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ज़्यादातर सभी लोग ही सिरदर्द महसूस करते हैं, लेकिन अगर आपके सिरदर्द से जरा सा प्रैशर जैसा फील होता है और आपके सिर के पीछे, आँखों में या गालों में नरमी सी लगती है, तो शायद आपको साइनस वाला सिरदर्द हुआ है। साइनस आपकी खोपड़ी की हड्डियों के अंदर मौजूद हवा से भरी हुई जगह होती है, जिसमें हवा भरी हुई होती है, जिसे वो शुद्ध और आर्द्र करते हैं। आपकी खोपड़ी में चार जोड़ी साइनस मौजूद होते हैं, जो इंफ्लेम (सूजन) या कंजस्टेड हो सकते हैं, जिसकी वजह से आपको साइनस वाला सिरदर्द होता है। [१] अगर आपको मालूम होता है, कि आपके सिरदर्द के पीछे की वजह माइग्रेन नहीं, बल्कि साइनस प्रैशर है, तो फिर आप होम ट्रीटमेंट, ओवर-द-काउंटर मेडिकेशन या प्रोफेशनल मेडिकल ट्रीटमेंट्स का यूज करके, इन्फ़्लैमेशन कम करना और अपने साइनस को ड्रेन कर सकते हैं।

विधि 1
विधि 1 का 4:

होम ट्रीटमेंट्स का यूज करना

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  1. अपने साइनस इन्फ़्लैमेशन को कम करने के लिए एक स्टीम वेपोराइजर या कूल-माइस्ट हयूमीडिफ़ायर का यूज करें। आप चाहें तो बेसिन में हॉट वॉटर भरकर भी नम हवा तैयार कर सकते हैं, फिर उसके ऊपर झुक जाएँ (लेकिन ध्यान रहे, कि आपको इसके बहुत करीब नहीं जाना है) और अपने सिर को एक टॉवल से कवर कर लें। स्टीम में साँस लें। या, फिर आप स्टीम में साँस लेते हुए, एक हॉट शावर भी ले सकते हैं। दिनभर में 10 से 20 मिनट के इंटरवल के दौरान करीब दो से चार बार नम हवा में साँसें लें। [२]
    • आपके घर के हयूमिडिटी लेवल को करीब 45% तक होना चाहिए। 30% से कम बहुत ड्राइ होता है और 50% बहुत हाइ होता है। लेवल्स को मेजर करने के लिए, हाइड्रोमीटर (hygrometer) नाम के एक टूल को खरीद लें। [३]
  2. हॉट और कोल्ड कंप्रेस के बीच में बदलते रहें। हॉट कंप्रेस को करीब तीन मिनट्स के लिए अपने साइनस के आसपास रखें और फिर 30 सेकंड के लिए कोल्ड कंप्रेस रखें। आप चाहें तो एक ट्रीटमेंट के दौरान, इस प्रोसेस को तीन बार तक और एक दिन में छह बार रिपीट कर सकते हैं। [४]
    • आप चाहें तो एक टॉवल पर हॉट या कोल्ड वॉटर को भी डाल सकते हैं, इसे निचोड़ लें और फिर कंप्रेस के जैसे असर को पाने के लिए इसे अपने चेहरे पर अप्लाई करें।
  3. भरपूर फ्लुइड्स (पानी) पिया करें, ताकि आपके साइनस में मौजूद म्यूकस (कफ) पतला हो जाए। ये उसके लिए बाहर निकलना आसान बना देगा और साथ ही आपके ओवरऑल हाइड्रेशन में भी मदद कर सकता है। [५] [६] स्टडीज़ के मुताबिक, पुरुषों को दिनभर में 13 ग्लास पानी पीने की कोशिश करना चाहिए, वहीं महिलाओं के लिए ये मात्रा 9 ग्लास होती है। [७]
    • कुछ लोगों का मानना है, कि हॉट फ्लुइड्स पीना मददगार होता है। हॉट टी के अपने फेवरिट कप को एंजॉय करें या फिर म्यूकस को पतला करने के लिए ब्रोथ (सूप) पियेँ। [८]
