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जब नाक कन्जेस्टेड हो जाये तो अच्छी तरह से सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता है | अच्छी बात यह है कि आप नेसल स्प्रे या नेसल वॉश से नाक को साफ़ करके फिर से अच्छी तरह से सांस ले सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 2:

नेसल वॉश का इस्तेमाल करें

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  1. आप नमक के पानी से बने नेसल वॉश खरीद सकते हैं या खुद अपना सलूशन बना सकते हैं: अगर आपको लम्बे समय तक नाक की परेशानी या साइनस की प्रॉब्लम बनी रहती है तो नाक के लक्षणों में राहत पाने के लिए नेसल वॉश बेहतर होते हैं | नमक के सलूशन से नाक के अंदर के हिस्से को धोने से सूजन कम हो जाएगी, एयरफ्लो सुधर जाता है और साइनस पैसेज खुल जाते हैं | इससे नाक से म्यूकस हट जाएगा और नाक के कंजेशन में राहत मिल जाती है | अपने लोकल फार्मेसी पर मिलने वाली नेसल वॉश किट्स लें या घरेलू सामान से खुद अपने नमक का सलूशन बनायें |
    • अपना सलूशन खुद बनाने के लिए एक क्वार्ट डिस्टिल्ड वॉटर, एक छोटी चम्मच कोशर नमक और आधा छोटी चम्मच बेकिंग सोडा एक साफ़ गिलास के जार में मिलाएं | सलूशन को हिलाएं और कमरे के तापमान स्टोर करें | एक सप्ताह के बाद सलूशन को साफ़ पानी, नमक और बेकिंग सोडा से रिप्लेस करें |
    • नल के पानी का इस्तेमाल न करें | अगर आपके पास डिस्टिल्ड वॉटर नहीं हो तो आप नल के पानी को कम से कम एक मिनट तक उबालकर स्टेराइलज कर सकते हैं और वापस कमरे के तापमान पर ठंडा कर सकते हैं | इससे हानिकारक कीटाणु मर जायेंगे | [१]
  2. नाक को नमक सलूशन से प्रभावशाली रूप से धोने के लिए आपको बल्ब सिरिंज या एक नेति पॉट की जरूरत पड़ेगी जो लम्बी टोंटी वाले एक टी पॉट की तरह होता है जिसे नाक के लिए ही बनाया जाता है | आप किसी लोकल ड्रगस्टोर या फार्मेसी से बल्ब सिरिंज और नेति पॉट खरीद सकते हैं |
    • बैक्टीरिया और कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए नाक को धोने से पहले अपने हाथ धोएं | इसके बाद सेलाइन सलूशन से बल्ब सिरिंज या नेति पॉट को भरें |
  3. नेसल वॉश का इस्तेमाल करते समय आपको आपको किसी एरिया पर खड़े होना पड़ेगा जिसमे नाक से या बल्ब सिरिंज से बहने वाले पानी या म्यूकस इकट्ठा हो सके |
    • अपने बाएं नासाछिद्र में बल्ब सिरिंज को रखें और बाएं नासाछिद्र में धीरे से मिक्सचर को डालें | धारा को सिर के पीछे की ओर डालने का लक्ष्य रखें, न कि अपने सिर के ऊपरी हिस्से की ओर | इसे डालते समय नाक से अच्छी तरह से सांस अंदर भरें | बल्ब सिरिंज से आपके पार्ट से सांस अंदर भरे बिना ही नाक में सलूशन जाना चाहिए |
    • अगर आप नेति पॉट का इस्तेमाल कर रहे हों तो उसकी टोंटी को बाएं नासाछिद्र में रखें और पॉट को ऊपर रखें जिससे सलूशन नाक में जा सके | अगर सलूशन नेति पॉट से बाहर न निकले तो पॉट को थोडा ऊपर उठायें जिससे यह आपके सर से थोडा ऊपर आ जाये लेकिन अपने सिर को कंधे पर न झुकाएं | अपने माथे को ठोड़ी के ऊपर रखने की कोशिश करें |
  4. इससे अतिरिक्त सलूशन नाक से सिंक या बाथ टब में बह जायेगा | आप एक कपडे को भी अपनी ठोड़ी के नीचे रखे सकते हैं जिससे अतिरिक्त सलूशन को इकट्ठा करने में मदद मिल जाएगी | अगर यह सलूशन मुंह में आ जाये तो इसे निगले नहीं | इसे सिंक या बाथ टब में थूंक दें | [२]
