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"जुकाम" एक ऐसी सामान्य बीमारी है जिसे हर व्यक्ति को चाहे वह बच्चा हो या बूढ़ा, आदमी हो या औरत या कोई जवान; हर किसी को इस बीमारी का सामना करना पड़ता है। दुर्भाग्य वश, जुकाम का कोई उपचार नहीं है। कुछ जुकाम ठीक होने में 3 से 7 दिन का समय लेते हैं परन्तु कुछ ऐसे जुकाम भी है जो लंबे समय तक ठीक नहीं होते हैं। जुकाम का उपचार लक्षण के अनुसार सीमित होता है, जो इसकी अवधि और संभावित समस्याओं को सीमित करने में प्रभावी हो सकता है। जुकाम में कम तकलीफ़ महसूस करने के लिए इस लेख में दिए गए चरण का अनुसरण करें।

विधि 1
विधि 1 का 3:

अपनी साईनस के जमाव को कम करें

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  1. बंद नाक को साफ़ करने की आपकी स्वाभाविक प्रवृत्ति है, परंतु विशेषज्ञ भी इस निष्कर्ष पर नहीं पहुँच पाए है कि यह तरीका सही है या गलत। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि, जबरदस्ती नाक साफ़ करने से, नाक में दबाव निर्माण हो सकता है और आपके साईनस में बलगम को फंसा देता हैं, और इस वजह से साईनस संक्रमित हो सकता है। [१] दूसरी ओर, कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि जुकाम में नाक को जबरन साफ़ करना महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ऐसा करने से नाक में जमा हुआ अतिरिक्त बलगम निकल जाएगा और आपको बंद नाक से राहत मिलेगी। [२] समझौते के तौर पर अपनी नाक को तभी साफ़ करें जब ऐसा करने की जरूरत महसूस होती है।
    • ऊपर दिए गए विकल्प के बारे में आपकी जो भी राय है, ध्यान रहे जब भी नाक साफ़ करने की जरूरत है आप थोड़े आराम से नाक को साफ़ करें ताकि नाक में अतिरिक्त दबाव न पड़े और किसी भी प्रक्रिया को सलाह से ही उपयोग में लाए, जैसे नाक साफ़ करते वक्त, नाक के एक छिद्र को उँगली से दबकर रखें ताकि दुसरा छिद्र खुल जाएं फिर दूसरे छिद्र के लिए यही प्रक्रिया दोहराएँ। [२]
    • जितना हो सके सूँघना और नसवार से बचे, क्योंकि ऐसा करने से बलगम वापिस मस्तिष्क में चला जाता है। [२] और अगर ऐसे में आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो, पूरी तैयारी के साथ जाएं और हमेशा रूमाल और टिशु अपने साथ रखें।
    • नाक साफ करने के बाद हमेशा हाथ धोएँ, ताकि आप जुकाम के वायरस को संक्रमित होने से रोकें।
    • लगातार नाक साफ करने से आपको त्वचा में जलन हो सकती है–त्वचा को जलन से बचाने के लिए हमेशा मुलायम और अच्छी क्वालिटी वाले ही रूमाल का उपयोग करें। अगर जरूरत पड़े तो नाक पर क्रीम लगाएँ।
  2. जुकाम से निजात पाने का एक सरल और प्रभावी उपाय है जुकाम, जो लंबे समय से चला आ रहा है। शहद और नींबू की चाय बनाने के लिए, थोड़ा पानी उबाले, उसे एक प्याले में डाले, उसमें 1½ बड़ा चम्मच नींबू का रस और 2 छोटे चम्मच शहद मिलाएँ। शहद से गले की खराश कम होने में मदद मिलेगी और नींबू से बंद नाक खुल जाएगा। विटामिन सी आमतौर पर इन्फेक्शन से लड़ने के लिए मददगार साबित होता है।
