PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें

ब्लड डोनेट करना एक छोटा सा सैक्रिफाइस है जो बड़ा बदलाव ला सकता है | भाग्यवश, इसकी प्रोसेस बहुत आसान होती है और इसके लिए केवल कुछ सरल सी तैयारियां करने की जरूरत होती है | पहली, खुद में योग्य डोनर होने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए कोई लोकल हेल्थ क्लिनिक या ब्लड ड्राइव प्रोग्राम से संपर्क करें | रक्तदान या डोनेशन वाले दिन अपने साथ अपने फोटो आईडी के 2 वैलिड फॉर्म लें, शोर्ट-स्लीव्ड या लूज़-फिटिंग कपडे पहनें और ध्यान दें कि आप अच्छी तरह से खाए-पिए हों और हाइड्रेटेड हों | मेडिकल इनफार्मेशन के शोर्ट रिव्यु को फॉलो करें जो आपको थोडा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा और आपको इस संतुष्टि के साथ सही मार्ग पर आगे ले जाएगा कि आप एक जिन्दगी को बचाने में मदद कर रहे हैं |

विधि 1
विधि 1 का 3:

रक्तदान करने के लिए तैयार हो जाएँ

PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. ब्लड डोनेट करने के लिए आपकी उम्र कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए औए एक हेल्थी वज़न (आमतौर पर लगभग 55 किलोग्राम या उससे अधिक) होना चाहिए | कुछ जगहों पर आप 16 वर्ष की युवावस्था में भी ब्लड डोनेट कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको पैरेंट कंसेंट के प्रूफ दिखाने पड़ेंगे | अपने लोकल ब्लड सेण्टर पर कॉल करके पता लगायें कि उन्हें ब्लड डोनर में कौन कौन सी चीज़ें चाहिए | [१]
    • कुछ कारणों से आपको ब्लड डोनेट करने से डिसक्वालिफाई किया जा सकता है, उनमे शामिल हैं-आपको कोल्ड या फ्लू होना, प्रेगनेंसी होना, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज होना और ऑर्गन ट्रांसप्लांट होना | [२]
    • कुछ दवाएं जैसे एंटीडिप्रेसेंट्स, हार्मोनल बर्थ कण्ट्रोल और पैन रिलीवर जैसे एस्पिरिन भी ब्लड की प्रॉपर्टीज को प्रभावित कर सकती हैं जिससे अगर हाल ही में आपने इन चीज़ों का उपयोग किया हो तो आप ब्लड डोनेट करने के लिए अयोग्य साबित हो सकते हैं | [३]
  2. अच्छा होगा कि आप इंडियन रेड क्रॉस के रीजनल सेंटर में जाएँ जो एक ऐसा आर्गेनाइजेशन है जहाँ भारत के सभी लगभग आधे ब्लड डोनेशन को कलेक्ट किया जाता है | कुछ अन्य मान्यताप्राप्त आर्गेनाइजेशन जो ब्लड डोनेशन कराते हैं, उनमे शामिल हैं; इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, रोटरी ब्लड बैंक आदि जो कम्युनिटी-बेस्ड नेटवर्क हैं और भारत में चलाये जाने वाले इंडिपेंडेंट ब्लड प्रोग्राम्स हैं और पूरे भारत में अपनी सेवाएं देते हैं | [४] [५] [६]
    • इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की वेबसाइट को लॉग ओन करें और अपने एरिया में आने वाले सेंटर्स के बारे में जाने कि आप कहाँ ब्लड डोनेट करने जा सकते हैं, इसका पता लगाने के लिए उनके ब्लड ड्राइव लोकेटर को खोजें | [७]
    • अगर आस-पास रेड क्रॉस या किसी ऐसी ही आर्गेनाइजेशन की कोई शाखा न हो तो मोबाइल डोनेशन सेंटर्स खोजें | ये ट्रेवलिंग ब्लड ड्राइव्स होती हैं जो लोगों की सुविधा के अनुसार बाहर की जगहों पर जाकर भी ब्लड देती हैं |
