान भी पहुंचा सकती है। अगर आप अपने लैपटॉप को किसी गरम जगह पर चला रहे हों, तब यह ध्यान रखिएगा कि लैपटॉप के वेंट्स (vents) पूरी तरह खुले रहें। [४] X रिसर्च सोर्स
- आप यह भी चाहेंगे कि आपका लैपटॉप डेस्क जैसी किसी समतल, ठंडी सतह पर रखा रहे; इंट्यूशन के विपरीत लैपटॉप को अपनी लैप में रख कर इस्तेमाल करने से उचित सर्कुलेशन बाधित हो जाता है, और आपके शरीर का तापमान, लैपटॉप के तापमान को भी ऊपर ला सकता है।
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बैटरीज़ को उचित स्थितियों में स्टोर करिए: अगर आप अपने लैपटॉप को स्टोरेज में रखने वाले हैं, तब उसको किसी लोकेशन पर, पूरे चार्ज पर 68° फ़ैरनहाइट और 77° फ़ैरनहाइट (या 20° सेन्टीग्रेड से 25° सेन्टीग्रेड) पर स्टोर करके यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी बैटरी अपने लाइफ़स्पैन को रिटेन (retain) किए रखे।
- इससे पहले कि उनको फिर से चार्ज करने की ज़रूरत पड़े, बैटरीज़ को इन स्थितियों में कई महीनों तक स्टोर किया जा सकता है।
- लीथियम बैटरीज़ कभी भी 100 प्रतिशत चार्ज से कम पर स्टोर मत करिएगा।
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गेमिंग या एडिटिंग करते समय बैटरी निकालने के बारे में सोचिए: अगर आपके लैपटॉप में रिमूव की जा सकने वाली बैटरी हो तब गेमिंग या वीडियो एडिटिंग जैसी सिस्टम इंटेन्सिव क्रिया करते समय उसे डिसकनेक्ट करने के बारे में, और कंप्यूटर को प्लग-इन किए रखने के बारे में सोचिए, जिससे कि आपकी बैटरी को तापमान से नुकसान न पहुंचे।
- तापमान आपके बैटरी के लाइफ़स्पैन को कम कर सकता है, तो तब यह एक शानदार कदम हो सकता है, जब आप अपने लैपटॉप को हाई-पावर एक्टिविटी के लिए इस्तेमाल कर रहे हों।
सलाह
- लैपटॉप की बैटरीज़ अंततः समाप्त हो जाती हैं। अगर ये विधियाँ काम नहीं करती हैं, तब आपको एक नई बैटरी खरीदनी होगी। बैटरीज़ को ऑनलाइन और टेक स्टोर्स, दोनों ही जगह से खरीदा जा सकता है।
- कोशिश करिए कि बैटरी नियमित इस्तेमाल करने के दौरान पूरी तरह से ड्रेन न होने पाये। अगर आपको “लो बैटरी चेतावनी” मिले, तब बैटरी लाइफ़ को लंबी अवधि तक चलाने के लिए उसे प्लग इन करिए।
- अगर आप लीथियम बैटरी पैक को बहुत लंबे समय तक डिस्चार्ज छोड़ देंगे, तब वह "स्लीप (Sleep)" मोड में चली जाती है। अगर ऐसा होता है, आप आम तौर पर अपने बैटरी पैक को किसी टेक डिपार्टमेन्ट में ले जा सकते हैं ताकि कोई प्रोफेशनल आपकी बैटरी को पावर सप्लाई से "जगा" सके।
चेतावनी
- अपनी बैटरी को सुरक्षित रूप से बैग किए बिना उसे फ़्रीज़र में मत रखिएगा, क्योंकि उसमें पानी और बर्फ़ घुस सकती है, जिससे उसको नुकसान होगा।
- फ़्रीज़र विधि का इस्तेमाल केवल NiCD या NiMH बैटरीज़ के लिए करिएगा। अगर आप इसे लीथियम बैटरी के लिए करेंगे, तब इससे केवल बैटरी की जीवन खराब ही होगा।
- अपनी लैपटॉप बैटरी को खोलना ताकि उसके अंदर के लीथियम सेल बदले जा सकें, बहुत ही ख़तरनाक है – कभी भी लैपटॉप की बैटरी को डिसअसेंबल (disassemble) मत करिए।