    • चाय का प्रभाव तुरंत होना चाहिए ताकि कुछ घंटों के लिए आपको जुकाम से आराम मिलें।
    • चाय के उचित प्रभाव के लिए अँगीठी के आगे, आरामदायक कुर्सी पर सिकुड़कर बैठकर इस चाय का मजा ले। आप बहुत जल्द अच्छा महसूस करने लगेंगे। जुकाम के वायरस ठंडे तापमान में ही पनपते हैं, और इस वजह से ठंड हवा में यह वायरस आपकी नाक में संक्रमित होते हैं। इसत्राइल में किए गए एक अध्ययन से पता चला है की, गरम हवा में सांस लेने से जुकाम के लक्षण में कमी आती है। आधे घंटे के लिए बंद नाक को थोड़े गरम हाथ से बंद करें, और मुंह से सांस ले, इससे आपके जुकाम के वायरस का प्रभाव कम हो सकता है।
  3. जुकाम की दवा का प्रयोग करने से बंद नाक से। तुरंत राहत मिलती है, और नासिका नली की सूजन को भी कम करता है और इसके साथ बलगम का बनना भी कम करता है। जुकाम की दवाइयाँ गोलियां और स्प्रे दोनों तरह की मिलती है और यह आसानी से बिना पर्ची के, दवाइयों की दुकान में उपलब्ध होती है। [३]
    • इस बात से सावधान रहें की जुकाम वाली स्प्रे का अधिक उपयोग करने से (लगातार 3-5 दिन करने से) ज्यादा बलगम बनना शुरू हो जाएगा और जिसके कारण बैक्टीरिया अंदर ही फंसे रह जाते हैं। [४]
  4. हाल ही के वर्षों में जुकाम में साईनस को साफ़ करने का लोकप्रिय तरीका नेति पॅाट का उपयोग करना है। नेति पॉट में लवण युक्त घोल शामिल होता है, जिसे एक नासिका छिद्र से अंदर डालकर दूसरे छिद्र से बाहर निकाला जाता है। इससे बलगम नाक की नली में ही पतला हो जाता है, और आसानी से बाहर निकल जाता है। यह लवण युक्त घोल आसानी से दवा कि दुकान से खरीदा जा सकता है, या इसे आप खुद भी बना सकते हैं। [५]
    • नेति पॉट का उपयोग करने के लिए, सिंक की और झुके और अपने सिर को एक तरफ झुकाएँ। नेति पॉट की टोंटी को नजदीकी नासिका छिद्र में लगाएँ, और वह लवण युक्त घोल डाल दें। यह नमकीन पानी एक नासिका छिद्र से बहते हुए दूसरे छिद्र से बाहर आना चाहिए। अपने सिर को और ज्यादा पीछे की तरफ झुकाने से यह घोल साईनस तक पहुँच कर बाहर निकलता है।
    • जब पानी टपकना बंद हो जाए, तो धीरे से नाक से सांस छोड़ें, बाद में दूसरी नासिका छिद्र के लिए फिर से यही प्रक्रिया दोहराएँ। [६]
  5. बलगम निकालने वाली दवा लेने का विचार करें, जो आपके बलगम को पतला करके बंद नाक खोल देता है और जमें हुए गाढ़े बलगम को पतला कर देता है। जिससे सांस लेने में आसानी होती है। [७]
    • बलगम निकालने वाली दवा तरल (लिक्विड), पाउडर, कैप्सूल के रूप में बिना डॅाक्टर की पर्ची के दवाई की दुकान में मिलती हैं।
    • इन दवाइयों को लेने से कुछ साइड इफेक्ट होते है जैसे कि मतली (नॉज़िआ), चक्कर आना, झपकी आना और उलटी। अगर आपको इस तरह के लक्षणों का अनुभव हो तो तुरंत ही डॅाक्टर से संपर्क करें। [७]
  6. असेन्शल ऑईल जैसे कि पुदीना, नीलगिरि, लौंग और टी ट्री ऑईल बंद नाक को खोल देता है और इससे सांस लेने में आसानी होती है। यह तेल कई तरह से प्रयोग में लाया जा सकता है। एक तरीका है की आप अपने पसंदीदा तेल के एक या दो बूंदें गुनगुने पानी के कटोरे में डालें। एक साफ तौलिये को पानी में भिगोकर निचोड़ ले, फिर उससे अपना चेहरा ढक ले और कुछ मिनट के लिए उसे ऐसे ही रहने दे।