  4. पैकेज पर दिए हुए इन्सट्रक्शन को फॉलो करें और दिन में 6 बार उसे यूज करें। [९] सलाइन नेजल स्प्रे आपकी नाक के सिलिया (cilia) को ये आपकी नाक में मौजूद सूजन को कम कर देगा और आपके साइनस को ट्रीट करने में मदद करेगा। [१०] इसके साथ ही, ये नाक में मौजूद सूखे हुए बहाव को हटाने के लिए, नेजल पैसेज को नम करता है, जो बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है। नेजल स्प्रे पोलेन (pollen), को हटाने में भी मदद कर सकते हैं, जो साइनस पैदा करने वाली एलर्जी को इंप्रूव कर सकते हैं। [११]
    • आप चाहें तो 2 – 3 टीस्पून कोशर (kosher) साल्ट को एक कप डिस्टिल्ड, स्टेराइल या पहले उबले हुए पानी में मिलकर अपना खुद का सलाइन सोल्यूशन तैयार कर सकते हैं। एक टीस्पून बेकिंग सोडा भी मिक्स और एड कर दें। इसे अपने नेजल पैसेज में डालने के लिए एक बल्ब सिरिंज या ड्रॉपर का यूज करें। आप इसे एक दिन में छह बार तक भी यूज कर सकते हैं। [१२]
  5. एक सलाइन सोल्यूशन बनाएँ और उसे एक नेटी पॉट में डाल दें। सिंक के सामने खड़े हो जाएँ और अपने सिर को सामने की तरफ झुका लें। सिंक के ऊपर झुकते हुए, अपने सिर को एक तरफ झुका लें और सोल्यूशन को सीधे अपने एक नोस्ट्रिल में भर लें, अपने सिर के पीछे से इसकी धार के ऊपर ध्यान रखें। ये सोल्यूशन नेजल केविटी में चला जाएगा और धीरे से गले के नीचे तक पहुँच जाएगा। अपनी नाक को बहुत आराम से ब्लो करें और ड्रेनेज को बाहर थूंककर निकाल दें। [१३] इसे दूसरी नोस्ट्रिल के साथ भी रिपीट करें। नेटी पॉट यूज करने से इन्फ़्लैमेशन कम हो जाती है और सारा म्यूकस भी ड्रेन हो जाता है। ये इरिटेंट्स और एलर्जन्स के साइनस को भी साफ करने में मदद करेगा। [१४]
    • नेटी पॉट में यूज होने वाले पानी को स्टेरलाइज्ड होना चाहिए, फिर उसे उबाला हो या फिर डिस्टीलेशन से स्टेराइल किया गया हो।
विधि 2
विधि 2 का 4:

दवाइयों का यूज करना

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  1. ये दवाइयाँ हिस्टेमाइन, एक सब्स्टेंस, जिसे आपका शरीर एलर्जन्स के रिस्पोंस के रुप में बनाता है, को ब्लॉक कर देती हैं। हिस्टेमाइन एलर्जिक राइनिटिस (छींकें आना, आँखों में खुजली और नाक बहना या खुजली) के लिए जिम्मेदार होते हैं। काफी सारे एंटीहिस्टेमाइन्स को ओवर-द-काउंटर खरीदा जा सकता है और इन्हें दिन में एक बार लिया जा सकता है। लोरैटैडाइन (loratadine), फेक्सोफेनडाइन (fexofenadine) और सेटीरैजिन (cetirizine) जैसे सेकंड हैंड एंटीहिस्टेमाइन्स को उनींदापन, फर्स्ट-जनरेशन एंटीहिस्टेमाइन्स (जैसे कि, diphenhydramine या chlorpheniramine) के साथ होने वाली एक प्रॉब्लम को कम करने के लिए तैयार किया गया है। [१५]
    • अगर आपके साइनस वाले सिरदर्द के पीछे सीजनल एलर्जी का हाँथ है, तो फिर इंट्रानेजल कोर्टिकोस्टेरोइड्स (corticosteroids) लेकर देखें। ये ओवर-द-काउंटर मेडिकेशन्स एलर्जी को ट्रीट करने में सबसे ज्यादा असरदार होती हैं। fluticasone या triamcinolone स्प्रे को हर एक नोस्ट्रिल में एक से दो स्प्रे लेते हुए डेली यूज करें। [१६]
