काश हम किसी का मन पढ़ पाते! ये एक ऐसी सुपर पॉवर है, जिसे पाने की इच्छा कभी-न-कभी लगभग हर किसी को होती ही है। और हो भी क्यों न-आखिर किसी के मन की बात जान लेने के फायदे भी तो बहुत हैं। लेकिन अगर सामने वाले ने उसके विचारों को अपने मन में ही बंद करके रखा है, तो फिर आप कैसे जानेंगे कि उसके मन में आखिर चल क्या रहा है? वैसे, माइंड रीडर (mind reader) बनने के कई सारे तरीके मौजूद हैं। अलर्ट रहकर और अपना दिमाग खुला रखकर (open-minded), आप असल में अन्य लोगों की फीलिंग को समझ सकते हैं। इस गाइड में आपको कुछ मनोवैज्ञानिक तरकीबें और सलाह का इस्तेमाल करके दूसरे लोगों के दिमाग को प्रभावी ढंग से पढ़ने के तरीके मिल जाएंगे। (How to Read People's Minds: Psychological Tips & Tricks)
चरण
विधि 1
विधि 1 का 4:
दिमाग पढ़ने का क्या मतलब है? (What does it mean to read minds?)
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माइंड-रीडिंग, दूसरे व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है, यह समझने के लिए संकेतों को एक साथ मिलाने की क्षमता है: यह वास्तव में टेलीपैथी—या लोगों के दिमाग को पढ़ने के लिए किसी प्रकार की अलौकिक शक्ति (supernatural power) नहीं है—लेकिन कुछ मनोवैज्ञानिक इसे "सहानुभूति सटीकता (empathic accuracy)" कहते हैं, जो संकेत हैं, जिनके साथ आपको थोड़ा बहुत अंदाजा मिल जाता है कि वास्तव में किसी के दिमाग में क्या है। [१] X रिसर्च सोर्स
- ये संकेत किसी व्यक्ति की बॉडी लैंग्वेज, उनके बैकग्राउंड और यहां तक कि उनके बोलने की डिटेल और स्टाइल पर ध्यान देकर भी सामने आ सकते हैं। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि नाराज या दुखी होने पर वो अपनी बाँहों को सामने क्रॉस करके रख सकता है।
- कुछ साइंटिस्ट "माइंड रीडिंग मोटिवेशन" नाम के एक अन्य पहलू का भी सुझाव देते हैं, जो दूसरों की मानसिक स्थिति को समझने की एक उपयोगी क्षमता है। [2] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, माइंड रीडिंग मोटिवेशन में माहिर कोई व्यक्ति अपने फ्रेंड को लगातार डेस्क को अपनी उँगलियों से बजाते हुए देखकर उसके परेशान मूड के बारे में पता लगा सकता है।
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दिमाग को पढ़ने की क्षमता को "मेंटलाइजिंग या मानसिक गतिविधि समझने (“mentalizing)" के रूप में भी जाना जाता है: वास्तव में, लगभग हर कोई हमेशा ऐसा करता है—शायद आप हर समय दिन में कम से कम दो या तीन बार यह पता लगाने की कोशिश कर सकते हैं कि दूसरे लोग क्या सोच रहे हैं। हो सकता है कि आपको इस बात की पूरी जानकारी भी न हो कि आप यह कर रहे हैं—मानसिकता तब भी हो सकती है जब आप किसी पूरी तरह से अलग चीज़ के बारे में सोच रहे हों। [3] X रिसर्च सोर्स
- अन्य लोगों की भावनात्मक स्थिति को मानसिक रूप से समझने और समझने में सक्षम होना काम पर, कॉलेज में या आपके निजी जीवन में एक बहुत ही काम आने वाली स्किल हो सकता है।
- ऐसे क्षेत्र में काम करने वाला कोई भी व्यक्ति जिसके लिए उन्हें अन्य लोगों को अच्छी तरह से समझने की आवश्यकता होती है—जैसे कि राजनयिक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, या व्यवसायी—अपने मेंटलाइजेशन स्किल्स में सुधार से बहुत लाभान्वित हो सकते हैं।
- स्टडीज़ से पता चला है कि आमतौर पर महिलाएं पुरुषों की तुलना में मेंटलाइजेशन में बेहतर होती हैं। [4] X रिसर्च सोर्स