    • आप पेट्रोलियम जेली में भी असेन्शल ऑईल (तेल) की एक या दो बूंदें डाल सकते हैं, ताकि आप अपना वेपोरब बनाए और उसे सोने से पहले अपनी छाती और पैरो पर मल सकें।
    • एक विकल्प और है की, आप एक या दो बूंद अपने पायजामे में या बाथ टब में डालें ताकि आप सांस लेते वक्त वेपर को आसानी से अंदर ले सकें।
  7. गर्म पानी की भाप से आपको अपने बंद नाक को खोलने में मदद मिलेगी और आरामदायक अनुभव मिलेगा। अगर गर्मी की वजह से आपको चक्कर आने लगे तो शावर में एक प्लास्टिक की कुर्सी या स्टूल लगाने का विचार करें।
    • अगर आपके लम्बे बाल है तो, गरम पानी में नहाने के बाद अपने शरीर की गर्मी को बनाए रखने के लिए बालों को ब्लो ड्रॉअर से सुखाये।
विधि 2
विधि 2 का 3:

अपना ख्याल रखें

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  1. जुकाम में स्कूल या काम से दो से तीन दिन का अवकाश लें। ऐसा करने से जो लोग आपके संपर्क में आते हैं उनका जुकाम के वायरस से बचाव हो जाएगा तथा आपको इस रोग से लड़ने की शक्ति मिल जाएगी। ऐसे समय काम की जगह होने वाली असुविधा से बचने के लिए घर पर आराम करें। घर पर आपको जरूरत की सारी सुविधाएं मिलेगी जो जुकाम के वक्त जरूरी होती है, जैसे कि कंबल, गरम पेय और भी दूसरी कई उपयोगी सुविधाएं जो आपको जल्द ठीक होने में मदद करती है। खासकर ऐसी स्थिति में घर पर रहने से दूसरी बीमारी लगने का खतरा टल जाएगा, क्योंकि जुकाम में आपकी रोगों से लड़ने की प्रतिकारक क्षमता कम हो जाती है तथा कोई और रोग होने की आशंका बढ़ जाती हैं।
  2. अपनी सभी प्रॉब्लम्स डॉक्टर के साथ शेयर करें, जिससे वो आपको उनके मुताबिक़ सही मेडिसिन्स लिख सके। अगर डॉक्टर आपको कोई दवाई लिखता है तो प्रयास करें कि आप वो दवा डॉक्टर के बताये अनुसार ही लें। अगर को सके तो किसी स्पेशिलिस्ट को ही दिखायें जिससे वो आपको जो प्रॉब्लम है सिर्फ उसी की ही दवा दें। साधारण सर्दी-जुकाम 3 से 7 दिन में अपने आप ही ठीक हो जाता है लेकिन इससे ज्यादा और कुछ अधिक तकलीफें आपको हैं तो फिर डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  3. यदि आप जुकाम के दौरान अपने शरीर को पानी कि उचित मात्रा प्रदान करते हैं तो यह जुकाम के बहुत से लक्षण जैसे सिर दर्द अथवा गले में खराश कम करता है, ओर उसके साथ ही शरीर में पानी की कमी से भी निजात दिलाने में मदद मिलती है। शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाने का सबसे अच्छा उपाय है गर्म चाय तथा सूप पीना, साथ ही साईनस के बंद नाक खोलने में तथा नाक व गले की सूजन से भी बचाव करने में तरल पदार्थ मदद करता है। [८]
    • लिक्विड चीज़ों का प्यास बुझाने के लिए सेवन करें। लिक्विड चीज़ों का बीमारी के दौरान सेवन करना जरूरी है, लेकिन ज्यादा मात्रा में लिक्विड चीज़ों का सेवन करने से आपका लिवर तथा किडनी इन तरल पदार्थों को पचाने में समय लेगा। [९] जब आप बीमार होते हैं तो जितना पानी आप सामान्य स्थिति में पीते हैं उससे थोड़ा ज्यादा पानी पीयें, लेकिन आपको एक दिन में 12 से 15 गिलास पानी पीने की जरूरत नहीं है।
