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पक्का झूठा वो होता है जो विवश हो कर झूठ बोलता है या जिसकी कहानियाँ बनाने की आदत होती है। जो कि शायद वास्तविकता से दूर होते हैं और अक्सर अपने आत्मविश्वास की कमी को दूर करने के लिए, अपने बोले गए झूठ पर विश्वास करते हैं। पक्के झूठे को पहचानने के लिए, अत्याधिक आँखें मिलाने जैसे उनके व्यवहार और हाव-भाव पर ध्यान दीजिये। साथ ही, उनकी कहानियों में विसंगतियों को भी ढूंढिए। नशे की आदत और अस्थिर सम्बन्धों का इतिहास भी पक्के झूठे होने के, अतिरिक्त संकेत हो सकते हैं।
चरण
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संदेहास्पद झूठों की प्रकृति पर ध्यान दीजिये: आपको संदेह हो सकता है कि कोई मित्र, परिवार का सदस्य या सहकर्मी आदतन झूठ बोल रहा है। संदेहास्पद झूठों का विश्लेषण करिए और देखिये कि उनमें सामान्य क्या है। पक्के झूठे सहानुभूति पाने, बोरियत या असुरक्षा की भावना के कारण झूठ बोल सकते हैं। पक्के झूठे के झूठ बोलने का एक कारण यह भी हो सकता है कि उन्हें लगता हो जैसे उन पर से स्पॉटलाइट (spotlight) हटा ली गई हो। इस व्यक्ति को लगता है कि उसे हर व्यक्ति के ब्रह्मांड का केंद्र होना चाहिए और वैसा होने के लिए वह जो कर सकता है करेगा। एक बार स्पॉटलाइट का स्वाद लग जाने पर केवल ध्यान का केंद्र बने रहने के लिए झूठ हर बार बड़ा होता जाता है। [१] X रिसर्च सोर्स
- कुछ पक्के झूठे शायद सहानुभूति पाने का सक्रिय प्रयास करते रह सकते हैं। जैसे कि, उनमें दर्द और बीमारी को बढ़ा चढ़ा कर कहने की आदत हो सकती है या किसी भी सुनने वाले की सहानुभूति पाने के लिए अपने जीवन की मामूली बातों को हास्यास्पद अनुपात तक बढ़ा देना।
- पक्के झूठों में शायद आत्मसम्मान की कमी होती है। वे शायद इसलिए झूठ बोलते हैं क्योंकि वे जितने हैं उससे अधिक महत्वपूर्ण दिखना चाहते हैं। अपने जीवन को प्रभावशाली और सुयोग्य दिखाने के लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन की उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ा कर बता सकते हैं। इस परिस्थिति में, वे शायद आपको भटकाने की जगह स्वयं को आश्वस्त करने का प्रयास कर रहे हों।
- कुछ पक्के झूठे केवल बोरियत मिटाने के लिए झूठ बोलते हैं। वे दूसरों को चोट पहुँचने के लिए घटनाएँ बनाते और झूठ बोलते हैं। इससे, पक्के झूठे के जीवन में बोरियत दूर करने के लिए नाटक तैयार हो जाता है।
- अपने बारे में असाधारण कहानियाँ सुनाने से जो दूसरों से जो ध्यान मिलता है उससे कुछ पक्के झूठों को मज़ा आता है। दिखावा बनाए रखने के लिए, वे शायद और भी बड़े और जटिल झूठ बोल सकते हैं।
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दूसरे लोगों की कहानियों को फिर से सुनाये जाने पर ध्यान दीजिये: पक्के झूठे अक्सर झूठ बोलने में पकड़े जाते हैं। अक्सर, आप किसी और की कहानी को उनसे फिर से ऐसे सुन सकते हैं जैसे कि वह उन्हीं के साथ हुआ हो। अगर कहानी में कुछ जाना पहचाना सुनाई पड़े, तब ठहर कर सोचिएगा कि क्या आपने यह कहानी पहले कभी सुनी है। [२] X रिसर्च सोर्स
- आप किसी पक्के झूठे से मित्र या परिवार के किसी सदस्य की कहानी को दोहराते हुये सुन सकते हैं। वे फ़िल्मों या टेलीविज़न शो की कहानियाँ भी दोहरा सकते हैं। झूठे के संस्करण के अनुसार कहानियों में थोड़ा फेर बदल हो सकता है।
