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हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori) या H. pylori एक तरह का बैक्टीरिया है, जो आपके पेट में रह सकता है। एक बार जब ये आपके शरीर में एंटर कर जाता है, इसकी वजह से इन्फेक्शन हो सकता है, जो अल्सर (ulcers) के जैसी कुछ सीरियस कोंप्लीकेशन दे सकता है। वैसे H. pylori का सामना करना बहुत मुश्किल या डरावना लग सकता है, लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप बस नेचुरल होम ट्रीटमेंट का यूज करके और हेल्दी डाइट लेकर भी अपने इन्फेक्शन का इलाज कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपको सीरियस लक्षण नजर आने शुरू हो जाते हैं या होम ट्रीटमेंट के बाद भी इन्फेक्शन बना रहता है, तो अपने डॉक्टर से मिल आएँ।

विधि 1
विधि 1 का 4:

होम ट्रीटमेंट यूज करना (Using Home Treatments)

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  1. H. pylori के लिए नेचुरल ट्रीटमेंट्स का असली सेंटर न्यूट्रीशियस डाइट, कुछ कॉमन हाइजीन के नियमों और कुछ खास बोटेनिकल दवाइयों (botanical medicines), प्रोबायोटिक्स और बाकी के दूसरे सप्लिमेंट्स होता है। इन अप्रोच को H. pylori के इलाज के लिए साबित नहीं किया गया है, लेकिन ये इन्फेक्शन को रोकने और उसका इलाज करने में काफी मदद कर सकते हैं। अगर आपको कोई भी लक्षण नजर आ रहे हैं, तो ये अप्रोच लक्षणों को कम करने में भी मदद जरूर कर सकते हैं।
  2. क्रेनबेरी जूस बैक्टीरिया को पेट जुडने से रोकने या बाधित करने में मददगार साबित हुआ है; एक स्टडी हर रोज 250 ml क्रेनबेरी जूस पीने की सलाह देती है। इस स्टडी में, 90 दिनों के बाद में केवल 14% सक्सेस रेट ही देखने को मिली, इसलिए इसके साथ में बाकी की दूसरी अप्रोच को भी शामिल करना ठीक रहेगा। [१]
  3. मुलेठी इंडियन, चाइनीज और केम्पो मेडिसिन में इस्तेमाल होने वाली एक ट्रेडीशनल अल्सर ट्रीटमेंट है। हालांकि इसके सपोर्ट के लिए और भी सबूतों की जरूरत है, लेकिन जानवरों और इन्सानों के ऊपर किए मौजूदा टेस्ट काफी प्रभावी लग रहे हैं। ये बैक्टीरिया को पेट से जुडने से रोकने में मदद करते नजर आता है, इसलिए ये इन्फेक्शन के शुरुआती चरण में सबसे अच्छी तरह से काम करता है। [२] [३] [४]
    • मुलेठी में पाए जाने वाले एक कम्पोनेंट को बढ़े हुए ब्लड प्रैशर के साथ में जोड़ा गया है। आप DGL (Deglycyrrhizinated licorice) नाम की एक नेचुरल टेबलेट खरीद सकते हैं, जिसमें से इस कम्पोनेंट को हटा दिया गया है।
  4. प्रिवेंशन टेकनिक्स की तरह हेल्दी हाइजीन हैबिट्स को अपनाएं: खुद के H. pylori से संक्रमित होने के रिस्क को कम करने के लिए, अपने हाथों को और खाना पकाने और बनाने के सारे बर्तनों को बहुत सावधानी के साथ धोएं। बर्तनों को किसी के भी साथ में शेयर न करें और साथ ही सुनिश्चित कर लें कि आपके लिए जो भी खाना पका रहा है, वो प्रोपर हाइजीन अपना रहा है। सारे फ्रूट्स और वेजटेबल्स को गुनगुने, साबुन वाले पानी से धोएँ या फिर एक फ्रूट एंड वेजटेबल्स रिंज प्रॉडक्ट इस्तेमाल करके उन्हें अच्छी तरह से धो लें।
  5. प्रोबायोटिक्स “अच्छे” बैक्टीरिया और आमतौर पर शरीर के माइक्रोबायोम में पाए जाने वाले यीस्ट के सोर्स होते हैं। इसमें लैक्टोबैसिलस (lactobacillus) , एसिडोफिलस (acidophilus) , बाइफिडोबैक्टीरिया (bifidobacteria) और सैचक्रोमाइसेस बौलार्डी (saccharomyces boulardii) यीस्ट स्पीसीज़ शामिल हैं। आप इन्हें सप्लिमेंट्स के तौर पर (मेनूफेक्चरर के इन्सट्रक्शन को फॉलो करके) या फूड्स में ले सकते हैं। कुछ शुरुआती सबूत सलाह देते हैं कि ये H. pylori से लड़ने में मदद कर सकते हैं। [५] [६]