    • जब आप काफी मात्रा में पानी पीते हैं तो आपका मूत्र लगभग साफ़ होगा, और यह एक अच्छा संकेत है। [१०] और अगर मूत्र गहरा पीले रंग का है तो, इसका मतलब है की आपके शरीर में अधिक मात्रा में अनुचित पदार्थ है, जो ठीक से गल और पिघल नहीं रहें हैं- इसीलिए ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें।
  4. आपके शरीर को जुकाम के वायरस से लड़ने के लिए सभी साधन चाहिए। [११] यदि आप अपने शरीर को उचित विश्राम नहीं देंगे तो, आपकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ जाएगी। बीच-बीच में झपकी ले और शारीरिक कार्य करके खुद को न थकाएं सोते वक्त अपने सिर को ऊँचाई पर रखकर सोने की कोशिश करें, ऐसा करने से आपके नाक की नली बंद होने से बच जाएगी। [२]
    • अपने बिस्तर पर अतिरिक्त तकिया या गद्दे के सहारे से ऊँचाई में सिर रखकर सोयें- यह थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा, पर आपको करना है। अगर आपको आपका सिर अजीब लग रहा है तो, चद्दर और बिस्तर के बीच में एक और तकिया रखें या सीधे बिस्तर के नीचे रखे, ताकि वह अजीब न दिखें।
  5. नमक और बेकिंग सोडा वाले गुनगुने पानी से गरारे करें: गुनगुने पानी के गरारे करने से आपके गले को नमी प्राप्त होती है तथा नमक इन्फेक्शन से लड़ने में भी मदद करता है, क्योंकि नमक एक कुदरती एन्टीसेप्टिक है। एक गुनगुने पानी के गिलास में एक छोटा चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह मारा लें। आप थोड़ा सा बेकिंग सोडा भी डाल सकते हैं, जो नमक में उपस्थित "ज़िंग" को बाहर निकालने में मदद करता है। इस घोल से दिन में तीन से चार बार गरारे करें ताकि आपके गले की खराश थोड़े समय के लिए निकल जाएं। [१२]
    • यह अवश्य ध्यान रखें कि पानी ज्यादा नमकीन न हो और साथ ही आपको गरारे ज्यादा नहीं करने हैं, इससे आपका गला सूख जाएगा तथा स्थिति और ज्यादा बिगड़ जाएगी। यदि पानी ज्यादा नमकीन हुआ तो ,इस से आपकी झिल्लियों को नुकसान पहुँच सकता है, इसीलिए पानी में नमक की मात्रा अधिक हो तो थोड़ा सा सादा पानी डाल लीजिए। गरारे करते समय अगर आपकी नाक में पानी घुस जाता है तो, थोड़ा दर्द होना स्वाभाविक है।
  6. जिस कमरे में आप आराम करते हैं, वहाँ ह्यूमिडफाइअर अथवा वेपराइज़र का उपयोग करने से आपको बड़ी ही आरामदायक महसूस होगा क्योंकि इससे कमरे की हवा में नमी बढ़ जाती है। [१३] यह सबसे ज्यादा तब मददगार साबित होता है जब आपका नाक बंद है तथा गला सूख रहा है। यह याद रखें कि ह्यूमिडफाइअर सिर्फ जुकाम में आपके गले की खराश से आराम दिलाएगा न कि आपके जुकाम से और न ही जुकाम के अवधि को कम करेगा।
    • कुछ रिसर्च के अनुसार ह्यूमिडफाइअर अथवा वेपराइज़र का प्रयोग फायदे से ज्यादा नुकसान पहुँचा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ह्यूमिडफाइअर का प्रयोग रोगाणु, फफुंदि तथा विषाक्त पदार्थों को फैलाता है और इसके अलावा आपकी त्वचा पर तीव्र जलन भी हो सकती है। आप खुद यह निर्णय ले सकते हैं कि ह्यूमिडफाइअर का प्रयोग करना आपके लिए अच्छा है या नहीं। [१४]
