हालांकि कभी-कभी कान के मैल के बारे में किसी से बात करना थोड़ा बुरा लगता है, परंतु जब कान के स्वास्थ्य की बात आती है, तब कान का मैल (earwax) कोई मजाक का विषय नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने कान को स्वस्थ रखने के लिए और कान ठीक तरह से कार्य करने के लिए थोड़ा मैल रखने की आवश्यकता होती है। परंतु, कान में ज्यादा मैल होना भी कान बंद, कान में दर्द, और कान में इन्फेक्शन होने का कारण होता है। [१] X रिसर्च सोर्स भाग्यवश, कान के मैल से आसानी से घर बैठे छुटकारा पाने के लिए हमारे रसोई में सामग्री उपलब्ध है, और वह है: जैतून का तेल (olive oil)!
चरण
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अगर आपके कान में अन्य कोई जख्म है, तो जैतून के तेल का इस्तेमाल न करें: जब कि स्वस्थ लोगों के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल करना सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है, परंतु कुछ जख्म और बीमारी के दौरान जैतून के तेल का इस्तेमाल करने से आपके कान तेल के प्रति सेन्सिटिव हो सकते हैं। अगर आपको नीचे दिए गए समस्याओं में से कोई भी समस्या है, तो उसके इलाज के सिलसिले में अपने डॉक्टर से मिलें। [२] X विश्वसनीय स्त्रोत National Health Service (UK) स्त्रोत (source) पर जायें [३] X रिसर्च सोर्स
- कान के पर्दे में छेद
- अकसर कान में इन्फेक्शन
- दोनों में से किसी एक कान से सुनाई न देना
- कर्णमूल कैविटी (Mastoid cavity)
- ऐसी कोई भी बीमारी जिसमें आपको कानों को सूखा रखने को कहा गया हो
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जैतून का तेल थोड़ा गरम करें: जैतून का तेल कान के मैल को नरम करने में मदद करता है, ताकि मैल आसानी से बाहर निकल सकें। [४] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें कोई भी तेल अपने कान में डालने से पहले, यद्यपि आपको तेल को अंदाजन शरीर का तापमान – 37°C (98.6°F) जितना गरम करना चाहिए। यही तापमान आपके कान के अंदरूनी हिस्से में होता है, और लगभग इसी तापमान पर तेल को गरम करके इस्तेमाल करने पर आप आरामदायक महसूस करेंगे। आपको दो से तीन बड़े चम्मच शुद्ध जैतून का तेल गरम करना चाहिए।
- यह ध्यान रखें कि आप तेल को ज्यादा गरम नहीं कर रहे हैं, नहीं तो यह आपके कान के पर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है।
- यह जान लें कि, जैतून का तेल आम विकल्प है, एकमात्र विकल्प नहीं। आप हाइड्रोजन पेरोक्साइड (hydrogen peroxide), ग्लिसरीन (glycerine), बेबी ऑयल (baby oil), या मिनरल ऑयल (mineral oil) का इस्तेमाल बिना किसी नुकसान से कर सकते हैं। [५] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें
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अगर आप चाहे तो एसेन्शियल ऑयल को मिलायें: कान बंद होने से बैक्टीरिया कान के अंदर ही फंस जाते हैं, जो कान में इन्फेक्शन होने का कारण होता है। [६] X रिसर्च सोर्स कुछ लोग एसेन्शियल ऑयल, जिसमें एन्टीबैक्टीरियल तत्व होते है, उसे मिलाना चुनते हैं, ताकि कान में फंसे अतिरिक्त बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिल सकें। परंतु, यह देखा गया है कि जैतून का तेल ही जमे हुए मैल को सफलतापूर्वक निकालने में सक्षम है। [७] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें कान में तेल डालने से पहले उसकी एक या दो बूंदें अपनी त्वचा पर डालकर जांच लें कि कहीं आपको जलन तो नहीं हो रही है। एसेन्शियल ऑयल की कम से कम चार बूंदें थोड़े गरम जैतून के तेल में मिलायें। कुछ एसेन्शियल ऑयल जो विकल्प के तौर पर शामिल कर सकते हैं, वह यह है:
- लहसुन का तेल [८] X रिसर्च सोर्स Tsao, S-M., Yin, M-C., In-vitro antimicrobial activity of four diallyl sulphides occurring naturally in garlic and Chinese leek oils. J Med Microbiol. 50:646-649, 2001.