    • अच्छे फूड सोर्स में केफिर (kefir), सॉकरक्राट (sauerkraut), अचार, कोम्बुचा (kombucha, एक फ़र्मेंटेड चाय), टेम्पेह (tempeh), किमची (kimchi) जैसे फ़र्मेंटेड फूड्स और योगर्ट, मिसो सूप (miso soup), पोई (poi), एस्पेरेगस (asparagus), लीक्स (leeks, प्याज की तरह), और प्याज के नाम शामिल हैं। [७] इन फूड्स को कम से कम 2 से 3 बार अपनी डाइट में शामिल करें।
    • एक हफ्ते में 2 से 3 बार, आप चाहें तो प्री-बायोटिक्स भी शामिल कर सकते हैं, जो हेल्दी गट बैक्टीरिया (पेट के बैक्टीरिया) के लिए फूड प्रोवाइड करके इस बैक्टीरिया को सपोर्ट करने में मदद करता है। प्री-बायोटिक फूड्स में साबुत अनाज (whole grains), प्याज, केले, लहसुन, शहद, आर्टिचोक्स और लीक्स शामिल हैं। [८]
  6. ज़्यादातर बोटेनिकल मेडिसिन में एंटीबायोटिक (बैक्टीरिया खत्म करने के) गुण होते हैं। इस हर्ब से लैब कल्चर में H. pylori की ग्रोथ को धीमा करते हुए पाया गया है। इनसे एक मौजूदा इन्फेक्शन का इलाज होना तो मुमकिन नहीं है, लेकिन इन्हें ट्राई करके देखा जा सकता है:
    • अदरक, जिसमें शायद अल्सर को कम करने के हो सकते हैं। [९] [१०]
    • थाइम (Thyme), जिसमें जनरल एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। [११] [१२]
    • हल्दी (Turmeric)/करी (Curry) [१३] [१४]
    • ओरेगानो (Oregano) [१५]
    • दालचीनी (Cinnamon) [१६]
  7. कोरियन रेड जिन्सेंग (Korean red ginseng) सप्लिमेंट्स लेने के बारे में सोचें: कोरियन रेड जिन्सेंग से लैब में जानवरों के ऊपर एंटी - H. pylori एक्टिविटी को देखा गया है। [१७] रेड जिन्सेंग इंडियन जिन्सेंग से अलग होती है और इसके कई तरह के इस्तेमाल होते हैं। वैसे तो ज़्यादातर लोग जिन्सेंग को मेंटल परफ़ोर्मेंस और सेक्सुअल फंक्शन को बढ़ाने में मददगार मानते हैं, इससे ब्लड शुगर भी कम हो जाती है, हार्ट रेट बढ़ जाती है और ये आपके ब्लड प्रैशर को बढ़ा भी सकती है और कम भी कर सकती है। अगर आप रेड जिन्सेंग ट्राई करने में इंट्रेस्टेड हैं, तो फिर सबसे पहले किसी जानकार हैल्थकेयर प्रोफेशनल से इसके बारे में बात कर लें।
  8. बेस्ट रिजल्ट्स के लिए अलग-अलग नेचुरल ट्रीटमेंट्स को कम्बाइन करें: अगर आप कुछ प्रभावी ट्रीटमेंट्स को कम्बाइन करके इस्तेमाल करते हैं, तो उम्मीद है कि आप अपने इन्फेक्शन को ज्यादा अच्छी तरह से ट्रीट कर सकते हैं। आपको ओवरऑल बेहतर फील होगा और अगर आप बेहतर तरीके से खाना, हर्ब्स और स्पाइस यूज करना, कुछ फ़र्मेंटेड फूड्स एड करना और प्रोबायोटिक्स सप्लिमेंट्स लेना को साथ में मिलाकर यूज करेंगे, तो शायद आपको आपके H. pylori का इलाज करने में मदद मिल सकती है।
    • नेचुरल ट्रीटमेंट्स यूज करने के 1 से 2 महीने के बाद अपने डॉक्टर के पास जाकर पता करें कि आपका इन्फेक्शन गया है या नहीं। अगर ये नहीं गया है, तो शायद आपको एंटीबायोटिक्स या फिर एसिड कम करने वाली दवाइयों को लेने के बारे में सोचना चाहिए, बशर्ते इन्हें आपके डॉक्टर के द्वारा रिकमेंड किया गया हो। हमेशा पहले एक हैल्थकेयर प्रोफेशनल से इसके बारे में डिस्कस कर लें और सुनिश्चित कर लें कि आप आपके H pylori इन्फेक्शन का इलाज करा रहे हैं।
विधि 2
विधि 2 का 4:

अपनी डाइट चेंज करना (Changing Your Diet)

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  1. अपनी अच्छी हैल्थ मेंटेन करने के लिए पोषण से भरपूर आहार लें: अच्छे न्यूट्रीशन मात्र से H. pylori का इलाज नहीं हो जाता। जैसे कि कहा गया है, नेचुरल हैल्थ फिलोसोफी जनरल हैल्थ को मेंटेन करने के लिए होल (whole), अनप्रोसेस्ड फूड्स लेने का रिकमेंड करते हैं, जो शायद आपके इम्यून सिस्टम रिस्पोंस को बेहतर बना सकरते हैं और हेल्दी माइक्रोबायम को सपोर्ट करते हैं। एक हेल्दी डाइट में ये चीजें शामिल हैं: [१८]
    • पौल्ट्री और फिश की तरह हाइ क्वालिटी लीन प्रोटीन (lean protein)
    • फ्रेश वेजटेबल्स और फ्रूट (कई तरह के कलर में)
    • बीन्स और फलियाँ, जैसे कि दाल
    • वेजटेबल्स और होल ग्रेन के कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स
  2. ऐसे फूड्स को शामिल करें, जो आपके इन्फेक्शन का इलाज करने में मदद कर सकें: कुछ खास तरह के फूड्स के H. pylori के खिलाफ एंटीबायोटिक इफेक्ट हो सकते हैं। हालांकि, ये हर किसी के लिए एक ही तरह से काम नहीं करते हैं और इनके प्रभाव अक्सर कम होते हैं। अपने इन्फेक्शन से लड़ने में और ज्यादा मदद पाने के लिए आप इन सभी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने का सोच सकते हैं। ये दिए हुए फूड्स H. pylori को ट्रीट करने में मदद कर सकते हैं: [१९]
    • ग्रीन टी
    • रेड वाइन
    • मनुका हनी (Manuka honey)
    • ब्रोकली स्प्राउट्स
  3. प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स के सेवन को सीमित करें: भले ही ये न्यूट्रीशन ठीक "नेचुरल वर्सेज़ आर्टिफ़िशियल" की तरह सिम्पल होते हैं, ज़्यादातर प्रोसेस्ड फूड्स कम न्यूट्रीशियस होते हैं और इनसे शायद नेगेटिव साइड इफ़ेक्ट्स (जिसमें सप्रेस्ड इम्यून सिस्टम शामिल है) भी हो सकते हैं। [२०] इनसे बचना शायद आपकी ओवरऑल हैल्थ को बेहतर बना सकता है, लेकिन उम्मीद है कि इनका H. pylori के ऊपर सीधा प्रभाव नहीं पड़ता।
    • प्रॉडक्ट प्रोसेस्ड है या पैकेज्ड, ये जाँचने के लिए, उनकी इंग्रेडिएंट लिस्ट को देखें। ये लिस्ट जितनी ज्यादा लंबी होगी, फूड उतना ही ज्यादा प्रोसेस्ड होगा।
