भले ही बनीज (खरगोशों) को उनके बहुत तेज़ी से रिप्रोड्यूस (प्रजनन) करने की क्षमता के लिए जाना जाता है, लेकिन एक प्रेग्नेंट खरगोश को, इसमें सफल बनाने के लिए, आपकी ओर से काफी सपोर्ट और केयर की जरूरत पड़ती है। अच्छी बात ये है, कि ऐसी कई सारी चीज़ें मौजूद हैं, जिन्हें करके आप अपने खरगोश की प्रेग्नेंसी को ज्यादा मुमकिन रूप से अच्छी तरह से पूरा कर पाएंगे।
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पता करें, कि आपका खरगोश प्रेग्नेंट है: मीडियम से लेकर लार्ज रैबिट्स 4 से 4.5 महीनों पर सेक्सुयली मेच्योर हो जाते हैं, वहीं बड़ी ब्रीड्स 6 से 9 महीने में तैयार हो जाती हैं। [१] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 अगर आपकी फ़ीमेल रेबिट मेच्योरिटी की इसी स्टेज पर है और आपके पास में उसके ब्रीडिंग कर रहे होने का शक करने की कोई वजह मौजूद है, तो फिर इस तरह से प्रेग्नेंसी को चेक करें। प्रेग्नेंसी को मेटिंग के बाद के 10 से 14 दिनों के बीच में पहचाना जा सकता है, जिसमें 12 दिनों को, इन दिनों के बीच में सबसे सही माना जा सकता है; [२] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 भ्रूण तेजी से बढ़ने लगेगा, जिससे उन्हें टच के द्वारा पता लगाया जा सकेगा, और वो अंगूर के साइज़ की तरह फील होंगे। [३] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 उन्हें फील करते वक़्त नरमी से पेश आएँ! इस बात से भी अवगत रहें, कि खरगोशों में गलती से झूठी प्रेग्नेंसी पहचान करना बहुत कॉमन है, [४] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 इसलिए भले ही आप सारे लक्षणों को पहचान लें, फिर भी आपको एक बार वैट (vet) के पास जाकर भी चेक कर लेना चाहिए। ये आपके खरगोश के प्रेग्नेंट होने के कुछ और लक्षण हैं:
- तीसरे हफ्ते में, आपके खरगोश के पेट का साइज़ बढ़ा हुए नजर आने लगेगा। आपको हल्के से मूवमेंट भी नजर आएंगे।
- उसे मूड स्विंग होना शुरू हो जाएगा और वो बहुत आसानी से चिढ़ने लग जाएगी। इसके साथ ही उसे गोद में लिया जाना और थपथपाया जाना भी अच्छा नहीं लगेगा। हो सकता है, कि वो आपके ऊपर गुर्राना शुरू कर दे या फिर आपकी ओर अलग तरीके से बर्ताव करने लग जाए। हो सकता है, कि वो अपने पेट के अंदर मौजूद बच्चों के बढ़ने की वजह से, पेट के बढ़ने की परेशानी से निपटने के लिए, अपनी तरफ से अधिक आराम करना शुरू कर सकती है।
- जब प्रेग्नेंसी के आखिरी दो से तीन बचे हुए होंगे, तब वो नेस्टिंग (घोंसले जैसा बनाना) करना शुरू कर देगी। इसमें आमतौर पर उसके फर खिंचना शामिल होता है।
- ध्यान रखें, प्रेग्नेंसी का पता लगाने के लिए, इनमें से कोई भी लक्षण पूरी तरह से भरपूर नहीं होता है। खरगोशों में हॉर्मोनल बदलावों की वजह से भी गलत प्रेग्नेंसी का अंदाजा लगा लिया जाता है, [५] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 उनका वजन किसी और वजह से भी बढ़ना शुरू हो सकता है और वो शायद और किसी कारण से बाउल में डिग कर सकती है। और इसके विपरीत, कई प्रेग्नेंट खरगोश बच्चे देने के कुछ मिनट्स पहले तक अपनी प्रेग्नेंसी के कोई संकेत नहीं दिखाती हैं।