- नीलगिरी का तेल [९] X रिसर्च सोर्स
- लेवेंडर ऑयल, जो बच्चों के लिए सुरक्षित होता है। [१०] X रिसर्च सोर्स Sarrell, EM., Cohen, HA., Kahan, E., Naturopathic Treatment for Ear Pain in Children., Pediatrics Vol. 111 No. 5 May 1, 2003, pp. e574 -e579
- ऑरेगनो ऑयल [११] X रिसर्च सोर्स Can Baser, KH., Biological and Pharmacological Activities of Carvacrol and Carvacrol Bearing Essential Oils, Current Pharmaceutical Design, 14 (29), 3106-3119, 2008.
- सेंट जॉन्स वर्ट (St. John’s wort) [१२] X रिसर्च सोर्स Patocka, J., The chemistry, pharmacology, and toxicology of the biologically active constituents of the herb Hypericum perforatum L. J. Applied Biomedicine 1, 61-70.,2003.
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थोड़ा सा मिश्रण आई-ड्रापर के अंदर लें: जैतून के तेल को अपने चुने हुए किसी एसेन्शियल ऑयल में मिलाने के बाद, थोड़ा सा घोल आई-ड्रापर में लें। [१३] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें ऐसा करने से आपको सही मात्रा में घोल लेने में मदद मिलेगी, और यह आपके कान में तेल डालने की कोशिश को ज्यादा आसान कर देता है।
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इस घोल की दो बूंदें अपने कान में डालें: बहुत सारा तेल अपने कान में डालने के बजाय, सिर्फ घोल की कुछ बूंदें ही अपने कान में डालें, जो कान के वैक्स में सोखकर उसे नरम कर देगा। [१४] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें पाँच से दस मिनट तक अपने सिर को एक तरफ झुकाएं रखें, ताकि तेल बाहर न निकलें।
- अपने पास एक टिशु पेपर रखें, ताकि कान में तेल डालने के बाद अपने सिर को सीधा करने पर, अगर तेल की बची हुई कुछ बूंदें बाहर निकलती है, तो उन्हें आप साफ कर सकें।
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इस प्रक्रिया को दिन में दो या तीन बार दोहराएं: जैतून के तेल का इस्तेमाल एक ही बार में काम करना संभव नहीं है। इसलिए इस प्रक्रिया को कम से कम तीन से पाँच दिन तक दो से तीन बार दोहराने की कोशिश करनी चाहिए। [१५] X रिसर्च सोर्स इतना समय जमे हुए मैल को पिघलाने और तोड़ने में काफ़ी है।
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कान को भिगोने के बारे में विचार करें: हालांकि जैतून का तेल मैल को नरम कर सकता है, परंतु कुछ मामलों में कान को ज्यादा भिगोने की जरूरत होती है। यदि आवश्यकता हो तो ही कान को ज्यादा भिगोएं, जो आप अपने प्रभावित कान में एक अतिरिक्त कदम के तौर पर आप कर सकते हैं। रबर-बल्ब सिरिंज का इस्तेमाल करें (जैसे शिशु के लिए इस्तेमाल करते हैं), अपने सिर को एक तरफ झुकायें, और थोड़ा गरम पानी अपने प्रभावित कान की नली में सावधानी से डालें। [१६] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें
- इस प्रक्रिया को बड़ी ही सावधानी से करें, क्योंकि ज्यादा जोर से पानी को कान में डालने से आपके कान के पर्दे को नुकसान पहुंच सकता है।