    • प्रोसेस्ड फूड्स को ज़्यादातर ग्रोसरी स्टोर्स में सेंटर में पाया जाता है। कम प्रोसेस्ड फूड्स को बाहरी डिपार्टमेन्ट में पाया जाता है और इनमें ड्राय बीन्स, फ्रेश फ्रूट्स और वेजटेबल्स, ब्राउन राइस, बल्क फूड्स और सिंगल-इंग्रेडिएंट्स रहते हैं।
    • “जल्दी और आसानी से” तैयार होने वाले रेडी-टू-ईट मील्स से दूर रहें। फिर से, ये बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं और इनमें ऐसे प्रिजर्वेटिव्स और केमिकल्स होते हैं, जो असल में फूड्स नहीं होते।
  4. ग्रीन टी, रेड वाइन और मनुका हनी में भी H. pylori के खिलाफ एंटी-बायोटिक्स एक्टिविटी देखी गई हैं। हालांकि, कई स्टडीज़ से पता चला है कि इन्हें बैक्टीरियल कल्चर या लैब एनिमल्स के ऊपर टेस्ट किया गया, इसलिए इनकी डोज़ की इन्फोर्मेशन उपलब्ध नहीं है। अपनी डाइट में ग्रीन टी और मनुका हनी को शामिल करना सेफ होता है, लेकिन रेड वाइन को बहुत लिमिट में पिएं। ये किसी इन्फेक्शन में मदद कर सकती है।
विधि 3
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बेअसर इलाज से बचना (Avoiding Ineffective Treatments)

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  1. ऐसा न मान लें कि पानी से परेशानी का इलाज हो जाएगा: हालांकि हाइड्रेटेड रहना आपकी हैल्थ के लिए जरूरी होता है, फिर भी पानी का सेवन H. pylori या इससे जुड़े अल्सर को ठीक नहीं करेगा। अल्सर की वजह से डिहाइड्रेशन नहीं होता है। [२१]
    • आपको अभी भी खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए 8 से 10 ग्लास या 2 लीटर पानी पीना चाहिए।
  2. वैसे तो लहसुन को इसके न्यूट्रीशनल फ़ायदों के लिए जाना जाता है, लेकिन इससे H. pylori पर कोई असर नहीं पड़ता है। अपनी हैल्थ को सपोर्ट करने के लिए लहसुन खाने में कोई खराबी नहीं है, लेकिन ये इस बीमारी का इलाज नहीं करेगी। [२२]
  3. मेथी शायद एक पॉपुलर सप्लिमेंट हो सकती है, लेकिन ये H. pylori का इलाज नहीं करती है। इस बैक्टीरिया का इलाज करने के लिए दूसरे ट्रीटमेंट्स का इस्तेमाल करना ठीक रहता है। [२३]
विधि 4
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मेडिकल केयर की जरूरत को जानना (When to Seek Medical Care)