- जैसे कि, आपका कोई सहकर्मी आपको कोई कहानी सुनाता है जो आपको जानी-पहचानी लगती है, मगर आपको यकीन नहीं है कि आपने उसे पहले कहाँ सुना है। बाद में, आप वैसी ही कहानी समाचारों में सुनते हैं। अगर आपका सहकर्मी पक्का झूठा है, तब शायद उसने कहानी समाचारों से ही ली होगी और और उसे अपनी बना कर प्रस्तुत किया होगा।
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देखें कि क्या व्यक्ति सवालों से बचता है: सामना किए जाने पर, पक्का झूठा सवालों से बचने के तरीक़े ढूँढता है। स्वाभाविक रूप से पक्के झूठे चालाक होते हैं, अतः आपको लग सकता है कि उसने किसी चीज़ का जवाब दे दिया है जबकि वास्तव में वे जवाब देने में असफल रहे हों। [३] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, आपकी मित्र बताती है कि उसका हाल ही में अपनी घनिष्ठतम मित्र से मनमुटाव हो गया है। आपको भी उस मित्र से संबंध बनाए रखने में कठिनाई हो रही है, और आप सोचते हैं कि क्या उसके साथ सम्बन्धों में परेशानी कोई पैटर्न है। आप उससे ऐसा कुछ प्रश्न करते हैं, “तुमने और एलिज़ा ने बातचीत बंद क्यों कर दी?”
- मित्र का उत्तर ऐसा कुछ हो सकता है, ”हमने एक साल से बात नहीं की है।“ वह दरअसल प्रश्न का उत्तर नहीं दे रही है। वह और भी सीधे प्रश्नों से बच सकती है। जैसे कि, आप उससे सीधे ऐसा कुछ पूछें, ”क्या एलिज़ा को भी ऐसे ही नाराज़ करती रही हो जैसे मुझे नाराज़ करती थीं?” वह ऐसा कुछ जवाब दे सकती है, ”क्या तुम्हें सच मैं लगता है कि मैं ऐसी व्यक्ति हूँ?”
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चालाकी का ध्यान रखिए: पक्के झूठे दूसरों के साथ चालाकी में माहिर होते हैं। अपने झूठ से ध्यान हटाने के लिए तरीके ढूँढने को उनमें दूसरों का अध्ययन करने की प्रवृत्ति होती है। ध्यान दीजिये कि पक्का झूठा आपसे कैसे बातचीत करता है। शायद आप सूक्ष्म चालाकी खोज सकेंगे। [४] X रिसर्च सोर्स
- पक्के झूठे अक्सर यौन तनाव का उपयोग भावनात्मक चालों के लिए करते हैं। अगर आप किसी पक्के झूठे की ओर आकर्षित होंगे/होंगी तब झूठ का सामना कराने पर वे आपसे फ़्लर्ट करने लगेंगे।
- यह जानने के लिए कि आपकी व्यक्तिगत सीमाएँ क्या हैं, वे आपका भी ध्यान से अध्ययन करेंगे। पक्के झूठों को यह बढ़िया अंदाज़ा होता है कि कौन से लोग कौन से झूठ पर विश्वास करेंगे। जैसे कि उन्हें पता हो सकता है, कि आप बीमारी संबंधी झूठ पर विश्वास नहीं करेंगे, मगर शायद भावनात्मक समस्याओं संबंधी झूठ पर विश्वास कर लेंगे। अगर आप झूठे को किसी से बात करते सुनेंगे, वे शायद दर्द और बीमारियों की कहानियाँ बना रहे होंगे, मगर आपसे इन रोगों की चर्चा नहीं करेंगे।
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देखिये कि झूठ पकड़े जाने पर व्यक्ति की प्रतिक्रिया क्या होती है: कोई दो पक्के झूठे एक जैसे नहीं होते। हालांकि, झूठ पकड़े जाने पर उनमें से अधिकांश आक्रामक प्रतिक्रिया देंगे। अगर कोई झूठ बोलने का आरोप लगने के जवाब में नाराज़ होता हुआ दिखता है, तब शायद आप किसी पक्के झूठे से निबट रहे हैं। [५] X रिसर्च सोर्स
- पक्का झूठा शायद बहुत प्रतिरक्षात्मक हो सकता है। वे अपने झूठों के लिए दूसरों पर आरोप लगा सकते हैं। जैसे कि, “मुझे यह कहानी सिर्फ इसलिए बनानी पड़ी क्योंकि हमारा बॉस बहुत शातिर है।“