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अपने खरगोश की प्रेग्नेंसी के तकरीबन 31 से 33 दिनों तक चलने की उम्मीद करें: [६] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 ऐसा मुमकिन है, कि आपका छोटे लिटर (मान लीजिए चार या और कम बच्चे) वाले खरगोश की प्रेग्नेंसी, किसी चार से भी ज्यादा बड़े लिटर के खरगोश की प्रेग्नेंसी के मुक़ाबले ज्यादा दिनों तक चले। यहाँ पर असली चिंता का विषय प्रेग्नेंसी की शुरुआत को जानना है (आपको अपने वैट की मदद की जरूरत हो सकती है), क्योंकि जन्म देने का वक़्त 32 दिनों से ज्यादा तक नहीं जाना चाहिए, ऐसी स्थिति में आपको अपने खरगोश को फौरन वैट के पास लेकर जाना होगा। [७] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 32 दिनों के बाद लेबर हुए बिना, 34 दिन के बाद मृत बच्चों के लिटर के मिलने की संभावना रहती है। [८] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5
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प्रेग्नेंसी के दौरान अपने खरगोश को प्रोपर और पूरा न्यूट्रीशन दें: आपके खरगोश को भरपूर न्यूट्रीशन मिल रहे होने की पुष्टि के लिए, उसकी डाइट में कुछ स्पेशल चेंजेस करने की जरूरत होगी; न्यूट्रीएंट्स की कमी की वजह से खरगोश एबोर्ट कर सकती है या भ्रूणों को रीएब्जोर्ब कर सकती है। [९] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 उसके वजन के ज्यादा बढ़ने की वजह से, उसकी खानपान में, उसे एक्सट्रा न्यूट्रीशन की जरूरत पड़ेगी। फ्रेश, क्लीन भरपूर पानीके साथ उसे अच्छी क्वालिटी का भरपूर खाना देने की पुष्टि करें।
- उसकी डाइट में धीरे-धीरे बदलाव (खरगोशों को हमेशा धीरे-धीरे डाइट में चेंज महसूस होना चाहिए [१०] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 43, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 ) करें, इस तरह के फूड्स शामिल कर लें: गाजर, सेलरी (celery), लेटस, रैबिट पैलेट्स, सूखी घास, टमाटर, पार्स्ले। ग्रास हे (grass hay) की जगह पर ऐल्फैल्फा हे (alfalfa hay) देना अच्छा रहता है, वैसे ही नॉर्मल से ज्यादा रैबिट पैलेट्स देना भी ठीक रहता है। [११] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 43, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 उसके लिए हर वक़्त साफ पानी मौजूद रखने की पुष्टि कर लें।
- जैसे कि वो प्रेग्नेंट है, इसलिए उसके शरीर को ज्यादा की जरूरत होगी। पानी के एक बाउल के साथ, ऊपर दी हुई सारी सब्जियों को सैलड में मिक्स कर लें।
- डिलिवरी के कुछ दिनों पहले, खाने में जरा कमी कर दें, लेकिन पानी में कोई कमी न करें। [१२] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 85, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 ऐसा करने का मतलब, कि आपके खरगोश के मैस्टाइटिस (mastitis) और किटोसिस (ketosis) जैसी मेडिकल प्रॉब्लम्स का सामना करने की कम संभावना होगी। [१३] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 85, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 डिलिवरी वाली डेट के दो दिन पहले से डाइट के नॉर्मल अमाउंट में 50 परसेंट की कमी कर लें। [१४] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 85, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- एक बार जब ये हो जाए, फिर धीरे-धीरे उसकी नॉर्मल डाइट को वापस शुरू कर लें और उसे भी बच्चे देने के एक या दो हफ्ते के अंदर नॉर्मल हो जाना चाहिए। [१५] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