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  1. पेट का गंभीर दर्द, निगलने में तकलीफ या फिर काले मल या मितली के लिए तुरंत इलाज की तलाश करें: ये सभी मुश्किल से होने वाले, लेकिन कुछ गड़बड़ होने के गंभीर लक्षण हैं, इसलिए इमरजेंसी केयर की तलाश करना ही सही होता है। ऐसा करने से आपको आपके लक्षणों के पीछे की छिपी हुई वजह के लिए इलाज मिलने की पुष्टि हो जाएगी और आप रिकवरी की ओर अपने कदम बढ़ा लेंगे। हालांकि, ये लक्षण काफी डरावने होते हैं, इसलिए आपके डॉक्टर आपको बेहतर फील कराने में मदद कर सकते हैं। [२४]
    • आपका मल या उल्टी शायद काली टार की तरह नजर आ सकती है या फिर उसमें कॉफी ग्राउंड भी हो सकते हैं।
    • किसी से आपको इमरजेंसी रूम तक लेकर जाने का कहें या फिर मदद की मांग करें।
  2. अगर आपके लक्षण बने रहते हैं, तो अपने डॉक्टर के पास जाएँ: अपने इन्फेक्शन को नेचुरली ठीक करना, आपके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि ये हमेशा काम ही करे। अगर आपके लक्षण बने रहते हैं या फिर ये और भी बदतर हो जाते हैं, तो आपको अपने इलाज के विकल्पों के बारे में जानकारी पाने के लिए अपने डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए। 'H pylori' इन्फेक्शन का इलाज नहीं कराने की वजह से कुछ सीरियस कोंप्लीकेशन हो सकती हैं। इनके लक्षणों में, अक्सर ये शामिल होते हैं: [२५]
    • पेट में दर्द या जलन जैसा अहसास (जो शायद भूख लगने पर और भी बदतर हो सकते हैं)
    • मितली
    • डकार आना और उबकाई (belching) आना
    • भूख में कमी
    • ब्लोटिंग
    • बिना डाइटिंग के वेट लॉस होना
  3. के लिए टेस्ट करा लें, ताकि आपके डॉक्टर उसका सही इलाज कर सकें: सबसे पहले, आपके डॉक्टर आपके लक्षणों को देखकर पता लगाने की कोशिश करेंगे कि आपको H pylori तो नहीं। फिर, वो एक या और दूसरा सिम्पल, इन-ऑफिस टेस्ट करके आपके शरीर में इन्फेक्शन होने का पता लगाने की कोशिश करेंगे। ये टेस्ट आमतौर पर बिना दर्द के होते हैं, हालांकि आपको कुछ माइनर डिस्कंफ़र्ट जरूर हो सकता है। वो ऐसा कर सकते हैं: [२६]
    • एक कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC) आपके शरीर में H pylori के इन्फेक्शन को दर्शा सकता है।
    • साँसों का एक टेस्ट H pylori की पहचान करने का बहुत प्रभावी तरीका होता है। टेस्ट करने के लिए, आपके डॉक्टर आपको कार्बन वाली एक पिल (गोली), लिक्विड या पुडिंग निगलने का कहेंगे। अगर आपको H pylori है, तो आपकी साँस में कार्बन रिलीज होगा और डॉक्टर इसे एक स्पेशल डिवाइस से डिटेक्ट कर सकते हैं।
    • एक स्टूल टेस्ट (stool test) बैक्टीरिया के प्रोटीन की मौजूदगी का पता लगा सकता है। आमतौर पर आप आपके स्टूल को घर पर ही कलेक्ट कर सकते हैं।
    • मुश्किल से, आपके डॉक्टर शायद आपको एनीस्थीसिया दे सकते हैं, ताकि वो एक छोटे ट्यूब को आपके गले में अंदर तक डालकर बायोप्सी ले सकें। हालांकि, अगर आपके लक्षण बहुत गंभीर होंगे, केवल तभी आपको इस टेस्ट की जरूरत पड़ेगी।
