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हर्निया शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है | उससे बहुत ज्यादा दर्द और तकलीफ भी हो सकती है | ऐसा इसलिए क्योंकि हर्निया के दौरान, शरीर के एक भाग के सभी हिस्से आस पास के टिशू और मस्सल को धक्का देते हैं | हर्निया पेट के अन्दर, बेल्ली बटन (umbilicus) के पास, ग्रोइन एरिया (femoral or inguinal) या पेट के ऊपर हो सकती है | अगर आपको पेट की हर्निया (hiatal) है, तो आपको एसिड रिफ्लक्स या हाइपरएसिडिटी का सामना करना पड़ सकता है | किस्मत से, आप उस दर्द को घर पर संभाल सकते हैं और हर्निया से जुड़ी तकलीफ को कम करने के लिए कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव ला सकते हैं |

भाग 1
भाग 1 का 3:

हर्निया के दर्द का घर पर इलाज करना

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  1. अगर आपको थोड़ी परेशानी लग रही है, तो 10 से 15 मिनट के लिए हर्निया के स्थान पर आइस पैक लगायें | आप अपने डॉक्टर से सलाह ले कर ऐसा दिन में एक या दो बार कर सकते हैं | कोल्ड पैक सूजन और इन्फ्लाम्मेशन को कम कर देता है | [१]
    • कभी भी आइस या आइस पैक स्किन पर डायरेक्टली नहीं लगायें | अपनी स्किन पर लगाने से पहले ये ध्यान रहे की आइस पैक को पतले से कपड़े या तौलिये में लपेट लें | इससे स्किन के टिश्यू को और नुकसान नहीं पहुंचेगा |
  2. अगर आपको हल्का दर्द हो रहा है हर्निया में तो आइबूप्रोफेन और एसीटामिनोफेन जैसे ओवर द काउंटर पैन रिलीवर से आपको आराम मिल सकता है | हमेशा निर्माता के डोजिंग निर्देशों का पालन करें | [२]
    • अगर आपको एक हफ्ते से ज्यादा ओवर ड काउंटर दवाई लेते हप गया है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें | डॉक्टर आपको इससे ज्यादा तीव्र दवाई की सलाह दे सकता है |
  3. अगर आपको हिअटल हर्निया (पेट का), है तो शायद आपको रिफ्लक्स नाम की हाइपरएसिडिटी है | आप ओवर ड काउंटर एंटासिड्स या मेडिकेशन लेकर एसिड प्रोडक्शन को कम कर सकते हैं, और प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन जैसे प्रोटोन पंप इन्हिबिटर ले कर एसिड प्रोडक्शन कम कर सकते हैं | [३]
    • अगर कुछ दिनों बाद भी रिफ्लक्स सिम्टम नहीं सुधरते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए | अगर इलाज नहीं करवाया, तो रिफ्लक्स आपके एसोफेगस (Esophagus) को नुकसान पहुंचा सकता है | इसके बजाय आपका डॉक्टर ऐसी दवाई बता सकता है जो आपके रिफ्लक्स का इलाज कर आपके डाइजेस्टिव ऑर्गन को ठीक कर सकता है |