  7. यह जरूरी है कि जुकाम के दौरान अपने शरीर को गरम रखें, क्योंकि ठंड से आपके शरीर में कमजोरी तथा कंपन आ सकती है। दिन के समय ज्यादा कपड़े पहनें और दिन में। विश्राम करते समय या रात में सोते समय अतिरिक्त कंबल को ओढ़ ले। गरम रहने से आपको जुकाम से आराम तो नहीं मिलेगा लेकिन, आप खुद को ज्यादा आरामदायक महसूस करेंगे।
    • यह पुरानी कहावत है कि, "जुकाम को पसीने से भगाए", लेकिन इस बात को साबित करने के लिए वैज्ञानिक तथ्य भी है। यह दावा किया गया है कि, जुकाम के शुरुआती लक्षणों में दौड़ लगाने से, जुकाम कम हो जाता है।
  8. जुकाम ठीक करने के लिए बिना डॅाक्टर की पर्ची वाली दवाइयाँ खरीदें: यह दवाइयाँ जुकाम को पूरी तरह से ठीक नहीं करते हैं, लेकिन जुकाम के लक्षण जैसे सिर दर्द, संकुलन, बुखार अथवा गले की खराश से निजात दिला सकती है। आपको यह ध्यान रखना होगा की डॅाक्टर की बिना पर्ची वाली दवाइयाँ खाने से आपको मतली, पेट की खराबी, तथा चक्कर आना इन दुष्प्रभाव का सामना कर पड़ सकता है। जो भी दवाइयाँ ले रहे हैं उनसे होने वाले दुष्प्रभाव को आप जानते हैं और अगर आप किसी और बीमारी के लिए डॅाक्टर की लिखीं कोई दवा खा रहे हैं तो अपने डॅाक्टर से जरूर परामर्श करें।
    • दर्द निवारक दवाइयाँ (एनाल्जेसिक-पेन्किलर) जैसे एसिटामिनोफेन (acetaminophen) ,ऐस्पिरिन (aspirin) तथा इबुप्रोफेन (ibuprofen), जुकाम में होने वाली मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द या बुखार से आराम दिला सकती है। [१५] बच्चों तथा किशोरों को ऐस्पिरिन दवा न दें, क्योंकि इससे रिये (Reye's) सिन्ड्रोम (लक्षण) दिखा गया है। [१६]
    • हर बिना डॅाक्टर की पर्ची (OTC) वाली दवाइयाँ जो जुकाम और उससे संबंधित ऐलर्जी में दी जाती है, उनमें एंटीहिस्टेमाइंस (Antihistamines) नामक पदार्थ मौजूद होता है, और जो बहती नाक तथा आँखों से पानी निकलने से राहत दिलाता है।
    • खाँसी से निजात दिलाने वाली दवाइयाँ, जिन्हें कासरोधक (एन्टीटस्सीव) भी कहा जाता है, आपके शरीर को खाँसने से रोकने में मदद करती है। [१७] इन दवाइयों का प्रयोग तभी करें जब आपकी सुखी खाँसी है और बिल्कुल भी कफ़ नहीं जमा है। यदि आपकी खाँसी में कफ़ की मात्रा है तो यह दवाइयाँ न लें वरना कफ़ आना बंद हो जाएगा। 4 साल से कम आयु के बच्चों को बिना डॅाक्टर की पर्ची वाली खाँसी की दवाइयाँ (OTC) न दें।
    • यदि आपकी नासिका में सूजन आ गई है और साँस लेने में तकलीफ़ महसूस कर रहे हैं तो ही बिना पर्ची वाली दवाइयाँ सर्दी खाँसी की दवा ले। यह दवाइयाँ रक्त वाहिका को सिकुड़ देती हैं जिससे बंद नाक खुल जाता है और आप आसानी से सांस ले पाएंगे। एंटीथिस्टेमाइंस दवाई लेने से आप आरामदायक महसूस करेंगे और बीमारी में आपको अच्छी नींद भी आएगी।
    • यदि बलगम ज्यादा गाढ़ा है और उसे निकालने में मुश्किल आ रही है तो बलगम निकालने वाली दवा (कफ़ निस्सारक) का सेवन करें जो बलगम को पतला कर बाहर निकाल देता है।