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अपने खरगोश को एक नेस्ट बॉक्स (nest box) दे दें: एक नेस्ट बॉक्स वो जगह है, जहां पर वो बच्चों को जन्म देगी और अपने बच्चों की देखभाल करेगी। चूंकि बच्चे नेक्ड, ब्लाइंड (अंधे) और डीफ (बहरे) पैदा होते हैं और 7 दिनों तक वो अपने खुद के टेम्परेचर को मेंटेन नहीं कर सकते हैं, इसी वजह से नेस्ट बॉक्स जरूरी होता है। [१६] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 नेस्ट बॉक्स को किसी भी पैट स्टोर्स से खरीदा जा सकता है और इन्हें आपके खरगोश से करीब 4 इंच (10cm) चौड़ा और लंबा होना चाहिए। आपके खरगोश को उसके 26 दिनों के गर्भकाल में नेस्ट बॉक्स प्रोवाइड किया जाना चाहिए। [१७] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- आपकी डो (मादा खरगोश), उसके नेस्ट बॉक्स के लिए उसके शरीर (डूलैप, बेली और थाईज) से फर उठाएगी, [१८] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 [१९] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 लेकिन आप उसे स्ट्रॉ पेपर देकर, उसकी मदद कर सकते हैं।
- अगर आप अपना खुद का नेस्टिंग बॉक्स तैयार करना चाहते हैं, तो साफ लकड़ी का यूज करें, लेकिन प्लायवुड या पार्टिकल बोर्ड का यूज मत करें, चूंकि इन प्रोडक्ट्स में फॉर्मल्डिहाइड (formaldehyde) की बहुत ज्यादा मात्रा होती है, जो टॉक्सिक होती है और न केवल एपिथीलियल (उपकला) रेस्परेटरी के सूखने का कारण बन सकती है, बल्कि परमानेंट रेस्परेटरी पैसेज और न्यूरोलॉजिकल डैमेज भी कर सकती है।
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खरगोश की प्रेग्नेंसी से जुड़ी हुई संभावित परेशानियों से भी अवगत रहें: पहले से सतर्क रहना, हमेशा ही अच्छा रहता है और अगर आपको, हो सकने लायक परेशानियों के बारे में जानकारी होगी, तो आप उन्हें अच्छी तरह से रोक सकेंगे। प्रेग्नेंट खरगोश को, ये प्रॉब्लम्स हो सकती हैं:
- मैस्टाइटिस (Mastitis) – ये खरगोश की बेली में पाई जाने वाली मैमरी ग्लैंड्स (स्तन ग्रंथियों) की सूजन होती है। डिलीवर करने के टाइम से पहले, आपके खरगोश की मैमरी ग्लैंड्स, बच्चों को फीड करने के लिए दूध से भर जाती हैं। अगर बैक्टीरिया डक (नलिका) में चला जाए और मैमरी ग्लैंड्स तक पहुँच जाए, तो मैस्टाइटिस हो सकता है। ये खराब ढंग से तैयार हुई ग्लैंड्स (डिलिवरी के पहले, अपने खरगोश के वैट से, खरगोश की ग्लैंड्स चेक करने के बारे में बात करें) या फिर उसके अनहाइजीनिक माहौल में होने (उसके बेडिंग, उसके नेस्ट, उसके घर बगैरह के एकदम क्लीन और खुरदुरा नहीं होने की पुष्टि कर लें) की वजह से हो सकता है। [२०] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 64, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 इसकी वजह से होने वाली असली मुसीबत ये है, कि अगर समय रहते इनफेक्ट हुई ग्लैंड्स की पहचान न की जाए, तो ये इनफेक्ट हुआ दूध बच्चों तक पहुँच जाएगा और इसकी वजह से वो मर जाएंगे। [२१] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 64, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 जन्म देने के हर दिन बाद अपने खरगोश को मैस्टाइटिस होने की संभावना की जांच करने के लिए, स्वेलिंग रेडनेस जैसे लक्षण के ऊपर नजर रखें; अगर मैमरी ग्लैंड्स ब्लू हैं, तो फिर ये इन्फेक्शन बहुत ज्यादा गंभीर है। [२२] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 64, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 दूसरे लक्षणों में खाना और पीना बंद करना, बुखार आना और डिप्रेस नजर आना शामिल है। [२३] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 64, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 अगर उसे फौरन ही एंटीबायोटिक केयर की जरूरत हो, तो उसे सीधे वैट के पास ले जाएँ।