    • अपने बाएं नासाछिद्र को साफ़ करने के बाद, आपको सिर को घुमाना पड़ेगा जिससे आप सिंक या टब की ओर मुंह ला सकें और दोनों नासाछिद्रों से अच्छी तरह से जोर से सांस बाहर छोडनी होगी | इससे अतिरिक्त पानी या म्यूकस को बाहर निकालने में मदद मिलेगी | आप पानी या अतिरिक्त म्यूकस को पोंछने के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | लेकिन, एक नासाछिद्र से तेज़ी से सांस बाहर छोड़ते समय दूसरी को दबाएँ नहीं अन्यथा आंतरिक कर्ण नलिका पर दबाव पड़ सकता है |
    • बल्ब सिरिंज या नेति पॉट और नमक के सलूशन के इस्तेमाल से अपने दाहिने नासाछिद्र से बी यही प्रोसेस रिपीट करें |
  5. सलूशन बहने तक अल्टरनेट नासाछिद्र से कई बार ऐसा करें: शुरुआती कुछ समय तक नेजल वॉश का इस्तेमाल करने से नाक में हलकी जलन हो सकती है | यह सलूशन में मौजूद नमक का नॉर्मल रिएक्शन होता है और नेसल वॉश के बार-बार इस्तेमाल से कम होता जायेगा |
    • अगर सलूशन से नाक लगातार इर्रीटेड होती रहे तो समझ जाएँ कि सलूशन में या तो नमक बहुत कम है या बहुत ज्यादा | नमक के सलूशन को चखें और पता लगायें कि क्या यह बहुत ज्यादा नमकीन (स्वाद में बहुत ज्यादा नमकीन लगने पर) है या पर्याप्त नमक नहीं है (आपको मुश्किल से नमक का स्वाद आता है) | सलूशन को एडजस्ट करें जिससे आपको नमक का स्वाद आये लेकिन बहुत ज्यादा नहीं |
    • अगर नेसल वॉश के इस्तेमाल के बाद सिरदर्द होने लगे तो इसका मतलब है कि इसके इस्तेमाल के दौरान आपका माथा ठोड़ी से नीचे रहा था जिससे कुछ पानी फ्रंटल साइनस तक पहुँच गया है | कुछ समय के बाद, यह पानी अपने आप ड्रेन हो जायेगा |
  6. अगर लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर हों या सीवियर इन्फेक्शन हो जाए तो डोज़ को बढाते हुए दिन में दो बार तक कर दें |
    • बच्चों में नेसल वॉश का इस्तेमाल करना बहुत मुश्किल हो सकता है | अगर आपके बच्चे नेसल वॉश का इस्तेमाल कर रहे हों तो उन्हें असिस्ट करें और सुनिश्चित करें कि वे नेजल वॉश का इस्तेमाल करते समय लेटें नहीं | नेसल वॉश बैठकर या खड़े होकर करने पर ही ज्यादा इफेक्टिव होता है |
विधि 2
विधि 2 का 2:

नेसल स्प्रे का इस्तेमाल करें

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  1. अपने लोकल फार्मेसी से बाज़ार में मिलने वाले नेसल स्प्रे का इस्तेमाल करें: अगर आप हे फीवर या परागकण, फफूंद, धूल या पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी के कारण बंद नाक, नाक में खुजली या नाक बहने की परेशानी झेल रहे हों तो नेसल स्प्रे इन लक्षणों में आराम दे सकते हैं | आपको फ्लू या कोल्ड के लक्षणों के इलाज़ के लिए नेजल स्प्रे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे केवल टेम्पररी रिलीफ मिलेगा | अगर आपको फ्लू या जुकाम के कारण नाक की परेशानी हो तो ज्यादा इफेक्टिव मेडिकेशन के लिए डॉक्टर को दिखाएँ | [३]
    • बाज़ार में डॉक्टर के पर्चे के बिना मिलने वाला सबसे कॉमन टाइप का नेसल स्प्रे है-Fluticasone नेसल स्प्रे जो कोर्टिकोस्टेरॉयड कही जाने वाली मेडिकेशन की क्लास में आता है | कोर्टिकोस्टेरॉयड एलर्जी के लक्षणों का कारण बनने वाले नेचुरल पदार्थों को रिलीज़ होने से रोकता है और नाक की परेशानियों में सुधार लाता है | इनका इस्तेमाल केवल लम्बे समय से चली आ रही एलर्जी में ही किया जाना चाहिए |