  9. तंबाकू का प्रयोग करने से आपकी बीमारियों से लड़ने की प्रतिकारक क्षमता कम हो जाती है, [१८] और इस कारण जुकाम के बढ़ जाते हैं। जहां तक हो सके काफी, कैफीनययुक्त चाय, तथा सोडा इत्यादि का सेवन न करें।
  10. इस बात के पीछे वैज्ञानिक प्रमाण भी है, चिकन सूप पीने से जुकाम होने के कारण वाले व्हाइट ब्लड सेल्स की गति कम हो जाती है जिससे जुकाम न होने की आशंका बढ़ जाती है। [१९] और गरम सूप पीने से आपके बंद नाक खुल जाता है और गले को भी आराम मिलता है।
    • आप सूप में थोड़ी सी लाल मिर्च भी डालें ताकि मिर्च का तीखापन आपके मस्तिष्क से भी बलगम को साफ़ कर देता है।
विधि 3
विधि 3 का 3:

अपनी रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्युन सिस्टम) बढ़ाएँ

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  1. विटामिन और पोषक तत्व से भरपूर सप्लीमेंट्स लेने से रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्युन सिस्टम) को बढ़ाने में मदद मिलती है। आप अलग से सप्लीमेंट्स ले सकते हैं जैसे, विटामिन सी या ज़िंक की गोलियां या आप ऐसे मल्टि-विटामिन ढूंढे जिसमें सब कुछ है। अगर आप को मछली खाना पसंद नहीं है तो आप ओमेगा-3 वाले सप्लीमेंट्स ले जिनसे आप को मछली की फैटी एसिड का लाभ मिल सकें, ओमेगा-3 लेने से रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्युन सिस्टम) दृढ़ हो जाती है जो की साबित हो चुका है।
    • कई सारे दवा के सप्लीमेंट्स को दुकानों, सुपरमार्केट और स्वास्थ्य खाद्य भंडार में पाई जा सकती हैं।
    • रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्युन सिस्टम) के लिए सप्लीमेंट्स लेने से आपको जुकाम से छुटकारा नहीं मिलेगा, लेकिन हां यह आपको फिर से बीमार होने से बचाने में मदद कर सकता है।
  2. लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है जो आपके दिल और रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून सिस्टम) के लिए लाभदायक होता है और स्वस्थ रक्त संचार बनाए रखने में मदद करता है। [२०] लहसुन का सबसे मुख्य स्वास्थ्य लाभ यह है की, यह आपके शरीर की प्रतिरोधक कोशिकाओं की गतिविधि को बढ़ाने कि क्षमता रखता है। [२०]
    • कुछ लहसुन की कलियों को एक छोटे चम्मच शहद के साथ दरदरा पीस लें और उसे तुरंत चबाकर निगल ले।
  3. नए शोध से पता चला है कि, अगर आप ज़िंक का सेवन बीमारी के लक्षण शुरू होने के अगले ही दिन लेते हैं तो आप जुकाम के लक्षण से उम्मीद से एक ही दिन पहले ठीक हो जाएंगे और इसके गंभीर लक्षणों का कम अनुभव कर सकेंगे। [२१] [२२]
  4. शहद में कुदरती गुण है जो रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को बढ़ाने में मदद करता है और इसमें एंटीवायरल गुण भी शामिल है। इसमें एक और गुण है, शहद का सेवन करने से गले की खराश से आराम मिलता है जो जुकाम से पीड़ित लोगों के लिए लाभदायक है। आप एक चम्मच कच्चा शहद खा सकते हैं या फिर उसे गरम पानी में मिलाकर पी लें या शहद डालकर स्वाद भरी चाय बनाकर, गरम चाय का मजा ले। [२३]