  2. आप चाहें तो नेजल कंजेशन से राहत पाने के लिए, इन दवाइयों को टोपिकली (oxymetazoline जैसे स्प्रे की तरह) या ओरली (pseudoephedrine की तरह) ले सकते हैं। टोपिकल डिकंजेस्टेंट्स को हर 12 घंटे में यूज किया जा सकता है, लेकिन इन्हें तीन से पाँच दिनों से ज्यादा नहीं यूज किया जाना चाहिए, नहीं तो डिकंजेस्टेंट्स को ज्यादा यूज करने की वजह से रीबाउंड नेजल कंजेशन हो सकता है। डिकंजेस्टेंट्स को दिन में एक या दो बार लिया जा सकता है। इन्हें लोरैटैडाइन, सेटीरैजिन और फेक्सोफेनडाइन जैसी एंटीहिस्टेमाइन्स के साथ कम्बाइन किया जा सकता है।
    • चूंकि मेटेएंफेटेमाइन्स (methamphetamine), या स्पीड (speed), शूड़ोएफेड्राइन (pseudoephedrine) इसके मेजर इंग्रेडिएंट्स होते हैं, ये अकेला या एंटीहिस्टेमाइन्स के कोंबिनेशन के साथ अच्छे से रेग्युलेट होता है और इसे मेटेएंफेटेमाइन्स मैन्यूफैक्चरर्स के द्वारा एक-साथ मिलने से रोके रखने के लिए, फार्मेसी काउंटर में पीछे रखा जाता है। [१७]
  3. आप चाहें तो साइनस के सिरदर्द से कुछ वक़्त का आराम पाने के लिए एस्पिरिन (aspirin), एसीटेमिनोफेन (acetaminophen), आइबुप्रुफेन (ibuprofen), या नेप्रोक्सेन (naproxen) ले सकते हैं। भले ही ओवर-द-काउंटर पेन रिलीवर्स से साइनस वाले सिरदर्द के पीछे की छिपी हुई वजह का कोई इलाज़ नहीं होगा, लेकिन ये साइनस ट्रबल से जुड़े हुए दर्द को कम या खत्म करने में जरूर मदद कर सकती हैं।
    • उन्हें पैकेजिंग पर या अपने डॉक्टर के द्वारा दिए हुए इन्सट्रक्शन के अनुसार लिए जाने की पुष्टि जरूर कर लें।
  4. आपके डॉक्टर शायद साइनस वाले सिरदर्द के पीछे की वजह या उससे जुड़े हुए बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ट्रीट करने के लिए एंटीबायोटिक्स भी प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लक्षणों में दबा हुआ गला, आपकी नाक से होने वाला यलो या ग्रीन डिस्चार्ज, नेजल कंजेशन, फीवर और थकान शामिल हैं। एक्यूट बैक्टीरियल साइनसिटीज (Acute bacterial sinusitis) को 10 से 14 दिनों के एंटीबायोटिक्स से ट्रीट किया जाता है, वहीं क्रोनिक बैक्टीरियल साइनसिटीज को तीन से चार हफ्तों के एंटीबायोटिक ट्रीटमेंट की जरूरत होती है।
    • आपके डॉक्टर शायद आपको ट्रायप्टेंस (triptans), माइग्रेन्स को ट्रीट करने वाली मेडिकेशन्स भी प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। रिसर्च से मालूम हुआ है, कि साइनस के ज़्यादातर पेशेंट्स को ट्रायप्टेंस की मदद से साइनस के सिरदर्द में राहत मिली है। ट्रायप्टेंस के उदाहरणों में सुमेट्रायप्टेन (sumatriptan), रिजेट्रायप्टेन (rizatriptan), जोल्मिट्रायप्टेन (zolmitriptan), अल्मोट्रायप्टेन (almotriptan), नेराट्रायप्टेन (naratriptan), रिजेट्रायप्टेंस (rizatriptan) और इलेट्रायप्टेन (eletriptan) शामिल हैं।
  5. अगर आप दवाइयों के लिए सही रिस्पोंड नहीं करते हैं, दवाइयों की वजह से कुछ खास तरह के साइड इफ़ेक्ट्स हो रहे हैं, या अवॉइड नहीं किए जाने लायक एलर्जिक रिएक्शन हो रहे हैं, तो आपके डॉक्टर आपके लिए एलर्जी इंजेक्शन रिकमेंड कर सकते हैं। [१८] एलर्जी स्पेशलिस्ट (allergist) आपको इंजेक्शन देंगे।