- एक झूठ छिपाने के लिए वे दूसरा झूठ बना सकते हैं। जैसे कि, “नहीं, मैंने पैसे का उपयोग कार ठीक करवाने के लिए किया, मगर उसका आधा किराना ख़रीदने में भी ख़र्च किया। मैं यह बताना भूल गया था कि स्टोर में रुका था।“
- झूठ पकड़े जाने पर वे नाराज़ भी हो सकते हैं। वे नाराज़ हो कर चिल्लाने लग सकते हैं, या सहानुभूति बटोरने के लिए रोना शुरू कर सकते हैं।
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उनके मानसिक स्वास्थ्य का इतिहास देखिये: झूठ बोलने का मानसिक स्वास्थ्य के मामलों से भी संबंध हो सकता है, जैसे कि मामूली व्यक्तित्व विकार, अवसाद, बाईपोलर (bipolar) विकार, और नारसीसिसटिक (narcissistic) व्यक्तित्व विकार। यदि आप इस व्यक्ति के क़रीबी होंगे, तब आप सम्बद्ध मानसिक स्वास्थ्य मसलों का इतिहास जानते होंगे और उन्हें सही मदद लेने के लिए प्रेरित कर सकेंगे।
- आप इस इतिहास का उपयोग उनके झूठ के पैटर्न को खोजने के लिए कर सकते हैं। क्या वे कुछ विशेष परिस्थितियों में ही झूठ बोलते हैं? क्या वे अपने झूठ से दूसरों को प्रभावित करके अपने को नया रूप देने की कोशिश कर रहे हैं?क्या वे कुछ विशेष परिस्थितियों के बारे में बात करने से बचने के लिए झूठ बोल रहे हैं?
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नज़र मिलाने पर ध्यान दीजिये: अनेक लोगों का विचार है कि पक्के झूठे नज़र नहीं मिलाते। हालांकि आम तौर पर झूठ बोलने वाले नज़रें मिलाने से बचते हैं, मगर पक्के झूठों के लिए यह आम तौर पर सही नहीं होता है। उसके स्थान पर, आप देखेंगे कि आँखें बहुत मिलाई जाती हैं। यह पक्के झूठे का विश्वसनीय दिखने का प्रयास होता है। [६] X रिसर्च सोर्स
- पक्का झूठा आपसे बात करते समय पलकें नहीं झपकाएगा। सामान्यतः बातें करते समय इधर-उधर देखना स्वाभाविक है। वहीं, जब तक आप बोलते रहेंगे, तब तक पक्का झूठा आपकी आँखों में देखता रहेगा।
- आप उसकी आँखों में झूठ बोलने के सूक्ष्म लक्षण देख सकते हैं। पक्के झूठे की पुतलियाँ थोड़ी फैली होंगी, और शायद वे पलकें भी धीमे से झपकाएंगे।
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ध्यान दीजिये कि क्या कोई बहुत सहज लगता है: जब आम लोग झूठ बोलते हैं तब वे अतिरिक्त विकल हो जाते हैं और उनमें परेशानी के अन्य लक्षण भी दिखते हैं। इसके विपरीत, पक्के झूठे को झूठ बोलने में कोई पछतावा नहीं होता। इसलिए झूठ बोलते समय वे बहुत सहज लगते हैं। पक्के झूठे वास्तव में बहुत मिलनसार और शांतचित्त लग सकते हैं। चाहे आप जानते भी हों कि कोई झूठ बोल रहा है, उनमें शायद परेशानी और घबराहट के लक्षण प्रदर्शित नहीं होंगे। [७] X रिसर्च सोर्स
- जैसे कि, लंच के समय आपका सहकर्मी कोई कहानी सुनाता है। बाद में, छुट्टी के समय, संदिग्ध पक्का झूठा वही कहानी ऐसे दोहराता है, जैसे कि वह सब उसी के साथ हुआ था।
- जबकि आपको पता है कि वह व्यक्ति झूठ बोल रहा है, वे बिलकुल निश्चिंत लगते हैं। वे बिना किसी परेशानी या घबराहट के कहानी सुनाते हैं और अपने आप में बिलकुल निश्चिंत लगते हैं। अगर आपको पता नहीं होता, तब आपको उनकी कहानी पर विश्वास करने में कोई हिचकिचाहट नहीं होती।