- ऑटिज्म से पीड़ित लोगों को मेंटलाइज करने में मुश्किल हो सकती है। ऑटिज्म से पीड़ित कई लोगों के पास, अन्य लोगों की भावनाओं को समझने में उनकी कठिनाई का सामना करने में मदद करने के लिए, समय से पहले बातचीत का अभ्यास करने जैसी रणनीतियां होती हैं। [5] X रिसर्च सोर्स
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माइंड रीडिंग सटीक विज्ञान पर आधारित नहीं है, इसलिए इसके इस्तेमाल के साथ सावधान रहें: ऐसा अनुमान न लगा लें कि दूसरा व्यक्ति क्या सोच रहा है या क्या महसूस कर रहा है, इसके बारे में आप 100% जानते हैं—माइंड रीडिंग एक शिक्षित अनुमान है, जिसमें आप केवल प्रासंगिक सुरागों के आधार पर अनुमान लगा रहे होते हैं, यानि आका अनुमान कभी-कभी गलत भी हो सकता है। [6] X विश्वसनीय स्त्रोत Greater Good Magazine स्त्रोत (source) पर जायें
- याद रखें, दूसरे लोग क्या महसूस करते हैं, ये केवल वो ही जानते हैं, इसलिए यह सोचने की कोशिश न करें कि आप उनसे बेहतर जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए।
विधि 2
विधि 2 का 4:
अपनी डेली लाइफ में माइंड रीड करना सीखें (How to Read Minds in Your Daily Life)
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बातों और चुप्पी पर ध्यान दें, यानि दूसरा व्यक्ति कहकर और बिना बोले क्या कह रहा है, इस पर पूरा ध्यान दें: जब कोई आपसे बात करे, तो अपने आप से पूछें कि वो कौन सी सबसे महत्वपूर्ण चीजों के बारे में आपको बता रहे हैं। सक्रिय रूप से सुनने के कौशल का प्रयोग करें: उन्हें टोकने से बचें, सुनें, सवाल पूछें, दूसरे व्यक्ति को जवाब देने के लिए समय दें, और सुनते रहें। [7] X रिसर्च सोर्स
- गहरी बातचीत किसी को समझने का एकमात्र तरीका नहीं है। छोटी सी बात आपको यह देखने का मौका देती है कि औपचारिक और आकस्मिक स्थितियों में बोलते समय वह कैसा व्यवहार करता है।
- उदाहरण के लिए, आपका एक फ्रेंड मौसम के बारे में चर्चा करते समय हंसमुख और बातूनी लग सकता है, लेकिन जब आप उसकी फैमिली के बारे में पूछते हैं, तो वही हंसमुख फ्रेंड एक पल के लिए चुप हो जाता है और अस्पष्ट रूप से जवाब देता है, इसका मतलब संभावना है कि परिवार का विषय उसे असहज महसूस कराता है।
- उदाहरण के लिए, आप पूछ सकते हैं, "आपकी बहन कैसी है?" और अपने दोस्त के "मुझे लगता है कि वह ठीक है" जवाब देने से पहले एक पल के लिए आपका सामना चुप्पी से होता है।
- इस उदाहरण में, आपके फ्रेंड को अपनी बहन के साथ संबंधों में समस्या किसी तरह की हो सकती है क्योंकि उसने "वह ठीक है" के बजाय "मुझे लगता है" कहा था।
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उनकी बॉडी लेंग्वेज पर ध्यान दें: अन्य लोगों की मेंटल स्टेट को समझने के लिए बॉडी लैंग्वेज रीड करना एक जरूरी स्किल है, लेकिन इसे सीखने के लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है। बॉडी लैंग्वेज लोगों के बारे में ऐसी बातें बता सकती है जो वे कहना नहीं चाहते या शायद उन्हें खुद भी उसका एहसास न हो। अगर कोई "हाँ" कहता है, लेकिन उसकी शारीरिक भाषा "नहीं" कहती है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि कुछ गड़बड़ है। [8] X विश्वसनीय स्त्रोत HelpGuide स्त्रोत (source) पर जायें किसी की बॉडी लैंग्वेज को पूरी तरह से समझने के लिए समर्पित पूरी की पूरी किताबें मौजूद हैं, लेकिन आपके लिए सीखने की शुरुआत के लिए, यहाँ पर ध्यान देने योग्य बातें हैं:
- आँखें : जब लोग कुछ ऐसा देखते हैं जो उन्हें उत्तेजित करता है, जब वो एक कठिन निर्णय ले रहे हों, या जब वो स्ट्रॉंग फीलिंग का अनुभव कर रहे होते हैं, तब उनकी पुतलियाँ (pupils) फैल जाती हैं। [9] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें
- पोश्चर यानि मुद्रा : आप जिस व्यक्ति से बात कर रहे हैं, क्या वो कठोर और तनावग्रस्त या तनावमुक्त लगता है? यह आपको इस बात का संकेत दे सकता है कि व्यक्ति कितना तनावग्रस्त है। [10] X विश्वसनीय स्त्रोत HelpGuide स्त्रोत (source) पर जायें
- चेहरे के हावभाव (Facial expressions) : एक सच्ची मुस्कान में केवल होंठों का इस्तेमाल नहीं होता है। अगर कोई वास्तव में मुस्कुरा रहा होता है, तो आप शायद उसकी आँखों के चारों ओर मुस्कान की रेखाएँ या छोटी झुर्रियाँ देखेंगे। [11] X रिसर्च सोर्स वहीं भौंहों को चढ़ाया हुआ व्यक्ति या तो उदास या फिर गुस्से में होगा।
- हाथों की अभिव्यक्ति : जो कोई घबराया हुआ होगा, वो अपने हाथों में एक पेन, पेंसिल या और कोई चीज लेकर बेचैनी में उससे खेल सकता है। [12] X रिसर्च सोर्स
- बोलने का स्वर : एक व्यक्ति, जो कम्फ़र्टेबल होता है, उसकी आवाज आमतौर पर शांत, वॉर्म या आत्मविश्वास से भरी होती है। [13] X विश्वसनीय स्त्रोत HelpGuide स्त्रोत (source) पर जायें वहीं इसके विपरीत, आप व्यक्ति के स्वर में नाराज़गी या क्रोध महसूस कर सकते हैं।
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व्यक्ति की पृष्ठभूमि पर विचार करें: कोई व्यक्ति किसी भी समय क्या सोचता है, उम्र, संस्कृति और विश्वासों का इस बात पर बहुत प्रभाव पड़ता है। दूसरे व्यक्ति की पृष्ठभूमि के बारे में आप जो जानते हैं उसका उपयोग उनकी मानसिकता को समझने के लिए करें। [14] X विश्वसनीय स्त्रोत Edutopia स्त्रोत (source) पर जायें
- उदाहरण के लिए, यदि आप किसी बुजुर्ग व्यक्ति को एक बिजनेस डील का प्रस्ताव देते हैं, तो वो एक युवा व्यक्ति की तुलना में व्यावसायिक जोखिमों पर विचार करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकता है, जो तुरंत इसे स्वीकार करने के लिए उत्सुक होता है। [15] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें
- अधिक पारंपरिक और अंतर्मुखी संस्कृति से आने वाला कोई व्यक्ति परेशान होने पर भी विवाद, झगड़े से बचने की कोशिश कर सकता है। [16] X विश्वसनीय स्त्रोत Edutopia स्त्रोत (source) पर जायें
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सहानुभूति की अपनी भावना का प्रयोग करें: संवेदी धारणा एक ऐसा शब्द है जिसका अर्थ है कि आपके आस-पास की दुनिया के संबंध में आपका शरीर कैसा महसूस करता है, इसके बारे में जागरूक होना, यानि आप अन्य लोगों के साथ बातचीत करते समय महसूस होने वाली शारीरिक संवेदनाओं से अवगत हैं। किसी अन्य व्यक्ति को बीमार या पीड़ित देखना शारीरिक संवेदनाओं को ट्रिगर कर सकता है जो आपको भी पीड़ित करता है। [17] X रिसर्च सोर्स
- अगर कोई आपको बहुत दुखी या खुश महसूस कराता है, तो इन संकेतों का उपयोग करके सोचें कि क्या वो वास्तव में खुद भी उन भावनाओं को महसूस कर रहे हैं या नहीं। [18] X रिसर्च सोर्स
विधि 3
विधि 3 का 4:
दिमाग पढ़ने के अन्य तरीके क्या हैं? (What other ways can you read minds?)
