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फलों के रस के साथ व्रत (Juice Fast) रखने से आपके शरीर में मौजूद विषैलें तत्व बाहर निकल जाते हैं (body detoxification) और साथ ही आपको अतिरिक्त मोटापा (weight loss) कम करने में भी मदद मिलती है | यह व्रत, सिर्फ पानी के साथ व्रत रखने से ज्यादा बेहतर और स्वस्थ व्रत है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहली या दूसरी बार व्रत रख रहे हैं, क्योंकि इस व्रत से शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन और पौष्टिक तत्व मिलते हैं, जो कि पानी के व्रत के दौरान नहीं मिल पाते हैं | इस आर्टिकल को पढ़ कर आप सुरक्षित और बेहतर तरीके से फलों के रस के साथ व्रत रख सकते हैं | पर अगर आप व्रत रखने में सहज महसूस नहीं करते हैं, तो बेहतर है कि इस व्रत को रखने से पहले आप एक डॉक्टर से सलाह ले लें |

विधि 1
विधि 1 का 4:

व्रत रखने से पहले

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  1. जो लोग नियमित रूप से व्रत रखते हैं, वे 3 हफ़्तों तक भी फलों के रस के साथ व्रत रख सकते हैं | हालाँकि अगर आप पहली बार इस तरह का व्रत रख रहे हैं, तो आप अपना लक्ष्य छोटा और पूरा करने लायक रखें, जैसे कि 3 दिनों का | व्रत रखना मानसिक और शारीरक रूप से एक कठिन काम है, तो शुरुआत कम दिनों से ही करें | एक छोटे व्रत को पूरा करना ज्यादा बेहतर है, बजाये कि आप एक लंबा व्रत रखें और उसे बीच में ही छोड़ दें | [१]
    • तीन दिनों का फलों के रस साथ व्रत रखने के लिए, आपको असल में अगले 5 दिनों का प्लान तैयार करना पड़ेगा - एक दिन व्रत से पहले शरीर को आराम देने के लिए और एक दिन व्रत के बाद शरीर को आराम देने के लिए |
    • अगर आप पहली बार व्रत रख रहे हैं, तो बेहतर है कि आप एक दोस्त को भी इस व्रत को रखने में शामिल कर लें | इससे आप एक दूसरे को व्रत पूरा करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, और साथ ही आप दोनों में व्रत पूरा करने की एक हल्की सी प्रतिस्पर्धा भी रहेगी, जिसकी वज़ह से आप किसी के प्रलोभन में आकर अपना व्रत नहीं तोड़ेंगे !
  2. फलों के रस के साथ व्रत रखने के लिए आपको काफी मात्रा में फल और सब्जियों की ज़रुरत होगी - शायद आपके अनुमान से भी ज्यादा | यह बहुत ज़रूरी है कि आप व्रत रखने के लिए केवल जैविक फल और सब्जियाँ ही खरीदें, जो कि कीटनाशकों के बिना उगाई जाती है - इस व्रत को रखने का उद्देश्य ही यह है कि आपके शरीर में से जहरीलें तत्व बाहर निकल जायें, न कि केमिकल्स वाले फल और सब्जियों को खाने से उनकी मात्रा और ज्यादा बढ़ जाये |
    • व्रत रखने के लिए आप संतरें, नींबू, लाइम (हरे नींबू), टमाटर, पालक, केल (गोभी की प्रजाति के पत्तें), सेलेरी (अजमोदा), गाजर, खीरें, सेब, अंगूर, ब्लूबेरी, चुकन्दर, अदरक आदि खरीद सकते हैं | आजकल तो आप फल और सब्जियों को घर बैठे ऑनलाइन ही खरीद सकते हैं |
    • अगर मुनकिन हो तो आप किसी ऐसी कम्पनी से बढ़िया गुणवत्ता का स्प्रिंग वाटर (झरने का पनी) भी खरीद सकते हैं, जो कि फ़ूड ग्रेड प्लास्टिक या कांच की बोतलों का इस्तेमाल करती हो | व्रत के दौरान आप काफी सारा पानी भी पीयेंगे | [१]