- प्रेग्नेंसी टॉक्सेमिया (Pregnancy toxemia) – ये खरगोश को प्रेग्नेंसी (और झूठी प्रेग्नेंसी) के दौरान भरपूर न्यूट्रीशन नहीं मिलने की वजह से होता है, इसलिए आपके लिए अपने खरगोश को प्रेग्नेंसी के दौरान हाइ एनर्जी डाइट दिए जाने, उसके भूखे नहीं रहने और उसके मोटे नहीं होने की पुष्टि करना जरूरी होता है। [२४] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 69, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 ये प्रेग्नेंसी के दौरान या डिलिवरी के बाद हो सकता है और ज़्यादातर डच (Dutch), पोलिश (Polish) और इंग्लिश ब्रीड्स में हो सकता है। [२५] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 69, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 इसके लक्षणों में डिप्रेस बिहेव करना, वीकनेस, कोओर्डिनेशन में कमी और कन्वल्शन (ऐंठन, मरोड़ बगैरह) होना शामिल है। [२६] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 69, (2000), ISBN 0-7641-1246-5 अगर इसे ट्रीट न किया जाए, तो वो कुछ ही घंटों में मर सकती है, इसलिए उसे आईवी ड्रिप (IV drip) और डेक्सट्रोज (dextrose) के साथ ट्रीटमेंट के लिए तुरंत, वैट (पशु चिकित्सक) के पास ले जाएं। [२७] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 69, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- अपने बच्चों को मारना – कुछ खरगोश अपने ही छोटे बच्चों को मार देती और खा लेती हैं। [२८] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 इसके पीछे की वजह अलग भी हो सकती है और किसी भी संभावित वजह को दूर करने के लिए आपकी तरफ से मेहनत लगती है: उसके नेस्टिंग एरिया के हमेशा गरम होने की पुष्टि कर लें, पल नहीं सकने वाले बच्चों को अलग कर दें, नेस्ट को साफ रखें और खरगोश की नर्वसनेस को कम करने के लिए, पैट्स (खासकर कि डॉगग्स) को नेस्ट से दूर रखें। [२९] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 अगर कोई खरगोश एक साथ दो लिटर्स को मार देती है, तो फिर उसे ब्रीडिंग के लिए मत यूज करें। [३०] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5
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जानें, कि बर्थ (किंडलिंग) से क्या उम्मीद रखी जानी चाहिए: आपको आपके खरगोश के गर्भकाल के बारे में अच्छी तरह से मालूम होना चाहिए, फिर चाहे ये आपको उसके ब्रीडिंग करने का टाइम मालूम होने की वजह से हो या फिर आपने आपके वैट से कंसल्ट किया हो और डिलिवरी होने के संभावित वक़्त के ऊपर सहमति जताई हो। ये आपके खरगोश के जन्म देते वक़्त ध्यान में रखी जाने वाली कुछ बातें हैं:
- किंडलिंग (डिलिवरी) आमतौर पर मॉर्निंग में हुआ करती है। [३१] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- ज़्यादातर खरगोश का जन्म तेज़ी से, पहले सिर या पैर के साथ जन्म लेकर होता है। हालांकि, कुछ लेबर सारे बच्चों के आने से पहले, एक या दो दिनों तक भी चलता रहता है। [३२] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- डिस्टोशा (Dystocia), या जन्म देने में मुश्किल होना, ज़्यादातर खरगोशों में नहीं हुआ करती है, इसलिए जन्म देने में आपको उन्हें मदद देने की जरूरत नहीं होगी। उस एरिया के एकदम शांत, आवाज, दूसरे पैट्स, अजीब लाइट्स, बहुत ज्यादा गर्मी या ठंडी बगैरह जैसी उसे नर्वस कर देने वाली किसी भी चीज़ से फ्री होने की पुष्टि कर लें। ऐसी कोई भी चीज़, जो उसे बहुत ज्यादा एक्साइटेड या डरा देती है, वो उसे अपने बच्चों को नुकसान पहुंचाने और खाने के लिए उकसा सकती है।