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उनकी राइटिंग: उसके टेक्स्ट या ईमेल में, आपके अनुसार उसे कौन से विषय सबसे ज्यादा पसंद आते हैं? यदि वह ब्लॉग या सोशल मीडिया पर पोस्ट करता है, तो उन्हें पढ़ने के लिए समय निकालें। जब वह किसी ऐसे विषय पर चर्चा करता है जिसे वह वास्तव में पसंद करता है तो उसकी शैली और शब्दों का चुनाव कैसा होता है? [19] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, आप यदि ऐसे व्यक्ति के बारे में जानना चाहते हैं जो यात्रा के बारे में लिखना पसंद करता है, तो यदि आप अपने शौक से संबंधित विषयों पर चर्चा करते हैं, तो वे आपसे बातचीत करने में रुचि ले सकते हैं।
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उनकी सोशल मीडिया: लोग जिन चीजों के बारे में पोस्ट करते हैं और अपने पोस्ट में वो जिस लहजे का इस्तेमाल करते हैं, उससे आपको हर तरह के विषयों पर उनके विचारों और भावनाओं के बारे में सुराग मिल सकता है। आप सोशल मीडिया का उपयोग यह बताने के लिए भी कर सकते हैं कि सामाजिक परिस्थितियों में कोई कितना सहज है: अंतर्मुखी (introverts) लोग "मैं" जैसे आत्म-केंद्रित शब्दों का उपयोग करना पसंद करते हैं, जबकि बहिर्मुखी (extraverts) ऐसे शब्दों का उपयोग करते हैं जो सामाजिक गतिविधियों का वर्णन करते हैं, जैसे "प्यार", "रात", या "पार्टी"। [20] X रिसर्च सोर्स
- यदि आप सोशल मीडिया के जरिए किसी व्यक्ति की मानसिकता के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो उसके शौक और रुचियों का अंदाजा लगाने के लिए उसके द्वारा फॉलो किए जाने वाले अकाउंट्स की जांच करें।
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उनके करीबी दोस्त उनके बारे में क्या सोचते हैं: जो लोग उस व्यक्ति के करीब हैं जिसे आप बेहतर ढंग से समझने की कोशिश कर रहे हैं, शायद उनकी पसंद और नापसंद का और साथ ही कुछ स्थितियों में उसकी प्रतिक्रिया के बारे में अच्छा विचार रखते होंगे। जिसके बारे में आप जानने में रुचि ले रहे हैं, उस व्यक्ति के किसी मित्र या परिवार के सदस्य से पूछने की कोशिश करें हैं कि किसी खास विषय के बारे में वो क्या सोच सकता है। [21] X विश्वसनीय स्त्रोत Association for Psychological Science स्त्रोत (source) पर जायें
- उदाहरण के लिए, यदि आप यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कोई व्यक्ति डेट पर क्या करना चाहेगा, तो उसके भाई-बहनों से इस तरह के सवाल पूछने की कोशिश करें, "आपकी बहन को किस तरह का खाना पसंद है?"