- अच्छे नतीजे के लिए, कान को थोड़ा ऊपर और पीछे की तरफ खींचे ताकि कान की नली को सीधा करने में मदद मिल सकें। [१७] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें
- आपके डॉक्टर भी आपके कान को भिगो सकते हैं। इस प्रक्रिया को सुरक्षित तरीके से करने के लिए उनके पास उपकरण होता है जो पानी का दबाव एकदम सही रखने में मदद करता है, जिससे कानों को नुकसान नहीं पहुंचता है। [१८] X रिसर्च सोर्स
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अपने डॉक्टर से मिलें: अगर कान के मैल को नरम करना और कान को भिगोने पर भी आपको आराम नहीं मिल रहा है, तो अपने डॉक्टर के पास जाने का विचार करें। उनके पास बंद कान को साफ करने के कई तरीके उपलब्ध होते हैं। [१९] X रिसर्च सोर्स आपके डॉक्टर कान का अंदर तक परीक्षण करने में सक्षम होते हैं और सही कारण को पहचानकर उसका इलाज भी करते हैं। कभी-कभी आपके कान की समस्या मैल जमने से नहीं हो सकता है। कान बंद होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे: [२०] X रिसर्च सोर्स
- साइनोसाइटिस (Sinusitis) – साइनस में सूजन
- मिनिअरस् डिसीज़ (Meniere’s Disease) – यह अंदरूनी कान में होने वाली बीमारी है, जिसमें सुनाई नहीं देता है और संतुलन की समस्या होती है
- कॉलेस्टीआटोमा (Cholesteatoma) – मध्य कान में पुटी
- ध्वनि न्यूरोमा (Acoustic neuroma) – ध्वनि (सुनने) की तंत्रिका में ट्यूमर होना
- फंगल इन्फेक्शन
- सीरस ओटिसिस मीडिया (Serous otitis media) – मध्य कान का इन्फेक्शन
- टेम्पोरोमेन्डीबुलर जंक्शन (Temporomandibular junction (TMJ)) डिस्फंक्शन
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अपने कान में दबाव बराबर करें: अक्सर, कान में दबाव का कारण जमने वाले मैल से नहीं होता है परंतु अपने मध्य कान के यूस्टेशियन ट्यूब में थोड़े समय के लिए ठीक से काम न करने की वजह से हो सकता है। [२१] X रिसर्च सोर्स आप अपने कान में दबाव एक-समान बनाए रखने के लिए विभिन्न आसान उपाय शामिल करके यूस्टेशियन ट्यूब को खुला रखने के लिए कोशिश कर सकते हैं, जैसे: [२२] X रिसर्च सोर्स
- जंभाई लेना
- चबाना
- निगलना
- अपने नाक के छिद्र को बंद करके, सांस छोड़ने की कोशिश करें
- यूस्टेशियन ट्यूब का ठीक से काम न करने के आम कारणों में साधारण जुकाम, फ्लू, ऊंचाई में बदलाव, और वायु प्रदूषण जैसे सिगरेट का धुआं। [२३] X रिसर्च सोर्स
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हाइड्रेटेड रहें: साइनस में मैल के जमाव के कारण कान में जो दबाव होता है, उसे कम करने के लिए आप बस हाइड्रेटेड रहें। तरल पदार्थ से म्यूकस को पतला करने में मदद मिलती है जो कान में दबाव का कारण होता है। [२४] X रिसर्च सोर्स कम से कम 8 कप पानी रोज़ पीने की कोशिश करें।
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अपने कान पर एक थोड़ी गरम पट्टी रखें: तौलिए को थोड़ा गरम करने की कोशिश करें और इस गरम तौलिए को कान पर कई मिनटों तक रखें। कान को ढकने वाले तौलिए में आप एक कप भी रख सकते हैं, ताकि गरम हवा कप के अंदर फंसी रहें। [२७] X रिसर्च सोर्स