  3. ब्लड डोनेट करने के लिए बहुत जरुरी है कि आप स्वस्थ हों और हाइड्रेटेड रहें क्योंकि पानी हेल्थी ब्लड केमिस्ट्री और सर्कुलेशन के लिए बहुत जरुरी होता है | डोनेशन से पहले कम से कम 500 मिलीलीटर (16 oz) तरल पीने की कोशिश करें | इसके लिए पानी, जूस या डिकैफिनेटेड चय बेहतर होती हैं | [८]
    • पर्याप्त तरल लेने से ब्लड डोनेट करने के बाद चक्कर भी नहीं आयेंगे |
    • कैफीनेटेड तरल जैसे कॉफ़ी या सॉफ्ट ड्रिंक्स वास्तव में अधिक मात्रा में लेने पर आपको डिहाइड्रेट कर सकते हैं |
  4. ब्लड देने से कुछ घंटे पहले वेल-बैलेंस्ड खाना खाएं: ध्यान दें कि ब्लड डोनेट करने के लिए क्लिनिक जाने से पहले अपने पेट में कुछ न्यूट्रीशन डाल लें | इस न्यूट्रीशन में सभी मेजर फ़ूड ग्रुप्स शामिल हों जैसे फल, सब्जियां, काम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट (जैसे रोटी, पास्ता या आलू), फाइबर और लीन प्रोटीन | [९]
    • रक्तदान करने से कुछ सप्ताह पहले से अपनी डाइट में आयरन की थोड़ी एक्स्ट्रा मात्रा रखें जिसे आप रेड मीट, पालक, बीन्स, फिश और पॉल्ट्री के इन्टेक से बढ़ा सकते हैं | शरीर को आयरन की जरूरत रेड ब्लड सेल्स को प्रोड्यूस करने के लिए होती है | [१०]
    • चूँकि फैट आपकी रक्तधारा में जमा हो सकता है और रक्त की शुद्धता पर प्रभाव डाल सकता है इसलिए फैट बहुत कम मात्रा में लेना ही ठीक होता है |
  5. अधिकतर क्लिनिक्स डोनर से चेकिंग इन के समय 2 वैलिड फोटो आइडेंटिफिकेशन फॉर्म लेती हैं | ये ID ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या मिलिट्री ID होंगी, लेकिन कुछ क्लीनिक स्टूडेंट ID कार्ड्स या इसी प्रकार के आइडेंटिफिकेशन फॉर्म को भी स्वीकृति दे देती हैं | ब्लड डोनेशन के लिए सेंटर पर पहुँचने पर डेस्क पर बैठे व्यक्ति को अपनी ID देनी होती हैं | [११]
    • अगर अपने पहले कभी ब्लड डोनेट किया है तो अपना ऑफिसियल ब्लड डोनेट कार्ड ले जाना न भूलें | इसे दिखाने से अनावश्यक पेपरवर्क में लगने वाले खूब सारे समय को कम किया जा सकता है | [१२]
  6. कुछ विशेष प्रकार के कपड़ों से डोनेशन की प्रोसेस को तेज़ किया जा सकता है | शोर्ट स्लीव्स या ऐसी लॉन्ग स्लीव्स जिन्हें जल्दी से रोल किया जा सकता हो, पहनने से टेक्नीशियंस को आपकी भुजा पर उचित स्पॉट खोजने में थोड़ी आसानी हो जाएगी होते हैं | लूज फिटिंग कपडे भी अच्छे होते हैं क्योंकि उनसे ब्लड फ्लो में रुकावट नहीं आती | [१३]
    • अगर ठन्डे मौसम की वजह से आपने काफी सारे कपडे पहने हैं तो ध्यान दें कि सबसे बाहर पहने गये कपडे ऐसे हों जिन्हें आप जल्दी से निकाल सकें |
    • अगर बाहर बहुत ज्यादा ठण्ड न हो तो एक स्वेटशर्ट या लाइट जैकेट साथ लेकर जाना अच्छा रहता है | ब्लड देने के बाद शरीर का तापमान थोडा कम हो जाता है जिसके कारण थोड़ी ठण्ड लग सकती है | लेकिन अगर आपकी करने वाली डोनेट भुजा दूसरी भुजा की तुलना में बहुत ज्यादा ठन्डी होना शुरू कर दे तो वहां मौजूद टेक्नीशियन से कहें क्योंकि ऐसा होना आपके लिए खतरनाक हो सकता है |
विधि 2
विधि 2 का 3:

डोनेशन प्रोसेस पूरी करें

PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. चेक इन करने पर आपको कुछ शोर्ट फॉर्म्स भरकर देने होंगे | इन फॉर्म्स में आपकी सम्बंधित मेडिकल हिस्ट्री पूछी जाएगी जैसे हाल ही हुई कोई बीमारी, चोट या असामान्य कंडीशन | जितना हो सके सभी प्रश्नों का ईमानदारी से सही उत्तर दें | [१४]
    • किसी भी हेल्थ-रिलेटेड डिटेल के साथ ही आपके द्वारा ली जाने वाली प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन भी मेंशन करें जो कि काफी अच्छा माना जाता है |
    • कोई भी जरुरी जानकारी भूलने से बेहतर है कि आप अपनी मेडिकल हिस्ट्री के मुख्य पॉइंट्स लिख लें |
  2. अगले चरण में आपकी हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और हीमोग्लोबिन लेवल की सामान्य स्थिति को कन्फर्म करने के लिए आपकी ब्रीफ एग्जामिनेशन से गुजरना होगा | टेक्नीशियन अन्य फिजिकल स्टैट्स जैसे हाइट, वेट, सेक्स, और उम्र का रिकॉर्ड भी ले सकते हैं | इसके बाद वे आपकी भुजा को ब्लड देंने के लिए व्यवस्थित करेंगे और इंजेक्शन साईट को कॉटन स्वाब से साफ़ करेंगे |
    • फिजिकल कंडीशन का पता लगाने के लिए और डोनेटड ब्लड एक हेल्थी व्यक्ति से लिया गया है, ये कन्फर्म करने के लिए एक क्विक चेकअप जरुरी होता है |
    • टेक्नीशियन आपकी फिंगरटिप को प्रिक करके ब्लड ड्रॉपलेट को परखेंगे जिससे हीमोग्लोबिन और आयरन लेवल का पता लगाया जा सके |
  3. टेक्नीशियन को बताने दें कि ब्लड डोनेशन के लिए आपको बिठाना है या लेटना है, साथ इ ये भी ये भी बताएं कि आप कौन सी भुजा से ब्लड देना चाहते हैं | ब्लड डोनेट की शुरुआत के लिए तैयार होते ही रिलैक्स हो जाएँ और आरामदायक स्थिति में आ जाएँ | आपको थोडा सा चुभेगा और फिर मशीन से धीरे-धीरे ब्लड एक्सट्रेक्ट होने पर एक स्थिर कूल सेंसेशन फील होगा | [१५]
    • डोनेशन की प्रोसेस में लगभग 8 से 10 मिनट लगते हैं और उस दौरान 1 पिंट (लगभग 500 मिलीलीटर) ब्लड कलेक्ट होगा |
  4. जब तक टेक्नीशियन आपका ब्लड निकालते रहें तब तक खुद को एंटरटेन करते रहें: बैठे-बैठे रक्तदान करते समय एक बुक, स्मार्टफोन या MP3 प्लेयर के द्वारा ध्यान बाँटा जा सकता है | अगर आप इसकी कोई तयारी करके नहीं आये हैं तो टेक्नीशियन से बात करके या अपने दिमाग में दिनभर का लेखा-जोखा बनाकर भी टाइम पास किया जा सकता है | सुनने में 8 से 10 मिनट का समय बहुत ज्यादा लगता है लेकिन जब तक आप जान पाओ कि डोनेशन हो रहा है, यह समय ख़त्म हो जायेगा | | [१६]
    • ध्यान रखें कि आप जो भी काम करें, आपको बहुत ज्यादा डिस्टर्ब न करे | आप ब्लड निकलते समय भी अपनी भुजा को अच्छी तरह से स्थिर रखने के बारे में पूछ सकते हैं |
    • अगर ब्लड निकलने वाली जगह को देखकर आपको परेशानी हो रही हो तो अपना ध्यान कमरे की किसी और वस्तु पर लगायें | [१७]
विधि 3
विधि 3 का 3:

ब्लड देने के बाद रिकवरी करें

PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. ब्लड डोनेशन की प्रक्रिया खत्म होने पर कम से कम 15 से 20 मिनट तक आराम करें | अधिकतर ब्लड ड्राइव्स डोनर्स को ब्लड डोनेशन के बाद उनको फिर से ताकत इकट्ठी करने के लिए एक विशेष रेस्ट एरिया भी प्रदान करते हैं | अगर आपको डोनेशन के 24 तक चक्कर आते रहें तो लेट जाएँ और अपने पैर हार्ट से ऊपर की ओर रखें | इससे चक्कर जैसी फीलिंग जल्दी ही गायब हो जाएगी | [१८]
    • डोनेशन के कम से कम 5 घंटे बाद तक एक्सरसाइज, स्पोर्ट्स या मैदान की घास काटने जैसे कठोर एक्टिविटीज़ न करें |
    • अगर आपको जल्दी ही चक्कर आ जाते हों तो बाहर निकलने में सावधानी रखें | लो ब्लड प्रेशर के कारण चक्कर आ सकते हैं | अच्छा होगा कि जब तक चक्कर आने बंद न हों तब तक चलते समय या सीढ़ियों पर जाते समय हैण्डरेल का उपयोग करें | [१९]
  2. भुजा पर लगी बैंडेज को अगले 5 घंटे या उससे अधिक समय तक लगे रहने दें | नीडल पंक्चर से ब्लीडिंग बंद होने के बाद, आपको और अधिक देर तक बैंडेज नहीं बांधनी पड़ेगी | अगले 24 घंटे में आपको सूजन, इंफ्लेमेशन या ब्रुइसिंग अनुभव हो सकती है | प्रभावित एरिया पर आइसिंग या ठंडा सेंक करते रहने से इन लक्षणों की तीव्रता में कमी आ जाएगी | [२०]
    • अगर टेक्नीशियन बैंडेज में ऊपर एक अलग कम्प्रेशन व्रैप लगता है तो भुजा में ब्लड सर्कुलेशन का चांस देने के लिए डोनेशन के 2 घंटे बाद इसे हटाया जा सकता है |
    • बैंडेज एरिया को समय-समय पर साबुन और गर्म पानी से धोएं जिससे रेश या इन्फेक्शन से बचा जा सके |
  3. अच्छी तरह से हाइड्रेटेड होने के लिए डोनेशन के कुछ दिन बाद तक पर्याप्त पानी या अन्य नॉन-कैफिनेटेड तरल पियें | हेल्थी ब्लड को प्रोड्यूस करने के लिए पानी बहुत जरुरी होता है | आपके द्वारा अनुभव की जा रही थकान और चक्कर कुछ घंटे के बाद ही गायब हो जायेंगे | [२१]
    • ब्लड देने के बाद थोड़ी थकान होना नार्मल बात है | ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सामान्य की अपेक्षा ब्लड डोनेशन के बाद शरीर के तरल और ऑक्सीजनेटेड ब्लड लेवल कम हो जाते हैं |
    • कम से कम 24 घंटे तक अल्कोहल न लें | अल्कोहल आपके ब्लड को पतला कर सकता है और नीडल साईट को बंद होने का समय बढ़ा सकता है जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है और ब्लीडिंग होने की रिस्क भी बढ़ जाती है | [२२] अल्कोहल से यूरिनेशन के लिए भी बार-बार जाना पड़ता है जिससे शरीर से और अधिक तरल बाहर निकल जाते हैं | [२३]
  4. फिर से ब्लड डोनेट करने से पहले कम से कम 8 सप्ताह तक इंतजार करें: अगर आप फिर से ब्लड डोनेट करने के बारे में सोच रहें हैं तो जरुरी है कि अगले डोनेशन से पहले 56 दिनों तक इंतज़ार करें | महिलाओं के लिए यह समय 84 दिन का होता है क्योंकि उनमे पीरियड्स के कारण आयरन लोस हो जाता है | ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी ब्लड सेल्स अपने आप कितने समय में फिर से पूरी तरह से क्षतिपूर्ति कर लेती हैं | इस समय के शुरू होने पर ब्लड का कंसंट्रेशन फिर से नार्मल होने लगेगा और आप स्वास्थ्य को कोई हानि पहुंचाएं बिना फिर से ब्लड डोनेट करने के लिए तैयार होंगे | [२४]
    • अगर आप केवल प्लेटलेट्स डोनेट करते हैं तो डोनेशन करने के 3 दिन बाद फिर से डोनेशन कर सकते हैं या पूरा ब्लड डोनेट करने के एक सप्ताह के बाद कर सकते हैं | [२५]
    • ऐसी कोई लिमिट नहीं है कि आप कितनी बार रक्तदान कर सकते हैं | बल्कि, आप जितनी बार रक्तदान करते हैं आप उतनी ही जिन्दगी बचा सकते है |