  6. आपको कान, नाक और गले (ENT) स्पेशलिस्ट से मिलना होगा, जो ये तय करेंगे, कि आपको साइनस वाले सिरदर्द को रोकने के लिए सर्जरी की जरूरत है, या नहीं। नेजल पोलिप्स (Nasal polyps) या बोन स्पर्स (bone spurs), जो साइनस इन्फेक्शन पैदा कर सकते हैं, को सर्जिकली हटाया या आपके साइनस को खोला जा सकता है।
    • उदाहरण के लिए, बलून राइनोप्लास्टी (balloon rhinoplasty) में नेजल केविटी में बलून इन्सर्ट किया जाना और साइनस केविटी को बढ़ाने के लिए उसे फुलाया जाना शामिल होता है।
विधि 3
विधि 3 का 4:

वैकल्पिक थेरेपीज का यूज करना

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  1. डाइटरी सप्लिमेंट्स के साइनस पर असर को तय करने के बारे में कई सारी रिसर्च की जा चुकी हैं। ये सप्लिमेंट्स साइनस को रोक या ट्रीट कर सकते हैं:
    • ब्रोमेलिन, पाइनएपल के द्वारा प्रोड्यूस होने वाला एक एंजाइम है, जो साइनस की इन्फ़्लैमेशन को कम करने में मदद कर सकता है। ब्रोमेलिन को कभी भी ब्लड-थिनर्स के साथ यूज मत करें, क्योंकि ये सप्लिमेंट आपके ब्लीडिंग के रिस्क को बढ़ा सकता है। अगर आप एंजियोटेनसिन कन्वर्टिंग एंजाइम (ACE) इनहिबिटर्स, हाइ ब्लड प्रैशर (हाइपरटेंशन) को ट्रीट करने के लिए यूज की जाने वाली एक कॉमन दवाई, ले रहे हैं, तो भी आपको ब्रोमेलिन लेने से बचना चाहिए। ऐसे मामले में, ब्रोमेलिन ब्रोमेलिन आपके ब्लड प्रैशर (हाइपरटेंशन) के ड्रॉप में गंभीर रूप से बदलाव ला सकता है।
    • क्यूरेसेटिन (Quercetin), जो प्लांट पिग्मेंट है, जो फ्रूट्स और वेजिटेबल्स के वाइब्रेंट कलर्स के पीछे के जिम्मेदार होते हैं। इसे एक नेचुरल एंटीहिस्टेमाइन की तरह माना जाता है, लेकिन फिर भी ये एक एंटीहिस्टेमाइन की तरह काम करता है या नहीं, इसे जानने के लिए और भी स्टडीज़ करने की जरूरत है।
    • लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) एक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया है, आपके शरीर को एक हैल्दी डाइजेस्टिव सिस्टम और इफेक्टिव इम्यून सिस्टम को बनाए रखने के लिए, आपके शरीर को जिसकी जरूरत होती है। ये सप्लिमेंट एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग से संबंधित डायरिया, गैस और पेट दर्द जैसे एलर्जी और एब्डोमिनल पेन से जुड़े हुए गैस्ट्रोइंटेस्टिनल साइड इफ़ेक्ट्स से जुड़े हुए दुष्प्रभावों के बढ़ने की संभावना को कम करता है।
  2. ऐसे कई सारे हर्ब्स हैं, जो साइनस से होने वाले सिरदर्द के चांस को कम करने में मदद करते हैं। ये सर्दी को रोककर या ट्रीट करके, इम्यून सिस्टम को बूस्ट करके या फिर साइनस इन्फ़्लैमेशन को कम करके ऐसा करते हैं। स्टडीज़ के मुताबिक, हर्बल सप्लिमेंट Sinupret साइनस इन्फ़्लैमेशन के लक्षणों को कम कर सकता है। ऐसा माना जाता है, कि ये म्यूकस को पतला करके, साइनस ड्रेनेज को इम्प्रूव करता है। साइनस से होने वाले सिरदर्द को ट्रीट करने के लिए यूज होने वाले दूसरे हर्ब्स में, ये नाम शामिल हैं:
    • चाइनीज स्कलकेप (Chinese skullcap): 1 से 2 टीस्पून सूखी हुई पत्तियों को 1 कप उबलते हुए पानी में डालकर एक चाय बनाएँ। इस मिक्स्चर को 10 से 15 मिनट के लिए ढ़ँककर रखें। साइनस से राहत पाने के लिए, दिन में दो से तीन कप लें।
    • फीवरफ़्यू (Feverfew): एक कप उबलते हुए पानी में 2 से 3 चम्मच ताजी कटी हुई फीवरफ़्यू पत्तियों को डालें। इस मिक्स्चर को 15 मिनट्स के रखे रहने दें, फिर इसे छान लें और इसे दिन में तीन बार तक पियें।
    • विलो बार्क (Willow bark): पाउडर्ड या कटी हुई विलो बार्क को 250 से 300 ml पानी में मिलाकर एक चाय बनाएँ। इस मिक्स्चर को उबलने तक ले जाएँ और फिर 5 मिनट्स तक इसे हल्की आँच पर रहने दें। इस चाय को दिन में तीन से चार बार पियें।
  3. स्टडीज़ से पता चलता है, कि कुछ खास तरह के एशेन्सियल ऑइल्स को अपने टेंपल्स (अपने चेहरे के साइड पर, आपकी आँखों के ठीक सामने) अप्लाई करने से, साइनस और टेंशन वाले सिरदर्द में आराम मिलता है। रबिंग अल्कोहल में पेपरमिंट या यूकेलिप्टिस ऑइल मिलाकर एक 10% सोल्यूशन तैयार करें और एक स्पंज का यूज करते हुए इसे अपने टेंपल्स पर लगाएँ। [१९] सोल्यूशन बनाने के लिए, तीन चम्मच रबिंग अल्कोहल को एक चम्मच पेपरमिंट या यूकेलिप्टिस ऑइल के साथ मिक्स कर लें।
  4. होम्योपैथी को एक अच्छी और वैकल्पिक थेरेपी माना जाता है, जिसमें बहुत जरा सी मात्रा में नेचुरल सब्स्टेंस का यूज होता है, जो आपके शरीर को खुद ही आराम पहुंचा देते हैं। क्रोनिक साइनस से जूझ रहे लोग आमतौर पर होम्योपैथी को यूज करते हैं, जिसमें स्टडी में मौजूद ज़्यादातर पेशेंट्स ने दो हफ्तों के बाद लक्षणों में सुधार देखा। होम्योपैथी में साइनस और सिरदर्द को टार्गेट किए जाने वाले काफी सारे ट्रीटमेंट्स मौजूद हैं, जिनमें ये शामिल हैं
    • आर्सेनिक एल्बम (Arsenic album), बेलाडोना (Belladonna), हेपर सल्फ्यूरिकम (hepar sulphuricum), आइरिस वर्सिकोलर (iris versicolor), केली बिक्रोमिकम, (kali bichromicum), मर्क्यूरियस (mercurius), नैट्रम म्यूरिएटिकम (natrum muriaticum), पल्‍साटिला (pulsatilla), सिलिसिया (silicea) और स्पाइगेलिया (spigelia)।
  5. ये एक काफी पहले से चला आने वाले चाइनीज नियम है, जिसमें पतली नीडल्स को एक्यूपंचर पॉइंट्स पर आपली किया जाता है। ऐसा माना जाता है, कि ये पॉइंट्स आपके शरीर की एनर्जी में इम्बैलेंस को ठीक कर देते हैं। [२१] अपने साइनस के सिरदर्द को ट्रीट करने के लिए, एक एक्यूपंचर प्रैक्टिसनर आपके स्प्लीन और स्टमक को स्ट्रेंथ देकर साइनस इन्फ़्लैमेशन (या डैम्पनेस) को ट्रीट करते हैं।
  6. आपके कायरोप्रेक्टर आपके शरीर की मिसअलाइनमेंट को एडजस्ट और मेनिपुलेट करके आपके साइनस के सिरदर्द को ठीक करने में मदद कर सकेंगे, हालांकि, इनके सपोर्ट में अभी तक किसी तरह के दावे नहीं पेश किए गए हैं। साइनस एडजस्टमेंट में, प्रैक्टिसनर आपके साइनस की केविटी की म्यूकस मेम्ब्रेन्स लाइनिंग को और बोन्स को टार्गेट करते हैं।