  3. फलों के रस के साथ व्रत रखने के लिए आपको एक बढ़िया जूसर भी चाहिये होगा, ताकि आप फलों में से ज्यादा से ज्यादा रस निकाल सकें और साथ ही रस निकालने और जूसर को साफ़ करने के लिए आपको कम से कम मेहनत करनी पड़ें | कोशिश करें कि आप 700 वाट या उससे अधिक वाट का जूसर इस्तेमाल करें, ताकि उसमे किसी भी तरह के फल या सब्जी का रस आसानी से निकाला जा सकें | आप एक ऐसा जूसर लें, जिसमे जोड़ने और निकालने के लिए कम से कम हिस्सें हों, ताकि आप तेज़ी से फलों का रस निकाल सकें |
    • एक नया जूसर खरीदने में काफी खर्चा हो सकता है, पर आप इसे एक पूंजी की तरह ही समझें, खासकर अगर आप इस तरह के व्रतों को नियमित तौर पर रखने वाले हैं | एक बढ़िया जूसर खरीदने के लिए आपको कम से कम 8-9 हज़ार रुपयें खर्चने पड़ सकते हैं, पर यह जूसर लम्बे समय तक आपका साथ निभायेगा, करीब 15-20 सालों तक | [२]
    • फलों और सब्जियों का रस निकालने के लिए आप जूसर की जगह एक मिक्सी का इस्तेमाल न करें | अगर आप एक मिक्सी का इस्तेमाल करेंगें, तो आपको फलों के रस की जगह एक स्मूदी (गाढ़ा रस) मिलेगी | स्मूदी में फलों और सब्जियों के रेशें भी होते हैं - और हालाँकि आमतौर पर यह एक अच्छी बात है, पर व्रत के दौरान नहीं | ऐसा इसलिए क्योंकि इन रेशों को पचाने में आपके शरीर को काफी ऊर्जा खर्चनी पड़ती है, पर जिसका इस्तेमाल व्रत के दौरान, केवल शरीर में से विषैलें तत्वों को बाहर निकालने के लिए होना चाहिये | [३]
  4. फलों के रस के साथ व्रत रखने के लिए सही समय का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है | आपको यह निश्चित करना होगा कि आपके पास सुबह के समय काफी वक़्त हो, ताकि आप फलों का रस निकाल सकें और साथ ही आपकी, व्रत के 3-5 दिनों के दौरान किसी ज्यादा मेहनत वाले काम करने की योजना न हो, जैसे कि क्रिकेट मैच, जिम आदि, खासकर अगर आप पहली बार इस तरह क व्रत रख रहे हैं | पहली बार फलों के रस के साथ व्रत रखने वाले ज्यादातर लोग, सप्ताह के आखिरी दिनों में व्रत रखते हैं - शुक्रवार से रविवार तक, ताकि वे इस दौरान घर में ही रह सकें और उन्हें ऑफिस या फैक्ट्री जाने की चिंता न हो |
    • कुछ लोगों को व्रत पूरा करने के दौरान सिरदर्द, चक्कर या कमजोरी महसूस होती है (हालाँकि कुछ लोगों के अनुसार वे और ज्यादा उर्जावान महसूस करते हैं), तो इस दौरान आप दिन के समय कुछ देर सो सकते हैं, ताकि आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहे | [४]
    • आपको यह बात भी ज्ञात रहें कि इस व्रत की वज़ह से आपका शरीर ज्यादा से ज्यादा मात्रा में विषैलें तत्व बाहर निकालने की कोशिश करेगा, जिसकी वज़ह से आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है | तो इसकी वज़ह से चिंतित न हो |
  5. 3 दिनों तक व्रत रखने से पहले, आपको अपने शरीर को तैयार करना होगा, जिसके के लिए आपको एक दिन और चाहिये होगा | ऐसा करने के लिए, आप व्रत से एक दिन पहले सिर्फ कच्चे फलों और सब्जियों का सेवन करें | अगर आप व्रत रखने के लिए अपने शरीर को तैयार चाहते हैं, तो आप नाश्ते और लंच में केवल फलों और सब्जियों का रस ही पीयें, और फिर आप रात में सलाद या कच्ची सब्जियाँ, और फल ले सकते हैं |
    • कुछ व्रतधारी, व्रत से पहले अपने शरीर को अन्दर से साफ़ करने के लिए, प्राकृतिक लैक्सेटिव जैसे कि ईसबगोल, पानी आदि का इस्तेमाल करते हैं, हालाँकि यह वैकल्पिक है |
विधि 2
विधि 2 का 4:

व्रत के दौरान

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  1. अगर आपके पास सुबह के समय काफी वक़्त है, तो आप पूरे दिन में बार-बार रस निकालने की जगह, सुबह ही पूरे दिन के लिए फलों और सब्जियों का रस निकाल सकते हैं | इससे आपको मेहनत भी कम करनी पड़ेगी | फिर आप रस को फ्रिज में रख सकते हैं और ज़रूरत के अनुसार उसका सेवन कर सकते हैं | या फिर आप चाहें तो फल और सब्जियों को छील कर और काट कर एक ज़िपलॉक बैग में फ्रिज में रख लें, और जब आप रस निकालना चाहें, तो इनका ताज़ा रस निकाल लें ! [३]
    • फल और सब्जियों के अलग-अलग मिश्रणों के साथ प्रयोग करें, ताकि आपको स्वादिष्ट और मज़ेदार रस प्राप्त हो | अपने मन में विचार करें कि कौन से फलों और सब्जियों को एक साथ मिला कर रस निकालने से सबसे स्वादिष्ट रस तैयार होगा - इस तरह से फलों के रस के साथ व्रत रखना आपके लिए एक सुखद अनुभाव बन जायेगा, बजाये एक उबाऊ काम के |
    • जब आप फलों और सब्जियों के रस के साथ व्रत रख रहे हों, तो फलों और सब्जियों के रस का अनुपात 20:80 का रखें | फलों के रस में काफी सारी शर्करा होती है, जिसे पचाने में आपके शरीर को काफी मेहनत करनी पड़ती है | इसलिए आप सुबह के वक़्त फलों का रस पी सकते हैं और लंच और रात्री-भोज में सब्जियों का रस ले सकते हैं | [३]
  2. फलों के रस के साथ व्रत रखने का मतलब यह नहीं है कि आप भूखे रहें - आपके शरीर को विटामिन और मिनरलों (खनिज) की ज़रूरत होती है, जो उसे रस से मिलेंगे और साथ ही विषैलें तत्व बाहर निकालने में भी मदद मिलेगी | इसी कारण से, दिनभर में रस पीने की कोई सीमा तय नहीं है | जब भी आपको प्यास या भूख लगे, आप रस का सेवन कर सकते हैं | पूरे दिन में आप कम से कम 4 बारी रस का सेवन ज़रूर करें |
    • अगर आप यह व्रत अतरिक्त मोटापा कम करने के लिए रख रहे हैं, तो भी आप रस के सेवन की कोई सीमा तय न करें | व्रत के दौरान आपके शरीर को वैसे ही कैलोरी नहीं मिलेगी, और अगर आप रस का भी कम सेवन करेंगे, तो आप का शरीर खुद को लम्बे समय तक बचाने की प्रणाली को सक्रीय कर लेगा, और फिर ज्यादा चर्बी एकत्र करने लगेगा ! इसलिए व्रत के दौरान, दिन में कम से कम 4 गिलास रस ज़रूर पीयें | [३]
  3. व्रत के दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होने चाहिये, क्योंकि पानी की मदद से ही शरीर विषैलें तवों को बाहर निकालेगा, और उसके बाद शरीर का दोबारा से जलीकरण करने के लिए भी पानी की आवश्यकता होगी | पानी पीने से भूख का एहसास भी कम होगा | हर बार रस पीने के साथ आपको करीब आधा लीटर पानी भी पीना चाहिये | चाहें तो आप रस के साथ ही पानी मिला कर पी सकते हैं, या फिर आप पहले रस और फिर पानी का सेवन कर सकते हैं | आपको एक रस पीने के बाद और दूसरे रस पीने से पहले के बीच के वक़्त में भी पानी पीना चाहिये |