  5. विटामिन C सप्लीमेंट्स को लेने का विचार करे, विटामिन सी युक्त संतरे का जुस पीएँ और विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरे, कीवी और स्ट्रॉबेरी खायें। हालांकि जुकाम को रोकने में विटामिन सी की प्रभावशीलता यह एक विवाद का विषय है, लेकिन हां इसके कई विटामिन सी के समर्थकों की यह सलाह है कि, प्रतिदिन विटामिन सी का सेवन करने से जुकाम ठीक होने की अवधि कम हो जाती है। [२४] [२५] [२६]
  6. एकिनेषिया हर्बल सप्लीमेंट है जो प्रभावी रूप रोग प्रतिरोधक और एंटीवायरल है। इसके जुकाम निवारक गुण को विशेषज्ञों ने विवाद का विषय बनाया है पर कुछ शोध से पता चला है कि, इसका सेवन करने से जुकाम विकसित होने की संभावना कम होती है और यह जुकाम की अवधि को भी कम करता है। [२७] जैसे ही आपको जुकाम के लक्षणों का पता चले एकिनेषिया के कैप्सूल लेने की कोशिश करें। [२३]
  7. एल्डरबेरी एक और उपयुक्त कुदरती रोग प्रतिरोधक है- यह सिरप आयुर्वेदिक दवाइयों की दुकान में आसानी से मिल सकता है- हर सुबह एक चम्मच एल्डरबेरी सिरप पीएँ, या इसकी कुछ बूंदें नाश्ते के वक्त लेने वाले जूस में मिलाएँ।
  8. आपके संपर्क में आईं चीजों को दूसरों को खाने या पीने से रोकें। [२८] जब आप बीमार होते है, तब एक या दो दिन में अपने तकियों के गिलाफ़ बदलते रहें। इससे दूसरों को इन्फेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है, और वातावरण से भी रोगाणु नष्ट करने में मदद मिलती है।
    • नाक साफ करने के बाद हाथ अवश्य धोएँ। इससे आपको जुकाम कम करने में मदद मिलेगी, पर इससे जुकाम के वायरस आपसे दूसरों में संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है। [२९]
    • जितना संभव हो उतना मानवीय संपर्क से बचें। जुकाम के सभी पड़ाव के दौरान, जुकाम के वायरस (जैसे rhinoviruses, or coronaviruses) ) आसानी से लोगो के बीच संक्रमित हो सकते हैं। [३०] काम और स्कूल से छुट्टी लेकर घर पर आराम करना "अच्छी" बात है। अगर काम करना जरूरी है तो शारीरिक संपर्क को कम रखें, चीजों को छूने की कोशिश ना करें और अकसर अपने हाथ धोएँ। इससे आप जुकाम के वायरस से संक्रमित होने से बचे रहेंगे।

सलाह

  • अगर बंद नाक या बहती नाक से आप सो नहीं पा रहे हैं, तो 45 डिग्री के कोण पर अपनी छाती और सिर को अतिरिक्त तकिये के सहारे रखकर सोएँ।
  • यदि आपको ऐसा लग रहा है कि आपका जुकाम बढ़ रहा है और इस कारण छींके व खाँसी हो रही है तो काम अथवा स्कूल न जाएं, और घर पर विश्राम करें। इस से जुकाम के वायरस दूसरों में संक्रमित नहीं होंगे। और अच्छे से विश्राम करने की वजह से आप जल्दी ठीक हो जाएंगे।
  • गर्म पानी से नहायें या शावर ले ताकि आपको बहती नाक से राहत मिलें।
  • छींकने के बाद हाथ धो लें।
  • जुकाम के वायरस से बचने के लिए उपयोग में आने वाली सतह को अच्छे से साफ़ करें ताकि वह कीटाणु रहित बन जाएं।