    • मेनिपुलेशन मिसअलाइनमेंट को करेक्ट करने के लिए जोइंट्स को एडजस्ट करता है, जो नर्वस सिस्टम को स्टिमुलेट करता है। ये शरीर के प्रभावित हिस्से पर फंक्शन रिस्टोर कर सकता है।
विधि 4
विधि 4 का 4:

साइनस से होने वाले सिरदर्द के बारे में जानना

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  1. माइग्रेन और साइनस के सिरदर्द के बीच में फर्क करना सीखें: काफी सारी स्टडीज़ के मुताबिक, ऐसे ज़्यादातर लोग, जिन्हें साइनस का सिरदर्द डाइग्नोज हुआ, उन्हें एक अनडाइग्नोज माइग्रेन्स भी था। [२३] अच्छी बात ये है, कि ऐसे काफी सारे लक्षण हैं, जो साइनस के सिरदर्द और माइग्रेन के बीच के अंतर को बताने में मदद कर सकते हैं। उदाहरण के लिए: [२४]
    • माइग्रेन्स अक्सर ही आवाज या ब्राइट लाइट की वजह से और भी बदतर हो जाते हैं
    • माइग्रेन्स अक्सर मितली और उल्टी के साथ जुड़े हुए होते हैं
    • माइग्रेन के दर्द को आपके सिर में किसी भी जगह पर महसूस किया जा सकता है [२५]
    • माइग्रेन्स में कभी भी मोटा, नेजल डिस्चार्ज या लॉस ऑफ स्मेल नहीं होता है
  2. आपके साइनस की म्यूकस मेम्ब्रेन लाइनिंग में होने वाली सूजन की वजह से साइनस से होने वाले सिरदर्द होता है। ये सूजन आपके साइनस को म्यूकस को बाहर करने से रोक देती है। इसकी वजह से प्रैशर बढ़ जाता है और दर्द होना शुरू हो जाता है। साइनस इन्फ़्लैमेशन किसी भी इन्फेक्शन, एलर्जी, ऊपरी दांतों के इन्फेक्शन या कभी-कभी ट्यूमर्स (बेनिन या मलिग्नेंट) की वजह से होता है। [२६] साइनस के सिरदर्द के लक्षणों में, ये शामिल हैं: [२७]
    • माथे के पीछे, गालों या आँखों के आसपास प्रैशर और कोमलता
    • दर्द, जो सामने की तरफ झुकने पर बढ़ जाता है
    • ऊपरी दाँतों में दर्द
    • दर्द, जो कि मॉर्निंग में सबसे ज्यादा इंटेन्स पहली चीज़ होती है
    • हल्के से लेकर गंभीर तक होने वाला दर्द और ये यूनिलेटरल (किसी भी एक तरफ) या बायलेटरल (दोनों ही साइड्स पर) होता है
  3. कई तरह के फ़ैक्टर्स हैं, जिनकी वजह से आपको साइनस वाला सिरदर्द हो सकता है। इन फ़ैक्टर्स में, ये शामिल हैं: [२८]
    • पहले से होते आने वाली एलर्जी या अस्थमा
    • लगातार बनी रहने वाली सर्दी, जिसे अपर रेस्पिरेट्री इन्फेक्शन्स (upper respiratory infections) के नाम से भी जाना जाता है
    • ईयर इन्फेक्शन्स
    • बढ़े हुए टॉन्सिल्स या एडेनोइड्स
    • नेजल पोलिप्स
    • नेजल डिफोर्मिटीज़, जैसे कि डेविएटेड सेप्टम (deviated septum)
    • क्लेफ्ट पेलेट (Cleft palate)
    • कमजोर हुआ इम्यून सिस्टम
    • पहले ली हुई कोई साइनस सर्जरी
    • क्लाइम्बिंग या बहुत हाइ एल्टिट्यूड पर उड़ना
    • अपर रेस्पिरेट्री इन्फेक्शन होते हुए एयरप्लेन में ट्रेवल करना
    • टूथ एब्स्केस (Tooth abscess) या इन्फेक्शन
    • बार-बार स्वीमिंग या डाइविंग करना