सलाह

  • अपने दोस्तों और प्रियजनों को ब्लड डोनेट करने के लिए प्रोत्साहित करें | यह एक बहुत ही अद्भुत एक्सपीरियंस हो सकता है क्योंकि इसमें जरूरतमंद लोगों की प्रभावशाली रूप से मदद की जा सकती है |
  • अगर आपको टाइप 1 डायबिटीज है तो भी आप ब्लड डोनेट कर सकते हैं बशर्ते आपका इन्सुलिन लेवल नार्मल होना चाहिए |
  • अगर आपके मन में डोनेशन की प्रोसेस के बारे में कोई दुविधा या प्रश्न हों तो डॉक्टर या ब्लड ड्राइव रिप्रेजेन्टेटिव से पूछें | वे आपको इस प्रोसेस की सभी डिटेल देंगें |

चेतावनी

  • अगर आपको हेपेटाइटिस या HIV/AIDS है या हाल ही में कोई मादक द्रव्य लिए हों तो आप ब्लड डोनेट कराने के काबिल नहीं हैं |

संबंधित लेखों

एक कंडोम का प्रयोग करें
सेक्स की इच्छाओं पर काबू पाएँ (Control Sexual Urges)
किसी को अपनी आँखों से हिप्नोटाईज (सम्मोहित) करें (Hypnotize Kaise Kare, Kaise Kisi ko Apne Bas Me Kare)
रोमांटिक मसाज (massage) करें
अपनी पत्नी या गर्लफ्रेंड से ओरल सेक्स (oral sex) के बारे में बात करें
सेक्स के बारे में सोचना बंद करें (Stop Thinking About Sex)
महिला कंडोम का इस्तेमाल करें
अल्ट्रासाउंड पिक्चर पढ़ें (Read an Ultrasound Picture)
अपनी बोरिंग सेक्स लाइफ को रोमांचक बनायें
काम वासना पर विजय पायें
अपने ब्लड ग्रूप का पता लगाएँ
अपने मन पर काबू पायें (Control Your Mind)
पता करें, कि कोई लड़का आपको सिर्फ सेक्स के लिए इस्तेमाल कर रहा है
सेक्स की अवधी बढ़ाएं (Kaise Sex ka Samay Badhaye)

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ६,३१२ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?