  • एक पैन में थोड़ी सी विक्स लें, और उसमें उबलता पानी डालें। अपने सिर को तौलिये से ढंक लें और पैन पर झुककर उस विक्स वाले पानी से भाँप लें। ऐसा करने से आपको थोड़ा गीला और गरम महसूस होगा, पर इससे बंद नाक खुल जाएगी और। अगर आपको बुखार है तो उससे भी राहत मिलेगी।
  • अपने नाक को अकसर साफ करते रहें। लेकिन नाक ज्यादा साफ़ करने से आपके नाक की त्वचा रूखी हो जाएगी और उसमें जलन भी होगी।
  • जुकाम के लक्षण शुरू होते ही, विक्स वेपोरब को अपनी नाक पर लगाएँ। अगर आप बंद नाक से परेशान है तो हर बार जब भी आपको नाक बंद लगे, विक्स वेपोरब को अपनी नाक पर लगाएँ।
  • यदि आपको जुकाम हुआ है तो स्कूल अथवा काम पर न जायें इससे जुकाम के वायरस दूसरों में संक्रमित न हो।
  • शूगर फ्री च्यूइंगम खायें इस से आपको गले की खराश से राहत मिलेगी।
  • यदि आपको जुकाम है और आपका कंप्यूटर कोई और भी इस्तेमाल कर रहा है तो माउस तथा कीबोर्ड को साफ़ कर के ही उस व्यक्ति को इस्तेमाल करने के लिए दें।
  • इसका कोई प्रमाण नहीं है कि, एकिनेषिया या विटामिन सी जुकाम को आराम पहुंचाता है और इसका भी कोई प्रमाण नहीं है कि, जुकाम ज्यादा ठंडे या गरम वातावरण के कारण होता है।
  • जितना हो सके उतना चलें। उदाहरण के लिए दौड़ करना यह अच्छी आदत है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। और आप अधिक आरामदायक महसूस करते हैं।
  • अगर आपको रात में ज्यादा खाँसी आ रही है तो, पाँव के नीचे विक्स वेपोरब लगाएँ और जुराबें पहन ले।

चेतावनी

  • अगर जुकाम के लक्षण 7 दिन से ज्यादा दिन तक रहें तो अपने डॅाक्टर से संपर्क करें, क्योंकि और गंभीर हालत होने की संभावना है।
  • अगर आपको 38 सेल्सियस से अधिक (100 फ़ारेनहाइट) बुखार है तो, अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि तेज बुखार और ठंड लगना इंफ्लुएंजा (फ़्लू) होने का एक संकेत है, और यह अधिक गंभीर बीमारी है।
  • घरेलू नुस्खों में आरडीए (RDA) युक्त विटामिन सी का सेवन करने से पहले अपने डॅाक्टर से संपर्क करें।
  • एफडीए ने चेतावनी दी है कि, ज़िकाम कोल्ड रैमेडी नेज़ल जैल और नेज़ल जैल आपके सूंघने की क्षमता को कम या समाप्त कर देता है। कंपनी ने इन उत्पादनों को स्वेच्छा से बंद कर दिया है। इस चेतावनी को ज़िकाम के दूसरे उत्पादनों पर लागू नहीं किया गया है।

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महिला कंडोम का इस्तेमाल करें
  1. http://www.oprah.com/oprahshow/The-Dr-Oz-Health-Quiz/4
  2. http://www.medicalnewstoday.com/articles/252516.php
  3. http://www.nytimes.com/2010/09/28/health/28real.html?adxnnl=1&ref=health&adxnnlx=1322533380-k2JVB+2V72QyiAtau+eeNQ&_r=0
  4. http://www.mayoclinic.com/health/cool-mist-humidifiers/AN01577
  5. http://www.npr.org/2011/01/07/132743646/Humidifiers-Dont-Do-Lick-Of-Good-Helping-Colds
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  7. http://www.nlm.nih.gov/medlineplus/ency/article/001565.htm
  8. http://www.everydayhealth.com/cold-and-flu/cough-medicine-for-colds.aspx
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