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आवाज़ के टोन (tone) पर ध्यान दीजिये: आवाज़ के टोन में मामूली परिवर्तन से पता चल सकता है कि वे झूठ बोल रहे हैं। हालांकि सभी पक्के झूठे अपना टोन नहीं बदलते, परंतु कुछ ऐसा कर भी सकते हैं। अन्य लक्षणों के साथ, आवाज़ के टोन में हल्का सा परिवर्तन, शायद यह संकेत दे सकता है कि कोई पक्का झूठा है। [८] X रिसर्च सोर्स
- आप पिच (pitch) में हल्का परिवर्तन पा सकते हैं। पक्के झूठे की आवाज़ झूठ बोलते समय ऊँची या नीची हो सकती है।
- पक्का झूठा बोलते समय अपने होठों पर ज़बान फिरा सकता है या पानी पी सकता है। झूठ बोलने का तनाव एड्रीनलीन (adrenaline) या वोकल कॉर्ड्स (vocal chords) में संकुचन पैदा कर सकता है, जिससे अधिक पानी की ज़रूरत पड़ सकती है।
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किसी की मुस्कान पर ध्यान दीजिये: हालाँकि पक्के झूठे, झूठ बोलते समय विशिष्ट हाव भाव नहीं भी प्रदर्शित कर सकते हैं, वे झूठी मुस्कान दिखा सकते हैं। झूठी मुस्कुराहट बहुत मुश्किल से आती है, इसलिए उनके मुंह को ध्यान से देखिये। [९] X रिसर्च सोर्स निष्कपट मुस्कान के समय आप पूरे चेहरे पर परिवर्तन देख सकते हैं। किसी की आँखों के कोने विशिष्ट तरह से सिकुड़ जाते हैं। झूठी मुस्कुराहट में, परिवर्तन केवल मुँह के आसपास ही होता है। [१०] X रिसर्च सोर्स
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अंतर्निहित गुप्त आदतों को देखिये: यदि व्यक्ति में नशा करने की, जुए की, बहुत खाने की या अन्य विध्वंसक व्यवहारों की समस्या है, तब अधिक संभावना यह है कि वह पक्का झूठा होगा। [११] X रिसर्च सोर्स
- जैसे कि, आप शायद ध्यान दें कि कोई सहकर्मी कंपनी पार्टी में कुछ अधिक ही पी रहा है। जब बार में कोई नहीं है तब भी आप उसे अपनी ड्रिंक भरते हुये देखते हैं, या ध्यान देते हैं कि उसके पास फ़्लास्क है।
- आप ध्यान दे सकते हैं कि कोई सहकर्मी लंच के समय खाना नहीं खाता, मगर कभी-कभी उसके ऑफिस में खाने के सबूत मिलते हैं। वे अपनी खाने की आदतों के बारे में बहुत संकोची हो सकते हैं, और आदतन सहकर्मियों के साथ खाने से इंकार कर सकते हैं।
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विचार करिए कि क्या वह व्यक्ति वास्तविकता में जीता है: पक्के झूठे अक्सर वास्तविकता से असम्बद्ध हो सकते हैं। अनेक बार वे अपने झूठ के कुछ भागों पर खुद ही विश्वास कर लेते हैं। वे अपने पर और अपनी क्षमताओं पर मोहित हो सकते हैं। [१२] X रिसर्च सोर्स
- एक पक्के झूठे में अपनी महत्ता को बढ़ा चढ़ा कर बताने की प्रवृत्ति हो सकती है। वे किसी मामूली चीज़ को भी, जैसे बॉस की प्रशंसोक्ति को अपनी व्यक्तिगत महानता का संकेत समझ सकते हैं। जब वे प्रशंसोक्ति की याद करेंगे, तब उसकी महता को बढ़ा ही देंगे।
- किसी पक्के झूठे में जीवन के साधारण कौशलों की कमी हो सकती है, मगर वे उसे समस्या नहीं मानते।
- अगर किसी व्यक्ति के लिए वास्तविकता विकृत हो, तब शायद वे जो कह रहे हैं उस पर स्वयं विश्वास करते हों। हालांकि यह सभी पक्के झूठों केलिए सही नहीं होगा, इस संभावना पर विचार करिए कि शायद वह व्यक्ति किसी दुर्भावना से झूठ नहीं बोल रहा है।