  4. अगर आपको एक महीने में 15 दिनों से ज्यादा बार सिरदर्द होता है या फिर अगर आप बहुत बार नॉनप्रिस्क्रिप्शन पेन मेडिकेशंस लिया करते हैं। अगर पेन मेडिकेशंस भी गंभीर सिरदर्द में कोई असर नहीं पड़ता है या आपका सिरदर्द आपकी डेली लाइफ के बीच में परेशानी खड़ी करने लगा है (जैसे कि, आप सिरदर्द की वजह से अक्सर कॉलेज या ऑफिस मिस कर देते हैं), तो आपको डॉक्टर के पास जाने के बारे में सोचना चाहिए। [२९] अगर आपको साइनस का सिरदर्द है और आपको ऐसे लक्षण दिखते हैं, तो इमरजेंसी मेडिकल हेल्प ले लें:
    • अचानक और गंभीर सिरदर्द, जो 24 घंटे से भी ज्यादा देर तक बना रहता या उसकी इंटेन्सिटी बढ़ जाती है
    • अचानक होने वाला गंभीर सिरदर्द, फिर चाहे आपको कितना भी सिरदर्द क्यों न होता है, जिसे “सबसे बेकार,” की तरह डिस्क्राइब किया जाता है
    • क्रोनिक या सीरियस सिरदर्द, जो 50 की उम्र के बाद शुरू होता है
    • फीवर, स्टिफ नेक (गर्दन में अकड़न), मितली और उल्टी (इन लक्षणों को मैनिन्जाइटिस, एक जानलेवा बैक्टीरिया भी समझा जा सकता है)।
    • मेमोरी लॉस, कन्फ़्यूजन, बैलेंस लॉस, स्पीच या विजन में बदलाव, या स्ट्रेंथ की कमी, या सुन्नपन, या किसी भी एक लिम्ब्स में झुनझुनी होना (इन सिम्प्टंस को अक्सर ही स्ट्रोक की तरह समझा जा सकता है)
    • आँख में होने वाली रेडनेस के साथ (इन सिम्प्टंस को अक्सर ही एक्यूट एंगल क्लोज़र ग्लौकोमा) एक आँख में होने वाला सिरदर्द।,
    • सिरदर्द के पैटर्न में कुछ नया या बदलाव।
    • अगर आपको अभी हाल ही में हैड ट्रौमा से गुजरे हैं।
  5. आपके डॉक्टर आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री लेंगे और साइनस हैडेक को डाइग्नोज करने के लिए एक फिजिकल एक्जाम परफ़ोर्म करेंगे। एक्जाम के दौरान, आपके डॉक्टर किसी भी तरह की स्वेलिंग या कोमलता का पता लगाने के लिए आपके चेहरे को टच करेंगे। इन्फ़्लैमेशन, कंजेशन या नेजल डिस्चार्ज के किसी भी तरह के लक्षणों का पता लगाने के लिए, आपकी नाक को भी चेक किया जाएगा। आपके डॉक्टर एक्स-रे, कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (CT) स्कैन, या मैग्नेटिक रेजोनेन्स इमेजिंग (MRI) स्कैन जैसी इमेजिंग स्टडीज़ भी ऑर्डर कर सकते हैं। अगर आपके डॉक्टर को इन लक्षणों में एलर्जी के हाँथ होने का शक होता है, तो फिर आपको शायद और भी टेस्ट लेने के लिए किसी एलर्जिस्ट के पास रिफर करेंगे।
    • कभी-कभी, किसी ईयर, नोज और थ्रोट (ENT) स्पेशलिस्ट को भी रिफर किया जा सकता है। साइनस को देखने और डाइग्नोसिस तैयार करने के लिए ENT एक फाइबर ओप्टिक स्कोप कर सकते हैं।

चेतावनी

  • प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले सिरदर्द के पीछे की वजह साइनसिटीज, माइग्रेन या टेंशन-टाइप हैडेक हो सकते हैं, लेकिन बस इतना ध्यान रखें, कि ये सिरदर्द की वजह से प्री-एक्लेम्पसिया (pre-eclampsia) या सेरेब्रल वीनस थ्रोंबोसिस (cerebral venous thrombosi) भी हो सकता है।
  • काफी पुराने पेशेंट्स को ट्रायगेमिनल न्यूरेलजिया (trigeminal neuralgia) और टेम्पोरल आर्टिराइटीस (temporal arteritis) जैसे सेकंडरी टाइप हैडेक का रिस्क ज्यादा रहता है।

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