    • पानी पीने का एक बढ़िया तरीका है हर्बल चाय का सेवन - बस आप हरी वाली हर्बल टी का सेवन करें, जो कैफीन के बिना हो |
  4. व्रत के दौरान हल्की व्यायाम करने से आपको भूख पर से ध्यान हटाने में मदद मिलेगी, और साथ ही आपकी पाचन शक्ति भी बढ़ेगी | आप थोड़ी देर बाहर सैर कर सकते हैं, या फिर योगा के कुछ सरल आसन कर सकते हैं, पर ज्यादा मेहनत वाला व्यायाम भी न करें, जिसकी वज़ह से आप कमज़ोर महसूस करने लगें |
  5. ज्यादातर लोगों को ऐसा करने में कोई मश्किल नहीं होगी, पर इस काम को और आसानी से करने के लिए आप कुछ प्राकृतिक नुस्खों की मदद भी ले सकते हैं | इसके लिए आप सुबह-सुबह थोड़े से नींबू रस और शहद (मिठास के लिए) के साथ एक गिलास गुनगुना पानी पी सकते हैं | इससे आपकी आंतों आदि में जमें हुए जहरीले तत्व भी बाहर निकल जायेंगे |
  6. आने वाले दो दिनों तक भी इसी तरह से व्रत की दिनचर्या जारी रखें और जितना आप चाहें उतना रस और पानी का सेवन करें | अगर आपके पास ताज़ा फल और सब्जियाँ खत्म हो रही हों, तो आप और खरीद सकते हैं | आप अलग-अलग फल और सब्जियों के साथ प्रयोग कर के स्वादिष्ट रस तैयार कर सकते हैं, ताकि आपको भिन्न-भिन्न स्वादों वाले रस मिलें और यह व्रत मज़ेदार बना रहें |
  7. शुरुआत में आप चाहे कितने ही दृढ़ निश्चय और उत्साह के साथ व्रत रखें, पर व्रत के दौरान कई बार आपका सामना स्वादिष्ट खाने के प्रलोभनों से होगा, पर यही आपकी इच्छाशक्ति की असली परीक्षा होगी | आप ज़ायकेदार खाने की खुशबू की तरफ और ज्यादा आकर्षित होंगें और खाना देख कर तो आपको लगेगा, जैसे कि वह आपको बुला ही रहा हो ! पर इन चीजों से कमज़ोर न हों और याद रखें कि आपने यह व्रत क्यों रखा है - सालों से शरीर में एकत्र हुए विषैलें तत्वों को बाहर निकालने के लिए | व्रत पूरा करने के बाद आप काफी बेहतर महसूस करेंगें - मानसिक और शारीरिक, दोनों तरह से - और साथ ही व्रत को सफलतापूर्वक पूरा करने से आपको आत्म-संतुष्टि भी मिलेगी |
    • कुछ लोगों को इस तरह के व्रत रखने में मज़ा आता है, और वे दावा करते है कि व्रत के दौरान वे और ज्यादा उर्जावान महसूस करते हैं, बजाये थकने के | शायद आप भी इन खुशकिस्मत लोगों में से एक हों !
    • अपना ध्यान व्रत की थकान और बोरियत से हटाने के लिए आप खुद को आरामदायक और रचनात्मक कार्यों में मग्न कर सकते हैं, जैसे कि ध्यान लगाना, किताबें पढ़ना, हल्कें व्यायाम और चित्रकारी आदि | चूँकि आपको दिन भर खाना बनाने या खाने की चिंता नहीं होगी, तो आप के पास अपने मनपसंदीदा कामों को करने के लिए और भी ज्यादा वक़्त होगा !
विधि 3
विधि 3 का 4:

व्रत के बाद

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  1. इस दिन की दिनचर्या भी व्रत के एक दिन पहले जैसी ही होगी- आप सिर्फ फल और सलाद खायेंगें | इस दौरान आप कम मात्रा में ही खायें, ताकि आप के पेट और पाचन तंत्र पर एक दम से अतिरिक्त भार न पड़ जायें | [१]
  2. व्रत पूरा करने के एक दिन बाद, आप धीरे-धीरे सामान्य भोजन करना शुरू कर सकते हैं | शुरुआत आप दुग्ध पदार्थ (दूध, दही आदि), ब्राउन राइस, अनाज आदि से कर सकते हैं | और अगर आप मांसाहारी है तो आप अण्डों और कम चर्बी वाले माँस से शुरुआत कर सकते हैं | अभी भी आपको डिब्बाबंद खाने या जंक फ़ूड से परहेज़ करना चाहिये, ताकि जो मेहनत आपने शरीर को अन्दर से साफ़ करने में लगाई है, वह बेकार न हो जाये |
    • व्रत पूरा करने के ठीक बाद पिज़्ज़ा, बर्गर आदि खाना एक अच्छा विचार नहीं है, और इससे आप बीमार भी पड़ सकते हैं |
  3. आप हर हफ्ते 1 दिन, फलों के रस के साथ व्रत रखने पर विचार कर सकते हैं: हफ्ते में 1 दिन व्रत के लिए निकाल कर आप अपने शरीर की शुद्धि का स्तर बरकरार रख सकते हैं | और ऐसा करना बेहद आसान है | आप 24 घंटों के इस व्रत को 2 दिनों में विभाजित कर लें | 1 दिन आप रात का खाना शाम में कर लें और रात को कुछ न खायें | फिर उन 24 घंटों में से 8 घंटों के लिए रात में सो जायें | उसके बाद अगली सुबह और दिन में फलों और सब्जियों के रस का सेवन करें | फिर आप रात को वापस अपना सामान्य खाना खा सकते हैं | है ना आसान ! [१]
  4. एक बार जब आप 3 दिनों का व्रत पूरा कर लें, तो आप नियमित तौर पर लम्बे व्रत रखने के बारे में सोच सकते हैं, जैसे 7 दिनों का, या फिर चाहें तो 14 दिनों का भी | सोचने पर यह बेहद मुश्किल लग सकता है, पर नियमित तौर पर व्रत रखने वालों के अनुसार, आप जितने लम्बे समय तक व्रत रखते हैं, उसे पूरा करना उतना ही आसान हो जाता है | आपको इस दौरान भूख भी नहीं लगती, क्योंकि आप के शरीर को फलों और सब्जियों के रस से ज़रूरी पौष्टिक तत्व मिल जाते हैं |
    • एक बात का ख्याल रखें | लम्बी अवधि के व्रत रखने से आपका शरीर, त्वचा और फेफड़ों से विषैलें तत्व बाहर निकालने लगेगा, जिसकी वज़ह से आपके शरीर में से अजीब या गन्दी बदबू आ सकती है | [५]
    • अगर आप लम्बी अवधि के व्रत रख रहे हैं, तो फलों और सब्जियों के रस के साथ प्रोटीन और आयरन 'सप्लीमेंट्स' भी ले सकते हैं | इससे आप उर्जावान बने रहेंगें और आपको खून की कमी भी नहीं होगी | इन सप्लीमेंट्स को आप केमिस्ट या किसी भी हेल्थ फ़ूड स्टोर से ले सकते हैं | [६]
विधि 4
विधि 4 का 4:

कुछ खास जूस रेसिपीज (Juice Recipes)