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जैसे ही सारे बच्चे जन्म ले लें, फिर सब-कुछ ठीक होने के लिए चेक कर लें: उनके हैल्दी, साँस ले रहे होने और उनकी माँ के दूध को पी रहे होने की पुष्टि कर लें। एक लिटर में कई दर्जनों भर बच्चे तक भरे हो सकते हैं। एक बार जब सब जन्म ले लें, उनकी माँ उनकी देखभाल करेगी, लेकिन लगातार नहीं। उसे भरपूर साफ पानी देते रहें, क्योंकि देखभाल करने वाले खरगोश के लिए ये बहुत जरूरी होता है।
- नवजात जन्मे हुए खरगोश को पाना बहुत अच्छा लग सकता है, लेकिन फिर भी माँ और बच्चों को डिस्टर्ब न करें। उन्हें डिस्टर्ब करने की वजह से, उन्हें स्ट्रेस हो सकता है और वो डर जाते हैं।
- कुछ घंटों का इंतज़ार करें और बच्चों को चेक करते वक़्त, अपने खरगोश को बिजी रखने के लिए, उसे उसकी फेवरिट ट्रीट ऑफर करें। मरे हुए बच्चों को हटा दें, क्योंकि वो सड़ सकते हैं और हैल्दी बच्चों तक इन्फेक्शन पहुंचा सकते हैं। ये होने के बाद, उन्हें नेस्टिंग मटेरियल से कवर कर दें और उन्हें वहीं छोड़ दें।
- अगर आप वहाँ पर निपल्स (8 से 10 निपल्स) से ज्यादा बच्चों को देखते हैं, तो उन्हें हल्के से लिटर के साथ पहले तीन दिनों तक बढ़ावा दिया जा सकता है। [३३] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 उन्हें एक्सेप्ट किए जाने के लिए, नए खरगोशों के फर से कवर करने की पुष्टि कर लें और इस ट्रांसफर की सफलता के लिए, स्ट्रॉंग और बड़े बच्चों को मूव करके देखें। [३४] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 दुर्भाग्य से, बच्चों को हाँथ से उठाने की वजह से मृत्यु दर बढ़ जाती है। [३५] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 [३६] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 90, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- खरगोश अपने हर एक बच्चे को फीड करने के लिए करीब 3 मिनट्स देते हुए, उन्हें रोजाना केवल एक या दो बार ही नर्स करेगी। [३७] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5
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बच्चों और खरगोश दोनों की ही देखभाल करें: बच्चों को कम से कम करीब 4 से 5 हफ्तों के लिए नर्स किया जाएगा, [३८] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 क्योंकि इस पॉइंट से उनका दूध पीना छूट जाता है और खरगोश का मिल्क प्रोडक्शन धीमा हो जाएगा। अपने खरगोश की हैल्थ के ऊपर और उसके अपने बच्चों के साथ इंटरेक्ट करने के तरीके के ऊपर नजर रखें। अगर आपको कोई भी अग्रेसिव बिहेवियर नजर आता है, तो अपने हिसाब से उसके साथ निपटें या फिर डिस्कस करने के लिए अपने वैट को कॉल करें। ये नवजात बच्चों के साथ, ध्यान में रखी जाने वाली कुछ बातें हैं: [३९] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- दबे हुए पेट वाले बच्चों को भरपूर दूध नहीं मिल रहा है; एक भरा हुए पेट अच्छी तरह से फीड होने का संकेत होता है।
- कुछ लोग नवजात खरगोशों को नहीं छूने की सलाह देते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि इससे उन्हें ह्यूमन सेंट (मनुष्यों की महक) मिल जाएगी और उनकी माँ उन्हें डर की वजह से खा जाएगी। ये एक सच है! घरेलू खरगोशों को पहले से ही मनुष्यों की महक और प्रेजेंस की आदत होती है। सबसे जरूरी बात, एक नवजात खरगोश के बच्चे के अपने नेस्ट से बाहर गिर जाने पर आपको उसे हैंडल करना चाहिए, क्योंकि वो खुद से वापस जाने की कोशिश नहीं करेगा।