    • आप xylitol, प्यूरीफाइड वॉटर, नमक, और ग्रेपफ्रूट सीड एक्सट्रेक्ट वाले नेसल स्प्रे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | इस टाइप के नेसल स्प्रे से कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते और इनमे कोई दवा नहीं होती | ये सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित होते हैं | [४]
  2. नेसल स्प्रे पर दिए गये लेबल के अनुसार ही डोज़ इस्तेमाल करें: अगर आप वयस्क के रूप में स्प्रे का इस्तेमाल करते हैं तो आपको नेसल स्प्रे के सबसे ज्यादा डोज़ से शुरुआत करनी होगी और इसके बाद लक्षणों में सुधार आने पर डोज़ कम करना होगा | यह आमतौर पर दिन में एक स्प्रे प्रत्येक नासाछिद्र में डाला जाता है या अगर डॉक्टर आपके लक्षणों के लिए हायर डोज़ देना चाहते हों तो प्रत्येक नासाछिद्र में दिन में दो बार एक स्प्रे करें (एक बार सुबह और एक बार रात में) | अगर आप बच्चे में नेसल स्प्रे का इस्तेमाल करने वाले हों तो सबसे कम डोज़ से शुरुआत करें और इसके बाद अगर बच्चे के लक्षणों मे ज्यादा सुधार न हो तो डोज़ बढाते जाएँ | [५]
    • हमेशा नेसल स्प्रे पर दिए गये लेबल के अनुसार ही डोज़ लें और जो भी इंस्ट्रक्शन समझ न आयें, उन्हें फार्मासिस्ट से समझें | फार्मासिस्ट के द्वारा पैकेज पर बताये गये विशेष डोज़ से कम या ज्यादा डोज़ कभी इस्तेमाल न करें | अगर कोई डोज़ मिस हो जाय तो डोज़ को डबल न करें | बल्कि, आने वाले दिन का इंतज़ार करें और उस दिन का सिफारिश योग्य डोज़ ही लें |
    • चार साल से कम उम्र के बच्चों को नेसल स्प्रे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए | 12 वर्ष से छोटे बच्चों को बड़ों के सहयोग से ही नेसल स्प्रे का इस्तेमाल करना चाहिए |
    • नेसल स्प्रे का इस्तेमाल केवल नाक में ही करें | इसे मुंह या आँख में स्प्रे न करें | इसी तरह, अपना नेसल स्प्रे किसी और के साथ शेयर न करें अन्यथा कीटाणु और बैक्टीरिया फ़ैल सकते हैं |
  3. नेसल स्प्रे का इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें: प्रत्येक इस्तेमाल से पहले नेसल स्प्रे को हिला लें | इसके बाद, स्प्रे के डस्ट कवर को हटा दें | अगर आप पहली बार नेजल स्प्रे का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको पंप को तैयार करना होगा जिससे आप इसे सही तरीके से इस्तेमाल कर पायें | [६] [७]
    • पंप को पकड़ें जिससे तर्जनी और मध्यमा अंगुली से एप्लीकेटर की पकड़ बन सके और अंगूठा बोतल के नचले हिस्से पर रहे | एप्लीकेटर को पॉइंट करें जिससे यह चेहरे से दूर रहे |
    • पंप को छह बार दबाएँ और रिलीज़ करें | अगर आपने पहले भी पंप का इस्तेमाल किया है लेकिन इसका इस्तेमाल किये हुए एक सप्ताह गुजर चुका है तो अच्छी तरह से स्प्रे होने तक पंप को नीचे प्रेस करें और रिलीज़ करें |
  4. नासाछिद्र क्लियर फील होने तक नाक साफ़ करते रहें: अगर आपकी नाक बहुत ज्यादा भरी हुई है तो ऐसा करना मुश्किल हो सकता है | स्प्रे का इस्तेमाल करने से पहले जितना हो सके, नाक के म्यूकस को साफ़ करने की कोशिश करें जिससे स्प्रे नाक के अंदर अच्छी तरह से पहुँच सके | [८]