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उनकी पर्सनल स्टाइल और लुक्स: जैसे, फर कोट पहनने वाला कोई व्यक्ति शायद पशु अधिकार कार्यकर्ता नहीं होगा। याद रखें कि आप किसी व्यक्ति के अपीयरेंस से केवल कुछ सीमित निष्कर्ष ही निकाल सकते हैं—एक यूनिफ़ोर्म इस बारे में अधिक बताती है कि कोई व्यक्ति कहां काम करता है, न कि वह कौन है। [22] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें
- उदाहरण के लिए, यदि किसी ने अपने बालों को असामान्य रंग में रंगा है और फैंसी कपड़े पहनता है, तो सामाजिक मुद्दों पर उनके अपरंपरागत और खुले विचारों वाले होने की संभावना है।
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अपने खुद की राय और व्यक्तिपरकता पर ध्यान न दें: किसी और को कैसा महसूस हो रहा है, इस पर विचार करते समय अपने मन को निष्पक्ष रखने की कोशिश करें। याद रखें, सिर्फ इसलिए कि आप एक निश्चित तरीके से प्रतिक्रिया करेंगे इसका मतलब यह नहीं है कि कोई और भी ऐसा ही करेगा। [23] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, सिर्फ इसलिए कि अगर किसी ने आखिरी समय में अपनी प्लान को कैंसल कर दिया तो आप परेशान होंगे, इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य भी होंगे।
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विवेचनात्मक तर्क या इंडक्टिव रीजनिंग (inductive reasoning) का अभ्यास करें: जबकि निगमनात्मक तर्क या डिडक्टिव रीजनिंग (deductive reasoning ) में आप एक आधार के साथ शुरू करते हैं और फिर उस आधार के लिए सबूत खोजने की कोशिश करते हैं ("वह गुस्से में है, इसलिए वह फर्श को देख रहा है"), आगमनात्मक तर्क (inductive reasoning) में आप ठीक विपरीत करते हैं ("वह फर्श को देख रहा है, इसलिए हो सकता है वह गुस्से में है")। दिमाग पढ़ने के लिए सबसे जरूरी बात, किसी व्यक्ति की भावनाओं पर निर्णय लेने से पहले सबूत इकट्ठा करना है, न कि इसके विपरीत। [24] X रिसर्च सोर्स
- सामाजिक चिंता (social anxiety) वाले लोगों को अक्सर आगमनात्मक रूप से तर्क करने में परेशानी होती है। यदि आप मान लेते हैं कि अन्य लोग आपको नकारात्मक रूप से जज कर रहे हैं और वो इसे साबित करने का प्रयास करते हैं, तो आप माइंड रीड नहीं कर रहे हैं—ये केवल आपकी चिंता है, जो बोल रही है। [25] X रिसर्च सोर्स
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उनसे सीधे सवाल पूछें: भले ही ये माइंड रीडिंग नहीं है, लेकिन किसी दूसरे व्यक्ति की भावनाओं को समझने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप उनसे सीधे बात कर लें। स्टडीज़ से पता चला है कि दूसरों के साथ सहानुभूति रखने और उनकी जगह खुद को रखकर विचार करने की हमारी क्षमता उतनी मजबूत नहीं है जितनी हम सोचते हैं। गलतफहमी से बचने के लिए, आपको ईमानदारी से जिज्ञासु और साहसी होना चाहिए। [26] X विश्वसनीय स्त्रोत Greater Good Magazine स्त्रोत (source) पर जायें
- उदाहरण के लिए, आप ऐसा कुछ कह सकते हैं, "मुझे लगता है कि आप थोड़े नर्वस हैं, लेकिन मैं गलत हो सकता हूं। आप कैसा फील कर रहे हैं?"
- या, आप ऐसा कह सकते हैं, "मुझे लगता है कि आप मेरे साथ समय बिताना पसंद करते हैं, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा है। इस शाम के बारे में आप कैसा फील कर रहे हैं?"
सलाह
- आने वाले समय में, मशीनें इलेक्ट्रॉनिक संकेतों (electronic signals) के माध्यम से हमारे विचार पैटर्न को पढ़ने में सक्षम होंगी। यदि आप वास्तव में दिमाग पढ़ने में रुचि रखते हैं, तो आप तंत्रिका विज्ञान (neuroscience) में करियर बनाने पर विचार कर सकते हैं। [27] X विश्वसनीय स्त्रोत Nature स्त्रोत (source) पर जायें
रेफरेन्स
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