- उनकी उम्र के करीब 10 दिनों के बाद, उनकी आँखें खुल जाने के बाद, आँखों के बंद रह जाने या फिर किसी भी तरह के इन्फेक्शन के लिए चेक करें।
- 8 महीने की उम्र तक, बच्चों को रैबिट पैलेट्स से फीड करते रहें।
- बच्चों को शुरुआती, तकरीबन 6-7 हफ्तों तक उनकी माँ के साथ ही रहने दें। इस पॉइंट पर, अगर लिटर बड़ा है, तो आप सबसे बड़े पेयर को हटा सकते हैं और उन्हें उनके अपने केज में रख सकते हैं। इससे छोटे वाले बच्चों को एक और हफ्ते ज्यादा तक देखभाल मिलते रहने का और वजन पाने का मौका मिल जाएगा।
- सभी बच्चों को 8 हफ्ते के बाद मां से हटा देना चाहिए, क्योंकि माँ उन के साथ एक्टिव हो जाती है और उन्हें हिलाने की कोशिश कर सकती है। ये बच्चों को उनके नए माहौल को समझने का भी मौका देगा।
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बच्चों के लिए एक सही घर की तलाश करें: फिर चाहे ये ब्रीडिंग सोच-समझकर हुई हो या नहीं, खरगोश के बच्चों के लिए एक सही घर की तलाश करना जरूरी होता है। अगर ये प्रेग्नेंसी अचानक हुई है, तो फिर फ्यूचर में वापस इम्प्रेग्नैशन (इस तरह से प्रेग्नेंट) होने को रोकने के लिए हर संभव कोशिश करें; "खरगोशों का ब्रीड करना" ये किसी अच्छी बात का इशारा नहीं करता है, और दुनिया में खरगोशों की ऐसी बहुतायत है, कि जिनकी देखभाल किया जाना मुमकिन नहीं। अगर ऐसा हुआ है, तो आगे कभी फ्यूचर में ऐसी "सरप्राइज़" प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए, अपनी डो (मादा खरगोश) को स्पे (बधिया कराना) करा लें और अपने बक्स (नर खरगोश) को नूटर (नपुंसक) बना दें। अगर पैट्स के लिए या दूसरे किसी मकसद के लिए, फिर से ब्रीडिंग करा रहे हैं, तो फिर पहले वाले लिटर के जन्म के बाद, उसे संभलने के लिए और अपने मौजूदा लिटर की देखभाल करने का वक़्त देने के लिए, 35 से 42 दिनों तक का इंतज़ार करना ठीक रहता है। [४०] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 खरगोशों की ब्रीडिंग के बारे में और जानकारी पाने के लिए, इससे जुड़े हमारे दूसरे आर्टिकल्स देखें।
- सावधान रहें! बच्चे को जन्म देने के 72 घंटों के बाद कभी भी रि-ब्रीडिंग हो सकती है! [४१] X रिसर्च सोर्स Merck/Merial, <i>Manual for Pet Health</i>, p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5 इसका मतलब कि जन्म देने के बाद से ही, उसे मेल रैबिट्स से दूर रखने के ऊपर ध्यान रखना जरूरी है।
सलाह
- ज़्यादातर खरगोश के बच्चों का जन्म देर रात या सुबह में जल्दी हुआ करता है। ये करीब 2 दिनों तक भी चलता रहता है।
- खरगोशों में बर्थ प्रॉब्लम्स काफी कम हुआ करती हैं।
- वक़्त जब करीब आ चुका हो, तब अपनी डो को डिस्टर्ब मत करें। डिलिवरी करते वक़्त उसे शांति भरे माहौल की जरूरत होगी।
- एक एवरेज लिटर साइज़ 7 से 8 किट्स का होगा, लेकिन ये एक से लेकर 22 तक की रेंज में कहीं भी मिल सकता है। [४२] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- प्रेग्नेंट डो को दूसरे किसी भी रैबिट से, खासकर कि बक्स (नर रैबिट) से दूर रखें।
- आपने आपके रैबिट को लास्ट टाइम कब ब्रीड कराया था, उसका शिड्यूल रखें, ताकि अगर आपका डो फिर से जन्म दे दे, तो इससे आप सरप्राइज़ न हों।