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हॉट शॉवर लें: अगर यह दबाव साइनस में जमाव के कारण है, तो आप गरम और स्टीम शॉवर लें। इससे आपको म्यूकस को पतला करने और साइनस से म्यूकस को निकालने में मदद मिलेगी, जिससे कान में दबाव कम करने में मदद मिलेगी। [२८] X रिसर्च सोर्स
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बिना पर्ची वाली दवाइयां (OTC - over-the-counter) लें: दुकान में कई प्रकार की बिना पर्ची वाली दवाइयां उपलब्ध हैं, जो किसी कारणवश कान के दबाव आने से आराम मिलने में मदद मिलेगी। आम विकल्पों में यह शामिल है:
- एंटीहिस्टामिन (Antihistamines) – अगर आपके कान में मौसम या वातावरण की एलर्जी होने से कन्जेशन है, और इस वजह से दबाव महसूस होता है, तो आप एंटीहिस्टामिन दवा लेकर इस लक्षण को कम करने की कोशिश कर सके हैं।
- डीकन्जेस्टन्ट (Decongestants) - अगर आपके कान में जुकाम या फ्लू की वजह से कन्जेशन है, और आपके काम में दबाव महसूस होता है, तो डीकन्जेस्टन्ट दवा लेने का विचार करें, ताकि इन लक्षणों से आराम मिलने में मदद मिलेगी।
- सेरूमेनोलाइटिक्स (Cerumenolytics) – यह दवाई जैतून के तेल की तरह ही काम करता है, ताकि अगर दबाव का कारण कान में जमा हुआ मैल (earwax) है, तो यह दवा कान में जमे मैल को नरम करने में मदद करता है। [२९] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें
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अपने डॉक्टर से संपर्क करें: अगर कान में दबाव के कारण आपके कान में दर्द है और ऊपर दिए गए उपायों को आजमाने पर भी आपको आराम नहीं मिल रहा है, तो अपने डॉक्टर से मिलने का विचार करें। आपके डॉक्टर कान में दबाव का सही कारण को पहचानने में सक्षम होते हैं और आपके कान की बीमारी का उचित इलाज करेंगे।
सलाह
- अगर आपके कान के मैल (earwax) में कोई सुधार नहीं हो रहा है, तो अपने डॉक्टर से मिलें। डॉक्टरों के पास खास तरह के उपकरण होते हैं जो काम में जमें हानिकारक वैक्स को निकालते है, इन उपकरणों में माइक्रो-सक्शन नामक उपकरण शामिल है, जो कान के मैल को वैक्यूम क्लीनर की तरह ही खिंचकर बाहर निकाल सकता है। [३०] X रिसर्च सोर्स
- हानिकारक वैक्स जमने पर, इसका इलाज किए बिना न रहें। अगर यह वैक्स कान के पर्दे तक पहुंचने वाले रास्ते में जम जाता है, तो हवा के दबाव में अंतर के कारण आपके सिर में अत्यंत दर्द उठ सकता है। [३१] X रिसर्च सोर्स
चेतावनी
- कान के मैल (earwax) को “निकालने” के लिए Q-टिप या अन्य किसी चीज़ का इस्तेमाल न करें। ऐसी चीज़ें वैक्स को अंदर तक फंसा सकता है और आपके कान के पर्दे को तोड़ सकता है।
- ध्यान रखें आप जैतून का तेल थोड़ा गरम करें। इस गरम तेल के एक या दो बूंदें अपने हाथ पर डालकर जांच लें कि तेल बहुत ज्यादा गरम है या ज्यादा ठंडा तो नहीं है।
- अगर आपके कान के पर्दे तोड़ या फट गए हैं, तो तेल डालने की प्रक्रिया का इस्तेमाल न करें।
रेफरेन्स
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