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उस व्यक्ति के दूसरों से सम्बन्धों के बारे में सोचिए: पक्के झूठों में अस्थिर संबंध बनाने की प्रवृत्ति होती है। उस व्यक्ति के सम्बन्धों के इतिहास के बारे में जो भी जानते हों उस पर विचार करिए। अस्थिरता के चेतावनी संकेतों पर ध्यान दीजिये। [१३] X रिसर्च सोर्स
- क्या इस व्यक्ति की कोई स्थिर मैत्री या रूमानी संबंध है? दीर्घकालीन मित्रों की कमी, और असफल रोमांसों की श्रंखला, पक्के झूठों की ओर संकेत कर सकते हैं।
- कोई पक्का झूठा अपने परिवार से अलग भी हो सकता है।
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व्यक्ति के कैरियर का अध्ययन करिए: पक्के झूठे की प्रवृत्ति काम पाने के लिए झाँसा देने की होती है। पक्के झूठे के रेज़्युमे (resume) में अनेक नौकरियाँ हो सकती हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश नौकरियाँ कम समय की होंगी। वे शायद इन प्रश्नों से भी बचेंगे कि कुछ नौकरियाँ क्यों दीर्घ काल तक नहीं चल सकीं। [१४] X रिसर्च सोर्स
- जैसे कि, पक्के झूठे का रेज़्युमे लम्बा हो सकता है। अधिकांश नौकरियाँ कम समय की ही होंगी। अगर आप झूठे से उसके कैरियर के बारे में सवाल पूछेंगे, तब शायद वह उनके जवाब देने से बचते रहने का प्रयास करेगा।
- कुछ मामलों में, पक्के झूठे ने शायद अनेक कैरियर परिवर्तन एकाएक किए होंगे। पक्के झूठे अक्सर अपनी नियोक्ताओं से संबंध समाप्त करके ही आते हैं।
सलाह
- समझ लीजिये कि पक्के झूठे से बात करने पर कभी भी आपको सुसंगत कहानी नहीं मिलेगी।
- ध्यान रखिए कि पक्के झूठे हमेशा सब कुछ बढ़ा चढ़ा कर बताते हैं, इसलिए जो भी कहानियाँ वे सुनाएँगे उसमें सब सच नहीं होगा।
- किसी के द्वारा आपसे अनवरत झूठ बोलना एक प्रकार का अपमान है – ऐसे किसी को आप सच्चा दोस्त बनाने के बारे में तो सोचें ही नहीं।
- अगर आप व्यक्ति की परवाह करते हैं, उन्हें अक्सर यह याद दिलाते रहिए कि उन्हें सटीक होने का ढोंग करने की ज़रूरत नहीं है। अपने जीवन की कुछ भूलों और ग़लतियों के बारे में भी उन्हें बताइये।
- कभी-कभी, लोग इसलिए झूठ बोलते हैं क्योंकि वे परेशान और शर्मिंदा होते हैं, या उन्हें लगता है कि उन्हें अपने बारे में भी ग़लत समझा जा रहा है। इससे कम समय के संबंध और काम का कारण स्पष्ट हो सकता है। वह व्यक्ति शायद उस बात को छिपाये रखना चाह सकता है और उस बारे में स्पष्ट बात नहीं करना चाह सकता है।
चेतावनी
- आप किसी को झूठ बोलने का इलाज कराने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। दरअसल, उस व्यक्ति से यह स्वीकार करा पाना कि वह झूठ बोल रहा है भी एक बड़ी समस्या हो सकती है, इलाज तो बड़ी दूर की बात है।
- अगर आपको लगता है कि व्यक्ति किसी अवैध गतिविधि को छिपाने के लिए झूठ बोल रहा है, तब अधिकारियों को सूचित कर दीजिये।
रेफरेन्स
- ↑ http://www.newhealthguide.org/Pathological-Liar.html
- ↑ https://blog.udemy.com/compulsive-lying-disorder/
- ↑ http://www.forbes.com/sites/carolkinseygoman/2013/05/20/7-tips-for-spotting-liars-at-work/#46453da53e26
- ↑ http://blogs.psychcentral.com/caregivers/2014/09/6-subtle-characteristics-of-the-pathological-liar/
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- ↑ http://blogs.psychcentral.com/caregivers/2014/09/6-subtle-characteristics-of-the-pathological-liar/