- प्रिडेटर्स (शिकारियों) के ऊपर नजर रखें। अनचाहे प्रिडेटर्स को आने से रोके रखने के लिए, अपने गार्डन के चारों तरफ चिकन वायर या एक्सट्रा फेन्सिंग लगाकर रखें।
- आमतौर पर एक डो टाइट स्पेस में, ज़्यादातर पत्थर या चट्टान जैसी किसी बड़ी चीज़ के पीछे, नेस्ट बनाया करती है।
- किट्स को किटन्स (kittens) के नाम से भी जाना जाता है।
- अगर आप सोच-समझकर रैबिट्स को ब्रीड करा रहे हैं, तो डो को सिर्फ 30 मिनट्स के लिए ही बक के साथ में छोड़ें और हमेशा डो को ही बक्स के केज में रखें।
चेतावनी
- जब तक सारे किट्स सेफली जन्म न ले लें, और रैबिट डिलिवरी से रिकवर न कर ले, तब तक चेक मत करें।
- अगर आपके डो को मेडिकल प्रॉब्लम्स महसूस हो रही हैं, तो फौरन अपने वैट को कांटैक्ट करें।
- किसी भी एनिमल की ब्रीडिंग को लाइटली नहीं लिया जाना चाहिए; ब्रीडिंग के बाद एनिमल और उसके वंश का ध्यान रखना एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी होती है। जब तक कि आपको असल में मालूम न हो, कि आप क्या कर रहे हैं, और आपके द्वारा इस दुनिया में और ज्यादा खरगोशों को लाए जाने के आपके नजरिए के लिए एक सही वजह न मौजूद हो, तब तक खरगोशों का प्रजनन न करें। खरगोश, मनुष्यों की दखलअंदाजी के बिना भी एकदम परफेक्ट तरीके से ब्रीड कर सकते हैं और अक्सर मनुष्यों की दखलअंदाजी से, किसी करीबी संबन्धित रैबिट के साथ ब्रीड करने, और रैबिट को बहुत ज्यादा बार ब्रीड कराने से, ब्रीडिंग के ऊपर असर डालते हुए, इससे रैबिट की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। [४३] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 81, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- रैबिट की डाइट में अचानक बार-बार किए जाने वाले चेंजेस खतरनाक होते हैं, क्योंकि ये रैबिट के इन्टेस्टनल (intestinal) एनवायरनमेंट को चेंज कर देती है और इन्टेस्टनल फ्लोरा, जो खरगोश को उसके भोजन को पचाने में मदद करते हैं, में तेजी से होने वाले चेंजेस, आखिर में टॉक्सिक बन सकते हैं। [४४] X रिसर्च सोर्स Karen Gendron, <i>The Rabbit Handbook</i>, p. 46, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- नेस्ट बॉक्स
- उपयुक्त भोजन
- हमेशा ताज़ा पानी
- अटेन्शन
रेफरेन्स
- ↑ Merck/Merial, Manual for Pet Health , p. 992, (2007), ISBN 978-0-911910-88-5
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- ↑ Karen Gendron, The Rabbit Handbook , p. 43, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
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- ↑ Karen Gendron, The Rabbit Handbook , p. 85, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
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- ↑ Karen Gendron, The Rabbit Handbook , p. 86, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
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- ↑ Karen Gendron, The Rabbit Handbook , p. 64, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
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- ↑ Karen Gendron, The Rabbit Handbook , p. 69, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
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- ↑ Karen Gendron, The Rabbit Handbook , p. 46, (2000), ISBN 0-7641-1246-5
- Ketosis is explained further in Wikipedia, http://en.m.wikipedia.org/wiki/Ketosis?wasRedirected=true