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  1. 1/2 छीला हुआ चकोतरा (ग्रेपफ्रूट) या संतरा, 15 बिना बीजों वाले लाल या हरे अंगूर और 1 1/2 कप ब्लूबेरी डाल कर आप एक तरोताजा कर देने वाला स्वादिष्ट रस तैयार कर सकते हैं | [७]
  2. 2 हरे सेब, 1 छीला हुआ संतरा, 1 खीरा, 4 पत्तें धुले हुए केल या पालक के और 1/4 नींबू का रस | इन सबका रस निकाल कर पीने से आपका पाचन तंत्र पूरी तरह से सक्रीय हो जायेगा | [८]
  3. खुद को दिन में उर्जावान बनाये रखने के लिए- आधा चुकंदर, आधा खीरा और 5 गाजर डाल कर एक रंगीन और मजेदार रस बनायें | [७]
  4. 2 टमाटर, लहसुन की 1-2 छीली हुई कलियाँ (चूँकि यह एक अध्यात्मिक व्रत नहीं है, तो आप लहसुन इस्तेमाल कर सकते हैं), 1/4 नींबू का रस और मुट्ठी भर के तुलसी के पत्तें डाल कर रस तैयार करें | इसका स्वाद काफी हद तक ब्रुस्चेत्ता (गार्लिक ब्रेड पर सब्जियाँ) जैसा होगा | [८]
  5. 4 धुले हुए केल के पत्तें (इसकी जगह आप पत्तागोभी के पत्तें भी सकते हैं), 2 कप पालक, 2 सेब, 2 सेलेरी (अजमोदा), 1/2 खीरा, 1 गाजर और 1 इंच (2.5 सेंटीमीटर) अदरक का टुकड़ा मिला कर रस तैयार करें, जो कि विटामिन और पौष्टिक तत्वों से भरपूर होगा | [८]
  6. 1 कटा हुआ चुकंदर, 1 गाजर, 1 खीरा, 4 केल या पत्तागोभी के पत्तें, 1 हरा सेब, 1/4 नींबू का रस और 1/4 लाइम का रस को मिला कर रस तैयार करें | [८]

सलाह

  • जब आप व्रत के बाद अपनी सामान्य खुराक पर आयें, तो अपने भोजन को अच्छी तरह से चबायें, ताकि उसे पचाना आसान हो जाये |
  • अगर आप के इलाके में जैविक फल और सब्जियाँ उपलब्ध नहीं हैं, तो आप उनके छीलकें उतार कर या फिर उन्हें एक बिना जहरीले तत्वों वाले फ़ूड सलूशन से साफ़ कर के इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कि आपको हेल्थ फ़ूड स्टोर्स में आसानी से मिल जायेगा |
  • अगर आप और भी बेहतर तरीके से अपने शरीर को अन्दर से साफ़ करना चाहते हैं, तो आप ज्यादा मुश्किल पर ज्यादा फायदेमंद, सिर्फ पानी के साथ व्रत रख सकते हैं |

चेतावनी

  • फलों के रस के साथ व्रत रखने के कुछ सामान्य और अस्थायी साइड-इफ़ेक्ट हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं - सिरदर्द, कमजोरी, हाइपोग्लेशिमिया (खून में ग्लूकोस की कमी), कब्ज, मुँहासे और शरीर और मुँह में से बदबू आना |
  • इस बात का ध्यान रखे कि "जब भी' आप व्रत रखें तो डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें | गर्भवस्था में व्रत न रखें | जिन लोगों को कैंसर, डायबिटीज, दिल की बिमारी और टीबी हो, वे भी यह व्रत न रखें | दिमागी परेशानी, लो ब्लड प्रेशर और अमाश्य के अल्सर से ग्रसित लोग भी इस व्रत को न रखें | खासकर अगर किसी व्यक्ति को लीवर या पैंक्रियास का कैंसर है, तो वे यह व्रत बिल्कुल भी न रखें | हो सकता है कि व्रत रखने से इन में से कुछ बीमारियाँ ठीक होने लगें, पर ऐसा एक डॉक्टर की सलाह और निगरानी में ही करें | इस तरह से अगर कोई परेशानी होती है, तो उस पर तुरंत कारवाई की जा सकती है |

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