  4. अगर आपको इन्जुइनल हर्निया (ग्रोइन का) है, तो आप एक ख़ास सपोर्ट पहनना चाहेंगे जो आपके दर्द को भी कम कर सकता है | अपने डॉक्टर से ट्रस जो की सपोरटिव अंडरवियर की तरह होता है, पहनने के बारे में बात करें | या, आप ऐसा सपोर्ट बेल्ट या हार्नेस पहन सकते हैं जो हर्निया को उसके स्थान पर रखें | सपोर्ट पहनने के लिए, नीचे लेटें और बेल्ट और हार्नेस को हर्निया के पास लपेट कर उसे बाँध लें |
  5. एक्यूपंक्चर एक पारंपरिक दवाई है जो शरीर के निर्धारित एनर्जी पॉइंट्स में पतले नीडल डाल कर बॉडी की एनर्जी को एडजस्ट करती है | आप दर्द कम करने वाले प्रेशर पॉइंट को स्टिमयूलेट करके भी अपने हर्निया के दर्द को कम कर सकते हैं | ऐसे सर्टिफाइड एक्यूपंक्चरिस्ट ढूँढें जिन्हें हर्निया का दर्द कम करने का तजुर्बा हो | [५]
    • एक्यूपंक्चर आपके हर्निया के दर्द को कम कर सकता है, लेकिन असल हर्निया को ठीक करने के लिए आपको इलाज करवाना पड़ेगा |
  6. अगर आपको बहुत दर्द हो रहा है तो तुरंत एक डॉक्टर से मिलें: अगर आपको लग रहा है की आपको हर्निया है, तो आपको अपने पेट या ग्रोइन में भारी सा कुछ महसूस होगा, या अगर आपको हाइपरएसिडिटी या हार्टबर्न है, तो डॉक्टर से मिलने के लिए अपॉइंटमेंट लें | अधिकतर हर्निया फिजिकल एग्जाम और सिम्टम की जांच करने के बाद पहचाने जा सकते हैं | अगर आपने अपने डॉक्टर को देख लिया है, पर कुछ हफ़्तों बाद भी आपके सिम्टम में बदलाव नहीं आया है, तो डॉक्टर से एक और अपॉइंटमेंट तय करें |
    • अगर आपको हर्निया का बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है और आपको अब्डोमिनल, इन्जुईनल या फेमोरल हर्निया पता चला है, तुरंत ही अपने फिजिशियन को फ़ोन करें- ये दर्द एक मेडिकल इमरजेंसी की ओर संकेत कर सकता है |
  7. हांलाकि आप अपने हर्निया के दर्द का घर पर इलाज कर सकते हैं आप हर्निया का इलाज नहीं कर सकते हैं | अपने डॉक्टर से सर्जरी के बारे में बात करें | आपका डॉक्टर एक सर्जिकल प्रोसीजर की सलाह देगा जहाँ सर्जन निकले हुए मस्सल को वापस करने के लिए ऑपरेशन करता है | या, सर्जन थोड़ा कम तीव्र प्रोसीजर करेगा जहाँ सिंथेटिक मेष से हर्निया को ठीक करने के लिए छोटे कट लगाये जाते हैं | [६]
    • अगर आपका हर्निया ज्यादा परेशान नहीं कर रहा है और आपके डॉक्टर को वह छोटा लग रहा है, तो वह सर्जरी का सुझाव नहीं देगा |
भाग 2
भाग 2 का 3:

लाइफस्टाइल में बदलाव लाना

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  1. अगर आपको हिअटल हर्निया की वजह से हार्टबर्न महसूस हो रहा है, तो अपने पेट पर कम दबाव डालें | ऐसा करने के लिए हर बार थोड़ा खाना खाएं | आपको धीरे भी खाना चाहिए ताकि आपका पेट खाने को जल्दी और आसानी से पचा पाए | इससे आपके सटमक स्फिन्क्टेर (stomach sphincter), एक ऐसा मस्सल जो पहले ही कमज़ोर है उस पर भी कम दबाव पड़ेगा | [७]
    • सोने जाने से 2 से 3 घंटे पहले तक खाना खाने से बचें | इससे जैसे आप सोने लेटेंगे आप का खाना आपके पेट पर दबाव नहीं डालेगा |
    • आप पेट के एसिड को कम करने के लिए अपनी डाइट में बदलाव भी ला सकते हैं | हाई फैट से भरे पदार्थ जैसे चॉकलेट, पेपरमिंट, एल्कोहोल, प्याज़, टमाटर, और साइट्रस का सेवन नहीं करें | [८]
  2. ऐसे कपड़े पहनें जो आपके पेट को कसे नहीं | चुस्त कपड़े और बेल्ट पहनने से परहेज़ करें | इसके बजाय, ऐसे टॉप पहनें जो पेट के आस पास लूज़ हैं | अगर आप बेल्ट पहनते भी हैं, उसे एडजस्ट करें ताकि वह आपकी कमर से चिपके नहीं | [९]
    • जब आप अपने पेट या एब्डोमेन को दबाते हैं, तो आप हर्निया को बढ़ा सकते हैं और हाइपरएसिडिटी भी और तीव्र हो सकती है | आपके पेट का एसिड वापस से एसोफेगस में जा सकता है |
  3. अगर आपका वज़न ज्यादा है, तो आप अपने पेट और एब्डोमेन मस्सल पर अधिक दबाव डाल रहे हैं | इस दबाव से एक और हर्निया बनने की सम्भावना बढ़ जाती है | ये आपके पेट का एसिड वापस एसोफेगस में जा सकता है | इससे रिफ्लक्स और हाइपरएसिडिटी हो सकती है | [१०] [११]
    • धीरे धीरे वज़न कम करने की कोशिश करें | हफ्ते में एक या दो पौंड वज़न ही कम करने की कोशिश करें | अपने डॉक्टर से डाइट और एक्सरसाइज प्लैन में बदलाव लाने के लिए बात करें |
  4. क्योंकि आप भारी वस्तुएं नहीं उठा सकते हैं, ऐसी एक्सरसाइज करें जो आपके मस्सलस को मजबूती और सहारा दें | अपनी पीठ के बल लेट कर इनमें से कुछ स्ट्रेच करने की कोशिश करें:
    • अपने घुटनों को ऊपर लायें ताकि आपके पैर थोड़े से मुड़े हुए हैं | अपने दोनों पैरों के बीच तकिया रखें और थाई मस्सलस से तकिये को दबाएँ | अपने मस्सल को रिलैक्स करें और इस स्ट्रेच को दस बार दोहराएं |
    • अपने हाथों को अपने दोनों तरफ रखें और दोनों घुटनों को धरती से उठा कर हवा में रखें | हवा में दोनों पैरों से पेडलिंग मोशन करें | ऐसा तब तक करते रहे जब तक आपको एब्डोमेन में स्ट्रेन नहीं महसूस होने लगे |
    • अपने घुटनों को ऊपर उठाएं ताकि आपके पैर थोड़े से मुड़े हुए हों | अपने हाथों को सर के पीछे रखें और अपने शरीर को करीब 30 डिग्री से झुका लें | आपका धड़ आपके घुटनों के नज़दीक आना चाहिए | इस स्थिति में कुछ दिन रहिये और फिर छोड़ दें | हर रोज़ 15 बार दोहराएं |
  5. अगर आपको रिफ्लक्स महसूस कर रहे हैं, तो धूम्रपान छोड़ने का प्रयत्न करें | धूम्रपान से पेट का एसिड बढ़ जाता है, जिससे रिफ्लक्स की स्थिति और बिगड़ सकती है | इसके इलावा अगर आप सर्जरी से हर्निया ठीक करने की सोच रहे हैं तो डॉक्टर आपको सर्जरी से पहले धूम्रपान छोड़ने की सलाह देंगे |
    • धूम्रपान आपको सर्जरी के बाद ठीक होना मुश्किल करेगा और इस दौरान वह आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ा सकता है | धूम्रपान आपकी सर्जरी के बाद फिर से इन्फेक्शन या बार बार हर्निया होने की सम्भावना को भी बढ़ाता है | [१२]
भाग 3
भाग 3 का 3:

हर्बल रेमेडीज की मदद से

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  1. ये पेड़ (वीड समझा जाने वाला) हमेशा से सूजन और दर्द को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है | शेफेर्ड्स पर्स एसेंशियल आयल को उस स्थान पर लगायें जहाँ आपको हर्निया का दर्द हो रहा है | आप ओरल्ली खाने के लिए शेफर्डस पर्स सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं | हमेशा निर्माता के डोज़िंग निर्देशों का पालन करें | [१३]
  2. अगर आपका हर्निया की वजह से जी मचला रहा है, उलटी आ रही है या रिफ्लेक्स हो रहा है तो अदरक की चाय पीयें | अदरक भी एंटी-इंफ्लेमेटरी है और पेट को आराम देता है | अदरक के टी बैग्स ले आयें या एक एक टीस्पून ताज़ी अदरक को काट लें | इस अदरक को खौलते पानी में पांच मिनट के लिए उबालें | खाने से करीब एक घंटे पहले इसको पीने से आराम ज्यादा मिलता है | ये प्रेग्नंट और नर्सिंग कर रही माओं के लिए भी सुरक्षित रहता है | [१५]
    • अपने पेट के एसिड को कम करके उसे राहत देने के लिए फेंनेल (Fennel) टी पीने के बारे में सोचें | एक टीस्पून फेंनेल सीड्स को पीस लें और 5 मिनट तक खोलते पानी के कप में डाल कर रखें | दिन में दो या तीन कप इस चाय के पीयें |
    • आप पाउडरड या प्रेपरेड मस्टर्ड पानी में मिला कर या केमोमायिल टी भी पी सकते हैं | ये सभी एंटी-इंफ्लेमेटरी होते हैं और एसिड को कम करके आपके पेट को भी शांत कर सकते हैं | [१६]
  3. चीयुएबल टेबलेट फॉर्म में लिकोरिस रूट (deglycyrrhizinated licorice root) की तलाश करें | लिकोरिस रूट हाइपरएसिडिटी को कम कर पेट को आराम देने के लिए जानी जाती है | निर्माता के सभी निर्देशों का ध्यान से पालन करना नहीं भूलें | इसका मतलब है हर 4-6 घंटों में 2-3 टेबलेट्स का सेवन करना | [१७]
    • ये ध्यान रहे की लिकोरिस रूट से आपकी बॉडी में पोटैशियम की कमी हो सकती है जिससे हार्ट अर्र्हिथमिआज़ (heart arrhythmias) हो सकता है | अगर आपने दो हफ़्तों से ज्यादा लिकोरिस रूट की ज्यादा मात्रा का सेवन किया है तो अपने डॉक्टर से बात करें |
    • स्लिप्प्री एल्म (Slippery elm) एक और हर्बल सप्लीमेंट है जो आप ड्रिंक या टेबलेट की तरह ले सकते हैं | ये इर्रिटेटेड टिश्यूज़ को आराम देता है और प्रेगनेंसी में भी इस्तेमाल के लिए सुरक्षित रहता है | [१८]
  4. अगर आपको बहुत तीव्र रिफ्लक्स है, तो आप एप्पल साइडर विनेगर पी कर देख सकते हैं | कुछ लोगों का मानना है की ज्यादा एसिड आपके शरीर को फीडबैक इनहिबिशन नाम की प्रक्रिया से बता देगा की कब उसे स्वयं का एसिड प्रोडक्शन कम करना है हांलाकि इस बात पर और क्षोध की ज़रुरत है | 1 टेबलस्पून आर्गेनिक एप्पल साइडर विनेगर को 6 औंस पानी में मिलाएं और पी लें | [१९] अगर आप चाहें तो स्वाद बेहतर बनाने के लिए इस ड्रिंक में थोड़ा सा शहद डाल लें |
    • इसका एक और तरीका है खुद का लेमोनेड या लाइमएड बनाना | कुछ टीस्पून प्योर लेमन या लाइम जूस को मिश्रित करें और स्वाद के लिए थोड़ा पानी डालें | अगर आप चाहें तो इस ड्रिंक में थोड़ा सा शहद डाल लें | इसको खाने से पहले, उसके दौरान या उसके बाद पीयें |
  5. आर्गेनिक एलो वेरा जूस (जेल नहीं) का चुनाव करें और उसका आधा कप पी लें | वैसे तो आप उसे पूरे दिन पी सकते हैं पर कोशिश करें की 1 या दो कप से ज्यादा नहीं पीयें | ऐसा इसलिए क्योंकि एलो वेरा लक्सेटिव की तरह काम करता है | [२०]

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महिला कंडोम का इस्तेमाल करें
  1. http://www.med.umich.edu/1libr/Surgery/GenSurgery/HerniaObesity.pdf
  2. http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/gerd/basics/lifestyle-home-remedies/con-20025201
  3. https://www.facs.org/~/media/files/education/patient%20ed/quitsmoking.ashx
  4. http://www.home-remedies-for-you.com/remedy/Hernia.html
  5. http://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3951821/
  6. Willetts, K. E., Ekangaki, A. and Eden, J. A. (2003), Effect of a ginger extract on pregnancy-induced nausea: A randomised controlled trial. Australian and New Zealand Journal of Obstetrics and Gynaecology, 43: 139–144.
  7. Vemulapall, R. Diet and Lifestyle Modifications in the Management of Gastroesophageal Reflux Disease. Nutr Clin Pract June 2008 vol. 23 no. 3 293-298.
  8. Glick, L., Deglycyrrhizinated liquorice for peptic ulcer. Lancet. 1982 Oct 9;2(8302):817.
  9. Petry JJ, Hadley SK. Medicinal herbs: answers and advice, Part 2.Hosp Pract (1995). 2001 Aug 15;36(8):55-9.
  10. Petry JJ, Hadley SK. Medicinal herbs: answers and advice, Part 2.Hosp Pract (1995). 2001 Aug 15;36(8):55-9.
  11. http://www.mayoclinic.org/drugs-supplements/aloe/evidence/hrb-20058665
  12. http://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/26742306

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