  4. अगर आपको एंटी-बायोटिक्स की जरूरत है, तो अपने डॉक्टर से बात करें: आपके डॉक्टर शायद आपको H pylori इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए एंटी-बायोटिक्स प्रिस्क्राइब करेंगे। आमतौर पर, H pylori को एक ही समय पर दो एंटी-बायोटिक्स से ट्रीट किया जाता है, जो खास तरह के इन्फेक्शन के लिए असरदार होते हैं। एंटी-बायोटिक्स को ठीक प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार ही लें, जो टाइम अक्सर कम से कम 2 से 3 हफ्ते का हो सकता है। [२७]
    • अपने एंटी-बायोटिक्स को जल्दी लेना बंद न कर दें, फिर चाहे आपको कितना भी बेहतर फील न हो रहा हो। नहीं, तो आपका इन्फेक्शन वापस लौटकर आ सकता है।
    • कुछ बहुत कॉमन एंटी-बायोटिक्स को एमोक्सिसिलिन (amoxicillin), क्लियरिथ्रोमाइसिन (clarithromycin), मेट्रोनिडाजोल (metronidazole) और टेट्रासाइक्लिन (tetracycline) के नाम शामिल हैं।
  5. अपने पेट की लाइनिंग को आराम देने में मदद के लिए एसिड कम करने वाली दवाइयाँ लें: आपके डॉक्टर शायद आपके शरीर के एसिड के प्रॉडक्शन को कम करने या इसके प्रभाव को कम करने के लिए कोई दवाई प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इनमें प्रोटोन पंप इन्हिबिटर्स (Proton Pump Inhibitors या PPIs) और H2 ब्लॉकर्स शामिल हैं, जो दोनों ही आपके शरीर में बनने वाले एसिड की मात्रा को कम करते हैं। ये दवाइयाँ आपके पेट को बैक्टीरिया का घर बनाने से रोकने के साथ ही आपके शरीर को आराम देने में मदद कर सकती हैं। [२८]
    • जैसे, कॉमन PPIs में ओमेप्रजोल (omeprazole, Prilosec), एसोमेप्रजोल (esomeprazole, Nexium) और लेन्सोप्रजोल (lansoprazole, Prevacid) के नाम शामिल हैं।
    • पॉपुलर H2 ब्लॉकर्स में सिमेटिडाइन (cimetidine, Tagamet) और रैनिटिडिन (ranitidine, Zantac) के नाम शामिल हैं।
  6. अपने पेट की लाइनिंग को आराम देने में मदद करने के लिए बिस्मथ सलुशन (bismuth solution) एड करें: एसिड रिड्यूसर और एंटी-बायोटिक्स के साथ, आपके डॉक्टर शायद बिस्मथ सबसैलिसिलेट (पेप्टो बिस्मोल) के जैसा एक बिस्मथ सलुशन की भी सलाह दे सकते हैं। बिस्मथ सलुशन बैक्टीरिया को खत्म नहीं करेगा, लेकिन ये आपके पेट की लाइनिंग को प्रोटेक्ट कर सकता है,ताकि वो हील हो सके। इसके साथ ही, ये आपके पेट के एसिड को भी कम कर देते हैं। [२९]
    • बिस्मथ सलुशन इस्तेमाल करना शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से इस बारे में बात कर लें। भले ही ये ओवर-द-काउंटर मिल जाता है, लेकिन फिर भी अच्छा होगा अगर आप इसे आपके ट्रीटमेंट प्लान में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से इसके बारे में बात कर लें।

सलाह

  • अल्कोहल, चॉकलेट, प्रोसेस्ड फूड्स और शुगर के सेवन में कमी लाएँ। ये आपकी जनरल हैल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं और ये शायद अनचाहे बैक्टीरिया को भी प्रमोट कर सकते हैं।
  • सुशी (sushi), हाफ-बोइल एग, रेयर या मीडियम-रेयर मीट और स्टेक्स के जैसे कम पके या कच्चे फूड्स का सेवन करने से बचें।

चेतावनी

  • किसी भी बीमारी के लिए घरेलू इलाज शुरू करने से पहले अपने अपने फिजीशियन से इस बारे में बात कर लें।

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रेफरेन्स

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