  5. अपने सिर को आगे की ओर झुकाएं और दूसरे नासाछिद्र में नेसल एप्लीकेटर को रखें | बोतल को ऊपर सीधा रखें जिससे स्प्रे अच्छी तरह से रिलीज़ हो सके | आपको अभी भी अपनी तर्जनी और माध्यम अंगुली के बीच एप्लीकेटर को पकड़कर रखना चाहिए | [९]
    • नाक से सांस लेते रहें | सांस अंदर भरते समय, अपनी तर्जनी और मध्यमा अंगुली से एप्लीकेटर को प्रेस करें और नाक में स्प्रे रिलीज़ करें |
    • स्प्रे को रिलीज़ करने के बाद, मुंह से सांस छोड़ें |
    • अगर डॉक्टर ने आपको प्रत्येक नासाछिद्र में दो स्प्रे डालने की सलाह दी है तो इन स्टेप्स को उसी नासाछिद्र में फिर से रिपीट करें | अगर आप केवल एक ही स्प्रे को प्रत्येक नासाछिद्र में डालने वाले हों तो दूसरे नासाछिद्र में इन्ही स्टेप्स को फिर से रिपीट करें |
  6. एप्लीकेटर को साफ़ रखना जरुरी होता है जिससे स्प्रे का इस्तेमाल करते समय कीटाणु और बैक्टीरिया नाक में न पहुँच पायें | आपको नेसल स्प्रे को धूल से बचाने के लिए कवर करके रखना चाहिए जिससे धूल के छोटे-छोटे कण स्प्रे में न जा पायें | [१०]
    • नेसल स्प्रे को कमरे के तापमान पर किसी सूखी जगह पर रखें, बाथरूम में नहीं क्योंकि बाथरूम की हवा आद्रता और नमी वाली हो सकती है | अगर एप्लीकेटर अवरुद्ध हो जाए तो इसे गर्म पानी में भोग्यें और फिर ठन्डे पानी से धोएं | इसे अच्छी तरह से सुखा लें और सही तरीके से स्टोर करें | इसके ब्लॉकेज को खोलने के लिए किसी शार्प चीज़ या पिंस का इस्तेमाल न करें अन्यथा ये नेसल स्प्रे को संक्रमित कर सकते हैं |
  7. नेसल स्प्रे के प्रभावशाली साइड इफेक्ट्स से सावधान रहें: हमेशा नेसल स्प्रे के लेबल पर दी गयी सामग्री की लिस्ट को चेक करें | अगर आपको लगता है कि आपको स्प्रे में मौजूद fluticasone या दूसरी सामग्री से एलर्जी हो सकती है तो डॉक्टर या फार्मासिस्ट को बताएं | आपको स्प्रे के साइड इफेक्ट्स को मॉनिटर करना होगा या डोज़ को एडजस्ट करना होगा | अगर आपको नीचे दिए गये कोई भी साइड इफेक्ट्स फील हों तो नेसल स्प्रे का इस्तेमाल बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ: [११]
    • सिरदर्द, चक्कर आना, मितली, डायरिया या उल्टियाँ |
    • नाक में ड्राईनेस, चुभन, जलन या इर्रीटेशन होना |
    • नाक से रक्तसहित म्यूकस आना, नकसीर या नाक से गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना |
    • देखने में परेशानी होना या चेहरे पर तेज़ दर्द होना |
    • बुखार, कंपकपी, खांसी, गले में खराश या इन्फेक्शन के दूसरे संकेत दिखाई देना |
    • हीव्स, रेशेस या गंभीर खुजली होना |
    • नाक से सीटी जैसी आवाज़ आना |
    • चेहरे, गले, लिप्स, आँख, जीभ, हाथों और पैरों पर, पंजे, टखने या पैर के निचले हिस्से में सूजन आना |
    • आवाज़ में भारीपन होना, सांस लेने में या निगलने में परेशानी होना |
    • अगर कुछ महीने पहले नाक की सर्जरी हुई थी या नाक में कोई चोट लगी थी तो आपको नेसल स्प्रे के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए | इसी तरह, अगर आपकी नाक में कोई घाव हो या आँखों की कोई समस्या हो तो नाक में कोई भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए |

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